हरियाणा के भिवानी में शनिवार रात को पुलिस ने नए बस स्टैंड के निकट स्थित 8 होटलों में छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस ने 22 महिलाएं व 17 पुरुषों को पकड़ा। पकड़ी गई महिलाएं जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल बताई जा रही हैं। सभी को पुलिस द्वारा थाने में ले जाया गया है। मामले में छानबीन चल रही है। भिवानी के डीएसपी हेडक्वार्टर रमेश कुमार के नेतृत्व में शनिवार रात को शहर के होटल व गेस्ट हाउस में छापे मारे गए। 20 महिला पुलिसकर्मी सहित 50 पुलिस कर्मियों की टीम ने छापेमारी की। यह छापेमारी नया बस स्टैंड एरिया में की गई। जिससे हड़कंप मच गया। बताया गया कि होटलों में 500 रुपए में देह व्यापार कराया जाता है। हर सप्ताह यहां पर नई लड़कियां लाई जाती। दो महिलाएं इसका संचालन कर रही थी। 8 बोगस ग्राहक बनाकर भेजे डीएसपी हेडक्वार्टर ने सिविल वर्दी में 8 पुलिस कर्मियों को बोगस ग्राहक बनाकर होटलों में भेजा। उनके इशारे पर तुरंत कार्रवाई की गई। होटलों के अंदर जब पुलिस की टीमों ने कमरों को खंगाला तो वहां करीब 22 महिलाएं मिलीं, जिन्हें यहां देह व्यापार के लिए लाया गया था, इनमें दो महिलाएं संचालिका थी, जो इन महिलाओं से यहां देह व्यापार कराती थीं। इनके अलावा यहां से 17 पुरुष भी पुलिस को मिले हैं। महिलाएं दिल्ली, यूपी व बंगाल की बताया जा रहा है कि 2 स्थानीय महिलाओं के अलावा अन्य महिलाएं दिल्ली, यूपी और बंगाल इत्यादि राज्य से हैं । पुलिस ने कई होटल संचालक भी पकड़े। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हैं। पुलिस कर रही पूछताछ एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि पुलिस द्वारा अभी कार्रवाई की जा रही है। पूछताछ करने के बाद ही सभी की संलिप्तता साफ हो पाएगी। हरियाणा के भिवानी में शनिवार रात को पुलिस ने नए बस स्टैंड के निकट स्थित 8 होटलों में छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस ने 22 महिलाएं व 17 पुरुषों को पकड़ा। पकड़ी गई महिलाएं जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल बताई जा रही हैं। सभी को पुलिस द्वारा थाने में ले जाया गया है। मामले में छानबीन चल रही है। भिवानी के डीएसपी हेडक्वार्टर रमेश कुमार के नेतृत्व में शनिवार रात को शहर के होटल व गेस्ट हाउस में छापे मारे गए। 20 महिला पुलिसकर्मी सहित 50 पुलिस कर्मियों की टीम ने छापेमारी की। यह छापेमारी नया बस स्टैंड एरिया में की गई। जिससे हड़कंप मच गया। बताया गया कि होटलों में 500 रुपए में देह व्यापार कराया जाता है। हर सप्ताह यहां पर नई लड़कियां लाई जाती। दो महिलाएं इसका संचालन कर रही थी। 8 बोगस ग्राहक बनाकर भेजे डीएसपी हेडक्वार्टर ने सिविल वर्दी में 8 पुलिस कर्मियों को बोगस ग्राहक बनाकर होटलों में भेजा। उनके इशारे पर तुरंत कार्रवाई की गई। होटलों के अंदर जब पुलिस की टीमों ने कमरों को खंगाला तो वहां करीब 22 महिलाएं मिलीं, जिन्हें यहां देह व्यापार के लिए लाया गया था, इनमें दो महिलाएं संचालिका थी, जो इन महिलाओं से यहां देह व्यापार कराती थीं। इनके अलावा यहां से 17 पुरुष भी पुलिस को मिले हैं। महिलाएं दिल्ली, यूपी व बंगाल की बताया जा रहा है कि 2 स्थानीय महिलाओं के अलावा अन्य महिलाएं दिल्ली, यूपी और बंगाल इत्यादि राज्य से हैं । पुलिस ने कई होटल संचालक भी पकड़े। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हैं। पुलिस कर रही पूछताछ एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि पुलिस द्वारा अभी कार्रवाई की जा रही है। पूछताछ करने के बाद ही सभी की संलिप्तता साफ हो पाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में बुजुर्ग पर चाकू-लाठी से हमला:मां-बेटे ने घर में घुस कर पूरे परिवार को पीटा; जान से मारने की धमकी हरियाणा के पलवल जिले में एक परिवार पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। हथीन थाना क्षेत्र के मंडनाका गांव में एक मां-बेटे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर एक वृद्ध व्यक्ति के घर में घुसकर चाकू और लाठियों से हमला कर दिया। घटना शाम करीब 4 बजे की है। पीड़ित सुरजीत की शिकायत के अनुसार, उनके पिता पदम सिंह भैंसों की देखभाल कर रहे थे, तभी गांव की किरण उर्फ किन्नो, उसका बेटा सागर और एक अज्ञात व्यक्ति, जो खुद को वकील बता रहा था, घर में घुस आए। सागर के हाथ में चाकू और लोहे की रॉड थी, जबकि उसकी मां किरण के हाथ में लाठी थी। सागर ने तुरंत पदम सिंह के सिर पर चाकू से वार किया और किरण ने लाठी से पिटाई शुरू कर दी। शोर सुनकर जब सुरजीत अपनी पत्नी और मां के साथ ऊपरी मंजिल से नीचे आया और पिता को बचाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन सभी को भी लाठी-डंडों से पीट दिया। आस-पड़ोस के लोगों के जमा होने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल पदम सिंह को जिला नागरिक अस्पताल पलवल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हथीन थाना की मिंडकौला पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मां-बेटे सहित तीनों आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गुरुग्राम में नवीन गोयल ने ‘झूठे’ समर्थन का फैलाया भ्रम:भाजपा की टिकट की दौड़ में हैं; ब्राह्मण संस्थाओं ने झाड़ा पल्ला
गुरुग्राम में नवीन गोयल ने ‘झूठे’ समर्थन का फैलाया भ्रम:भाजपा की टिकट की दौड़ में हैं; ब्राह्मण संस्थाओं ने झाड़ा पल्ला हरियाणा के गुरुग्राम में विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट वितरण से पहले ही टिकटों के दावेदारों की ओर से साम, दाम दंड, भेद का खेल शुरू हो गया है। विभिन्न समाजों की ओर से टिकट की मजबूत दावेदारी के बीच संभावित उम्मीदवार अब समाजों के समर्थन का दावा करने लगे हैं। ऐसा ही एक झूठा दावा भाजपा टिकट की दावेदारी कर रहे नवीन ने गोयल ने ब्राह्मण समाज को लेकर किया है। इसके बाद ब्राह्मण समाज में आक्रोश है। ब्राह्मण समाज की संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी नवीन गोयल की ओर से फैलाए गए इस भ्रम को लेकर विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी विवाद गहरा रहा है, तो कईयों ने इसका खंडन कर नवीन गोयल की परेशानी बढ़ा दी है। दरअसल नवीन गोयल की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई है, जिसमें 1 सितंबर को आशीर्वाद समारोह का निमंत्रण दिया गया है। उस निमंत्रण पत्र के प्रारूप में कुछ ब्राह्मण संस्थाओं को आयोजक के तौर पर दर्शाया गया है। साथ ही उनके पदाधिकारियों के नाम भी लिखे गए हैं। पोस्ट वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज की संस्थाओं के पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया है। पदाधिकारियों ने कहा कि उनकी संस्था और उनके झूठे नाम लिखकर समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश की कई है। पोस्ट में उनकी संस्था और उनका नाम गलत तरीके से लिखा गया है। हम इसका विरोध करते हैं। उनकी संस्था न तो नवीन गोयल का समर्थन कर रही है और न ही ऐसे कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगी। संस्था के पदाधिकारियों ने कहा कि जो पार्टी ब्राह्मण समाज से प्रत्याशी बनाएगी उसे पूरा समाज समर्थन करेगा। संस्था पदाधिकारी ने किया खंडन
अखिल भारतवर्षीय चौरसिया ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश शर्मा ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखी। उसमें मेरा और मेरी संस्था का नाम नवीन गोयल के एक कार्यक्रम में आयोजक के रूप में लिखा गया है। यह कृत निंदनीय है और इससे पूरे समाज में आक्रोश है। मैं इसका विरोध करता हूं। मैं और मेरी संस्था नवीन गोयल का समर्थन नहीं कर रहे हैं। हमने तो केवल स्कूल ड्रामा के लिए बुलाया वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन के अध्यक्ष शशिकांत शर्मा ने कहा कि मेरे संज्ञान में आया है की राजनीतिक मंशा से वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन का नाम नवीन गोयल द्वारा अपने बोर्ड और निमंत्रण पत्र पर इस्तेमाल किया जा रहा है वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन का इस से कोई लेना देना नहीं है। हमें केवल भगवान श्री परशुराम लीला मंचन द्वारा नेशनल स्कूल ड्रामा दिल्ली के लिए विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। हमारी संस्था केवल ब्राह्मण प्रत्याशी के साथ ब्राह्मण एकता मंच के अध्यक्ष उप प्रधान घनश्याम भारद्वाज ने कहा कि उन्हें ऐसे कार्यक्रम की जानकारी तक नहीं और उनकी संस्था और उन्हें आयोजक बना दिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि आयोजक को यह तक नहीं पता क्या कार्यक्रम है, और कब कैसे होगा। मैं इसका खंडन करता हूं। हमारी संस्था ब्राह्मण प्रत्याशी का ही समर्थन कर रही है। हमारे समाज में भ्रम फैलाने वाले अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे। राजनीति लाभ के लिए नाम का दुरुपयोग ब्राह्मण विकास परिषद के यज्ञदत्त शर्मा ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए ब्राह्मण संस्थाओं के नाम का दुरुपयोग करने की नाकाम कोशिश की गई है। मैं इसका विरोध करता हूं। बगैर पूछे पोस्ट में नाम डाल कर वायरल की गई है। ऐसे भ्रम से ब्राह्मण समाज भ्रमित नहीं होगा। नवीन गोयल के झूठे प्रपंचों में ब्राह्मण समाज फंसने वाला नहीं है। देखें ब्राह्मण समाज की संस्थाओं की ओर से जारी पत्र…
गन्नौर में तिकोने मुकाबले में फंसी BJP- कांग्रेस:कुलदीप- कौशिक को लेकर ब्राह्मण वोटर्स उलझन में; निर्दलीय देवेंद्र ने बनाया चुनाव रोचक
गन्नौर में तिकोने मुकाबले में फंसी BJP- कांग्रेस:कुलदीप- कौशिक को लेकर ब्राह्मण वोटर्स उलझन में; निर्दलीय देवेंद्र ने बनाया चुनाव रोचक हरियाणा के सोनीपत में गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस तिकोने मुकाबले में फंस गई है। इस सीट पर भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे देवेंद्र कादियान ने जाट वोट बैंक और पिछड़े वर्ग में सेंध लगा कर BJP के देवेंद्र कौशिक और कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को कड़ी चुनौती दी है। गन्नौर सीट पर हर चुनाव में प्रत्याशियों में कड़ा मुकाबला रहा है। 13 चुनाव में से 6 चुनाव में प्रत्याशी 2 हजार वोटों से कम के अंतर में जीते हैं। कुलदीप व देवेंद्र के लिए एक समस्या यह भी है कि दोनों ही ब्राह्मण समाज से हैं और अपने समाज को अपने पक्ष में करने के लिए दोनों का पूरा जोर लगा है। इन सबके बीच हलके में या तो भीड़ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा की सभाओं में देखने को मिल रही है या फिर निर्दलीय देवेंद्र कादियान की सभा में। भीड़ को वोट मे कौन बदल पाता है, ये यहां देखने वाली बात होगी। गन्नौर विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने निर्वतमान विधायक निर्मल चौधरी की टिकट काट कर नए चेहरे देवेंद्र कौशिक को मैदान में उतारा है। देवेंद्र कौशिक के भाई रमेश कौशिक सांसद एवं विधायक रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने यहां से विधायक व स्पीकर रह चुके कुलदीप शर्मा पर ही दांव खेला है। भाजपा सरकार में युवा आयोग के चेयरमैन रहे देवेंद्र कौशिक टिकट कटने के बाद भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा पर टिकट 100 करोड़ में बेचने के सनसनीखेज आरोप तक लगा चुके हैं। गन्नौर विधानसभा में कुल 1 लाख 95 हजार के करीब वोटर हैं। राजनीतिक दलों के नेताओं की मानें तो यहां पर जाट वोटरों की संख्या 60 हजार से ज्यादा है। मुस्लिम समाज भी यहां करीब 17-18 हजार वोटों के साथ निर्णायक की भूमिका में है। वहीं ब्राह्मण समाज के वोटों की संख्या 22 हजार से ज्यादा मानी जा रही है। पट्टी ब्राह्मण, खेड़ी तगा, सनपेड़ा जैसे कई गांव में ब्राह्मण बाहुल्य हैं। अन्य वोट एससी-बीसी समाज के हैं। हुड्डा पर बाजी पलटने का दारोमदार गन्नौर हलके में जाट समाज को कांग्रेस अपना सबसे मजबूत कैडर मान कर चली रही है। इसका सबसे बड़ा कारण भूपेंद्र सिंह हुड्डा को माना जा रहा है। कभी दीपेंद्र हुड्डा के खास रहे देवेंद्र कादियान ही अब कांग्रेस को इस वर्ग में चुनौती दे रहे हैं। करनाल में रहने वाले पूर्व विधायक कुलदीप शर्मा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस के परम्परागत वोट बैंक के साथ अपने समाज के वोट बैंक को अपने पक्ष में मान रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा यहां लगातार दौरे कर कुलदीप के लिए वोट की अपील कर रहे हैं। भाजपा वरिष्ठ नेता प्रचार से दूर भाजपा गन्नौर में तिकोने मुकाबले में तो खड़ी है, लेकिन फिलहाल इसकी स्थिति चुनाव जीतने जैसी नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता फिलहाल गन्नौर में वोट की अपील के लिए नहीं पहुंचे हैं। देवेंद्र कौशिक व इनके भाई पूर्व सांसद रमेश कौशिक लोगों के बीच में है। भाजपा के सीएम चेहरे व कार्यकारी सीएम नायब सैनी यहां भाजपा प्रत्याशी का नामांकन कराने आए थे। पूर्व विधायक निर्मल चौधरी जरूर साथ खड़ी है। पूर्व जिला प्रधान तीरथ राणा भी कभी कभार प्रचार को आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव में मिली 1700 की बढ़त लोकसभा चुनाव की बात करें तो सोनीपत लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली ने गन्नौर हलके से करीब 1700 वोटों से बढ़त ली थी। बड़ौली ने तत्कालीन विधायक निर्मल चौधरी पर खिलाफत के आरोप लगाए थे। निर्मल के पति के नाम से कई ऑडियो भी वायरल हुए थे। उस समय बागी देवेंद्र कादियान भी भाजपा के साथ थे। वोटों का ये अंतर अब भाजपा को विधानसभा चुनाव में चिंतित किए हुए है। गन्नौर में हर चुनाव में कड़ा मुकाबला, निर्दलीय भी जीते गन्नौर में वर्ष 1967 से अब तक विधानसभा के 13 चुनाव हो चुके हैं। गन्नौर विधानसभा सीट 2005 में अस्तित्व में आई है। इससे पहले इसे कैलाना हलके के नाम से जाना जाता था। इस सीट पर हर बार प्रत्याशियों में मुकाबला कड़ा व आमने सामने का रहा है। 6 चुनाव में तो प्रत्याशी की जीत का अंतर 2000 वोटों से नीचे रहा है। यहां पर 1972 व 1982 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। 1987 में लोकदल के वेद सिंह ने निर्दलीय राजिंद्र सिंह को 17,614 वोटों से हराया और यह गन्नौर के इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी जीत है। वर्ष 2009 व 2019 के चुनाव में जीत की अंतर 10 हजार से थोड़ा उपर रहा। 2000 के चुनाव में कांग्रेस के जितेंद्र मलिक इनेलो से मात्र 740 वोटों से जीते थे। गन्नौर (2005 तक कैलाना) सीट का इतिहास…