पादरी बजिंदर पर यौन-उत्पीड़न FIR मामले में SIT गठित:पंजाब महिला आयोग ने पुलिस से मांगा जवाब; कोर्ट ने जारी किया था गैर-जमानती वारंट

पादरी बजिंदर पर यौन-उत्पीड़न FIR मामले में SIT गठित:पंजाब महिला आयोग ने पुलिस से मांगा जवाब; कोर्ट ने जारी किया था गैर-जमानती वारंट

पंजाब के कपूरथला में तारपुर चर्च के पादरी बजिंदर सिंह (42) पर महिला से यौन उत्पीड़न के मामले में दर्ज की गई एफआईआर के बाद कपूरथला पुलिस ने मामले में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी है। उसकी पुष्टि कपूरथला पुलिस के SP डी सरबजीत सिंह राय ने की है। एसआईटी में एसपी फगवाड़ा रूपिंदर कौर भट्टी, डीएसपी दीपकरण सिंह और सिटी थाना एसएचओ विक्रमजीत सिंह को शामिल किया गया है। साथ ही पंजाब महिला आयोग लाली गिल ने भी मामले में संज्ञान लिया है और पुलिस से मामले में जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट तलब की है। शिकायतकर्ता महिला ने थाना सिटी में दर्ज कराई थी। एफआईआर में दावा किया गया था कि जालंधर के गांव ताजपुर में ‘द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम’ के प्रॉफिट बजिंदर सिंह ने जालंधर में उनके साथ गलत हरकतें कीं। महिला ने आरोप लगाया था कि उसके माता-पिता अक्टूबर 2017 से चर्च जाने लगे थे। इसी दौरान बजिंदर सिंह ने उसका फोन नंबर लेकर अनुचित संदेश भेजने शुरू कर दिए थे।महिला ने आरोप लगाया कि 2022 में बजिंदर सिंह ने उसे चर्च में अकेले कैबिन में बैठाना शुरू कर दिया। वहां वह उसके साथ अनुचित व्यवहार करता था। मोहाली में गैर जमानती वारंट हुआ था जारी मोहाली जिला न्यायाधीश (एएसजे) हरसिमरनजीत सिंह ने सोमवार को जालंधर के पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि वह अदालत में पेश नहीं हुए। विशेष अदालत के न्यायाधीश छुट्टी पर थे, इसलिए ड्यूटी जज एएसजे हरसिमरनजीत सिंह ने मामले की सुनवाई की। उन्होंने सुबह करीब 11 बजे आरोपी को बुलाया था। पादरी के वकील ने अदालत में उपस्थित होने में कुछ व्यक्तिगत कठिनाई का हवाला देते हुए छूट आवेदन पेश किया था। शिकायतकर्ता लड़की की ओर से पेश हुए वकील मोहित वर्मा ने आवेदन का विरोध किया। दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने छूट आवेदन को खारिज कर दिया था। बता दें कि उक्त मामले बीते दिन ईसाई समाज ने हाईवे बंद कर दिया था। कपूरथला में शनिवार को दर्ज हुआ था पादरी के खिलाफ केस शनिवार को कपूरथला पुलिस ने पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था। एक महिला ने पादरी पर आरोप लगाया था कि बजिंदर सिंह जालंधर के गांव ताजपुर में द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम के नाम से मसीही सत्संग चलाता है। उसके माता-पिता अक्टूबर 2017 से इस चर्च में जाने लगे थे। पादरी ने वहां उसका फोन नंबर ले लिया। इसके बाद वह फोन पर अनुचित बातें करने और मैसेज भेजने लगा। महिला ने आगे बताया कि 2022 में पादरी उसे हर रविवार को चर्च के केबिन में अकेले बैठाने लगा। वहां वह उसे गलत तरीके से छूता था। पीड़िता पादरी से डरती थी। थाना सिटी पुलिस ने शिकायत पर पादरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 ए (यौन उत्पीड़न), 354 डी (पीछा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया था। आरोपों को बजिंदर सिंह ने बताया था बेबुनियाद खुद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद बजिंदर सिंह मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि महिला ने जो भी आरोप लगाए हैं, वे सब बेबुनियाद हैं। यदि आरोप लगाए हैं तो कोई सबूत तो हो। उन्होंने आगे कहा कि महिला को दौरे पड़ते थे। दुष्ट आत्माओं की दिक्कत थी। वह हमारे यहां इलाज के लिए आई थी। वह तो हमारी बेटी जैसी है और यहां भी वह बेटी की तरह ही रहती थी। इसके आगे कहा- मैं जिस जगह पर पला बढ़ा, विजय उसी जगह का रहने वाला है। मुझे देखकर विजय जलता है। इसी के चलते मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैं लोगों को परमेश्वर से जोड़ने का काम करता हूं। मेरे खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया, वो बेबुनियाद है। अब जानिए कौन हैं पादरी बजिंदर सिंह… मरे हुए को जिंदा करने का दावा पादरी बजिंदर सिंह बॉलीवुड की नामचीन हस्तियों के साथ प्रचार करता रहा है। इसके कार्यक्रमों में कई बॉलीवुड स्टार आते हैं। उसके कई ऐसे वीडियो इंटरनेट पर मौजूद हैं, जहां वो चमत्कारी दावे करता है। वह दावा करता है कि वह मरे हुए बच्चे तक को जिंदा कर सकता है और कैंसर जैसी भयंकर बीमारी का भी इलाज कर सकता है। बजिंदर सिंह की लोकप्रियता के साथ धर्मांतरण के आरोपों से भी उसका नाम जुड़ा है। राजस्थान के भरतपुर स्थित एक होटल में रविवार 11 फरवरी, 2024 को ईसाई मिशनरी धर्मांतरण का कार्यक्रम चला रहे थे। इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ से पादरी बजिंदर सिंह लाइव जुड़ा हुआ था, जो लोगों का धर्मांतरण करवा रहा था। साल 2018 में रेप केस में हुई थी गिरफ्तारी पादरी बजिंदर सिंह पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। साल 2018 में उस रेप का केस लगा था। जीरकपुर की महिला ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। महिला का आरोप था कि उसने यौन उत्पीड़न करके वीडियो बनाया और धमकाने लगा। बजिंदर सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ था। इंग्लैंड जाते वक्त उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में वह जेल भी गया था। हालांकि, बाद में आरोप लगाने वाली लड़की बयान से पलट गई थी। पंजाब के कपूरथला में तारपुर चर्च के पादरी बजिंदर सिंह (42) पर महिला से यौन उत्पीड़न के मामले में दर्ज की गई एफआईआर के बाद कपूरथला पुलिस ने मामले में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी है। उसकी पुष्टि कपूरथला पुलिस के SP डी सरबजीत सिंह राय ने की है। एसआईटी में एसपी फगवाड़ा रूपिंदर कौर भट्टी, डीएसपी दीपकरण सिंह और सिटी थाना एसएचओ विक्रमजीत सिंह को शामिल किया गया है। साथ ही पंजाब महिला आयोग लाली गिल ने भी मामले में संज्ञान लिया है और पुलिस से मामले में जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट तलब की है। शिकायतकर्ता महिला ने थाना सिटी में दर्ज कराई थी। एफआईआर में दावा किया गया था कि जालंधर के गांव ताजपुर में ‘द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम’ के प्रॉफिट बजिंदर सिंह ने जालंधर में उनके साथ गलत हरकतें कीं। महिला ने आरोप लगाया था कि उसके माता-पिता अक्टूबर 2017 से चर्च जाने लगे थे। इसी दौरान बजिंदर सिंह ने उसका फोन नंबर लेकर अनुचित संदेश भेजने शुरू कर दिए थे।महिला ने आरोप लगाया कि 2022 में बजिंदर सिंह ने उसे चर्च में अकेले कैबिन में बैठाना शुरू कर दिया। वहां वह उसके साथ अनुचित व्यवहार करता था। मोहाली में गैर जमानती वारंट हुआ था जारी मोहाली जिला न्यायाधीश (एएसजे) हरसिमरनजीत सिंह ने सोमवार को जालंधर के पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि वह अदालत में पेश नहीं हुए। विशेष अदालत के न्यायाधीश छुट्टी पर थे, इसलिए ड्यूटी जज एएसजे हरसिमरनजीत सिंह ने मामले की सुनवाई की। उन्होंने सुबह करीब 11 बजे आरोपी को बुलाया था। पादरी के वकील ने अदालत में उपस्थित होने में कुछ व्यक्तिगत कठिनाई का हवाला देते हुए छूट आवेदन पेश किया था। शिकायतकर्ता लड़की की ओर से पेश हुए वकील मोहित वर्मा ने आवेदन का विरोध किया। दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने छूट आवेदन को खारिज कर दिया था। बता दें कि उक्त मामले बीते दिन ईसाई समाज ने हाईवे बंद कर दिया था। कपूरथला में शनिवार को दर्ज हुआ था पादरी के खिलाफ केस शनिवार को कपूरथला पुलिस ने पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था। एक महिला ने पादरी पर आरोप लगाया था कि बजिंदर सिंह जालंधर के गांव ताजपुर में द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम के नाम से मसीही सत्संग चलाता है। उसके माता-पिता अक्टूबर 2017 से इस चर्च में जाने लगे थे। पादरी ने वहां उसका फोन नंबर ले लिया। इसके बाद वह फोन पर अनुचित बातें करने और मैसेज भेजने लगा। महिला ने आगे बताया कि 2022 में पादरी उसे हर रविवार को चर्च के केबिन में अकेले बैठाने लगा। वहां वह उसे गलत तरीके से छूता था। पीड़िता पादरी से डरती थी। थाना सिटी पुलिस ने शिकायत पर पादरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 ए (यौन उत्पीड़न), 354 डी (पीछा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत केस दर्ज किया था। आरोपों को बजिंदर सिंह ने बताया था बेबुनियाद खुद पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद बजिंदर सिंह मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि महिला ने जो भी आरोप लगाए हैं, वे सब बेबुनियाद हैं। यदि आरोप लगाए हैं तो कोई सबूत तो हो। उन्होंने आगे कहा कि महिला को दौरे पड़ते थे। दुष्ट आत्माओं की दिक्कत थी। वह हमारे यहां इलाज के लिए आई थी। वह तो हमारी बेटी जैसी है और यहां भी वह बेटी की तरह ही रहती थी। इसके आगे कहा- मैं जिस जगह पर पला बढ़ा, विजय उसी जगह का रहने वाला है। मुझे देखकर विजय जलता है। इसी के चलते मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मैं लोगों को परमेश्वर से जोड़ने का काम करता हूं। मेरे खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया, वो बेबुनियाद है। अब जानिए कौन हैं पादरी बजिंदर सिंह… मरे हुए को जिंदा करने का दावा पादरी बजिंदर सिंह बॉलीवुड की नामचीन हस्तियों के साथ प्रचार करता रहा है। इसके कार्यक्रमों में कई बॉलीवुड स्टार आते हैं। उसके कई ऐसे वीडियो इंटरनेट पर मौजूद हैं, जहां वो चमत्कारी दावे करता है। वह दावा करता है कि वह मरे हुए बच्चे तक को जिंदा कर सकता है और कैंसर जैसी भयंकर बीमारी का भी इलाज कर सकता है। बजिंदर सिंह की लोकप्रियता के साथ धर्मांतरण के आरोपों से भी उसका नाम जुड़ा है। राजस्थान के भरतपुर स्थित एक होटल में रविवार 11 फरवरी, 2024 को ईसाई मिशनरी धर्मांतरण का कार्यक्रम चला रहे थे। इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ से पादरी बजिंदर सिंह लाइव जुड़ा हुआ था, जो लोगों का धर्मांतरण करवा रहा था। साल 2018 में रेप केस में हुई थी गिरफ्तारी पादरी बजिंदर सिंह पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। साल 2018 में उस रेप का केस लगा था। जीरकपुर की महिला ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। महिला का आरोप था कि उसने यौन उत्पीड़न करके वीडियो बनाया और धमकाने लगा। बजिंदर सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ था। इंग्लैंड जाते वक्त उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में वह जेल भी गया था। हालांकि, बाद में आरोप लगाने वाली लड़की बयान से पलट गई थी।   पंजाब | दैनिक भास्कर