पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अफसर:गोद में आए लोग दादा-नाना बने, मुरादाबाद में पहले 22 पाकिस्तानी; अब 580 का कुनबा

पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अफसर:गोद में आए लोग दादा-नाना बने, मुरादाबाद में पहले 22 पाकिस्तानी; अब 580 का कुनबा

मुरादाबाद में 22 पाकिस्तानी नागरिकों ने 580 लोगों का कुनबा बसा लिया। इनमें वो 3 पाक नागरिक भी हैं, जो दशकों पहले अपनी पाकिस्तानी मां की गोद में आए थे। मां के साथ यहीं बस गए। इन सभी ने यहीं शादियां रचाईं और अब दादा-नाना बन चुके हैं। मुरादाबाद में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही एक पाक महिला का बेटा तो यूपी के खुफिया विभाग में अधिकारी भी है। इन दिनों वेस्ट यूपी के एक जिले में उनकी पोस्टिंग है। सरकारी विभागों में ऐसे कई लोग तैनात हैं, जिनकी माओंं की नागरिकता पाकिस्तानी है। दैनिक भास्कर ने ऐसी महिलाओं से बात की और सच्चाई जानी, पढ़िए रिपोर्ट… पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अधिकारी
मुरादाबाद में रहने वाली पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अधिकारी है। इन दिनों उनकी पोस्टिंग मेरठ रेंज के एक जिले में है। अधिकारी की पत्नी और एक बेटा है। हालांकि, उनका जन्म भारत में हुआ, इसलिए उसके पास भारतीय नागरिकता है। क्योंकि अधिकारी की मां की शादी पाकिस्तान में हुई, फिर शौहर ने तलाक दे दिया। अब तलाक के बाद महिला भारत लौटी, लेकिन पाकिस्तानी नागरिक बनकर। फिर महिला का दूसरा निकाह हुआ और दूसरे पति से उनका बेटा है। मुसर्रत जहां को कराची में शौहर ने दिया तलाक
मुरादाबाद के जिगर कॉलोनी में पिछले करीब 45 साल से रह रही पाकिस्तानी नागरिक मुसर्रत जहां उर्फ मुमताज की कहानी जरा दिलचस्प है। मुसर्रत जन्म से पाकिस्तानी नहीं हैं। उनका जन्म रामपुर में मोहल्ला टाट शाह मियां की जियारत के पास हुआ था। इनके पिता का नाम मोहम्मद रसूल था। 1981 में मुसर्रत का निकाह पाकिस्तान के कराची में फिरदौस कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद जमीर के साथ हुआ। शादी के कुछ दिन बाद ही मुसर्रत को पाकिस्तान की नागरिकता मिल गई। उनका पाकिस्तानी पासपोर्ट भी बन चुका था। लेकिन, सालभर बाद ही 1982 में मुसर्रत का अपने शौहर मोहम्मद जमीर से तलाक हो गया। शौहर से तलाक के बाद मुसर्रत जहां उर्फ मुमताज 1982 में अपने पिता के घर रामपुर लौट आईं। लेकिन, पाकिस्तानी नागरिकता की वजह से वो एक पाक नागरिक के रूप में इंडिया वापस आईं। तभी से मुसर्रत जहां पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हैं। 1985 में मुसर्रत जहां के पिता ने उनका दूसरा निकाह रामपुर निवासी मोहम्मद तमसील के साथ करा दिया, जिनसे दोनों को एक बेटा और 2 बेटियां हैं। मुसर्रत की बेटी समीना परवीन के शौहर मोहम्मद फहीम पेशे से डॉक्टर हैं। वहीं, छोटी बेटी सायमा रामपुर में अपने शौहर ताहिर खान के साथ रहती है। 1980 में शादी करके मुरादाबाद आईं, अब दादी-नानी बन चुकीं
ताहिरा सिद्दीकी उर्फ सायरा पाकिस्तानी नागरिक हैं। वह करीब 45 सालों से मुरादाबाद के किसरौल ख्वाजा नगरी मोहल्ले में रह रही हैं। सायरा मूल रूप से पाकिस्तान में सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर में सदर कैंट एरिया की रहने वाली हैं। सायरा बताती हैं- बंटवारे के वक्त हमारे दादा की कुछ फैमिली इंडिया में रह गई, जबकि कुछ पाकिस्तान चली गई थी। मुरादाबाद में मेरे ताऊ का घर है। मैं यहां आती रहती थी। इस बीच 1980 में मेरे ताऊ के बेटे मोहम्मद हसीन सिद्दीकी के साथ मेरा निकाह तय कर दिया गया। मैं निकाह करके इंडिया चली आई। तब से यहीं रह रही हूं। नागरिकता के लिए कई बार आवेदन किया। मगर दोनों मुल्कों के बीच हालात की वजह से मुझे भारतीय नागरिकता नहीं मिल सकी। तभी मैं 45 साल से यहां लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हूं। बेटे-बेटियों का निकाह हुआ, उनके भी बच्चे, बोलीं- अब तो मैं हिंदुस्तानी
