पंजाब के किसानों को लेकर दिए गए बयान के बाद राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि द्वेष भावना रखने वाले लोग इस तरह की खबरें फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि, मेरे जिस भाषण को ये लोग बार बार चला रहे है वह महम शुगर मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ का है और वहां पर सभी किसानों के सामने का है। सारे किसानों ने ध्यानपूर्वक मेरी बात सुनी किसी एक किसान ने भी विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक विचारों के होते हैं। जांगडा ने कहा कि अपने क्षेत्र में मनोहर लाल सरकार में और नायब सैनी सरकार में उन्होंने करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं की शुरुआत किसानों के लिए की है। महम क्षेत्र में पहली बार विकास कार्य हुआ है, कुछ लोगों को द्वेष भावना स्वरूप ये पच नहीं रहा है। वहीं दूसरी और महम चौबीसी सर्वखाप के रामफल राठी और तपा प्रधान भीम सिंह बहलबा ने भी सांसद रामचंद्र जांगडा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रामचंद्र जांगडा के सांसद बनने के बाद महम हलके में इतने विकास कार्य हुए हैं, जितने पहले कभी नहीं हुए। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में बिछवाई पाइप लाइन : दलीप सिंह सैमान के तपा प्रधान दलीप सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती मनोहर लाल सरकार में सांसद जांगडा ने पुट्टी सैमान भैणी सुरजन बेडवा आदि गांवों के हजारों किसानों के लिए जीवन देने का काम किया है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में जहां हर साल पानी भरता था, वहां करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछवा कर किसान हितैषी होने का परिचय दिया। जिला पार्षद संदीप ने कहा कि अजायब गांव के हजारों किसानों के लिए भी सांसद रामचंद्र ने करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछवा कर उनके आंसु पोंछने का काम किया है, सभी चौबीसी खाप पंचायत के पदाधिकारियों ने कहा कि विरोधी ऐसी चीज फैलाते रहते हैं। पंजाब के किसानों को लेकर दिए गए बयान के बाद राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि द्वेष भावना रखने वाले लोग इस तरह की खबरें फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि, मेरे जिस भाषण को ये लोग बार बार चला रहे है वह महम शुगर मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ का है और वहां पर सभी किसानों के सामने का है। सारे किसानों ने ध्यानपूर्वक मेरी बात सुनी किसी एक किसान ने भी विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक विचारों के होते हैं। जांगडा ने कहा कि अपने क्षेत्र में मनोहर लाल सरकार में और नायब सैनी सरकार में उन्होंने करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं की शुरुआत किसानों के लिए की है। महम क्षेत्र में पहली बार विकास कार्य हुआ है, कुछ लोगों को द्वेष भावना स्वरूप ये पच नहीं रहा है। वहीं दूसरी और महम चौबीसी सर्वखाप के रामफल राठी और तपा प्रधान भीम सिंह बहलबा ने भी सांसद रामचंद्र जांगडा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि रामचंद्र जांगडा के सांसद बनने के बाद महम हलके में इतने विकास कार्य हुए हैं, जितने पहले कभी नहीं हुए। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में बिछवाई पाइप लाइन : दलीप सिंह सैमान के तपा प्रधान दलीप सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती मनोहर लाल सरकार में सांसद जांगडा ने पुट्टी सैमान भैणी सुरजन बेडवा आदि गांवों के हजारों किसानों के लिए जीवन देने का काम किया है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में जहां हर साल पानी भरता था, वहां करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछवा कर किसान हितैषी होने का परिचय दिया। जिला पार्षद संदीप ने कहा कि अजायब गांव के हजारों किसानों के लिए भी सांसद रामचंद्र ने करोड़ों की लागत से पाइप लाइन बिछवा कर उनके आंसु पोंछने का काम किया है, सभी चौबीसी खाप पंचायत के पदाधिकारियों ने कहा कि विरोधी ऐसी चीज फैलाते रहते हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
भिवानी पहुंची जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी:लोगों की सुनी समस्याएं; कहा- सभी क्षेत्रों का बराबर करवाया जाएगा विकास
भिवानी पहुंची जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी:लोगों की सुनी समस्याएं; कहा- सभी क्षेत्रों का बराबर करवाया जाएगा विकास जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी आज भिवानी पहुंची। उन्होंने कहा कि किसान व गरीब को बिना भेदभाव के सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सभी क्षेत्रों का बराबर विकास करवाया जाएगा। क्षेत्र की सभी नहरों में उनके हिस्से का टेल तक पूरा पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान को सिंचाई के लिए नहरी पानी व खाद, बीज की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। जिन नहरों व पंप हाउस हाउसों में मरम्मत की जरूरत है, उनका पुनर्निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए ग्रांट की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। गांव में सुनी लोगों की समस्याएं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी सोमवार को तोशाम, सरल तथा भेरा गांव में लोगों की समस्याएं सुनी रही थी। उन्होंने विभिन्न गांवों में शादी समारोह में शिरकत कर नव-विवाहितों को आशीर्वाद दिया। वहीं सिरसा के गांव मोडियाखेड़ा, जोबरजा, बकरियांवाली और गुड़िया खेड़ा से आए लोगों ने भी अपनी समस्याएं रखीं। जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर की लाइनिंग को बेड को ऊंचा करें ताकि अधिक से अधिक गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सके।
हरियाणा के IAS ऑफिसर्स की वापस होगी सिक्योरिटी:HC ने दिए निर्देश; येलो बुक को प्रशासन के कब्जे में रखने को कहा, DGP से मांगा जवाब
हरियाणा के IAS ऑफिसर्स की वापस होगी सिक्योरिटी:HC ने दिए निर्देश; येलो बुक को प्रशासन के कब्जे में रखने को कहा, DGP से मांगा जवाब पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा की टॉप ब्यूरोक्रेसी को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को निर्देश दिया है कि वह राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को दी गई सिक्योरिटी को वापस ले। कोर्ट ने कहा है कि जिन ऑफिसर्स को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारी या अर्ध-न्यायिक कार्य के लिए तैनात किया गया यह आदेश उन्ही अफसरों पर लागू होगा। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक हरियाणा (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को एक हलफनामा दायर कर यह बताने का भी निर्देश दिया है कि क्या हरियाणा राज्य में किसी आईपीएस अधिकारी को किसी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन की ड्यूटी सौंपी गई है। येलो बुक कब्जे में लेने के निर्देश हाईकोर्ट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी देने वाली येलो बुक (सुरक्षा उपलब्ध कराने व सुरक्षा प्राप्त लोगों की जानकारी की किताब) को भी प्रशासन के सुरक्षित कब्जे में रखने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई की तारीख पर बुक वापस कर दी जाएगी। मामले की अगली सुनवाई 28 अक्टूबर के लिए स्थगित कर दी गई है। जस्टिस हरकेश मनुजा ने पंजाब एवं हरियाणा राज्य में विभिन्न सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को दी गई सुरक्षा से संबंधित एक चल रही याचिका पर सुनवाई करते हुए ये आदेश पारित किए हैं। कोर्ट ने डीजीपी के दिए फैक्ट का वेरिफिकेशन कराने को कहा राज्य पुलिस प्रमुख को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने उनसे कहा कि वह हलफनामा दायर करें, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि हरियाणा राज्य में किसी भी आईएएस अधिकारी को नागरिक प्रशासन की जिम्मेदारियों या अर्ध-न्यायिक कार्यों से निपटने के दौरान कोई सुरक्षा प्रदान की जाती है, तो उसे तुरंत प्रभाव से वापस ले लिया जाए। डीजीपी ने यह जानकारी दी है कि आज तक राज्य में किसी भी आईपीएस अधिकारी को किसी भी बोर्ड या निगम आदि में नागरिक प्रशासन का कर्तव्य नहीं सौंपा गया है। कोर्ट ने डीजीपी से अनुरोध किया कि वह इन इस तथ्यों के उचित सत्यापन के बाद अपने हलफनामे में उचित जवाब दें। डीजीपी बोले- हरियाणा शांतिपूर्ण राज्य चार अक्टूबर को हाईकोर्ट में मामले की हुई सुनवाई के दौरान पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यवाही में शामिल हुए और कहा कि हरियाणा अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण राज्य है, राज्य के भीतर आईएएस अधिकारियों को कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है, जिन्हें नागरिक प्रशासनिक कार्यों और जिम्मेदारियों से जोड़ा गया है, सिवाय किसी ऐसे अधिकारी को छोड़कर जिसे असाधारण परिस्थितियों में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए काम सौंपा गया हो।
पानीपत में कांग्रेस से दोनों विधायकों को टिकट:समालखा से धर्मसिंह छौक्कर, इसराना से बलबीर को मौका; दोनों भूपेंद्र हुड्डा के करीबी
पानीपत में कांग्रेस से दोनों विधायकों को टिकट:समालखा से धर्मसिंह छौक्कर, इसराना से बलबीर को मौका; दोनों भूपेंद्र हुड्डा के करीबी कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 31 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 27 मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट दिया गया है। इन्हीं विधायकों में पानीपत जिले की 2 विधानसभाओं पर कांग्रेस ने अपने दोनों मौजूदा विधायकों को फिर मौका दिया है। जिनमें समालखा से धर्म सिंह छौक्कर और इसराना से बलबीर वाल्मीकि शामिल है। अब समालखा में बीजेपी के मनमोहन भड़ाना से धर्म सिंह छौक्कर का मुकाबला है। वहीं, इसराना सीट पर पिछली बार की तरह इस बार भी बीजेपी के कृष्ण लाल पंवार के सामने बलबीर सिंह वाल्मीकि होंगे। जानिए, कौन हैं धर्म सिंह छौक्कर? भाई के निधन के बाद संभाली राजनीति धर्म सिंह छौक्कर पुलिस की नौकरी छोड़ राजनीति में आए। दरअसल, धर्म सिंह छौक्कर के दो और भाई थे। जिसमें से एक इंदर सिंह छौक्कर साल 2000 में पुलिस नौकरी छोड़ पहले इनेलो के कार्यकर्ता बने। फिर उन्होंने समालखा विधानसभा से राजनीति की शुरुआत की। इनेलो ने टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय ही चुनाव लड़े। इस दौरान वे पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के संपर्क में आए और हजकां में शामिल हो गए। इंदर सिंह का निधन होने के बाद उनके भाई धर्म सिंह छौक्कर भाई की राजनीतिक विरासत संभाली। 2008 में राजनीति में आए साल 2007 में इंदर सिंह छौक्कर की मौत के बाद साल 2008 में धर्म सिंह छौक्कर राजनीति में आए। पहली बार हजकां के टिकट पर कांग्रेस के उम्मीदवार संजय छौक्कर को हराकर विधायक बने। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। 2014 में धर्म सिंह छौक्कर ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। हारने के बाद भी 5 साल तक वे अपनी विधानसभा में एक्टिव रहे और 2019 में उन्होंने बीजेपी के शशिकांत कौशिक को हराया और दूसरी बार विधायक बने। जानिए, कौन है बलबीर सिंह इसराना हलके के मौजूदा विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि ने अपना सियासी सफर सरपंच पद से ही शुरू किया था। हालांकि उन्होंने राजनीति के गुर अपनी मां के सरपंच पद पर रहते हुए ही सीखने शुरू कर दिए थे। उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि मजदूरी करने वाला कोई व्यक्ति एक दिन गांव की सामान्य गलियों से निकल कर हरियाणा विधानसभा के दरवाजे तक पहुंचेगा। गांव गवालड़ा निवासी बलबीर सिंह वाल्मीकि ने उनके सियासी सफर की शुरुआत 2005 में सरपंच पद से शुरू की थी। लेकिन सन 1995 में एससी श्रेणी के सरपंच पद पर उसकी मां के सरपंच रहते हुए ही उन्हें सामाजिक व राजनीतिक ताने-बाने के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला। 2000 में लड़ा था सरपंच पद का चुनाव बलबीर सिंह वाल्मीकि 2000 में सामान्य वर्ग की सीट पर सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन मात्र 32 वोटों से वह चुनाव हार गए। साल 2005 में सरपंच पद सामान्य होते हुए भी 238 वोटों से विजय हासिल कर गांव के सरपंच बने। यहीं से उनका सियासी सफर परवान चढ़ता गया। इसके बाद वह खंड इसराना सरपंच एसोसिएशन के प्रधान बन गए। जबकि खंड की 32 ग्राम पंचायतों में वह अकेले ही वाल्मीकि सरपंच थे। इसी दौरान प्रदेश के कुछ वरिष्ठ राजनीतिज्ञों से उसकी मुलाकात अथवा संपर्क होता रहा। जिसके चलते उनके राजनीतिक रसूख बनते चले गए। 2009 में कांग्रेस से मिला टिकट पहली बार 2009 में उन्हें कांग्रेस से टिकट मिला, लेकिन वह चुनाव हार गए। इसके बाद भी उन्होंने राजनीतिक पकड़ कमजोर नहीं होने दी। 5 साल बाद सन 2014 में दोबारा कांग्रेस से टिकट मिल गया। लेकिन इस बार भी उन्हें हार का मुंह ही देखना पड़ा। लगातार 2 बार विधानसभा का चुनाव हारने के बाद भी उनका राजनीतिक हौसला कम नहीं हुआ। आखिर 2019 में तीसरी बार कांग्रेस के टिकट पर वह चुनाव जीतकर विधानसभा तक पहुंचने में सफल हो गए।