हरियाणा के पानीपत शहर की हरिसिंह कॉलोनी में इलेक्ट्रीशियन के घर चोरी हो गई। चोरों ने घर के मेन गेट का ताला तोड़ दिया। फिर अंदर घुसकर अलमारी की तिजोरी उखाड़ ली। उसमें रखे सोने-चांदी के जेवरात के अलावा नकदी चोरी कर ली। कैथल में आयोजित शादी समारोह से जब परिवार वापस लौटा तो उन्हें घटना का पता चला। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में खुशवंत ने बताया कि वह हरिसिंह कॉलोनी का रहने वाला है। वह इलेक्ट्रॉनिक्स का काम करता है। 26 जून को वह घर को ताला लगाकर परिवार के साथ सुबह कैथल में रिश्तेदार के घर शादी समारोह में शामिल होने चला गया था। वह 27 जून को वापस लौटा। उस दौरान उसने देखा कि घर के गेट का ताला टूटा हुआ था। अलमारी का ताला टूटा मिला भीतर घुसा, तो सामान बिखरा हुआ था। कमरे में रखी अलमारी का भी ताला टूटा हुआ था। अलमारी का भी सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी में रखी तीन जोड़ी सोने की अंगूठियां, एक जोड़ी कानों की सोने की बालियां, 4 जोड़ी चांदी की पायजेब, 2 गले के हार, 3 जोड़ी पैरों की चुटकी, 2 जोडी कुंडली चांदी की, 1 अंगूठी चांदी के अलावा 3 हजार रुपए कैश चोरी हो गया। हरियाणा के पानीपत शहर की हरिसिंह कॉलोनी में इलेक्ट्रीशियन के घर चोरी हो गई। चोरों ने घर के मेन गेट का ताला तोड़ दिया। फिर अंदर घुसकर अलमारी की तिजोरी उखाड़ ली। उसमें रखे सोने-चांदी के जेवरात के अलावा नकदी चोरी कर ली। कैथल में आयोजित शादी समारोह से जब परिवार वापस लौटा तो उन्हें घटना का पता चला। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में खुशवंत ने बताया कि वह हरिसिंह कॉलोनी का रहने वाला है। वह इलेक्ट्रॉनिक्स का काम करता है। 26 जून को वह घर को ताला लगाकर परिवार के साथ सुबह कैथल में रिश्तेदार के घर शादी समारोह में शामिल होने चला गया था। वह 27 जून को वापस लौटा। उस दौरान उसने देखा कि घर के गेट का ताला टूटा हुआ था। अलमारी का ताला टूटा मिला भीतर घुसा, तो सामान बिखरा हुआ था। कमरे में रखी अलमारी का भी ताला टूटा हुआ था। अलमारी का भी सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी में रखी तीन जोड़ी सोने की अंगूठियां, एक जोड़ी कानों की सोने की बालियां, 4 जोड़ी चांदी की पायजेब, 2 गले के हार, 3 जोड़ी पैरों की चुटकी, 2 जोडी कुंडली चांदी की, 1 अंगूठी चांदी के अलावा 3 हजार रुपए कैश चोरी हो गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में व्यापारी से ठगी:फ्रेंचाईजी के नाम पर 15.83 लाख की धोखाधड़ी, फीस के नाम पर रुपए एंठे
रोहतक में व्यापारी से ठगी:फ्रेंचाईजी के नाम पर 15.83 लाख की धोखाधड़ी, फीस के नाम पर रुपए एंठे रोहतक में एक व्यापारी से ठगी करने का मामला सामने आया है। व्यापारी ने फ्रेंचाईजी लेने के नाम पर ऑनलाइन लिंक पर आवेदन किया था, लेकिन वह ठगों के चक्कर में फंस गया और आरोपी व्यापारी से फीस के नाम पर पैसे जमा करवाते रहे। व्यापारी से कुल 15 लाख 83 हजार 560 रुपए की ठगी हुई। जब ठगी का पता लग तो इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। रोहतक की नेहरू कॉलोनी निवासी नरेश कुमार ने साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह रोहतक में बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करता है। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम बैंक में खाता खुलवाया है। सितंबर माह में उन्होंने अपनी पत्नी के नाम से ब्लिंकिट की फ्रेंचाईजी लेने के लिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान उन्हें एक लिंक दिखाई दिया। उस लिंक पर क्लिक किया तो मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, फर्म का नाम व लोकेशन मांगी। जानकारी भरने के बाद एक कॉल आई और सामने वाले ने खुद को ब्लिंकिट कंपनी का कर्मचारी बताया। 15 लाख 83 हजार 560 रुपए की ठगी
कॉल करने वाले व्यक्ति ने ब्लिंकिट की फ्रेंकाईजी के लिए फार्म भरने के लिए कहा। 24 सितंबर को फार्म भरकर कागजात भेज दिए और कागजात भी भेज दिए। 30 सितंबर को मेल के माध्यम से अप्रूवल लेटर भेजा। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 49 हजार 560 रुपए जमा करवाए। इसके बाद फ्रेंचाईजी फीस, ट्रेड लाइसेंस फीस, सिक्योरिटी डिपोजिट आदि की फीस जमा करवाने के लिए रुपए जमा करवाने के लिए कहा। फीस के नाम पर 1 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक कुल 6 ट्रांजेक्शन में 15 लाख 83 हजार 560 रुपए जमा करवाए। साढ़े 4 लाख रुपए फीस जमा करवाने के लिए कहा तो हुआ शक
उन्होंने बताया कि 15 लाख 83 हजार 560 रुपए जमा करवाने के बाद उससे साढ़े 4 लाख रुपए फीस जमा करवाने के लिए कहा। जिसके बाद फोन पर बात करने वालों पर शक हुआ। इसके बाद रोहतक स्थित ब्लिंकिट कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया और इन सबके बारे में पूछताछ किया। इसके बाद पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। पता लगने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
शंभु बॉर्डर केस में हाईकोर्ट में सुनवाई:जज बोले- बॉर्डर अकेले किसानों नहीं, सबके लिए खोला; इसके बाद खनौरी पर होंगे आदेश
शंभु बॉर्डर केस में हाईकोर्ट में सुनवाई:जज बोले- बॉर्डर अकेले किसानों नहीं, सबके लिए खोला; इसके बाद खनौरी पर होंगे आदेश पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में आज शुक्रवार को शंभु बॉर्डर को लेकर दायर जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई हुई। याचिका एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य की ओर से दायर की गई है। उन्होंने कोर्ट में खनौरी बॉर्डर को भी खोलने की अपील की। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने एडवोकेट शांडिल्य की PIL में साफ़ किया कि शंभु बॉर्डर अकेले किसानों के लिए नहीं, बल्कि सबके लिए खोला गया है। मामले को लेकर एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने तकरीबन 10 मिनट तक बहस की। कोर्ट में भारत सरकार की तरफ़ से सत्यपाल जैन एवं पंजाब के एडिशनल एडवोकेट जनरल सौरव खुराना और हरियाणा के एडिशनल एडवोकेट जनरल दीपक बाल्यान मामले में पेश हुए। वहीं एडवोकेट शांडिल्य ने शंभु बॉर्डर के बाद ख़नौरी खोलने की भी हाईकोर्ट से मांग की। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि पहले एक बार शंभु बॉर्डर खुल जाए, फिर खनौरी खुलवाने के भी आदेश कोर्ट की ओर से दिए जाएंगे। एडवोकेट वासुने हाईकोर्ट को बताया कि आदेशों के 3 दिन बाद भी बॉर्डर बंद है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा हमने एक हफ्ते का समय दिया है। शांडिल्य ने हाईकोर्ट ने हाईवे जाम करने को लेकर गाइडलाइन बनाने की मांग की और कहा कि हाईकोर्ट सुनिश्चित करें कि कोई भी किसी भी क़ीमत पर हाईवे को जाम कर आवाजाही न रोकें । बता दें वासु रंजन शांडिल्य ने अंबाला के कपड़ा व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों, रेहड़ी फड़ी वालों एवं छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए हाईकोर्ट में PIL दायर की थी । आज जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया एवं जस्टिस विकास बहल ने एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य द्वारा लगाई PIL में सुनवाई की।
रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई
रणजीत का परिवार जाएगा सुप्रीम कोर्ट:राम रहीम को बरी किए जाने से परिवार मायूस, बेटा और जीजा बोले-मरते दम तक लड़ेंगे लड़ाई हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह के मर्डर केस में हाईकोर्ट ने डेरा प्रमुख को बरी कर दिया है। इस फैसले से रणजीत सिंह का परिवार मायूस है। परिवार का कहना है कि वह कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके लिए वकीलों से राय ली जा रही है। जल्द ही इसके लिए कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू करेंगे। डेरा मुखी के बरी होने के बाद बेटे जगसीर सिंह का दर्द सामने आया है। जगसीर सिंह ने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं है। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। वह सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देंगे। जल्द आगामी कदम उठाएंगे। जगसीर ने कहा कि अभी वह इस मामले में ज्यादा नहीं बोलना चाहते। वहीं रणजीत के जीजा प्रभु दयाल ने कहा कि हम अपनी लड़ाई मरते दम तक जारी रखेंगे। कोर्ट का फैसला हमारी इच्छा के अनुरूप नहीं आया है। CBI ने हमें पूरा न्याय दिलाया था, लेकिन अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का जो फैसला आया है, वह हमारी इच्छा के खिलाफ है। रणजीत के परिवार ने 19 साल लड़ा केस
2021 में जब सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम सहित पांच दोषियों को सजा सुनाई थी तो रणजीत सिंह का परिवार भावुक हो गया था। रणजीत सिंह के परिवार ने 19 साल तक केस लड़ा था और दीवाली तक नहीं मनाई थी। डेरामुखी को सजा मिलने के बाद रणजीत के बेटे जगसीर ने कहा था कि अब हमारा परिवार दीवाली मनाएगा। उन्होंने कहा था कि जब पिता रणजीत सिंह का कल्त किया गया तब मैं सात साल का था। दादा ने हत्यारों को सजा दिलाने के लिए घर्ष शुरू किया था। दादा का 2016 में निधन हो गया था। जगसीर ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर और पिता के छलनी चेहरे की याद आते ही आज भी उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जगसीर ने बताया कैसे हुआ था पिता का मर्डर
जगसीर ने बताया कि 10 जुलाई 2002 को वह ट्यूशन के बाद घर पहुंचे थे। मां ने बताया कि पिता खेत में गए हैं। इसके बाद मैं खेल में मस्त हो गया। कुछ देर बाद सूचना मिली कि गांव में किसी की गोली मारकर हत्या हुई है। मां सहित घर के अन्य सदस्य सूचना के बाद खेत की ओर भागे। मैं इस बात से काफी परेशान हो गया और खेत की ओर चल दिया। खेत के पास पहुंचा तो देखा कि भीड़ जमा है और मां रो रही है। साथ में दादा जोगिंदर सिंह परेशान से खड़े हैं और मां को ढांढस बंधा रहे हैं। काफी देर बाद भीड़ को साइड कर देखा तो वहां मंजर देखकर होश उड़ गए। पापा का गोलियों से छलनी चेहरा दिखा। पहचान भी नहीं पा रहा था कि यह मेरे पिता हैं। गुमनाम चिट्ठी के शक में मारी गई थी गोली
रणजीत सिंह की हत्या का मामला गुमनाम चिट्ठी से जुड़ा हुआ है, जिसमें डेरे में साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे। ये वह चिट्ठी थी, जो तत्कालीन PM अटल बिहारी वाजपेयी को भेजी गई थी। CBI ने दावा किया था कि डेरे को शक था कि रणजीत ने ही अपनी बहन से साध्वियों के यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी लिखवाई है। इसके बाद रणजीत की हत्या कर दी गई। ये खबर भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा। (पूरी खबर पढ़ें)