सायरा के एक बेटा और तीन बेटियां हैं। पति मोहम्मद हसीन गैस वेल्डिंग का काम करते थे, जिनकी 2 साल पहले मौत हो चुकी है। सायरा बताती हैं- मेरे बेटे जमाल सिद्दीकी और तीनों बेटियों का निकाह हाे चुका है। एक पोता, एक पोती भी है। तीनों बेटियों के भी बच्चे हैं। अब तो मैं दादी-नानी बन चुकी हूं। बेशक लॉन्ग टर्म वीजा पर हूं, लेकिन मेरा घर परिवार और वतन तो अब यही है। मायके में तो अब मां और वालिद रहे नहीं। 6 भाई थे, उन सभी का इंतकाल भी हो गया। अब तो कभी-कभार शादी में ही बतौर रिश्तेदार जाना होता है। पहलगाम में जो हुआ वो शर्मसार करने वाला
सायरा कहती हैं- पहलगाम में जो घटना हुई, वो शर्मसार करने वाली है। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, वही इसका दर्द जान सकते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए था। ऐसे दरिंदों को सजा मिलनी ही चाहिए। मेरे लिए तो हिंदुस्तान ही मेरा मुल्क है। मैं इसी से मोहब्बत करती हूं और यहीं मरूंगी। ———————- ये खबर भी पढ़िए- हरियाणा में पाकिस्तानी जासूस पकड़ा: पाक आतंकी इकबाल को खुफिया जानकारी देता था; यूपी से आकर पानीपत में रह रहा था हरियाणा के पानीपत से पुलिस ने पाकिस्तानी जासूस पकड़ा है। वह पाकिस्तानी आतंकी इकबाल के टच में था। उसे वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया ऐप के जरिए भारत की खुफिया जानकारी भेज रहा था। पुलिस ने उसके नंबर से हो रही संदिग्ध गतिविधि को ट्रेस करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में पता चला कि पकड़ा गया जासूस नौमान इलाही मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली में कैराना का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर…. मुरादाबाद में 22 पाकिस्तानी नागरिकों ने 580 लोगों का कुनबा बसा लिया। इनमें वो 3 पाक नागरिक भी हैं, जो दशकों पहले अपनी पाकिस्तानी मां की गोद में आए थे। मां के साथ यहीं बस गए। इन सभी ने यहीं शादियां रचाईं और अब दादा-नाना बन चुके हैं। मुरादाबाद में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही एक पाक महिला का बेटा तो यूपी के खुफिया विभाग में अधिकारी भी है। इन दिनों वेस्ट यूपी के एक जिले में उनकी पोस्टिंग है। सरकारी विभागों में ऐसे कई लोग तैनात हैं, जिनकी माओंं की नागरिकता पाकिस्तानी है। दैनिक भास्कर ने ऐसी महिलाओं से बात की और सच्चाई जानी, पढ़िए रिपोर्ट… पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अधिकारी
मुरादाबाद में रहने वाली पाकिस्तानी महिला का बेटा खुफिया विभाग में अधिकारी है। इन दिनों उनकी पोस्टिंग मेरठ रेंज के एक जिले में है। अधिकारी की पत्नी और एक बेटा है। हालांकि, उनका जन्म भारत में हुआ, इसलिए उसके पास भारतीय नागरिकता है। क्योंकि अधिकारी की मां की शादी पाकिस्तान में हुई, फिर शौहर ने तलाक दे दिया। अब तलाक के बाद महिला भारत लौटी, लेकिन पाकिस्तानी नागरिक बनकर। फिर महिला का दूसरा निकाह हुआ और दूसरे पति से उनका बेटा है। मुसर्रत जहां को कराची में शौहर ने दिया तलाक
