हरियाणा के पानीपत जिले में एक ठेकेदार ने उसके पास काम करने वाले ड्रायर इंजीनियर की हत्या कर दी। हादसा दिखाने के लिए युवक की हत्या करने के बाद छत से नीचे गिरा दिया। साथ में ठेकेदार खुद भी कूद गया। ताकि लगे की दोनों छत पर बात करते हुए अचानक नीचे गिर गए। लेकिन शव पर मिले चोटों के निशान के अलावा परिजनों को बताई गई रंजिश से साफ हुआ कि ठेकेदार ने हत्या की है। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही ठेकेदार को हिरासत में ले लिया गया है। मृतक तीन भाई-बहन में सबसे बड़ा था। उससे छोटी बहन और सबसे छोटा भाई है। इंजीनियर की 7 मार्च को शादी होनी थी। 2 मार्च को उसकी तिलक की रस्म होनी थी। लेकिन परिवार की खुशियां गम में बदल गई। एक माह पहले ही ड्यूटी ज्वाइन की थी समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में सौरभ कुमार यादव ने बताया कि वह बिहार के सीवान जिले का रहने वाला है। उसका बड़ा भाई अमन कुमार यादव (30) था, जो ग्लोबस सिप्ट लिमिटेड कंपनी में बतौर ड्रायर इंजीनियर कार्यरत था। 18 जनवरी की देर रात करीब डेढ़ बजे समालखा थाना पुलिस ने अवगत करवाया कि अमन की छत से गिरने से मौत हो गई है। सूचना मिलते ही उसने दिल्ली में मौजूद अपने परिचितों को फोन किया और मौके पर जाने को कहा। सौरभ ने कहा कि उसे पता लगा कि घटना वाले दिन अमन, कंपनी के ठेकेदार प्रदीप सिंह के बुलाने पर उसके कमरे पर गया था। सौरभ ने बताया कि उसका भाई एक माह पहले ही उक्त कंपनी में नौकरी पर लगा था। उसने परिवार से फोन पर बातचीत के दौरान अनेक बार बताया था कि ठेकेदार प्रदीप सिंह उसके काम में बहुत हस्तक्षेप करता है। उसका व्यवहार भी उसके प्रति ठीक नहीं है। वह उस पर दबाब बनाने की भी कोशिश करता है। सौरभ, 18 जनवरी की रात को पानीपत पहुंचा। यहां उसने जांच-पड़ताल की तो उसे पता लगा कि ठेकेदार ने ही उसके भाई अमन की हत्या की है। छत से गिरना एक हादसा न होकर सुनियोजित हत्या है। ठेकेदार प्रदीप सिंह ने आपसी मतभेद के चलते हत्या की है। हरियाणा के पानीपत जिले में एक ठेकेदार ने उसके पास काम करने वाले ड्रायर इंजीनियर की हत्या कर दी। हादसा दिखाने के लिए युवक की हत्या करने के बाद छत से नीचे गिरा दिया। साथ में ठेकेदार खुद भी कूद गया। ताकि लगे की दोनों छत पर बात करते हुए अचानक नीचे गिर गए। लेकिन शव पर मिले चोटों के निशान के अलावा परिजनों को बताई गई रंजिश से साफ हुआ कि ठेकेदार ने हत्या की है। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही ठेकेदार को हिरासत में ले लिया गया है। मृतक तीन भाई-बहन में सबसे बड़ा था। उससे छोटी बहन और सबसे छोटा भाई है। इंजीनियर की 7 मार्च को शादी होनी थी। 2 मार्च को उसकी तिलक की रस्म होनी थी। लेकिन परिवार की खुशियां गम में बदल गई। एक माह पहले ही ड्यूटी ज्वाइन की थी समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में सौरभ कुमार यादव ने बताया कि वह बिहार के सीवान जिले का रहने वाला है। उसका बड़ा भाई अमन कुमार यादव (30) था, जो ग्लोबस सिप्ट लिमिटेड कंपनी में बतौर ड्रायर इंजीनियर कार्यरत था। 18 जनवरी की देर रात करीब डेढ़ बजे समालखा थाना पुलिस ने अवगत करवाया कि अमन की छत से गिरने से मौत हो गई है। सूचना मिलते ही उसने दिल्ली में मौजूद अपने परिचितों को फोन किया और मौके पर जाने को कहा। सौरभ ने कहा कि उसे पता लगा कि घटना वाले दिन अमन, कंपनी के ठेकेदार प्रदीप सिंह के बुलाने पर उसके कमरे पर गया था। सौरभ ने बताया कि उसका भाई एक माह पहले ही उक्त कंपनी में नौकरी पर लगा था। उसने परिवार से फोन पर बातचीत के दौरान अनेक बार बताया था कि ठेकेदार प्रदीप सिंह उसके काम में बहुत हस्तक्षेप करता है। उसका व्यवहार भी उसके प्रति ठीक नहीं है। वह उस पर दबाब बनाने की भी कोशिश करता है। सौरभ, 18 जनवरी की रात को पानीपत पहुंचा। यहां उसने जांच-पड़ताल की तो उसे पता लगा कि ठेकेदार ने ही उसके भाई अमन की हत्या की है। छत से गिरना एक हादसा न होकर सुनियोजित हत्या है। ठेकेदार प्रदीप सिंह ने आपसी मतभेद के चलते हत्या की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में पार्टियों के लोकसभा चुनाव में जीत-हार का गणित:कांग्रेस 4 और BJP 3 सीटों पर जीत पक्की मान रही; बाकी सीटों पर टफ फाइट कबूली
हरियाणा में पार्टियों के लोकसभा चुनाव में जीत-हार का गणित:कांग्रेस 4 और BJP 3 सीटों पर जीत पक्की मान रही; बाकी सीटों पर टफ फाइट कबूली हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर BJP और कांग्रेस ने जीत-हार का गणित तैयार कर लिया है। औपचारिक तौर पर तो दोनों पार्टियां सभी 10 सीटों पर जीत का दावा ठोक रही हैं। हालांकि पार्टियों की इंटरनल रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। यह रिपोर्ट मतदान के बाद पार्टियों की समीक्षा बैठक में आई। सबसे पहले BJP की बात करें तो उन्हें 3 सीट पर जीत पक्की लग रही है। वहीं कांग्रेस को 4 सीटों पर जीत का पक्का भरोसा है। बाकी सीटों पर दोनों की पार्टियां टफ फाइट कबूल कर रही हैं। BJP और कांग्रेस की जीत के दावे का आधार क्या, 2 पाइंट में जानिए 1. बड़े चेहरों पर BJP को भरोसा
BJP ने करनाल, हिसार और गुरुग्राम सीट पर जीत तय मानी है। इसकी वजह यहां के उम्मीदवार हैं। करनाल से भाजपा ने CM कुर्सी से हटा मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार बनाया था। खट्टर साढ़े 9 साल हरियाणा के सीएम रहे। हिसार से भाजपा को पूर्व डिप्टी पीएम चौधरी देवीलाल और पूर्व CM भजनलाल परिवार से उम्मीद है। भाजपा ने यहां से चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दी। वहीं पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने उनके लिए प्रचार किया। गुरुग्राम में भाजपा ने 5 बार के सांसद राव इंद्रजीत को टिकट दी। जो कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद भी लगातार 2 बार चुनाव जीते। हालांकि कांग्रेस ने यहां से राज बब्बर को टिकट देकर समीकरण बिगाड़े लेकिन भाजपा को केंद्रीय मंत्री राव के चेहरे पर ही भरोसा है। इसके अलावा भाजपा को अंबाला, भिवानी-महेंद्रगढ़, रोहतक, सोनीपत, सिरसा, फरीदाबाद और कुरूक्षेत्र में कांग्रेस से सीधी टक्कर होने की उम्मीद है। हालांकि भाजपा का दावा है कि यहां जीत जरूर होगी, हालांकि इसका मार्जिन कम रह सकता है। 2. कांग्रेस को दिग्गजों पर भरोसा
कांग्रेस की बात करें तो उन्हें 4 सीटों पर जीत पक्की लग रही है। इनमें भिवानी-महेंद्रगढ़, रोहतक, सोनीपत और सिरसा शामिल हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ में कांग्रेस को विधायक राव दान सिंह पर भरोसा है। वहीं रोहतक में कांग्रेस पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा की जीत का भरोसा है। पिछली बार वे भाजपा के उम्मीदवार डॉ. अरविंद शर्मा से करीब 7 हजार वोटों से ही हारे थे। सोनीपत में कांग्रेस को सतपाल ब्रह्मचारी पर भरोसा है, इसकी बड़ी वजह जींद जिले की 3 जींद, सफीदों और जुलाना विधानसभा सीटें हैं, जहां से कांग्रेस को एकतरफा लीड की उम्मीद है। सिरसा से कांग्रेस की दिग्गज कुमारी सैलजा की बदौलत जीत नजर आ रही है। करनाल और गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट अच्छी नहीं है। करनाल से युवा नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा और गुरुग्राम से राज बब्बर को टिकट दी गई थी। यहां कांग्रेस खुद को पिछड़ा हुआ मान रही है। वहीं अंबाला, फरीदाबाद और हिसार सीट पर कांग्रेस BJP से कड़ी टक्कर मान रही है। अंबाला में बंतो कटारिया के खिलाफ वरूण मुलाना, फरीदाबाद से केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ महेंद्र प्रताप और हिसार से रणजीत चौटाला के खिलाफ जयप्रकाश जेपी को टिकट दी गई थी। BJP अकेले चुनाव लड़ रही, कांग्रेस ने AAP से गठजोड़ किया
हरियाणा में BJP अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है। हालांकि पहले उनका जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन था, जो सीट शेयरिंग न होने पर टूट गया। वहीं कांग्रेस I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) से मिलकर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने AAP को कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट दी है। जहां से सुशील गुप्ता उम्मीदवार हैं। इस सीट पर भाजपा ने उद्योगपति नवीन जिंदल को उम्मीदवार बनाया है। दोनों ही पार्टियां यहां टफ फाइट मानकर चल रही हैं। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें BJP और कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट का ब्यौरा… हरियाणा की 6 लोकसभा सीटों पर भाजपा की टेंशन:2 पर हालत खराब, 4 में टफ फाइट हरियाणा में लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब राजनीतिक दलों ने समीक्षा शुरू कर दी है। 27 मई को पंचकूला में भाजपा की रिव्यू मीटिंग हुई, जिसमें इंटरनल रिपोर्ट पेश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सीटें सिरसा और रोहतक की रिपोर्ट खराब मिली है। वहीं, 4 सीटें सोनीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र और भिवानी-महेंद्रगढ़ पर टफ फाइट निकलकर सामने आई है। हालांकि, समीक्षकों ने यह भी कहा है कि जीत पार्टी उम्मीदवार की ही होगी, लेकिन जीत का मार्जिन कम हो जाएगा। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में कांग्रेस को 2 सीटों पर हार का डर:इंटरनल रिपोर्ट में 8 सीटों पर जीत का भरोसा हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा के बाद अब कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली आई है। अब तक के मंथन में 4 सीटों पर पार्टी जीत मान रही है। वहीं, 3 लोकसभा सीटों पर टक्कर कड़ी है। रिपोर्ट में सामने आया है कि 2 सीटों पर कांग्रेस हारने वाली है। इसके साथ ही AAP के साथ गठबंधन वाली कुरुक्षेत्र सीट की रिपोर्ट अच्छी मानी जा रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां भाजपा, इंडी गठबंधन और INLD में त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा ने यहां से उद्योगपति नवीन जिंदल, AAP-कांग्रेस ने डॉ. सुशील गुप्ता और इनेलो ने अभय सिंह चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। पूरी खबर पढ़ें…
अजीत पवार की NCP में एक्टिव हुईं सोनिया दुहन:अगस्त में कांग्रेस में शामिल हुई थीं, महाराष्ट्र में जीत के बाद नेताओं की आरती उतारी
अजीत पवार की NCP में एक्टिव हुईं सोनिया दुहन:अगस्त में कांग्रेस में शामिल हुई थीं, महाराष्ट्र में जीत के बाद नेताओं की आरती उतारी हरियाणा कांग्रेस की नेता सोनिया दुहन एक बार फिर चर्चाओं में है। हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार गुट वाली NCP(राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वाली सोनिया दुहन महाराष्ट्र की राजनीति में दोबारा सक्रिय हो गई हैं। मगर इस बार वह अजीत पवार वाली NCP कैंप के साथ खड़ी दिखाई दी हैं। हालांकि सोनिया दुहन ने अब तक कांग्रेस छोड़ने की बात नहीं की है मगर महाराष्ट्र के नतीजे आने के बाद वह NCP नेताओं की आरती कर विजय तिलक करती नजर आईं जिसमें अजीत पवार और प्रफुल्ल पटेल जैसे नेता खड़े हैं। सोनिया दुहन ने खुद यह वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया हुआ है। बता दें कि करीब 2 महीने पहले सोनिया दुहन के साथ हरियाणा चुनाव के बीच हिसार की नारनौंद विधानसभा में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा के मंच पर छेड़छाड़ हुई थी। भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया था वहीं कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा ने भी इसे महिलाओं के अपमान के साथ जोड़ा था। इसके बाद सोनिया दुहन पूरे प्रचार से नदारद दिखी थी। अजीत पवार NCP का भाजपा से है गठबंधन
हरियाणा चुनाव में भाजपा के खिलाफ प्रचार करने वाली सोनिया दुहन का अजीत पवार के साथ दिखने से हर कोई हैरान है। हिसार के नारनौंद में सोनिया दुहन का पैतृक आवास है। अजीत पवार की NCP का महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन है। अजीत पंवार की भाजपा के साथ काफी नजदीकियां भी हैं। सोनिया दुहन के NCP नेताओं के साथ दिखने को हरियाणा कांग्रेस के लिए एक और झटका माना जा रहा है। सोनिया दुहन नारनौंद से कांग्रेस की टिकट की प्रबल दावदारों में भी थी मगर उनकी टिकट काटकर ऐन वक्त पर जस्सी पेटवाड़ को टिकट दे दिया गया था। मई में छोड़ा था शरद पवार का साथ
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से राजनीति करने वाले सोनिया दुहन अगस्त में कांग्रेस में शामिल हो गई थी। NCP के दो फाड़ होने पर वह शरद पवार के साथ बनी रही थीं लेकिन 2023 मई के आखिरी में उन्होंने NCP को छोड़ दिया था। इसके बाद अगस्त में सोनिया दुहन ने कांग्रेस का रुख कर लिया था। सोनिया दुहन पिछले काफी समय से हरियाणा में सक्रिय रही हैं। शरद पवार के करीब थीं दुहन
सोनिया दुहन सोशल मीडिया पर शरद पवार को अपना राजनीतिक गुरु बताती आई हैं। जब वह पुणे में पायलट की ट्रेनिंग ले रही थीं, तब वह शरद पवार की अगुवाई वाली NCP से प्रभावित हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के चुनाव में उन्होंने NCP की स्टूडेंट विंग का नेतृत्व भी किया था। दुहन ने धीरज शर्मा के साथ NCP की छात्र विंग को संभाला था। सोनिया दुहन ने तब सुर्खियां बटोरी थीं जब NCP एनसीपी के दो फाड़ होने पर के बाद उन्होंने प्रफुल्ल पटेल की तस्वीर को NCP के स्टूडेंट विंग के ऑफिस से बाहर फेंक दिया था। इससे पहले वह साल 2019 में NCP के विधायकों को गुरुग्राम के होटल से रेस्क्यू करने को लेकर चर्चा में आई थीं।
हिसार में किसानों ने चंडीगढ़-भिवानी रोड किया जाम:बास क्षेत्र में नहरी पानी की किल्लत पर भड़के; आधे घंटे तक फंसे रहे वाहन
हिसार में किसानों ने चंडीगढ़-भिवानी रोड किया जाम:बास क्षेत्र में नहरी पानी की किल्लत पर भड़के; आधे घंटे तक फंसे रहे वाहन हरियाणा के हिसार जिले में बास क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में लगने वाली सुंदर ब्रांच व पेटवाड डिस्ट्रीब्यूटरी नहर में पानी नही आने से परेशान किसानों ने सोमवार को भिवानी-चंडीगढ़ हाइवे जाम कर दिया। किसानों ने बास के तहसीलदार कृष्ण कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा। तहसीलदार ने किसानों के सामने ही सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से फोन पर बात की। उन्होंने 27 जुलाई तक पानी आने की बात कही तो किसान भड़क गए। किसान अमित मोर, कुलदीप, दलजीत सिंह, श्रीभगवान, फतेह सिंह, मोनू, राजेंद्र, बलवान, राजेश, रामदिया, सूरजभान, फूल कुमार, जगबीर, भलेराम, नन्हा, नीरज व नरेंद्र इत्यादि किसानों ने बताया कि बास अकबरपुर, बास बादशाहपुर, बास खुर्द, बास आजमशाहपुर, रोशन खेड़ा, सोरखी, सीसर, खरबला, सिंघवा खास, मदनहेड़ी, मोहला व पुट्ठी सहित अन्य गांव में सुंदर ब्रांच नहर का पानी लगता है। वही आधा दर्जन गांवों में पेटवाड़ डिस्ट्रीब्यूटरी नहर का पानी लगता है। बास क्षेत्र में इस बार बारिश भी बहुत कम हुई है। क्षेत्र की हजारों एकड़ फसल नहर में पानी न होने की वजह से सूखने की कगार पर है। जिसके कारण किसानों की दशा अति दयनीय हो रही है। पिछले 10 वर्षों से किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसकी वजह से किसानों की फासले बर्बाद हो रही है। पिछले 6 महीने में हर महीने केवल तीन से चार दिन ही पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण इस क्षेत्र में हजारों एकड़ फसल सूखे की मार झेल रही है। बास क्षेत्र के लगभग 10 गांवों के किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। जिसके चलते बास क्षेत्र के किसान ने सोमवार को बास के तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपते हुए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। करीब आधा घंटा बाद किसानों ने जाम खोल दिया। जाम के दौरान भिवानी चंडीगढ़ रोड पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। तहसीलदार कृष्ण कुमार ने बताया कि क्षेत्र के किसानों द्वारा नहरी पानी की समस्या को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है। हमने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बात की है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा पीछे से पानी की कमी का कारण बताया है। 27 जुलाई तक नहरों में पानी आने की संभावना है।