राष्ट्रीय महिला आयोग ने पास्टर बजिंदर सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर सुमोटो नोटिस लिया है। आयोग ने पुलिस को कार्रवाई के लिए तीन दिन का समय दिया है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसपी फगवाड़ा के अनुसार, जांच फास्ट ट्रैक पर चल रही है। पास्टर पर बीएनएस की धाराओं के तहत गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। थाना सिटी कपूरथला में दर्ज एफआईआर के अनुसार, एक युवती ने पास्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि अक्टूबर 2017 में वह 17 वर्ष की थी, जब उसके माता-पिता जालंधर के ताजपुर स्थित ‘द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम’ जाने लगे। पास्टर ने उसका फोन नंबर लेकर अनुचित मैसेज भेजने शुरू कर दिए। कैबिन में अकेले बैठाकर छेड़छाड़ का आरोप पीड़िता के अनुसार, 2022 में पास्टर उसे रविवार को चर्च के कैबिन में अकेले बैठाता था और छेड़छाड़ करता था। पास्टर ने शिकायत करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता इन घटनाओं से बुरी तरह डरी हुई है। उसने यह भी बताया कि पास्टर की इन हरकतों से वह डिप्रेशन में चली गई और उसे पैनिक अटैक पड़ने लगा, जिसका काफी लंबा उसने इलाज करवाया। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जहां जांच तेज कर दी। 12 मार्च को पंजाब बंद की कॉल वहीं मामले के तूल पकड़ते देख पुलिस ने एसपी-फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी की देखरेख में डीएसपी कपूरथला दीपकरण सिंह और थाना सिटी के एसएचओ बिक्रमजीत सिंह पर आधारित तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। वहीँ पास्टर ने मीडिया के सामने आकर खुद पर लगे आरोपों को झूठा करार दिया और क्रिश्चियन भाईचारे ने इस मामले में 12 मार्च को पंजाब बंद की कॉल दे रखी है। एसआईटी प्रमुख एसपी-फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग का नोटिस मिला है। इस मामले में पुलिस फास्ट ट्रैक आधार पर इन्वेस्टिगेशन कर रही है। पीड़ित महिला से तमाम सबूत के दस्तावेज लिए जा रहे हैं। पास्टर की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वह जल्द जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को सौपेंगी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने पास्टर बजिंदर सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर सुमोटो नोटिस लिया है। आयोग ने पुलिस को कार्रवाई के लिए तीन दिन का समय दिया है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसपी फगवाड़ा के अनुसार, जांच फास्ट ट्रैक पर चल रही है। पास्टर पर बीएनएस की धाराओं के तहत गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। थाना सिटी कपूरथला में दर्ज एफआईआर के अनुसार, एक युवती ने पास्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने बताया कि अक्टूबर 2017 में वह 17 वर्ष की थी, जब उसके माता-पिता जालंधर के ताजपुर स्थित ‘द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विस्डम’ जाने लगे। पास्टर ने उसका फोन नंबर लेकर अनुचित मैसेज भेजने शुरू कर दिए। कैबिन में अकेले बैठाकर छेड़छाड़ का आरोप पीड़िता के अनुसार, 2022 में पास्टर उसे रविवार को चर्च के कैबिन में अकेले बैठाता था और छेड़छाड़ करता था। पास्टर ने शिकायत करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता इन घटनाओं से बुरी तरह डरी हुई है। उसने यह भी बताया कि पास्टर की इन हरकतों से वह डिप्रेशन में चली गई और उसे पैनिक अटैक पड़ने लगा, जिसका काफी लंबा उसने इलाज करवाया। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जहां जांच तेज कर दी। 12 मार्च को पंजाब बंद की कॉल वहीं मामले के तूल पकड़ते देख पुलिस ने एसपी-फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी की देखरेख में डीएसपी कपूरथला दीपकरण सिंह और थाना सिटी के एसएचओ बिक्रमजीत सिंह पर आधारित तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। वहीँ पास्टर ने मीडिया के सामने आकर खुद पर लगे आरोपों को झूठा करार दिया और क्रिश्चियन भाईचारे ने इस मामले में 12 मार्च को पंजाब बंद की कॉल दे रखी है। एसआईटी प्रमुख एसपी-फगवाड़ा रुपिंदर कौर भट्टी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग का नोटिस मिला है। इस मामले में पुलिस फास्ट ट्रैक आधार पर इन्वेस्टिगेशन कर रही है। पीड़ित महिला से तमाम सबूत के दस्तावेज लिए जा रहे हैं। पास्टर की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वह जल्द जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को सौपेंगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
