पापा आप मुझे मोबाइल नहीं दिलाते… बच्चे ने जान दी:मेरठ में बिजनेसमैन के बेटे ने पिता की रिवाल्वर से किया सुसाइड

पापा आप मुझे मोबाइल नहीं दिलाते… बच्चे ने जान दी:मेरठ में बिजनेसमैन के बेटे ने पिता की रिवाल्वर से किया सुसाइड

मेरठ में 14 साल के बच्चे ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उसके पिता बड़े बिजनेसमैन हैं और इस समय कारोबार के लिए कनाडा में हैं। बेटे ने सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने लिखा- पापा ने मुझे मोबाइल चलाने पर डांटा है। पापा आप मुझे मोबाइल नहीं दिलाते। मम्मी का मोबाइल यूज करने को कहते हो। बुलेट नहीं दिलाते। पुरानी बाइक मॉडिफाई नहीं कराते हो। परिवार के लोग मुझे प्यार नहीं करते हैं। इसलिए मैं जा रहा हूं…। घटना बहसूमा थाना क्षेत्र के रामराज गांव की है। बिजनेसमैन नितिन चौधरी का बड़ा बेटा 10वीं में पढ़ता है। कक्षा 9 में कम नंबर आए थे। मंगलवार को पिता ने फोन कर अंगद को पढ़ाई करने के लिए डाटा था। इससे नाराज होकर उसने ये कदम उठाया। एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने बताया- सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे की बॉडी बेड पर पड़ी थी। चारों ओर किताबें बिखरी थीं। अलमारी खुली थी, जिसमें पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर रखी रहती है। बच्चे के हाथ में रिवाल्वर भी मिली है। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने पिता के प्यार न करने, मोबाइल चलाने पर डांटने और बाइक ने देने की बातें लिखी हैं। 14 वर्षीय अंगद इससे क्षुब्ध था। कमरे में पढ़ने गया था
मंगलवार रात घटना के वक्त घर में दोनों बेटे अंगद,रुद्र और उनकी मां पूजा थी। मां बाथरुम में काम कर रही थी। 10 साल का छोटा बेटा रुद्र बाहर खेल रहा था। अंगद अपने कमरे में पढ़ रहा था। तभी अंगद ने अलमारी से रिवाल्वर निकाली और कनपटी पर सटाकर खुद को गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुनकर मां कमरे में पहुंची तो देखा बेटा बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। पूजा ने परिवार के अन्य लोगों को जानकारी दी। परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अंगद को मृत घोषित कर दिया। खबर अपडेट की जा रही है… मेरठ में 14 साल के बच्चे ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उसके पिता बड़े बिजनेसमैन हैं और इस समय कारोबार के लिए कनाडा में हैं। बेटे ने सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने लिखा- पापा ने मुझे मोबाइल चलाने पर डांटा है। पापा आप मुझे मोबाइल नहीं दिलाते। मम्मी का मोबाइल यूज करने को कहते हो। बुलेट नहीं दिलाते। पुरानी बाइक मॉडिफाई नहीं कराते हो। परिवार के लोग मुझे प्यार नहीं करते हैं। इसलिए मैं जा रहा हूं…। घटना बहसूमा थाना क्षेत्र के रामराज गांव की है। बिजनेसमैन नितिन चौधरी का बड़ा बेटा 10वीं में पढ़ता है। कक्षा 9 में कम नंबर आए थे। मंगलवार को पिता ने फोन कर अंगद को पढ़ाई करने के लिए डाटा था। इससे नाराज होकर उसने ये कदम उठाया। एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने बताया- सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे की बॉडी बेड पर पड़ी थी। चारों ओर किताबें बिखरी थीं। अलमारी खुली थी, जिसमें पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर रखी रहती है। बच्चे के हाथ में रिवाल्वर भी मिली है। उसकी जेब से सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने पिता के प्यार न करने, मोबाइल चलाने पर डांटने और बाइक ने देने की बातें लिखी हैं। 14 वर्षीय अंगद इससे क्षुब्ध था। कमरे में पढ़ने गया था
मंगलवार रात घटना के वक्त घर में दोनों बेटे अंगद,रुद्र और उनकी मां पूजा थी। मां बाथरुम में काम कर रही थी। 10 साल का छोटा बेटा रुद्र बाहर खेल रहा था। अंगद अपने कमरे में पढ़ रहा था। तभी अंगद ने अलमारी से रिवाल्वर निकाली और कनपटी पर सटाकर खुद को गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुनकर मां कमरे में पहुंची तो देखा बेटा बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। पूजा ने परिवार के अन्य लोगों को जानकारी दी। परिजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अंगद को मृत घोषित कर दिया। खबर अपडेट की जा रही है…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर