हरियाणा के पानीपत जिले के करहंस गांव के बाहर जीटी रोड नेशनल हाईवे 44 पर एक हादसा हुआ। जहां तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर चालक ने एक व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। हादसा व्यक्ति के बेटे की आंखों के सामने हुआ। वह तुरंत अपने बेहोश पिता को अस्पताल लेकर गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। ऑटो चालक को पैसे दे रहा था, तभी मौत बनकर आई फॉर्च्यूनर समालखा थाने में दी शिकायत में मंजीत ने बताया कि वह गांव मनाना, जिला पानीपत का रहने वाला है। उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। 13 जुलाई को उसके पिता काम पर गए थे। वह खुद किसी काम से पानीपत बाजार गया था। पिता ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे। रास्ते में करहंस नर्सरी के पास पिता ऑटो से उतर गए। यहां वह ऑटो चालक को किराया देने लगे। इसी दौरान एक फॉर्च्यूनर चालक वहां काफी तेज गति से आया और कुछ ही देर में उसने उसके पिता को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी कार को और तेज गति से चलाते हुए फरार हो गया। हादसे में उसके पिता की मौत हो गई। हरियाणा के पानीपत जिले के करहंस गांव के बाहर जीटी रोड नेशनल हाईवे 44 पर एक हादसा हुआ। जहां तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर चालक ने एक व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। हादसा व्यक्ति के बेटे की आंखों के सामने हुआ। वह तुरंत अपने बेहोश पिता को अस्पताल लेकर गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। ऑटो चालक को पैसे दे रहा था, तभी मौत बनकर आई फॉर्च्यूनर समालखा थाने में दी शिकायत में मंजीत ने बताया कि वह गांव मनाना, जिला पानीपत का रहने वाला है। उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। 13 जुलाई को उसके पिता काम पर गए थे। वह खुद किसी काम से पानीपत बाजार गया था। पिता ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे। रास्ते में करहंस नर्सरी के पास पिता ऑटो से उतर गए। यहां वह ऑटो चालक को किराया देने लगे। इसी दौरान एक फॉर्च्यूनर चालक वहां काफी तेज गति से आया और कुछ ही देर में उसने उसके पिता को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी कार को और तेज गति से चलाते हुए फरार हो गया। हादसे में उसके पिता की मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में वाहन की टक्कर से डिलीवरी बॉय की मौत:हेलमेट चकनाचूर, सड़क पर बिखरी रोटियां, सिर में लगी चोट
करनाल में वाहन की टक्कर से डिलीवरी बॉय की मौत:हेलमेट चकनाचूर, सड़क पर बिखरी रोटियां, सिर में लगी चोट हरियाणा में करनाल के कैथल रोड पर एक दर्दनाक हादसे में एक युवक की मौत हो गई। बाइक पर जमेटो का फूड डिलीवरी बैग लगा हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि युवक कोई ऑर्डर डिलीवरी करने के लिए जा रहा था। मौके पर खाना और खाने की प्लेट टूटी हुई पाई गई है। बाइक के साथ-साथ हेलमेट भी टूटा हुआ मिला है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के शवगृह में रखवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अज्ञात वाहन ने मारी बाइक को टक्कर मृतक की पहचान करनाल के पृथ्वी विहार निवासी रवि के रूप में हुई है। पुलिस की माने तो युवक रवि जैमेटो में डिलीवरी बॉय का काम करता है और कहीं पर वह खाने की डिलीवरी देने के लिए जा रहा था। चिड़ाव मोड के पास वह पहुंचा तो उसकी बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी और वाहन चालक मौके से फरार हो गया। बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। बैग में रखी खाने की प्लेट और रोटियां सड़क पर बिखरी हुई पड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शी संजय ने बताया कि युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था और उसको कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। पुलिस की माने तो अस्पताल में डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कब्जे में लिया शव युवक की मौत की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने शव को शवगृह में रखवा दिया है। इआरवी इंचार्ज रमेश चंद्र ने बताया कि युवक काे किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी थी। वह फूड डिलीवरी का काम करता था। जांच में जुटी पुलिस युवक को राहगीरों ने अस्पताल में भर्ती करवाया था। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हेलमेट तक टूट चुका है और युवक के सिर में गंभीर चोट आई। जानकारी सदर थाना के आईओ को दे दी गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भिवानी में 300 करोड़ घोटाले की CBI जांच शुरू:नगर परिषद अधिकारियों से लिया रिकार्ड, शौचालयों की जमीन पर बनी दुकानें
भिवानी में 300 करोड़ घोटाले की CBI जांच शुरू:नगर परिषद अधिकारियों से लिया रिकार्ड, शौचालयों की जमीन पर बनी दुकानें हरियाणा के भिवानी जिला में नगर परिषद में वर्ष 2022 में हुए करीब 300 करोड़ के जमीनी व करोड़ों रुपए के चेक घोटाले की मंगलवार को सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार शाम 4 बजे सीबीआई टीम रेस्ट हाउस पहुंची। नगर परिषद अधिकारियों से रिकार्ड लेकर जांच शुरू की। इसके बाद CBI टीम ने पतराम गेट व हनुमान गेट पर पहुंचकर शौचालय की जमीन पर बनाई गई दुकानों की जांच की। अभी कुछ बोलने से किया इंकार वर्ष 2022 में करोड़ों रुपए शौचालयों व तालाबों की जमीन को तत्कालीन नगर परिषद चेयरमैन रणसिंह यादव, वाइस चेयरमैन मामचंद व नप अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर बेचे जाने का मामला सामने आया था। कोरोना काल में करीब 40 करोड़ रुपए चेक घोटाला किया था। तालाबों के सौंदर्यीकरण के नाम पर भी घोटाला हुआ। आज भिवानी पहुंची सीबीआई टीम ने जांच से जुड़ा रिकॉर्ड कब्जे में लिया। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने सीबीआई टीम से बात करना चाहा, लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। चेयरमैन व वाइस चेयरमैन सहित 8 गए जेल भिवानी बचाओ संगठन के नेता सुशील वर्मा के नेतृत्व में लंबा आंदोलन चला। जिसके बाद तत्कालीन चेयरमैन रणसिंह, वाइफ चेयरमैन मामचंद, नप एकाउंट सुरेश सहित 8 अधिकारी गिरफ्तार हुए थे। इस मामले में नप के तत्कालीन EO संजय यादव भी अरेस्ट हुए थे। संजय यादव कांग्रेस भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा प्रत्याशी रावदान सिंह के भतीजे बताए जाते हैं। भिवानी में चुनावी कमान संभाल रहे थे। इन शौचालयों की जमीन का किया था घोटाला – सर्कुलर रोड शौचालय की जमीन। – पतराम गेट शौचालय की जमीन पर बनाई दुकान। – बावड़ी गेट शौचालय। – सामान्य अस्पताल के सामने शौचालय की जमीन। – हनुमान गेट शौचालय के सामने जमीन। – लिबर्टी सिनेमा के साथ लगती गली की जमीन। करोड़ों के एंडर गारमेंट की दिखाई खरीद चौंकने वाली बात यह है नप द्वारा कोरोना काल में करोड़ों रुपए के महिलाओं के अंडर गारमेंट खरीदने के भी फर्जी बिलों को पास कर अपने चहेतों की फर्मों को भुगतान कर डाला था।
पेरिस ओलिंपिक में आगे बढ़ा करनाल का बलराज:रोइंग में क्वार्टरफाइनल के लिए किया क्वालिफाई; परिवार में खुशी, मां बोली- गोल्ड लाएगा बेटा
पेरिस ओलिंपिक में आगे बढ़ा करनाल का बलराज:रोइंग में क्वार्टरफाइनल के लिए किया क्वालिफाई; परिवार में खुशी, मां बोली- गोल्ड लाएगा बेटा हरियाणा के करनाल के कैमला गांव के बलराज पंवार ने ओलिंपिक रोइंग में क्वार्टरफाइनल मुकाबले के लिए क्वालिफाई कर लिया है। आपको बता दें कि 27 जुलाई को हिट्स राउंड में बलराज पंवार चौथे स्थान पर रहे थे, जिसके बाद उनके पास एक रिपीचेज राउंड का मौका था और इसको उन्होंने नहीं गंवाया। आज रिपीचेज राउंड में बलराज दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 7 मिनट 12 सेकेंड और 41 मिलीसेकेंड में अपनी रेस को पूरा किया। पेरिस ओलिंपिक में मुकाबले में मोनाको के खिलाड़ी ने उन्हें दो सेकेंड से मात दी, लेकिन बलराज से मेडल की उम्मीद अब भी बरकरार है। आपको बता दें कि प्रत्येक रिपीचेज में पहले 2 खिलाड़ी क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगे। शेष खिलाड़ी सेमीफाइनल ई/एफ में जाएंगे। पहले मुकाबले में चौथे स्थान पर था बलराज बलराज ने शुरुआत में तेज गति दिखाई और तीसरे स्थान पर थे, लेकिन एल्बन्ना ने जल्दी ही उन्हें पीछे छोड़ दिया। पहले 500 मीटर का चेकपॉइंट एल्बन्ना ने 1:41.94 में पार किया जबकि बलराज 1:43.53 पर थे। 1000 मीटर के निशान पर बलराज और एल्बन्ना एक दूसरे के करीब थे, जबकि मैकिन्टोश ने बड़ी बढ़त बना रखी थी। बलराज ने अंतिम 100 मीटर में भी मिस्री खिलाड़ी पर दबाव बनाए रखा, लेकिन 2000 मीटर की हीट 7:07.11 में पूरी की, जो एल्बन्ना से 2 सेकेंड पीछे थी। उम्मीद है गोल्ड मेडल आएगा: मां बलराज की मां कमला, बहन मनीषा, भाई संदीप व पत्नी सोनिया का कहना है कि हमें बलराज की मेहनत पर पूरा भरोसा है। जिस तरह से आज बलराज ने अपना प्रदर्शन दिखाया है, वह दूसरे स्थान पर रहा है और क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया है। वह सेमीफाइनल में भी पहुंचेगा और फाइनल में भी। वह जीतकर देश का नाम जरूर रोशन करेगा और इसकी उम्मीदें हमें भी है और पूरे देश को भी।