मुरादाबाद के जिगर कॉलोनी में पिछले करीब 45 साल से रह रही पाकिस्तानी नागरिक मुसर्रत जहां उर्फ मुमताज की कहानी जरा दिलचस्प है। मुसर्रत जन्म से पाकिस्तानी नहीं हैं। उनका जन्म रामपुर में मोहल्ला टाट शाह मियां की जियारत के पास हुआ था। इनके पिता का नाम मोहम्मद रसूल था। 1981 में मुसर्रत का निकाह पाकिस्तान के कराची में फिरदौस कॉलोनी में रहने वाले मोहम्मद जमीर के साथ हुआ। शादी के कुछ दिन बाद ही मुसर्रत को पाकिस्तान की नागरिकता मिल गई। उनका पाकिस्तानी पासपोर्ट भी बन चुका था। लेकिन, सालभर बाद ही 1982 में मुसर्रत का अपने शौहर मोहम्मद जमीर से तलाक हो गया। शौहर से तलाक के बाद मुसर्रत जहां उर्फ मुमताज 1982 में अपने पिता के घर रामपुर लौट आईं। लेकिन, पाकिस्तानी नागरिकता की वजह से वो एक पाक नागरिक के रूप में इंडिया वापस आईं। तभी से मुसर्रत जहां पाकिस्तानी नागरिक के तौर पर भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हैं। 1985 में मुसर्रत जहां के पिता ने उनका दूसरा निकाह रामपुर निवासी मोहम्मद तमसील के साथ करा दिया, जिनसे दोनों को एक बेटा और 2 बेटियां हैं। मुसर्रत की बेटी समीना परवीन के शौहर मोहम्मद फहीम पेशे से डॉक्टर हैं। वहीं, छोटी बेटी सायमा रामपुर में अपने शौहर ताहिर खान के साथ रहती है। 1980 में शादी करके मुरादाबाद आईं, अब दादी-नानी बन चुकीं
ताहिरा सिद्दीकी उर्फ सायरा पाकिस्तानी नागरिक हैं। वह करीब 45 सालों से मुरादाबाद के किसरौल ख्वाजा नगरी मोहल्ले में रह रही हैं। सायरा मूल रूप से पाकिस्तान में सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर में सदर कैंट एरिया की रहने वाली हैं। सायरा बताती हैं- बंटवारे के वक्त हमारे दादा की कुछ फैमिली इंडिया में रह गई, जबकि कुछ पाकिस्तान चली गई थी। मुरादाबाद में मेरे ताऊ का घर है। मैं यहां आती रहती थी। इस बीच 1980 में मेरे ताऊ के बेटे मोहम्मद हसीन सिद्दीकी के साथ मेरा निकाह तय कर दिया गया। मैं निकाह करके इंडिया चली आई। तब से यहीं रह रही हूं। नागरिकता के लिए कई बार आवेदन किया। मगर दोनों मुल्कों के बीच हालात की वजह से मुझे भारतीय नागरिकता नहीं मिल सकी। तभी मैं 45 साल से यहां लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हूं। बेटे-बेटियों का निकाह हुआ, उनके भी बच्चे, बोलीं- अब तो मैं हिंदुस्तानी
सायरा के एक बेटा और तीन बेटियां हैं। पति मोहम्मद हसीन गैस वेल्डिंग का काम करते थे, जिनकी 2 साल पहले मौत हो चुकी है। सायरा बताती हैं- मेरे बेटे जमाल सिद्दीकी और तीनों बेटियों का निकाह हाे चुका है। एक पोता, एक पोती भी है। तीनों बेटियों के भी बच्चे हैं। अब तो मैं दादी-नानी बन चुकी हूं। बेशक लॉन्ग टर्म वीजा पर हूं, लेकिन मेरा घर परिवार और वतन तो अब यही है। मायके में तो अब मां और वालिद रहे नहीं। 6 भाई थे, उन सभी का इंतकाल भी हो गया। अब तो कभी-कभार शादी में ही बतौर रिश्तेदार जाना होता है। पहलगाम में जो हुआ वो शर्मसार करने वाला
सायरा कहती हैं- पहलगाम में जो घटना हुई, वो शर्मसार करने वाली है। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, वही इसका दर्द जान सकते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए था। ऐसे दरिंदों को सजा मिलनी ही चाहिए। मेरे लिए तो हिंदुस्तान ही मेरा मुल्क है। मैं इसी से मोहब्बत करती हूं और यहीं मरूंगी। ———————- ये खबर भी पढ़िए- हरियाणा में पाकिस्तानी जासूस पकड़ा: पाक आतंकी इकबाल को खुफिया जानकारी देता था; यूपी से आकर पानीपत में रह रहा था हरियाणा के पानीपत से पुलिस ने पाकिस्तानी जासूस पकड़ा है। वह पाकिस्तानी आतंकी इकबाल के टच में था। उसे वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया ऐप के जरिए भारत की खुफिया जानकारी भेज रहा था। पुलिस ने उसके नंबर से हो रही संदिग्ध गतिविधि को ट्रेस करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। शुरुआती जांच में पता चला कि पकड़ा गया जासूस नौमान इलाही मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली में कैराना का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर….   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर