हरियाणा के पानीपत शहर में रहने वाले दो चचेरे भाइयों ने सुसाइड कर लिया है। दोनों भाइयों पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया था। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि दोनों भाइयों को थाने में भी खूब पीटा गया। जिससे आहत होकर उन्होंने आत्महत्या करने जैसा बड़ा कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई घर से निकले और ताऊ देवी लाल पार्क में जाकर जहर निगल लिया। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। महिला ने दोनों भाइयों को किया ब्लैकमेल मामले के अनुसार दोनों भाई शाहबाज और कैफ बीती 8 नवंबर को इंसार बाजार स्थित सलारगंज गेट के पास मोमोज खाने गए थे। इसी दौरान महिला के साथ दोनों भाइयों की कहासुनी हो गई। कहासुनी लड़ाई झगड़े में तब्दील हो गई और महिला ने दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत दे दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि थाने में दोनों भाइयों को टॉर्चर किया गया। महिला ने दोनों चचेरे भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने सहित ज्वैलरी और पैसे लूटने की भी बात कही। जिस बात की टेंशन के चलते दोनों ने पानीपत के देवीलाल पार्क में जाकर जहर खा लिया जिसकी वजह से दोनों भाइयों की उपचार के दौरान रोहतक पीजीआई में मौत हो गई। इस तरह शुरू हुआ था विवाद परिजनों ने बताया कि दोनों मोमोज खा रहे थे। वहां एक महिला भी मोमोज खा रही थी। तभी युवक को उसके दोस्त का फोन आया उसने अपने दोस्त को गाली दे दी। महिला ने कहा कि गाली क्यों दे रहा है। उसके बाद कहासुनी हो गई। कहासुनी लड़ाई झगड़े में बदल गई। उसके बाद महिला ने पुलिस थाने में झूठी शिकायत करवा दी। महिला ने दोनों को डराया-धमकाया। जिससे आहत होकर दोनों ने जहर खा लिया। सुसाइड से पहले वीडियो बनाई मृतक कैफ का मरने से पहले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी मौत का कारण बताया। उसने कहा कि महिला ने थाने में झूठी शिकायत दी। मृतक ने कहा थाने में हमारी एक भी बात नहीं सुनी। थाने में भी हमारी पिटाई की। जिससे परेशान होकर हम दोनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हरियाणा के पानीपत शहर में रहने वाले दो चचेरे भाइयों ने सुसाइड कर लिया है। दोनों भाइयों पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया था। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि दोनों भाइयों को थाने में भी खूब पीटा गया। जिससे आहत होकर उन्होंने आत्महत्या करने जैसा बड़ा कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई घर से निकले और ताऊ देवी लाल पार्क में जाकर जहर निगल लिया। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। महिला ने दोनों भाइयों को किया ब्लैकमेल मामले के अनुसार दोनों भाई शाहबाज और कैफ बीती 8 नवंबर को इंसार बाजार स्थित सलारगंज गेट के पास मोमोज खाने गए थे। इसी दौरान महिला के साथ दोनों भाइयों की कहासुनी हो गई। कहासुनी लड़ाई झगड़े में तब्दील हो गई और महिला ने दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत दे दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि थाने में दोनों भाइयों को टॉर्चर किया गया। महिला ने दोनों चचेरे भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने सहित ज्वैलरी और पैसे लूटने की भी बात कही। जिस बात की टेंशन के चलते दोनों ने पानीपत के देवीलाल पार्क में जाकर जहर खा लिया जिसकी वजह से दोनों भाइयों की उपचार के दौरान रोहतक पीजीआई में मौत हो गई। इस तरह शुरू हुआ था विवाद परिजनों ने बताया कि दोनों मोमोज खा रहे थे। वहां एक महिला भी मोमोज खा रही थी। तभी युवक को उसके दोस्त का फोन आया उसने अपने दोस्त को गाली दे दी। महिला ने कहा कि गाली क्यों दे रहा है। उसके बाद कहासुनी हो गई। कहासुनी लड़ाई झगड़े में बदल गई। उसके बाद महिला ने पुलिस थाने में झूठी शिकायत करवा दी। महिला ने दोनों को डराया-धमकाया। जिससे आहत होकर दोनों ने जहर खा लिया। सुसाइड से पहले वीडियो बनाई मृतक कैफ का मरने से पहले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी मौत का कारण बताया। उसने कहा कि महिला ने थाने में झूठी शिकायत दी। मृतक ने कहा थाने में हमारी एक भी बात नहीं सुनी। थाने में भी हमारी पिटाई की। जिससे परेशान होकर हम दोनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में PNB चीफ मैनेजर की संदिग्ध मौत:होटल में मिला शव; कर्मचारी बोले- रात को अचानक बिगड़ी थी तबियत, उत्तराखंड का रहने वाला था
पानीपत में PNB चीफ मैनेजर की संदिग्ध मौत:होटल में मिला शव; कर्मचारी बोले- रात को अचानक बिगड़ी थी तबियत, उत्तराखंड का रहने वाला था हरियाणा के पानीपत में GT रोड स्थित NK टावर गेस्ट हाउस के ऊपर बने एक निजी होटल में पंजाब नेशनल बैंक ( PNB) के चीफ मैनेजर का शव मिला है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय राकेश कुमार के रूप में हुई है। जो मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्र पुर का रहने वाला था। राकेश पिछले करीब 20 साल से पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत था और पिछले 4 साल से उनकी पोस्टिंग पानीपत में हाइव होटल के पीछे पंजाब नेशनल बैंक की सीबीपी शाखा में थी। होटल के कर्मचारियों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 9 बजे राकेश की अचानक से तबीयत बिगड़ी थी। होटल कर्मचारियों ने इसकी सूचना राकेश के परिजनों को दी। जब तक परिजन मौके पर पहुंचे तब तक राकेश की मौत हो चुकी थी। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस ने इत्फ़ाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। बैंक कर्मचारी यूनियन ने की आर्थिक मदद
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव को लेकर अपने पैतृक निवास स्थान रुद्रपुर की ओर जा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि वे अपने पैतृक गांव के श्मशान घाट में ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे। वहीं, मृतक के अंतिम संस्कार के लिए पंजाब नेशनल बैंक की कर्मचारी यूनियन ने पीड़ित परिवार को 20 हजार की मौके पर ही आर्थिक सहायता भी दी है। पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी कमल गिरधर और सुभाष ने बताया कि मृतक राकेश पंजाब नेशनल बैंक की सीबीपी शाखा में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत था। यह शाखा हाइव होटल के पीछे है। इसी के पास एनके टावर गेस्ट हाउस के ऊपर वाले होटल में राकेश रहता था।
हरियाणा में बाप-बेटी की मौत:स्कूटी को टक्कर मारकर गड्ढे में पलटी कार; 15 दिन पहले ही हुआ था बेटा
हरियाणा में बाप-बेटी की मौत:स्कूटी को टक्कर मारकर गड्ढे में पलटी कार; 15 दिन पहले ही हुआ था बेटा हरियाणा के कैथल में रविवार (3 नवंबर) शाम को पाई गांव के पास कार और स्कूटी की टक्कर में बाप-बेटी की मौत हो गई। हादसे में कार सवार 4 अन्य लोग भी घायल हुए हैं। मृतकों की पहचान बलिंद्र (25) और हिमांशी (2) के रूप में हुई है। रात को दोनों को रोहतक PGI से चंडीगढ़ PGI के लिए रेफर किया गया था। रास्ते में हिमांशी की मौत हो गई, जबकि उसके पिता बलिंद्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुंडरी पुलिस मामले की जांच कर रही है। 15 दिन पहले हुआ था बेटे का जन्म
दविंदर ने बताया कि बलिंद्र गन्नौर स्थित एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वह दीपावली को लेकर अपने घर आया हुआ था। 15 दिन पहले ही बलिंद्र के घर बेटे का जन्म हुआ था। अब उसके पीछे परिवार में उसकी पत्नी व बेटी के अलावा एक 15 दिन का बेटा रह गया है। स्पीड तेज होने के चलते कंट्रोल से बाहर हुई कार रविवार शाम वह अपनी 2 साल की बेटी हिमांशी के साथ खेत में गया हुआ था, वापस आते समय बलिंद्र ने अपनी स्कूटी के आगे अपनी बेटी को खड़ा किया था और पीछे घास की गठरी रखी थी। जब वह अपने गांव में पहुंचा तो तभी एक कार राजौंद से पाई की ओर आ रही थी। जैसे ही उनकी कार धर्मकांटा के निकट पहुंची तो धर्मकांटा से निकलकर एक ट्रैक्टर सड़क पर आ गया। कार की स्पीड अधिक होने के कारण चालक कार को नियंत्रित नहीं कर पाया और कार सामने साइड में खड़ी स्कूटी से टकराते हुए सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। टक्कर लगने के बाद बलिंद्र और हिमांशी गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने परिवार को घटना की सूचना दी। पहले उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रोहतक रेफर कर दिया। पुलिस बोली- रॉन्ग साइड पर ले गया ड्राइवर पुंडरी थाना के SI दीपक सिंह ने बताया कि कार सवार भाई दूज पर धोक मारकर अपने घर लौट रहे थे। कार में सवार 4 लोगों को भी चोटें आई हैं। ट्रैक्टर सामने आने के कारण ड्राइवर ने कार को रॉन्ग साइड पर कर लिया था। तभी अचानक स्कूटी से टक्कर हो गई। पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों के हवाले कर दिए हैं। शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे
हरियाणा में समय से पहले हो सकते हैं विधानसभा चुनाव:25 अगस्त के बाद घोषणा संभव; सैनी सरकार अलर्ट, अधिकारी देर रात तक कामों में जुटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव तय समय से पहले हो सकते हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) 25 अगस्त के बाद इसकी घोषणा करेगा। इस साल 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड शामिल हैं। ECI के सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर के कारण चुनाव की डेट में बदलाव किया गया है। 2019 में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। इस सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को खत्म होगा। समय से पहले विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा सरकार भी अलर्ट हो गई है। सीएम नायब सैनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और टॉप ब्यूरोक्रेसी को अलर्ट कर दिया है। यही वजह है कि CMO के ऑफिसर्स देर रात तक काम कर रहे हैं। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल पहले ही बता चुके हैं कि विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग की टीम 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरे पर आ रही है। स्थानीय स्तर पर सभी 22 जिलों मे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियरों द्वारा EVM चेकिंग का काम किया जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए 817 पोलिंग बूथ नए बनाए गए हैं, जिसके बाद पोलिंग बूथों की संख्या बढ़कर 20,629 हो गई है। समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की ये 3 बड़ी वजहें… 1. जम्मू-कश्मीर जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। यहां अब विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां सितंबर 2024 में विधानसभा चुनाव संभावित हैं, जबकि हरियाणा सहित 3 अन्य राज्यों में अक्टूबर 2024 में विधानसभा प्रस्तावित है। जम्मू-कश्मीर की सीमाएं पाकिस्तान से लगती है। आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पिछले कुछ दिनों से आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं, ऐसे में केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराकर इतिश्री करना चाहती है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने पड़ रहे हैं। 2. विपक्ष को ज्यादा टाइम देने के मूड में नहीं केंद्र राजनीतिक जानकारों का कहना है लोकसभा चुनाव के बाद BJP के लिए इन चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव बड़े महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इन राज्यों के चुनाव का सीधा असर केंद्र की सरकार पर पड़ेगा। चूंकि अभी भाजपा ने केंद्र में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के सहयोग से बनी है। यदि इन राज्यों में भाजपा को अच्छे परिणाम नहीं मिले तो जाहिर है कि इसका सीधा सरकार गठबंधन के सहयोगियों पर भी पड़ेगा। जल्द चुनाव होने से विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस को अपनी तैयारियों को लेकर टाइम नहीं मिल पाएगा। 3. हरियाणा में भी BJP चाहती है जल्दी चुनाव केंद्र के साथ हरियाणा BJP भी यह चाहती है कि यहां समय से पहले ही विधानसभा चुनाव हों। इसका इनपुट हरियाणा की टॉप लीडरशिप केंद्र को दे चुकी है। यदि यहां समय से पहले चुनाव होते हैं तो हरियाणा सरकार विधानसभा में मानसून सेशन एक दिन का कर सकती है। संविधान विशेषज्ञ राम नारायण यादव ने बताया आर्टिकल 174 के कारण सरकार को 6 महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। चाहे वह एक दिन ही सत्र क्यों न हो। हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन की सरकार थी, इसी साल अलग हुए दोनों हरियाणा में 2019 में पिछले विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा को 41 और जजपा को 10 सीट मिली थीं। 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक के साथ भाजपा ने सरकार बनाई थी। मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि वह 5 साल कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। इसी साल 12 मार्च को जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सैनी को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दावा किया कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। मीटिंग में भाजपा के 41 और 7 निर्दलीय विधायक शामिल हुए थे, यानी 48। विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए था। लोकसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस को 5-5 सीट मिलीं लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने 5 सीटें जीतीं। वहीं भाजपा को भी 5 सीटों पर जीत मिली। 2019 में भाजपा ने यहां 10 में से 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। उनके दिग्गज नेता तक चुनाव हार गए थे। हरियाणा विधानसभा में बदल चुकी स्थिति लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। अब भाजपा, कांग्रेस के पास विधायकों की क्या है संख्या मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29 (किरण चौधरी अभी कांग्रेस विधायक हैं, स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।), जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक हैं।