पाकिस्तानी जासूस को कैराना ले गई पानीपत पुलिस:कई लोगों के पासपोर्ट- दस्तावेज बरामद; नोमान इलाही की श्रीनगर लगी थी ड्यूटी

पाकिस्तानी जासूस को कैराना ले गई पानीपत पुलिस:कई लोगों के पासपोर्ट- दस्तावेज बरामद; नोमान इलाही की श्रीनगर लगी थी ड्यूटी

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 13 मई को पानीपत में पकड़े गए नोमान इलाही को सीआईए-1 पुलिस टीम शुक्रवार सुबह उसके पैतृक घर ले पहुंची। सुबह पानीपत सीआईए-1 जासूस नोमान इलाही को साथ लेकर दो गाड़ियों से उत्तर-प्रदेश के शामली जिले के कस्बा कैराना स्थित बेगमपुरा बाजार में पहुंची। यहां पर टीम ने जासूस के मकान का ताला खुलवाकर काफी देर तक तलाशी ली। इस दौरान पानीपत पुलिस के साथ कैराना पुलिस भी साथ रही। पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही को पुलिस मुंह पर काला नकाब डालकर और हाथों पर हथकड़ी लगाकर उसके घर ले गई थी। इस दौरान मौके पर स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जुट गई। पुलिस ने मकान के अंदर से काफी देर तक जांच-पड़ताल की। पुलिस ने मकान के भीतर से काफी संख्या में अलग-अलग लोगों के पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बरामद किए। जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। काफी देर तक जांच-पड़ताल करने के बाद पुलिस उसे वापस पानीपत ले आई। श्रीनगर जाने की थी प्लानिंग पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि जिस वक्त भारतीय सेना द्वारा आपरेशन सिंदूर चलाया जा रहा था, उसी दौरान नोमान को श्रीनगर भेजने की प्लानिंग थी। उसके मोबाइल से मिली वॉट्सऐप चैट में यह खुलासा हुआ कि उसे सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी श्रीनगर से भेजने के निर्देश दिए गए थे। इसके बदले में नोमान को हर सूचना के लिए मोटी रकम देने और आर्थिक रूप से मालामाल करने का लालच दिया गया था। आरोपी के पास पाकिस्तान से खाते में हवाले के जरिए पैसा आता था। यमुना की खादर में स्लीपर सेल तैयार कर रहे आईएसआई हैंडलर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नोमान इलाही की गिरफ्तारी होने के बाद यमुना खादर का इलाका एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई यमुना की खादर में स्लीपर सेल तैयार कर रही है। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा उनके सॉफ्ट टारगेट हैं। कैराना निवासी आईएसआई एजेंट इकबाल काना को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नोमान से हुई पूछताछ में भी यह बात सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इकबाल काना और उसके साथी कई अन्य युवकों के संपर्क में थे। इकबाल काना के अलावा ये भी करते हैं ISI के लिए काम यमुना नदी हरियाणा और यूपी के बीच बॉर्डर का काम करती है। हरियाणा में यमुना नगर, करनाल और पानीपत जिले हैं, तो वहीं यूपी की ओर सहारनपुर और शामली जिले हैं। खास तौर पर कैराना अधिक सुर्खियों में रहता है। कैराना से पहले भी आईएसआई के एजेंट को गिरफ्तार किया जा चुका है। कैराना के रहने वाले इकबाल काना, दिलशाद, हमीदा और शाहिद आईएसआई के लिए काम करते हैं। इकबाल काना क्षेत्र में युवाओं से संपर्क करता है। करीब नौ साल पहले पहले शामली पुलिस ने कलीम को गिरफ्तार किया था। कलीम भी इकबाल के संपर्क था। अब नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद भी इकबाल काना का नाम सामने आया है। यही नहीं नोमान से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि इकबाल के संपर्क में कुछ अन्य युवक भी हैं। उसके परिजन भी इसकी आशंका जता चुके हैं। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 13 मई को पानीपत में पकड़े गए नोमान इलाही को सीआईए-1 पुलिस टीम शुक्रवार सुबह उसके पैतृक घर ले पहुंची। सुबह पानीपत सीआईए-1 जासूस नोमान इलाही को साथ लेकर दो गाड़ियों से उत्तर-प्रदेश के शामली जिले के कस्बा कैराना स्थित बेगमपुरा बाजार में पहुंची। यहां पर टीम ने जासूस के मकान का ताला खुलवाकर काफी देर तक तलाशी ली। इस दौरान पानीपत पुलिस के साथ कैराना पुलिस भी साथ रही। पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही को पुलिस मुंह पर काला नकाब डालकर और हाथों पर हथकड़ी लगाकर उसके घर ले गई थी। इस दौरान मौके पर स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जुट गई। पुलिस ने मकान के अंदर से काफी देर तक जांच-पड़ताल की। पुलिस ने मकान के भीतर से काफी संख्या में अलग-अलग लोगों के पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बरामद किए। जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। काफी देर तक जांच-पड़ताल करने के बाद पुलिस उसे वापस पानीपत ले आई। श्रीनगर जाने की थी प्लानिंग पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि जिस वक्त भारतीय सेना द्वारा आपरेशन सिंदूर चलाया जा रहा था, उसी दौरान नोमान को श्रीनगर भेजने की प्लानिंग थी। उसके मोबाइल से मिली वॉट्सऐप चैट में यह खुलासा हुआ कि उसे सेना से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी श्रीनगर से भेजने के निर्देश दिए गए थे। इसके बदले में नोमान को हर सूचना के लिए मोटी रकम देने और आर्थिक रूप से मालामाल करने का लालच दिया गया था। आरोपी के पास पाकिस्तान से खाते में हवाले के जरिए पैसा आता था। यमुना की खादर में स्लीपर सेल तैयार कर रहे आईएसआई हैंडलर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नोमान इलाही की गिरफ्तारी होने के बाद यमुना खादर का इलाका एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई यमुना की खादर में स्लीपर सेल तैयार कर रही है। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा उनके सॉफ्ट टारगेट हैं। कैराना निवासी आईएसआई एजेंट इकबाल काना को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। नोमान से हुई पूछताछ में भी यह बात सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इकबाल काना और उसके साथी कई अन्य युवकों के संपर्क में थे। इकबाल काना के अलावा ये भी करते हैं ISI के लिए काम यमुना नदी हरियाणा और यूपी के बीच बॉर्डर का काम करती है। हरियाणा में यमुना नगर, करनाल और पानीपत जिले हैं, तो वहीं यूपी की ओर सहारनपुर और शामली जिले हैं। खास तौर पर कैराना अधिक सुर्खियों में रहता है। कैराना से पहले भी आईएसआई के एजेंट को गिरफ्तार किया जा चुका है। कैराना के रहने वाले इकबाल काना, दिलशाद, हमीदा और शाहिद आईएसआई के लिए काम करते हैं। इकबाल काना क्षेत्र में युवाओं से संपर्क करता है। करीब नौ साल पहले पहले शामली पुलिस ने कलीम को गिरफ्तार किया था। कलीम भी इकबाल के संपर्क था। अब नोमान इलाही की गिरफ्तारी के बाद भी इकबाल काना का नाम सामने आया है। यही नहीं नोमान से पूछताछ में यह भी सामने आया है कि इकबाल के संपर्क में कुछ अन्य युवक भी हैं। उसके परिजन भी इसकी आशंका जता चुके हैं। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां भी इस क्षेत्र में सक्रिय हो गई हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर