पानीपत जिले के सनौली थाना क्षेत्र के गांव तामशाबाद में एक बुजुर्ग दादा का उसके पोते ने सिर फोड़ दिया। इतना ही नहीं उसे कई जगह बुरी तरह पीटा। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। दरअसल नशेड़ी पोता जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवाने की बात कह रहा था। जिसके लिए दादा ने मना कर दिया। इस पर भड़क कर उसने दादा की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। मामले की शिकायत पुलिस में की गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। नशे का आदी है पोता सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में मांगेराम ने बताया कि वह तमशाबाद गांव का रहने वाला है। 8 दिसंबर को वह अपने बगीचे में बने कमरे में सो रहा था। तभी उसका 24 वर्षीय पोता आशीष वहां आया। वह कमरे में घुस आया और उससे झगड़ा करने लगा। उसने कहा कि मेरे पिता के हिस्से की जमीन मेरे नाम करवा दो। जिस पर उसने कहा कि तुम नशेड़ी लड़के हो, मैं जमीन तुम्हारे नाम नहीं करवाऊंगा। इसी बीच उसका पोता आशीष भड़क गया। उसने हाथ में लिए डंडे से उस पर हमला कर दिया। उसने डंडे से उसके सिर पर कई वार किए। जिससे उसके खून बहने लगा। जब उसने मदद के लिए आवाज लगाई तो आशीष ने अपने चाचा को आता देख उसे जान से मारने की धमकी दी और डंडा लेकर बाइक पर पटाखे फोड़ते हुए भाग गया। पानीपत जिले के सनौली थाना क्षेत्र के गांव तामशाबाद में एक बुजुर्ग दादा का उसके पोते ने सिर फोड़ दिया। इतना ही नहीं उसे कई जगह बुरी तरह पीटा। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। दरअसल नशेड़ी पोता जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवाने की बात कह रहा था। जिसके लिए दादा ने मना कर दिया। इस पर भड़क कर उसने दादा की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। मामले की शिकायत पुलिस में की गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। नशे का आदी है पोता सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में मांगेराम ने बताया कि वह तमशाबाद गांव का रहने वाला है। 8 दिसंबर को वह अपने बगीचे में बने कमरे में सो रहा था। तभी उसका 24 वर्षीय पोता आशीष वहां आया। वह कमरे में घुस आया और उससे झगड़ा करने लगा। उसने कहा कि मेरे पिता के हिस्से की जमीन मेरे नाम करवा दो। जिस पर उसने कहा कि तुम नशेड़ी लड़के हो, मैं जमीन तुम्हारे नाम नहीं करवाऊंगा। इसी बीच उसका पोता आशीष भड़क गया। उसने हाथ में लिए डंडे से उस पर हमला कर दिया। उसने डंडे से उसके सिर पर कई वार किए। जिससे उसके खून बहने लगा। जब उसने मदद के लिए आवाज लगाई तो आशीष ने अपने चाचा को आता देख उसे जान से मारने की धमकी दी और डंडा लेकर बाइक पर पटाखे फोड़ते हुए भाग गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में IAS अफसरों में सीनियोरिटी विवाद:2 सबसे सीनियर, लेकिन कैडर के नहीं; चीफ सेक्रेटरी ने 5 अधिकारियों को बुलाया हरियाणा में इन दिनों IAS ऑफिसर्स में सीनियोरिटी विवाद चल रहा है। 1988 बैच के IAS अफसर टीवीएसएन प्रसाद के बाद सेकेंड पोजीशन को लेकर यह कॉन्ट्रोवर्सी शुरू हुई है। इस पोजीशन के लिए 1990 बैच के IAS अफसरों की सीनियोरिटी तय की जानी है। इस बैच में कुल 6 अफसर हैं। इनमें से 3 IAS अफसरों ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को रिपोर्ट देकर आग्रह किया है कि उनके बैच में इंटरनल सीनियोरिटी तय करते हुए सीनियोरिटी दें। हालांकि इस बैच में सुधीर राजपाल सबसे वरिष्ठ IAS हैं, जबकि उनके बाद डॉ. सुमिता मिश्रा सीनियर हैं। जबकि इसी बैच के 3 अफसर अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी और डॉ. राजा शेखर वुंडरू ने नोटिस दिया है कि सुधीर राजपाल और डॉ . सुमिता मिश्रा दूसरे कैडर से हरियाणा कैडर में आए हैं, इसलिए उन्हें हरियाणा कैडर में उनसे नीचे सीनियोरिटी दी जाए। मुख्य सचिव TVSN प्रसाद ने इस नोटिस पर 5 अफसरों को व्यक्तिगत सुनवाई पर बुलाया है। हालांकि अभी तक टीवीएसएन प्रसाद ने सीनियोरिटी को लेकर कोई भी लिस्ट फाइनल नहीं की। संभावना है कि जल्द ही मुख्य सचिव इसको लेकर लिस्ट जारी कर सकते हैं। हरियाणा सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि यह विवाद CM दरबार भी पहुंच चुका है। ग्रेडेशन लिस्ट में सुधीर राजपाल सबसे सीनियर पिछले 34 साल से हरियाणा कैडर के 1990 बैच के IAS अफसरों की ग्रेडेशन लिस्ट प्रकाशित हो रही है। इस लिस्ट में सुधीर राजपाल की सीनियोरिटी सबसे ऊपर है। उनके बाद डॉ. सुमिता मिश्रा का नाम प्रकाशित होता है। प्रदेश सरकार ने भी जितने आदेश जारी किए, उनमें सीनियोरिटी का क्रम यही रखा गया है। ऐसे में सीनियोरिटी के क्रम में सुधीर राजपाल सबसे सीनियर माने जा रहे हैं। 34 साल से हरियाणा में ये है परंपरा सीनियोरिटी के अनुसार 1988 बैच के IAS टीवीएसएन प्रसाद के बाद दूसरे नंबर पर 1989 बैच के विवेक जोशी हैं। मगर, वे केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। उनके बाद 1990 बैच के सीनियर मोस्ट आईएएस सुधीर राजपाल हैं। अगर 1990 बैच के 34 साल से चली आ रही ही IAS अफसरों की सीनियोरिटी बरकरार रहती है, तो परंपरा अनुसार सुधीर राजपाल को वित्तायुक्त राजस्व पद पर तैनात किया जाएगा। अगर मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद 1990 बैच की सीनियोरिटी तोड़ने की सिफारिश करते हैं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उस सिफारिश को मान लेते हैं तो वरिष्ठतम अंकुर गुप्ता हो जाएंगे। उनके बाद अनुराग रस्तोगी, फिर आनंद मोहन शरण, डॉ. राजा शेखर कुंडरू फिर सुधीर राजपाल और अंत में डॉ. सुमिता मिश्रा का नाम आएगा। सीनियोरिटी बदलने पर कई अफसर बनेंगे मुख्य सचिव अभी 1990 बैच की वरिष्ठता का क्रम सुधीर राजपाल, डॉ. सुमिता मिश्रा, अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी, आनंद मोहन शरण और डॉ. राजा शेखर वुंडरू हैं। सुधीर राजपाल की रिटायरमेंट तिथि 30 नवंबर 2026, डॉ . सुमिता मिश्रा की 31 जनवरी, 2027, अंकुर गुप्ता की 31 दिसंबर, 2024, अनुराग रस्तोगी की 30 जून, 2025, आनंद मोहन शरण की 31 अगस्त, 2025 और डॉ. राजा शेखर कुंडरू की 31 जुलाई, 2026 है। चूंकि टीवीएसएन प्रसाद की रिटायरमेंट 31 अक्तूबर, 2024 को होनी है। उनके बाद मुख्य सचिव सामान्य तौर पर सीनियर मोस्ट को नियुक्त किया जाता है। इसलिए अगर 1990 बैच के अफसरों की वरिष्ठता बदलती है तो थोड़े-थोड़े समय के लिए कई IAS अफसर मुख्य सचिव बन सकते हैं।
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