हरियाणा के पानीपत जिले के बांध गांव के रहने वाले एक परिवार से उनके रिश्तेदारों ने सोने के आभूषण हड़प लिए। रिश्तेदारों ने एक शादी समारोह में जाने की बात कह कर दो बारी में उनसे 16 तोला वजन के अलग-अलग आभूषण लिए थे। जिन्हें 7 साल बाद भी लौटाया। जिसकी शिकायत पीड़ितों ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से की है। अधिकारियों के आदेशों पर इसराना थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
आरोपियों ने कहा- दूर की रिश्तेदारी में लगते है मौसा-मौसी
पुलिस को दी शिकायत में सुमन ने बताया कि वह गांव बांध की रहने वाली है। रिश्ते में बलबीर उसका मौसा और सावित्री उसकी मौसी लगती है। जिनका बेटा दलप्रीत है और उनकी पुत्रवधु भवनीत है। ये सभी सेक्टर 51बी, चंडीगढ़ के रहने वाले है। साल 2016 में वह चारों उनके घर आए थे। जिन्होंने पैसों की तंगी और पहले से गिरवी रखे अपने सोने के जेवरात का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें एक शादी में जाना है। इसलिए वह उन्हें अपने जेवरात पहनने के लिए देदें। सुमन ने बताया कि उसने और उसकी मां कृष्णा देवी ने उन्हें अपने घर से चार सोने की अंगूठी, एक जोड़ी झुमके, एक जोड़ी कुंडल सोने के व एक जोड़ी लंबे वाले सोने के टॉप्स उन्हें दे दिए। ये ज्वेलरी करीब 6 तोला वजन की थी।
दूसरी बार बिजनेस पार्टनर की पार्टी में जाने की कही थी बात
आरोपियों ने काफी समय तक आभूषण वापस नहीं करे। कुछ दिनों बाद आरोपियों ने कहा कि उन्हें एक बिजनेस पार्टनर की पार्टी में जाना है। कुछ दिन के लिए उन्हें और ज्वेलरी की जरूरत है। इसके बाद उन्हें दो सोने के कड़े, एक जोड़ी कानों की बाली और दो अंगूठियां लगभग 10 तोला सोना उन्हें दे दिया। आरोपी कई महीनों तक उन्हें दो-चार महीनों में आभूषण लौटाने की बात कहते रहे। लॉकडाउन में 2 साल तक आवाजाही बंद होने का बहाना बनाकर आभूषण नहीं लौटाए। 25 मई 2023 को आरोपियों की फैक्ट्री मोहाली में गए। जहां उनके साथ आरोपियों ने बदतमीजी की। वहां बातचीत में पता लगा कि आरोपियों ने उनकी ज्वेलरी गिरवी रखकर लोन लिया हुआ है। मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया। आरोपियों को थाने ले जाया गया। जहां आरोपियों ने 31 अगस्त 2023 तक गहने लौटाने का वादा किया था। लेकिन लिखित समझौते के बाद भी आरोपियों ने उन्हें ज्वेलरी नहीं लौटाई। हरियाणा के पानीपत जिले के बांध गांव के रहने वाले एक परिवार से उनके रिश्तेदारों ने सोने के आभूषण हड़प लिए। रिश्तेदारों ने एक शादी समारोह में जाने की बात कह कर दो बारी में उनसे 16 तोला वजन के अलग-अलग आभूषण लिए थे। जिन्हें 7 साल बाद भी लौटाया। जिसकी शिकायत पीड़ितों ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से की है। अधिकारियों के आदेशों पर इसराना थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
आरोपियों ने कहा- दूर की रिश्तेदारी में लगते है मौसा-मौसी
पुलिस को दी शिकायत में सुमन ने बताया कि वह गांव बांध की रहने वाली है। रिश्ते में बलबीर उसका मौसा और सावित्री उसकी मौसी लगती है। जिनका बेटा दलप्रीत है और उनकी पुत्रवधु भवनीत है। ये सभी सेक्टर 51बी, चंडीगढ़ के रहने वाले है। साल 2016 में वह चारों उनके घर आए थे। जिन्होंने पैसों की तंगी और पहले से गिरवी रखे अपने सोने के जेवरात का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें एक शादी में जाना है। इसलिए वह उन्हें अपने जेवरात पहनने के लिए देदें। सुमन ने बताया कि उसने और उसकी मां कृष्णा देवी ने उन्हें अपने घर से चार सोने की अंगूठी, एक जोड़ी झुमके, एक जोड़ी कुंडल सोने के व एक जोड़ी लंबे वाले सोने के टॉप्स उन्हें दे दिए। ये ज्वेलरी करीब 6 तोला वजन की थी।
दूसरी बार बिजनेस पार्टनर की पार्टी में जाने की कही थी बात
आरोपियों ने काफी समय तक आभूषण वापस नहीं करे। कुछ दिनों बाद आरोपियों ने कहा कि उन्हें एक बिजनेस पार्टनर की पार्टी में जाना है। कुछ दिन के लिए उन्हें और ज्वेलरी की जरूरत है। इसके बाद उन्हें दो सोने के कड़े, एक जोड़ी कानों की बाली और दो अंगूठियां लगभग 10 तोला सोना उन्हें दे दिया। आरोपी कई महीनों तक उन्हें दो-चार महीनों में आभूषण लौटाने की बात कहते रहे। लॉकडाउन में 2 साल तक आवाजाही बंद होने का बहाना बनाकर आभूषण नहीं लौटाए। 25 मई 2023 को आरोपियों की फैक्ट्री मोहाली में गए। जहां उनके साथ आरोपियों ने बदतमीजी की। वहां बातचीत में पता लगा कि आरोपियों ने उनकी ज्वेलरी गिरवी रखकर लोन लिया हुआ है। मौके पर पुलिस को भी बुलाया गया। आरोपियों को थाने ले जाया गया। जहां आरोपियों ने 31 अगस्त 2023 तक गहने लौटाने का वादा किया था। लेकिन लिखित समझौते के बाद भी आरोपियों ने उन्हें ज्वेलरी नहीं लौटाई। हरियाणा | दैनिक भास्कर