हरियाणा के पानीपत शहर के सेक्टर 25 पार्ट 2 में खाद्य आपूर्ति विभाग में तैनात इंस्पेक्टर की मां का मोबाइल फोन उनके घर के बाहर छीन लिया गया। बुजुर्ग महिला अपने इंस्पेक्टर बेटे के साथ बाहर टहल रही थी। वारदात इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर भी साथ घूम रहे थे, लेकिन कुछ आगे चल रही थी माता चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में नितेश शर्मा ने बताया कि वह सेक्टर 25 पार्ट 2 का रहने वाला है। वह फूड सप्लाई विभाग में इंस्पेक्टर पद पर तैनात है। वह 3 अगस्त की रात को वह और उसकी माता शीला देवी घर के बाहर घूम रहे थे। उनकी मां अपने मोबाइल फोन पर बात कर रही थी। जोकि फोन पर बात करती हुई उससे कुछ दूरी पर आगे गली में चली गई थी। इसी दौरान एक नौजवान युवक वहां तेज कदमों से आया। जिसने पीछे से उनकी मां के हाथ से मोबाइल फोन पर झपटा मारा। इसके बाद उनका मोबाइल फोन छीन कर फरार हो गया। जिसे पकड़ने के लिए माता पीछे दौड़ी तो वह नीचे गिर गई। वह भी उसके पीछे भागा, लेकिन अंधेरा होने की वजह उसका कुछ पता नहीं लगा। हरियाणा के पानीपत शहर के सेक्टर 25 पार्ट 2 में खाद्य आपूर्ति विभाग में तैनात इंस्पेक्टर की मां का मोबाइल फोन उनके घर के बाहर छीन लिया गया। बुजुर्ग महिला अपने इंस्पेक्टर बेटे के साथ बाहर टहल रही थी। वारदात इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर भी साथ घूम रहे थे, लेकिन कुछ आगे चल रही थी माता चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में नितेश शर्मा ने बताया कि वह सेक्टर 25 पार्ट 2 का रहने वाला है। वह फूड सप्लाई विभाग में इंस्पेक्टर पद पर तैनात है। वह 3 अगस्त की रात को वह और उसकी माता शीला देवी घर के बाहर घूम रहे थे। उनकी मां अपने मोबाइल फोन पर बात कर रही थी। जोकि फोन पर बात करती हुई उससे कुछ दूरी पर आगे गली में चली गई थी। इसी दौरान एक नौजवान युवक वहां तेज कदमों से आया। जिसने पीछे से उनकी मां के हाथ से मोबाइल फोन पर झपटा मारा। इसके बाद उनका मोबाइल फोन छीन कर फरार हो गया। जिसे पकड़ने के लिए माता पीछे दौड़ी तो वह नीचे गिर गई। वह भी उसके पीछे भागा, लेकिन अंधेरा होने की वजह उसका कुछ पता नहीं लगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 1.20 लाख कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी पर संकट:ऑर्डिनेंस बनने से पहले आचार संहिता लागू; 2 वजहें जिससे अफसर भी ऑर्डर जारी नहीं कर पाएंगे
हरियाणा के 1.20 लाख कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी पर संकट:ऑर्डिनेंस बनने से पहले आचार संहिता लागू; 2 वजहें जिससे अफसर भी ऑर्डर जारी नहीं कर पाएंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही प्रदेश के 1.20 लाख कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर संकट मंडराने लगा है। सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों और संस्थाओं में 5 साल से अधिक समय से कार्यरत 1.20 लाख अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा देने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दे दी गई। इसकी अधिसूचना 14 अगस्त को जारी कर दी गई। अगले दिन 15 अगस्त की छुट्टी थी और 16 अगस्त की शाम को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इस वजह से अब 1.20 लाख कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी मिलने में पेंच फंस गया है। इन 2 करणों से फंसा पेंच जॉब सिक्योरिटी फंसने के 2 कारण बताए जा रहे हैं। पहला कारण है कि अध्यादेश को कैसे लागू किया जाना था, उसको लेकर निर्देश जारी होने थे। ये अभी जारी नहीं हुए और अब अगर जारी करने होंगे तो पहले भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से अनुमति लेनी होगी। इतनी जल्दी यह अनुमति मिलना मुश्किल होता है। दूसरा कारण यह है, कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद सामान्य तौर पर संबंधित अफसर इस तरह के आदेश जारी करने से बचते हैं। उन्हें पता होता है कि इस तरह के मामलों में कंट्रोवर्सी तैयार हो जाती है। एक्सटेंशन लेक्सर्च की भी जॉब सिक्योरिटी लटकी आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण सरकारी कॉलेजों में कार्यरत एक्सटेंशन लेक्चरर्स को जॉब सिक्योरिटी देने का जो अध्यादेश 17 अगस्त को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में लाया जाना था , अब वह भी नहीं लाया जा सकेगा । इसलिए उनके लिए कोई एक्ट नहीं बन पाएगा। चूंकि एक्सटेंशन लेक्चरर्स के लिए एक्ट नहीं बन पाएगा तो यूनिवर्सिटीज में कार्यरत सहायक प्रोफेसरों को भी कोई भी जॉब सिक्योरिटी नहीं मिल पाएगी। हड़ताल पर चल रहे NHM के कर्मचारियों को भी अब कोई राहत सरकार नहीं दे पाएगी। हुड्डा ने 2014 में बनाई थी रेगुलराइजेशन पॉलिसी साल 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार ने जून, 2014 में रेगुलराइजेशन पॉलिसीज जारी कर दी थी, ताकि समय रहते संबंधित अफसर संबंधित पात्र कर्मचारियों को रेगुलर करने का आदेश पारित कर दें। इसके बावजूद कुछ विभागों के अधिकारियों ने आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की तिथि तक भी आदेश जारी नहीं किए थे। जिस कारण काफी संख्या में अस्थावी कर्मचारी रेगुलर होने से रह गए थे। आज तक वे अस्थायी ही चल रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई बोले-मैं हरियाणा CM की रेस में हूं:कहा-विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा, मेरा कद बड़ा, फाइल लेकर अधिकारी के दफ्तर नहीं जा सकता
कुलदीप बिश्नोई बोले-मैं हरियाणा CM की रेस में हूं:कहा-विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा, मेरा कद बड़ा, फाइल लेकर अधिकारी के दफ्तर नहीं जा सकता हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि मैं विधायक इसलिए नहीं बनना चाहता क्योंकि मेरा कद अब बड़ा है। मैं किसी अधिकारी के दफ्तर में फाइल लेकर नहीं जा सकता। यह मेरा घमंड नहीं बल्कि मेरा स्वाभिमान है। कुलदीप ने कहा कि मैंने इसीलिए आदमपुर को भव्य बिश्नोई को सौंपा है और उसने मेरी उम्मीद के मुताबिक काम किया है। कुलदीप ने कहा कि भव्य ने अब तक आदमपुर में डेढ़ साल में ही 800 करोड़ के काम कराए हैं। कुलदीप ने कहा कि भव्य को कहीं काम करवाने में दिक्कत होती है तो मुझे फोन कर लेता है। आदमपुर में एक नहीं बल्कि दो विधायक हैं। कुलदीप ने कहा है कि वह भाजपा में आने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। कुलदीप ने कहा कि मैं हमेशा मुख्यमंत्री पद का दावेदार रहूंगा। पता नहीं किस्मत कब पलटी मार जाए। कुलदीप बिश्नोई का दावा इसलिए भी अहम है क्योंकि भाजपा ने सीएम नायब सैनी की अगुआई में ये विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। कुलदीप बिश्नोई ने हिसार दौरे के दौरान एक सोशल मीडिया चैनल से बातचीत में अपने दिल की बातें खुलकर सामने रखीं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा मैं अकेला ऐसा नेता हूं, जो पूरे हरियाणा के गांव में 2 बार गया हूं। हर गांव में हमारा वर्कर और वोटर है। मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि अगर पार्टी मजबूत जनाधार वाले नेता को मजबूत करती है तो पार्टी खुद भी मजबूत होती है। अगर विराट कोहली सेंचुरी मारता है तो 100 रन पूरी टीम इंडिया के भी जोड़ते हैं। अकेले विराट के 100 रन नहीं गिने जाते। भाजपा के कुछ सलाहकार गलत
कुलदीप बिश्नोई को हिसार से टिकट नहीं दिए जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा के सलाहकार कुछ जगहों पर गलती कर देते हैं। भाजपा ने आउट साइडर को हिसार से टिकट दे दिया, जिनका कोई जनाधार हिसार में नहीं है। मैं उनकी इज्जत करता हूं। उनसे बहुत मेरे पारिवारिक रिश्ते हैं। मगर लोगों ने उनको वोट नहीं दिया। लोगों ने कहा कि हमारे नेता की टिकट कट गई। हमारे पारिवारिक सदस्य की टिकट कट गई। हिसार ही नहीं बल्कि हरियाणा में पार्टी को नुकसान हुआ। अब मैं उसे ठीक और भरपाई करने का प्रयास कर रहा हूं। कुलदीप बोले-लोकसभा में गलत टिकट बांटे
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में गलत टिकट बांटे। मैंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को इस बारे में अवगत करवाया था। वह मेरे दिल्ली घर में आए थे तब मैंने उनको यह बात बताई थी। वह दिल्ली में मुझे मनाने नहीं बल्कि मेरे घर नाश्ते पर आए थे। तब मैंने उनको कहा था कि हरियाणा में भाजपा ने 4 जगहों पर गलत टिकट दे दिए और वैसा ही हुआ हम 5 सीटें हार गए। अगर सही टिकट दिए होते तो भाजपा और ज्यादा सीटें जितती। कुलदीप बोले- खट्टर के बयान से नुकसान हुआ
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर के बयान का काफी असर हुआ। इसका जबरदस्त नुकसान हुआ। हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में सबसे ज्यादा और पूरे हरियाणा में इसका असर देखने को मिला। भजनलाल के समर्थकों में गुस्सा था। मैंने बार-बार सोशल मीडिया के माध्यम से समझाने का प्रयास भी किया। मैंने माफ कर दिया इसको आप गलत मत समझो। मगर लोगों में बहुत जबरदस्त गुस्सा था और आज भी है। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खट्टर साहब ने पूरा किस्सा नहीं सुनाया। किस्से का अंत सुनाना चाहिए था। कुलदीप बिश्नोई ने पूरे किस्सा सुनाते हुए कहा कि चौधरी भजनलाल की मजाक करने की आदत थी। जो लोग थे उनको मजाक में कहा था इतना खर्चा लग गया आने जाने का, तो उन्होंने कहा हमारे आने-जाने का 400 रुपए खर्चा लग गया। तो भजनलाल ने मजाक में कहा था 200 वो लेता तो 200 छूट जाते तुम्हारे। मगर सच्चाई अलग है और वह रिकॉर्ड में भी है कि रावत खेड़ा के बिश्नोई थे। चौधरी साहब ने उसको 400 रुपए जेब से निकाल के दिए और उस पटवारी को भी सस्पेंड किया, जिसने रुपए मांगे। चौधरी भजनलाल जन नेता और जनप्रिय नेता थे और जनमुख्यमंत्री थे वह गलत काम नहीं कर सकते थे।
सैनी को विधायक दल नेता चुनने की इनसाइड स्टोरी:बड़ौली ने बेदी को पर्ची पकड़ाई; ऑब्जर्वर मोहन ने विज से पूछा, शाह ने ऐलान किया
सैनी को विधायक दल नेता चुनने की इनसाइड स्टोरी:बड़ौली ने बेदी को पर्ची पकड़ाई; ऑब्जर्वर मोहन ने विज से पूछा, शाह ने ऐलान किया हरियाणा में नायब सैनी कल (17 अक्टूबर) दूसरी बार CM की शपथ लेने जा रहे हैं। उन्हें बुधवार को विधायक दल का नेता चुना गया। इसको लेकर पंचकूला में BJP के ऑफिस में विधायक दल की मीटिंग हुई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बतौर ऑब्जर्वर पहुंचे। मीटिंग में नायब सैनी के नाम की पर्ची नरवाना से विधायक कृष्ण कुमार बेदी ने खोली। उन्हें ये पर्ची पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने पकड़ाई। इसके बाद ऑब्जर्वर मोहन यादव ने अनिल विज समेत अन्य विधायकों को पूछा। विधायकों की सहमति के बाद अमित शाह ने खड़े होकर नायब सैनी के नाम का ऐलान किया। इसके बाद अमित शाह और मोहन यादव के साथ नायब सैनी हरियाणा राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। विधायक दल मीटिंग में क्या-क्या हुआ, विस्तार से पढ़िए… 1. अमित शाह ने विधायकों और नेताओं को पगड़ी पहनाई
12 बजकर 45 मिनट पर अमित शाह पंचकूला में पंचकमल ऑफिस पहुंचे। जहां विधायक अनिल विज, पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और पार्टी के अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। करीब 1 बजे अमित शाह मीटिंग हॉल में पहुंचे। जहां उन्होंने सभी विधायकों को पगड़ी पहनाने के बाद वन टू वन परिचय लिया। 2. कृष्ण बेदी को बड़ौली ने सौंपी पर्ची
1 बजकर 20 मिनट पर कृष्ण बेदी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने एक पर्ची दी। पर्ची में विधायक दल के नेता के रूप में नायब सैनी का नाम था। इसके बाद कृष्ण बेदी ने मीटिंग में नायब सैनी को नेता चुनने का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव पर MP के सीएम मोहन यादव ने अनिल विज को कहा कि इस पर आपका क्या कहना है तो उन्होंने कहा कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद बाकी विधायकों से भी इस बारे में पूछा गया। 3. विधायकों ने नायब सैनी के नाम पर सहमति जताई
बेदी ने कहा कि हमने इन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है। करीब 20 मिनट बाद सभी विधायकों ने नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर अपनी सहमति जताई। 4. शाह ने थपथपाई सैनी की पीठ
इसके बाद 1.30 बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नायब सैनी के नाम का ऐलान किया। नाम का ऐलान होने के बाद नायब सैनी कुर्सी से उठकर शाह की तरफ गए। जहां वह शाह से मिले। शाह ने नायब सैनी की पीठ थपथपाई और गुलदस्ता दिया। इसके बाद अमित शाह दोपहर करीब 2 बजे सीएम नायब सैनी को साथ लेकर राजभवन की ओर रवाना हो गए। जहां सरकार बनाने का दावा पेश किया गया। ये खबर भी पढ़ें…. नायब सैनी ही रहेंगे हरियाणा के CM:शाह की मौजूदगी में नाम तय; राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश किया, शपथ कल हरियाणा में नायब सिंह सैनी ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। बुधवार (16 अक्टूबर) को पंचकूला में BJP विधायक दल की मीटिंग में उन्हें नेता चुना गया। मीटिंग में विधायक कृष्ण बेदी ने नायब सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका अनिल विज और आरती राव ने समर्थन किया। फिर सभी विधायकों ने नायब सैनी के नाम पर सहमति दे दी। (पूरी खबर पढ़ें)