<p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics: </strong>उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने बस्ती में प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली. साथ ही, निषाद समुदाय के लिए आरक्षण, नौकरी और राजनीतिक भागीदारी की मांगों को लेकर बीजेपी को कड़ा संदेश दिया. उनके बयानों ने न केवल नौकरशाही पर सवाल उठाए, बल्कि आगामी चुनावों में निषाद वोट बैंक के महत्व को लेकर अपने इरादे जाहिर का दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बस्ती के पंडित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में आयोजित मत्स्य पालक मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे संजय निषाद उस वक्त नाराज हो गए, जब उन्हें प्रोटोकॉल के मुताबिक सम्मान नहीं मिला. सर्किट हाउस में कोई अधिकारी उन्हें रिसीव करने नहीं पहुंचा, और न ही उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया. नाराज मंत्री ने अधिकारियों को ‘बेलगाम’ करार देते हुए कहा कि ऐसी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह घटना नौकरशाही की लापरवाही को उजागर करती है और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मछुआरा समाज के उत्थान पर सवाल उठने पर संजय निषाद ने योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मछुआरों को सबसे अधिक रोजगार और योजनाओं का लाभ दिया है. उन्होंने मत्स्य विभाग की योजनाओं को समाज के लिए वरदान बताया और दावा किया कि निषाद समुदाय के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरक्षण और नौकरी को लेकर दी योगी सरकार को चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>निषाद समुदाय के लिए आरक्षण और नौकरी के मुद्दे पर संजय निषाद ने सख्त रुख अपनाया. उन्होंने कहा, “अगर योगी जी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देंगे, तो वे सत्ता से बाहर हो जाएंगे.” उन्होंने कहा कि पिछड़ी अब नहीं खाएंगे खिचड़ी वाला हिसाब नहीं चलेगा. हम बीजेपी में इसलिए आए हैं, ताकि निषादों को उनका हक मिले और जब सीएम योगी नहीं देंगे हमारा हक, तो अभी 45 सीट हारे हैं, आने वाले समय में और हारेंगे. इस बयान से यूपी में आने वाले चुनावों में नए समीकरणों पर मुहर लगती हुई दिख रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निषाद समुदाय से संजय निषाद ने की ये अपील</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय निषाद ने निषाद समुदाय को राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार है. निषाद समाज के लोग आगे आएं और हमारे दल से चुनाव लड़ें. संजय निषाद के मुताबिक उत्तर प्रदेश 14-15 प्रतिशत निषाद समाज का वोट है, लिहाजा वे अभी से सियासी गोटी के जरिये सत्ता में अपनी सीट बढ़ाने का दावा कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मदरसों में जहर पिलाया जा रहा है- संजय निषाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड के ‘<a title=”ऑपरेशन सिंदूर” href=”https://www.abplive.com/topic/operation-sindoor” data-type=”interlinkingkeywords”>ऑपरेशन सिंदूर</a>’ पाठ्यक्रम पर सवाल उठने पर संजय निषाद ने मदरसों को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा मदरसों में जहर पिलाया जा रहा है. हमारी सरकार अमृत पिलाकर समुदाय को सही रास्ते पर लाएगी.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics: </strong>उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने बस्ती में प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली. साथ ही, निषाद समुदाय के लिए आरक्षण, नौकरी और राजनीतिक भागीदारी की मांगों को लेकर बीजेपी को कड़ा संदेश दिया. उनके बयानों ने न केवल नौकरशाही पर सवाल उठाए, बल्कि आगामी चुनावों में निषाद वोट बैंक के महत्व को लेकर अपने इरादे जाहिर का दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बस्ती के पंडित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में आयोजित मत्स्य पालक मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे संजय निषाद उस वक्त नाराज हो गए, जब उन्हें प्रोटोकॉल के मुताबिक सम्मान नहीं मिला. सर्किट हाउस में कोई अधिकारी उन्हें रिसीव करने नहीं पहुंचा, और न ही उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया. नाराज मंत्री ने अधिकारियों को ‘बेलगाम’ करार देते हुए कहा कि ऐसी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह घटना नौकरशाही की लापरवाही को उजागर करती है और सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मछुआरा समाज के उत्थान पर सवाल उठने पर संजय निषाद ने योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मछुआरों को सबसे अधिक रोजगार और योजनाओं का लाभ दिया है. उन्होंने मत्स्य विभाग की योजनाओं को समाज के लिए वरदान बताया और दावा किया कि निषाद समुदाय के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरक्षण और नौकरी को लेकर दी योगी सरकार को चेतावनी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>निषाद समुदाय के लिए आरक्षण और नौकरी के मुद्दे पर संजय निषाद ने सख्त रुख अपनाया. उन्होंने कहा, “अगर योगी जी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देंगे, तो वे सत्ता से बाहर हो जाएंगे.” उन्होंने कहा कि पिछड़ी अब नहीं खाएंगे खिचड़ी वाला हिसाब नहीं चलेगा. हम बीजेपी में इसलिए आए हैं, ताकि निषादों को उनका हक मिले और जब सीएम योगी नहीं देंगे हमारा हक, तो अभी 45 सीट हारे हैं, आने वाले समय में और हारेंगे. इस बयान से यूपी में आने वाले चुनावों में नए समीकरणों पर मुहर लगती हुई दिख रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निषाद समुदाय से संजय निषाद ने की ये अपील</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>संजय निषाद ने निषाद समुदाय को राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार है. निषाद समाज के लोग आगे आएं और हमारे दल से चुनाव लड़ें. संजय निषाद के मुताबिक उत्तर प्रदेश 14-15 प्रतिशत निषाद समाज का वोट है, लिहाजा वे अभी से सियासी गोटी के जरिये सत्ता में अपनी सीट बढ़ाने का दावा कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मदरसों में जहर पिलाया जा रहा है- संजय निषाद</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तराखंड के ‘<a title=”ऑपरेशन सिंदूर” href=”https://www.abplive.com/topic/operation-sindoor” data-type=”interlinkingkeywords”>ऑपरेशन सिंदूर</a>’ पाठ्यक्रम पर सवाल उठने पर संजय निषाद ने मदरसों को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा मदरसों में जहर पिलाया जा रहा है. हमारी सरकार अमृत पिलाकर समुदाय को सही रास्ते पर लाएगी.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड UP: ‘जल जीवन मिशन’ को लेकर ये काम करने जा रहे यूपी के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, किसे दी चेतावनी?
पहले प्रोटोकॉल नहीं मिलने पर भड़के यूपी के मंत्री संजय निषाद, फिर सरकार को घेरा, कहा- ‘योगी जी सत्ता से बाहर…’
