हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने घर पर दो पैकेट सल्फास खाकर लिया। इसके बाद उसने जहर खाने के बारे में अपनी मां को बताया। मां तुरंत उसे एक ऑटो से सिविल अस्पताल ले कर पहुंची। यहां डॉक्टरों की टीम ने व्यक्ति को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह बच नहीं सका और उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई कर रही है। दो बेटियों का पिता था मृतक जानकारी देते हुए राम कुमार शर्मा ने बताया कि उसका बेटा नवीन शर्मा(47) था। जिसकी 2004 में फरुख्खाबाद निवासी महिला के साथ शादी की थी। शादी के बाद वह दो बच्चों का पिता है। दोनों बेटियां है। साल 2021 में उसकी पत्नी झगड़ कर अपने मायका चली गई थी। जहां से वह वापस नहीं लौटी। इतना ही नहीं, पत्नी ने नवीन के खिलाफ गुरुग्राम और पटौदी कोर्ट में केस किए हुए थे। इनमें एक केस दहेज मांगने समेत अन्य आरोपों का है। जबकि दूसरा केस खर्चे का डाला हुआ था। इतना ही नहीं, सभी बातों को दरकिनार कर नवीन कई बार अपनी पत्नी-बच्चों को लेने भी गया, पर वो साथ ही नहीं आई। बल्कि उसे वहां से बेइज्जत कर वापस भेज दिया था। इसके बाद से नवीन मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। एक रोटी खाई, फिर छत पर बैठने चला गया था पिता राम कुमार शर्मा ने बताया कि 2004 से बेटा-बहू अपने बच्चों के साथ नरेला ही रहते थे। 2021 में केस होने के बाद भी परिवार वालों को पता नहीं लगा। कुछ ही समय बाद बेटा मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। जिसके हालतों के बारे में परिचितों ने बताया था। जिसके चलते अब कुछ समय पहले ही वे अपने बेटे को नरेला से लेकर पानीपत देसराज कॉलोनी स्थित अपने घर लाए थे। बेटा अक्सर घूमने की बात कह कर चला जाता था। शनिवार सुबह भी वह देवी मंदिर तक घूमने गया था। वापस लौटने के बाद उसने एक रोटी खाई। इसके बाद वह कुर्सी लेकर छत पर बैठने चला गया था। करीब 10 ही मिनट बाद वह वापस नीचे दौड़ता हुआ आया। नीचे मां-पिता खाना खा रहे थे। युवक ने अपनी मां को कहा कि मम्मी मैंने सल्फास खा लिया है। साथ ही पिता को कहा कि पापा मुझे मारो, मैंने आज सल्फास खाया है। हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने घर पर दो पैकेट सल्फास खाकर लिया। इसके बाद उसने जहर खाने के बारे में अपनी मां को बताया। मां तुरंत उसे एक ऑटो से सिविल अस्पताल ले कर पहुंची। यहां डॉक्टरों की टीम ने व्यक्ति को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह बच नहीं सका और उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही शव का पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई कर रही है। दो बेटियों का पिता था मृतक जानकारी देते हुए राम कुमार शर्मा ने बताया कि उसका बेटा नवीन शर्मा(47) था। जिसकी 2004 में फरुख्खाबाद निवासी महिला के साथ शादी की थी। शादी के बाद वह दो बच्चों का पिता है। दोनों बेटियां है। साल 2021 में उसकी पत्नी झगड़ कर अपने मायका चली गई थी। जहां से वह वापस नहीं लौटी। इतना ही नहीं, पत्नी ने नवीन के खिलाफ गुरुग्राम और पटौदी कोर्ट में केस किए हुए थे। इनमें एक केस दहेज मांगने समेत अन्य आरोपों का है। जबकि दूसरा केस खर्चे का डाला हुआ था। इतना ही नहीं, सभी बातों को दरकिनार कर नवीन कई बार अपनी पत्नी-बच्चों को लेने भी गया, पर वो साथ ही नहीं आई। बल्कि उसे वहां से बेइज्जत कर वापस भेज दिया था। इसके बाद से नवीन मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था। एक रोटी खाई, फिर छत पर बैठने चला गया था पिता राम कुमार शर्मा ने बताया कि 2004 से बेटा-बहू अपने बच्चों के साथ नरेला ही रहते थे। 2021 में केस होने के बाद भी परिवार वालों को पता नहीं लगा। कुछ ही समय बाद बेटा मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। जिसके हालतों के बारे में परिचितों ने बताया था। जिसके चलते अब कुछ समय पहले ही वे अपने बेटे को नरेला से लेकर पानीपत देसराज कॉलोनी स्थित अपने घर लाए थे। बेटा अक्सर घूमने की बात कह कर चला जाता था। शनिवार सुबह भी वह देवी मंदिर तक घूमने गया था। वापस लौटने के बाद उसने एक रोटी खाई। इसके बाद वह कुर्सी लेकर छत पर बैठने चला गया था। करीब 10 ही मिनट बाद वह वापस नीचे दौड़ता हुआ आया। नीचे मां-पिता खाना खा रहे थे। युवक ने अपनी मां को कहा कि मम्मी मैंने सल्फास खा लिया है। साथ ही पिता को कहा कि पापा मुझे मारो, मैंने आज सल्फास खाया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में घर-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा:BJP सरकार ने EDC को 20% बढ़ाया, हर साल बढ़ोतरी भी होगी; गुरुग्राम-फरीदाबाद पर ज्यादा असर
हरियाणा में घर-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा:BJP सरकार ने EDC को 20% बढ़ाया, हर साल बढ़ोतरी भी होगी; गुरुग्राम-फरीदाबाद पर ज्यादा असर हरियाणा में BJP सरकार की हैट्रिक के बाद देश की राजधानी दिल्ली से सटे शहरों में मकान-फ्लैट और प्लाट खरीदना महंगा हो गया है। इसकी वजह ये है कि प्रदेश सरकार ने 8 साल बाद मूलभूत सुविधाओं के बदले लिए जाने वाले एक्सटर्नल डेवलपमेंट चार्ज (EDC) में एक साथ 20% की बढ़ोतरी कर दी। जिसे एक जनवरी से लागू भी कर दिया गया है। नगर एवं आयोजना विभाग के निदेशक अमित खत्री ने EDC को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। EDC वसूली के लिए पूरे हरियाणा को 6 जोन में बांटा गया है, जबकि पंचकूला में अलग से दरें निर्धारित की गई हैं। इतना ही नहीं, सरकार ने ये आदेश भी दिया है कि EDC में हर साल 10% की बढ़ोतरी होगी। इसका बोझ सीधा खरीदारों पर पड़ेगा क्योंकि बिल्डर पूरा शुल्क खरीदारों से वसूल करेंगे। इस कारण आवास परियोजनाओं के दाम बढ़ने तय हैं। गुरुग्राम-फरीदाबाद में सबसे ज्यादा असर
EDC बढ़ाने का सबसे ज्यादा असर गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोहना और आसपास के क्षेत्रों पर पड़ेगा। इन क्षेत्रों में फ्लैट्स की संख्या ज्यादा है। यहां जमीन कम है या काफी महंगी है। ऐसे में लोग यहां फ्लैट्स खरीदते हैं। इसी वजह से इसे हाईपर और हाई पोटेंशियल जोन में शामिल किया गया है। मीडियम पोटेंशियल जोन में अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, बहादुरगढ़, हिसार, रोहतक, रेवाड़ी, बावल, पलवल, जगदारी-यमुनानगर, धारूहेड़ा, पृथला, गन्नौर, और होडल को शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों का रुख बिल्डर ज्यादा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यहां फ्लैट्स की संभावनाएं बढ़ेगी। इसके अलावा भिवानी, फतेहाबाद, जींद, कैथल, महेन्द्रगढ़, नारनौल, सिरसा, झज्जर को लो पोंटेंशियल जोन पर रखा है। EDC बढ़ाने का असर इन क्षेत्रों पर कम पड़ेगा। 8 वर्ष से ईडीसी में नहीं हुआ था बदलाव
अभी तक प्रदेश में वर्ष 2015 की पॉलिसी के तहत EDC की वसूली हो रही थी। इसकी दरों में 8 वर्षों से कोई बदलाव नहीं किया गया था। EDC बढ़ाने से मिलने वाले अतिरिक्त राजस्व को संबंधित क्षेत्र के विकास पर खर्च किया जाएगा। आर्थिक जोन में विकास को बढ़ावा देने के लिए गुरुग्राम जिले के पटौदी, हेलीमंडी, फरूखनगर को लो पोटेंशियल जोन से निकालकर मीडियम पोटेंशियल जोन में शामिल कर लिया गया है। राज्य में ईडीसी दरों की गणना के लिए इंडेक्सेशन नीति में बदलाव किया गया है। दरअसल, 2015-2016 में EDC की दरों की वजह से रियल एस्टेट डेवलपर्स ने लाइसेंस लेना लगभग बंद कर दिया था, जिसके बाद सरकार ने इसमें बढ़ोतरी करनी बंद कर दी थी। हर साल 10 फीसदी की होगी बढ़ोतरी
भविष्य में EDC दरों को निर्धारित करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त किया जाएगा। जब तक आधार EDC दरें निर्धारित नहीं हो जातीं, तब तक हर साल एक अप्रैल से 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि प्रभावी रहेगी।
इससे पहले वित्त मंत्री, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री की मंत्रिमंडलीय उप-समिति की सिफारिशों पर इंडेक्सेशन मैकेनिज्म के तहत EDC की दरें तय की गई थीं। वर्ष 2018 में सरकार ने गुरुग्राम और रोहतक सर्किल की EDC दरों के निर्धारण का कार्य आईआईटी दिल्ली और फरीदाबाद, पंचकूला और हिसार सर्किल के लिए आईआईटी रुड़की को सौंपा था। दोनों संस्थानों ने EDC दरों के निर्धारण का कार्य करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण आज तक वही इंडेक्सेशन नीति और EDC दरें जारी रहीं।
हरियाणा की महिला को मिलेगा नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड:9 गायों से शुरू किया था फार्म, अब 350 से ज्यादा, 12 देशों में जाता है देसी घी
हरियाणा की महिला को मिलेगा नेशनल गोपाल रत्न अवॉर्ड:9 गायों से शुरू किया था फार्म, अब 350 से ज्यादा, 12 देशों में जाता है देसी घी हरियाणा के झज्जर के फरमाण गांव की रेणु सांगवान को 26 नवंबर को राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार नीति आयोग और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) पूसा के सहयोग से दिया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री लल्लन यादव और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे। यह पुरस्कार भी देश में पहली बार किसी महिला को दिया जाएगा। रेणु को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड के लिए भी चुना गया है। रेणु के पति कृष्ण पहलवान का साल 2018 में निधन हो गया था। इसके बाद रेणु ने पति के सपने को पूरा करने की ठानी। इसके लिए पहले बेटे विनय को वेटनरी का कोर्स कराया। फिर 9 देसी गायों के साथ गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की संस्था बनाकर गोपालन शुरू किया। अब उनके पास 350 गोवंश हैं। अब हर दिन करीब 750 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। इनकी गायों का दूध दिल्ली में 120 रुपए प्रति लीटर बिकता है। घी भी 12 देशों को भेजा जाता है। यहां गायों को बांसुरी की धुन सुनाई जाती है खुले बाड़े में रखी जाती हैं गायें
गोकुल फार्म श्री कृष्ण गोधाम की गायों को खुले बाड़े में रखा जाता है। उन्हें उनके ही खेतों में तैयार किया गया हरा चारा दिया जाता है। इसके अलावा गायों को रोजाना 300 एकड़ से अधिक की पंचायती जमीन पर चराने के लिए भी ले जाया जाता है। गाय को चारा खिलाने और बाहर निकालने के समय बांसुरी की धुन बजाई जाती है। इस समय गोशाला में हरियाणवी, साहीवाल, थारपारकर, राठी और गिर नस्ल की गायें हैं। प्रेरित होकर 20 लोगों ने शुरू किया गोपालन
उनके काम से प्रेरित होकर आसपास के गांव के 20 लोगों ने भी गोपालन शुरू किया। उनके पास 500 गायें हैं। रेनू सांगवान को मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2024 के लिए भी चुना गया है। 12 देशों में जाता है देसी घी
रेनू विलोना विधि से गाय का घी तैयार करती हैं। इसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, जर्मनी, अमेरिका और फिलीपींस जैसे 12 देशों में 3500 रुपए प्रति किलो के हिसाब से घी बेचा जाता है। सालाना टर्नओवर करीब 3-4 करोड़ रुपए है। गोसंरक्षण और गोपालन का लक्ष्य
रेनू सांगवान ने बताया कि हमारा अगला लक्ष्य गो संरक्षण और गोपालन है। इसके लिए हम हर गांव में गोपालन के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे। —————————– हरियाणा से जुड़ी खबर भी पढ़ें… डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक, एक गाय 67 लीटर दूध दे रही जीवन में लक्ष्य बनाकर चलें तो मुकाम हासिल हो ही जाता है, इस कहावत को करनाल के गुढा गांव के रहने वाले गुरमेश उर्फ डिम्पल दहिया (35) ने सच साबित किया है। आठवीं क्लास पास करने के बाद जब गुरमेश ने पढ़ाई छोड़ी तो कई लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, कई लोगों ने उनसे ये तक कहा कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे, लेकिन आज गुरमेश डेयरी फार्मिंग के जरिए करोड़पति बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें
हरियाणा बीजेपी संगठन चुनाव में होगी देरी:बड़ौली पर यौन शोषण केस है वजह; कल की गुरुग्राम बैठक रद्द, केंद्र से आने वाले थे 2 नेता
हरियाणा बीजेपी संगठन चुनाव में होगी देरी:बड़ौली पर यौन शोषण केस है वजह; कल की गुरुग्राम बैठक रद्द, केंद्र से आने वाले थे 2 नेता हरियाणा भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया 31 जनवरी तक पूरी हो जाएगी। पार्टी ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो लगभग पूरी हो चुकी है। पहले इसे 12 जनवरी तक पूरा किया जाना था, बाद में यह तिथि बढ़ाकर 16 जनवरी कर दी गई। लेकिन इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का नाम यौन उत्पीड़न मामले में आने से इसमें और देरी हो गई। मंडल अध्यक्षों के चुनाव के बाद 19 जनवरी यानी कल गुरुग्राम में बैठक होनी थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। अब संभावना है कि यह बैठक 20 या 21 जनवरी को बुलाई जाएगी। इस बैठक में अब तक की चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होनी थी। बैठक के बाद ही जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। इस प्रक्रिया में सात दिन का समय लगेगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। बड़ौली के अध्यक्ष बनने के आसार कम रेप के आरोपों से जूझ रहे हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की राजनीतिक मुश्किलें बढ़ गई हैं। बड़ौली पिछले साल जुलाई में हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष बने थे। ब्राह्मणों के बड़े चेहरे के रूप में स्थापित हो चुके मोहन लाल बडौली के एक बार फिर से भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावना थी, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कसौली थाने में उनके विरुद्ध दर्ज दुष्कर्म की रिपोर्ट ने उनकी फिर से अध्यक्ष बनने की राह में अड़चनें पैदा कर दी हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए बडौली की राह मुश्किल होती देख इस पद के बाकी दावेदार भाजपा के राजनीतिक गलियारों में एकाएक सक्रिय हो गए हैं। 43 लाख बन चुके सदस्य पार्टी के 43 लाख सदस्य पहले ही बन चुके हैं, जबकि सक्रिय सदस्यों की संख्या भी 39 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी सदस्यता अभियान जारी है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली के अनुसार अभी मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे होने हैं, फिर जिलाध्यक्षों के चुनाव होंगे। प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के बाद पूरे हरियाणा की कार्यकारिणी नए सिरे से गठित होगी। यदि किसी को दोबारा से पद दिया जाएगा तो नए सिरे से पत्र जारी होगा। इस बार एक्टिव मेंबरा को ज्यादा तवज्जो पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बार सक्रिय सदस्यों को ज्यादा तवज्जो मिल सकती है, पार्टी का मानना है जो भी पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करेगा, उसे पद दिया जाएगा। आगामी समय में हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। उन चुनावों के तहत भी पार्टी का संगठन अहम माना जा रहा है। क्योंकि 34 स्थानीय निकायों में चुनाव होने हैं व भाजपा की पैठ शहरी इलाकों में ज्यादा मानी जाती है। सीएम सैनी कर चुके विधायकों के साथ मंथन सीएम नायब सिंह सैनी भी संगठन को लेकर इसी हफ्ते मंगलवार को विधायकों व मंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं। जहां प्रदेश के विकास कार्यों पर मंथन हुआ। पार्टी के संगठन को लेकर भी चर्चा की गई। मंडल अध्यक्षों के बाद जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर भी विचार हुआ। सीएम ने आगामी बजट के लिए भी मंत्रियों व विधायकों की राय जानी है। ताकि हलका वाइज भी विकास में कमी न रहे। कई विधायकों ने अपने हलकों की मांगें भी सीएम के समक्ष रखी हैं।