हरियाणा के पानीपत में एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, महिला के पति के जेठानी के साथ अवैध संबंध थे। इतना ही नहीं, बेटी पैदा होने पर उसे अपनाया भी नहीं। रोजाना महिला के साथ मारपीट करता था। ससुराल वाले भी उसको प्रताड़ित करते थे। इन्हीं सब कारणों के चलते महिला ने शादी के 11 साल बाद जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मामले की शिकायत महिला के भाई ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पति, जेठ, जेठानी, सास व ननद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। नानी के घर रहती है 10 साल की बेटी सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में सावन कुमार ने बताया कि बांसो गेट, करनाल का रहने वाला है। वह मजदूरी करता है। उसकी बहन रमा (34) की शादी 13 फरवरी 2014 को रविंद्र निवासी गांधी कॉलोनी, पानीपत के साथ हुई थी। उनकी एक बेटी 10 साल की ओविया है। जो पिछले करीब एक साल से करनाल में अपने नानका में रह रही है। सावन ने बताया कि, उसके बहनोई रविंद्र के अपनी भाभी अरूणा के साथ नाजायज संबंध है। जिसके चलते वह हमेशा रमा के साथ मारपीट करता था। इन संबंधों के बारे में पूरे परिवार को पता था। इसी वजह से जनवरी 2024 में रमा के ससुराल पक्ष से जेठ दिनेश, जेठानी अरूणा, सास पतौरी, ननद संतोष ने उसके साथ मारपीट की और उसे घर से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद रमा अपने मायका करनाल चली गई थी। पंचायत के बाद ले गया घर, फिर पति ने की मारपीट 3 माह बाद पंचायत हुई। पंचायती फैसले के बाद रमा को रविंद्र अपने साथ पानीपत वापस ले गया था। लेकिन रविंद्र अपनी 10 वर्षीय बेटी को घृणा के चलते नहीं ले गया था। परिवार का आरोप है कि बेटी पैदा होने के बाद रविंद्र अक्सर कहता था कि उसे लड़का चाहिए था, लेकिन उसकी भाभी के बच्चे ही उसके अपने हैं। घर ले जाने के बाद रविंद्र रोजाना ही रमा के साथ मारपीट करता था। इन्हीं झगड़ों के चलते रमा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। हरियाणा के पानीपत में एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, महिला के पति के जेठानी के साथ अवैध संबंध थे। इतना ही नहीं, बेटी पैदा होने पर उसे अपनाया भी नहीं। रोजाना महिला के साथ मारपीट करता था। ससुराल वाले भी उसको प्रताड़ित करते थे। इन्हीं सब कारणों के चलते महिला ने शादी के 11 साल बाद जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मामले की शिकायत महिला के भाई ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पति, जेठ, जेठानी, सास व ननद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। नानी के घर रहती है 10 साल की बेटी सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में सावन कुमार ने बताया कि बांसो गेट, करनाल का रहने वाला है। वह मजदूरी करता है। उसकी बहन रमा (34) की शादी 13 फरवरी 2014 को रविंद्र निवासी गांधी कॉलोनी, पानीपत के साथ हुई थी। उनकी एक बेटी 10 साल की ओविया है। जो पिछले करीब एक साल से करनाल में अपने नानका में रह रही है। सावन ने बताया कि, उसके बहनोई रविंद्र के अपनी भाभी अरूणा के साथ नाजायज संबंध है। जिसके चलते वह हमेशा रमा के साथ मारपीट करता था। इन संबंधों के बारे में पूरे परिवार को पता था। इसी वजह से जनवरी 2024 में रमा के ससुराल पक्ष से जेठ दिनेश, जेठानी अरूणा, सास पतौरी, ननद संतोष ने उसके साथ मारपीट की और उसे घर से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद रमा अपने मायका करनाल चली गई थी। पंचायत के बाद ले गया घर, फिर पति ने की मारपीट 3 माह बाद पंचायत हुई। पंचायती फैसले के बाद रमा को रविंद्र अपने साथ पानीपत वापस ले गया था। लेकिन रविंद्र अपनी 10 वर्षीय बेटी को घृणा के चलते नहीं ले गया था। परिवार का आरोप है कि बेटी पैदा होने के बाद रविंद्र अक्सर कहता था कि उसे लड़का चाहिए था, लेकिन उसकी भाभी के बच्चे ही उसके अपने हैं। घर ले जाने के बाद रविंद्र रोजाना ही रमा के साथ मारपीट करता था। इन्हीं झगड़ों के चलते रमा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
इनेलो के दो बार के विधायक ने पार्टी छोड़ी:मनोहर लाल खट्टर ने BJP में शामिल करवाया; टिकट नहीं मिलने से नाराज थे
इनेलो के दो बार के विधायक ने पार्टी छोड़ी:मनोहर लाल खट्टर ने BJP में शामिल करवाया; टिकट नहीं मिलने से नाराज थे नरवाना में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी को गुरुवार को एक और झटका लगा। इनेलो पार्टी से नरवाना विधानसभा में दो बार विधायक रहे पिरथी सिंह नंबरदार आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व विधायक पृथ्वी सिंह नंबरदार भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ गुरुवार को चंडीगढ़ में पहुंचे और यहां पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें पटका पहनकर पार्टी में शामिल किया। उन्हें इस बार इनेलो ने उन्हें न तो लोकसभा की टिकट दी और न ही अब विधानसभा की टिकट दी। जिसके चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी। गौरतलब है कि पिरथी सिंह 2009 और 2014 में इनैलो पार्टी से चुनाव लड़कर विधायक बने थे। जब जननायक जनता पार्टी इनेलो से अलग हुई थी तब भी पिरथी सिंह नंबरदार ने इनेलो छोड़कर जजपा जॉइन कर ली थी। थोड़े समय के बाद फिर से वह इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी में शामिल हो गए थे। वहीं नरवाना में आज इनेलो पार्टी को दो बड़े झटके लगे हैं। जिनमें पहला झटका इनेलो से 2024 के लोकसभा प्रत्याशी संदीप लौट ने कांग्रेस जॉइन करने का और दूसरा झटका पूर्व में दो बार विधायक रहे पिरथी सिंह नंबरदार का भाजपा जॉइन करने का रहा।
हरियाणा में पत्नी से झगड़े में गंवाई सरपंची:लव मैरिज कर दहेज के लिए सताया, गर्भपात कराया; DC ने पंचायत एक्ट की धारा लगाई
हरियाणा में पत्नी से झगड़े में गंवाई सरपंची:लव मैरिज कर दहेज के लिए सताया, गर्भपात कराया; DC ने पंचायत एक्ट की धारा लगाई हरियाणा में एक सरपंच को लव मैरिज कर लाई पत्नी से झगड़ा करना महंगा पड़ गया। पत्नी ने पहले उस पर उत्पीड़न, किडनैपिंग और गर्भपात का केस कराया। इसके बाद लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और सरपंच पद से भी हटवा दिया। सरपंच ने कोर्ट में केस होने की दलील देकर बचने की कोशिश भी की, लेकिन हाईकोर्ट की तरफ से सरपंच पद से हटाने के लिए कोई रोक न होने पर डिप्टी कमिश्नर ने उस पर कार्रवाई कर दी। हिसार के DC अनीश यादव ने हरियाणा पंचायती राज एक्ट-1994 पंचायत अधिनियम 51 के तहत उसे सरपंच के पद से बर्खास्त कर दिया। DC ने तर्क दिया कि सरपंच पर संगीन धाराओं के तहत केस हैं, जो इस एक्ट में उसे पद से हटाने का अधिकार देता है। पूरा मामला सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… कोर्ट केस के सिलसिले में मिली
पीड़िता सुमन रानी ने बताया कि सुनील उसे एक केस के सिलसिले में मिला। जान-पहचान के दौरान सुनील ने कहा कि वह एक वकील है। हालांकि, उसने तब झूठ बोला, क्योंकि उस समय वह LLB की पढ़ाई कर रहा था। इसके बाद 2018 में उनके बीच मुलाकातें बढ़ गईं। 2021 में लव मैरिज की, फिर वह सरपंच बन गया
सुमन ने आगे बताया– हम एक ही जाति से हैं। सब कुछ देखते हुए मैंने सुनील से 2021 में लव मैरिज कर ली। इसके बाद सुनील रायपुर गांव का सरपंच बन गया। शादी के बाद सुनील मुझे परिवार से अलग रखने लगा। उसके परिवार को इसकी जानकारी थी। इसके बाद वह धीरे-धीरे मारपीट करने लगा और 15 तोले सोना, कार दहेज में लाने की बातें करने लगा। एक साल तक उसे झेलती रही, गर्भपात कराया
सुमन ने बताया कि हर लड़की की तरह उसके मन में चाहत थी कि उसका घर बसना चाहिए। वह एक साल तक सबकुछ झेलती रही। इसी दौरान सुनील कुमार ने उसका गर्भपात तक कराया। जब ये सब चीजें होने लगीं तो उसने हिसार की सिविल लाइन थाने में शिकायत दी। 2022 में सरपंच के खिलाफ केस दर्ज हुआ
इस पर सुनील कुमार पर 17 नवंबर 2022 को केस दर्ज हुआ। जिसमें IPC की धारा 498ए, 313, 323, 506, 34 आईपीसी लगाई गई। इसके बाद 1 जुलाई 2023 को सिविल लाइन थाने में सरपंच सुनील कुमार और प्रमोद नाम के व्यक्ति पर अपहरण, धमकाने सहित कई धाराओं के तरह केस दर्ज हुआ था। सरपंच ने हाईकोर्ट की शरण ली, प्रशासन को सबूत नहीं दे पाया
2022 में केस दर्ज होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से सरपंच को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें सरपंच ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया। सरपंच की ओर से इस केस को खारिज करने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई जो आज भी विचाराधीन है। नोटिस के जवाब में सरपंच प्रशासन को कोई ठोस सबूत नहीं दे पाया। प्रशासन ने दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए बुलाया
इसके बाद जिला प्रशासन ने सरपंच और उसकी पत्नी को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए 22 जनवरी 2025 को अपना पक्ष या सबूत रखने के लिए सुबह 11 बजे बुलाया। दोनों पक्ष सुनवाई में आए। इस दौरान पत्नी सुमन ने कहा कि कानून के अनुसार दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सरपंच को पद से बर्खास्त किया जाए, क्योंकि उसने जघन्य अपराध किया है। सुमन ने प्रशासन के सामने गर्भपात से संबंधित सबूत भी दिखाए। सरपंच ने कोर्ट केस की बात कही, लेकिन पद से हटाने पर रोक नहीं थी
इसके बाद सरपंच से पूछा गया कि उसे कुछ कहना है। इस पर सरपंच ने प्रशासन के सामने हाईकोर्ट में केस की दलील दी। सुनील कुमार ने कहा कि उसके विरूद्ध जो 2022 में केस दर्ज हुआ था, जिसका ट्रायल सेशन कोर्ट हिसार में चल रहा था। इस पर माननीय हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को अंतिम आदेश पारित करने पर रोक लगाई हुई। प्रशासन ने पूछा कि क्या हाईकोर्ट ने सरपंच पद से न हटाने के लिए भी आदेश दिए हैं? इस पर सरपंच ने कहा कि नहीं, ऐसे कोई आदेश नहीं दिए गए। इसके बाद DC ने सरपंच को पद से हटाने के आदेश पारित कर दिए। पत्नी ने इसे लेकर लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। इसके बाद सरपंच की पत्नी ने 8 फरवरी 2024 को जिला प्रशासन को शिकायत की थी सरपंच पर आरोप जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है। इसके बाद भी कई महीने तक पीड़िता की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
किसान नेता डल्लेवाल रिहा:बोले- जिस वार्ड में मुझे रखा, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी
किसान नेता डल्लेवाल रिहा:बोले- जिस वार्ड में मुझे रखा, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल रिहा हो गए। शुक्रवार को पंजाब पुलिस व प्रशासन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। जिसमें पुलिस ने डल्लेवाल को रिहा करने की बात मान ली। इसके बाद देर शाम डल्लेवाल लुधियाना के DMC अस्पताल से बाहर आए। उन्होंने बाहर आने के बाद कहा कि जिस वार्ड में मुझे रखा गया, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी। अगर मुझे मरणव्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिसवालों की चाय पी लेता। मुझे इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था। मेरा किसी तरह का ब्लड नहीं लिया। शुगर का भी चेकअप नहीं हुआ। मैंने चेकअप करने भी नहीं देना था। हालांकि, डॉक्टर वार्ड में लेकर जरूर आए थे। अगर मेरी सेहत का इतना ख्याल था तो फोन जब्त क्यों किया। वार्ड में आए दूसरे मरीजों को भी फोन नहीं लाने दिया। मुझे नजरबंद रखा गया। मेडिकल बुलेटिन जारी करने वाले डॉक्टरों को मेरे सामने लाओ कि मेरा मेडिकल कहां हुआ है। कब मेरे टेस्ट हुए। मुझे इस दौरान कई बार कहा गया कि अनशन छोड़ दो। मेरे साथ सबसे ज्यादा बुरा यह हुआ कि दूसरे मरीजों को परेशान किया। आंदोलन को रोकने के लिए ये सब किया गया। आज जब मुझे रिहा होना था तो इससे पहले अस्पताल की महिला स्टाफ ने मुझे पोते का वीडियो दिखाया। इस पर उस बेचारी का नंबर लग गया कि उसने उसने मुझे वीडियो क्यों दिखाया। इसके बाद डल्लेवाल किसान नेताओं के साथ खनौरी बॉर्डर रवाना हो गए। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर मोर्चे में शामिल होंगे। उनका मरणव्रत जारी रहेगा। डल्लेवाल के आने के बाद एक दिसंबर के प्रदर्शन को लेकर फैसला होगा। दरअसल, 26 नवंबर को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत शुरू करना था। इससे पहले रात 2 बजे पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें खनौरी बॉर्डर पर टेंट से हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें लुधियाना के DMC अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग की। जिसमें फैसला हुआ कि पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे। आज उनके मरणव्रत का चौथा दिन है। IG बोले- पंजाब सरकार को डल्लेवाल की चिंता थी किसान नेताओं से मीटिंग के बाद IG जसकरण सिंह ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है। जल्द ही किसान नेता उन्हें खनौरी बॉर्डर लेकर आ जाएंगे। पंजाब सरकार को डल्लेवाल की सेहत की चिंता थी। किसानों को रिक्वेस्ट की गई है कि किसी भी स्टेज पर कोई दिक्कत आए तो मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। एक दिसंबर को भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे एक दिन पहले किसानों ने 1 दिसंबर को संगरूर में सीएम भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला लिया था। उनका आरोप है कि उनकी लड़ाई 10 महीने से केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही थी, लेकिन पंजाब सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया। किसान नेताओं ने कहा कि वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लेने से यह साफ हो गया है कि केंद्र सरकार की तरह पंजाब सरकार भी आंदोलन को दबाने में लगी हुई है। सीएम भगवंत मान पहले कहते थे कि मैं किसानों का वकील हूं। मैं किसानों की तरफ से बोलता हूं। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के मुद्दों को हल करवाने के लिए चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया था। अब सीएम को बताना चाहिए कि उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर अब तक केंद्र से क्या चर्चा की है। पंधेर बोले- 6 को दिल्ली कूच करेंगे सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच की तैयारी में हैं और हर जिले में किसानों को इसके लिए लामबंद किया जा रहा है। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, केंद्र के खिलाफ किसानों की लामबंदी तेज होती जा रही है। केंद्र के साथ-साथ किसान अब राज्य सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल रहे हैं। एक दिसंबर को किसानों ने संगरूर में सीएम भगवंत मान के घर को घेरने की तैयारी कर ली है। **************************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- किसान नेता की पहली तस्वीर सामने आई, DMC अस्पताल के अंदर जाते दिखे डल्लेवाल किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लिए जाने के 44 घंटे के बाद उनकी पहली तस्वीर सामने आई थी। वह लुधियाना के DMC अस्पताल के अंदर जाते हुए दिख रहे थे। उनके साथ पुलिस कर्मचारी भी मौजूद थे। किसान नेताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस उन्हें डल्लेवाल से मिलने नहीं दे रही। पढ़ें पूरी खबर