पाकिस्तान नहीं लौटाया जाएगा नंदलाल का परिवार:11 में से 8 लोगों को मिल चुकी है भारतीय नागरिकता, पत्नी, बेटा-बेटी का आवेदन पेडिंग

पाकिस्तान नहीं लौटाया जाएगा नंदलाल का परिवार:11 में से 8 लोगों को मिल चुकी है भारतीय नागरिकता, पत्नी, बेटा-बेटी का आवेदन पेडिंग

पाकिस्तान से आए लोगों को भारत छोड़ने के निर्देश जारी होने के बाद हरियाणा सरकार ने भी इस पर कड़ा एक्शन लिया है। उन सभी लोगों को सख्त हिदायत के साथ वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है, जोकि यहां आकर बस गए। इसी बीच पाकिस्तान से आकर पानीपत शहर के चढ़ाऊ मोहल्ला में रहने वाले नंदलाल अरोड़ा के हिंदू परिवार की मुश्किलें कुछ बढ़ गई। जिस पर भी प्रशासन ने सभी तथ्यों के आधार पर फैसला ले लिया है। नंदलाल के परिवार में उसकी पत्नी सुमित्रा, बेटा राहुल और बेटी वर्षा को भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। जिसके लिए उन्होंने काफी समय पहले से ही अप्लाई किया हुआ है। अब प्रशासन ने आस-पड़ोस में जांच-पड़ताल कर उनकी जानकारी जुटाई तो परिवार का करेक्टर सही मिला। हर तरह की जांच के बाद प्रशासन ने परिवार को पाकिस्तान न भेजे जाने का फैसला लिया है। इस बारे में एसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से चल रहे मौजूदा हालातों को देखते हुए इस परिवार पर प्रशासन अपने तौर पर नजर रखेगा। परिवार ने आवेदन किया हुआ है, पहले सदस्यों को नागरिकता मिल चुकी है। ऐसे में अभी उन्हें वापस भेजे जाने की संभावनाएं न के बराबर है। 1996 में आए थे भारत सोमवार को भी नंदलाल डीसी कार्यालय पहुंचे, लेकिन डीसी नहीं मिल पाए। बता दें कि पाकिस्तान में प्रताड़ना से तंग आकर नंदलाल अरोड़ा के माता पिता, तीन भाई व दो बहनें साल 1996 में भारत आ गए थे। 2001 में नंदलाल भी पत्नी व दो माह के बेटे के साथ भारत आ गए थे। उनके परिवार में 11 में से नंदलाल समेत 8 लोगों को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है, लेकिन उनकी पत्नी, बेटे व बेटी को अभी भी नागरिकता का इंतजार है। अब पहलगाम हमले के बाद पत्नी व बच्चों की भारतीय नागरिकता न होने पर नंदलाल के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। कहीं पत्नी व बच्चों को वापस पाकिस्तान न जाना पड़े। सोमवार को उसे डीसी कार्यालय में भी बुलाया गया था, लेकिन वहां अधिकारी नहीं मिले। इंतजार के बाद उन्हें वापस आना पड़ा। पाकिस्तान से आए लोगों को भारत छोड़ने के निर्देश जारी होने के बाद हरियाणा सरकार ने भी इस पर कड़ा एक्शन लिया है। उन सभी लोगों को सख्त हिदायत के साथ वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है, जोकि यहां आकर बस गए। इसी बीच पाकिस्तान से आकर पानीपत शहर के चढ़ाऊ मोहल्ला में रहने वाले नंदलाल अरोड़ा के हिंदू परिवार की मुश्किलें कुछ बढ़ गई। जिस पर भी प्रशासन ने सभी तथ्यों के आधार पर फैसला ले लिया है। नंदलाल के परिवार में उसकी पत्नी सुमित्रा, बेटा राहुल और बेटी वर्षा को भारतीय नागरिकता नहीं मिली है। जिसके लिए उन्होंने काफी समय पहले से ही अप्लाई किया हुआ है। अब प्रशासन ने आस-पड़ोस में जांच-पड़ताल कर उनकी जानकारी जुटाई तो परिवार का करेक्टर सही मिला। हर तरह की जांच के बाद प्रशासन ने परिवार को पाकिस्तान न भेजे जाने का फैसला लिया है। इस बारे में एसपी लोकेंद्र सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से चल रहे मौजूदा हालातों को देखते हुए इस परिवार पर प्रशासन अपने तौर पर नजर रखेगा। परिवार ने आवेदन किया हुआ है, पहले सदस्यों को नागरिकता मिल चुकी है। ऐसे में अभी उन्हें वापस भेजे जाने की संभावनाएं न के बराबर है। 1996 में आए थे भारत सोमवार को भी नंदलाल डीसी कार्यालय पहुंचे, लेकिन डीसी नहीं मिल पाए। बता दें कि पाकिस्तान में प्रताड़ना से तंग आकर नंदलाल अरोड़ा के माता पिता, तीन भाई व दो बहनें साल 1996 में भारत आ गए थे। 2001 में नंदलाल भी पत्नी व दो माह के बेटे के साथ भारत आ गए थे। उनके परिवार में 11 में से नंदलाल समेत 8 लोगों को भारतीय नागरिकता मिल चुकी है, लेकिन उनकी पत्नी, बेटे व बेटी को अभी भी नागरिकता का इंतजार है। अब पहलगाम हमले के बाद पत्नी व बच्चों की भारतीय नागरिकता न होने पर नंदलाल के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। कहीं पत्नी व बच्चों को वापस पाकिस्तान न जाना पड़े। सोमवार को उसे डीसी कार्यालय में भी बुलाया गया था, लेकिन वहां अधिकारी नहीं मिले। इंतजार के बाद उन्हें वापस आना पड़ा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर