पीएम मोदी से मिले देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे की नाराजगी पर क्या बोले अजित पवार? पीएम मोदी से मिले देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे की नाराजगी पर क्या बोले अजित पवार? महाराष्ट्र मानवाधिकार कार्यकर्ता नदीम खान को दिल्ली HC ने इस मामले में दिया प्रोटेक्शन, नहीं हो सकती गिरफ्तारी
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UP ByPolls से पहले RLD को लगा बड़ा झटका, जयंत चौधरी की उम्मीदों पर फिरा पानी? फ्यूचर प्लान पर पड़ेगा असर!
UP ByPolls से पहले RLD को लगा बड़ा झटका, जयंत चौधरी की उम्मीदों पर फिरा पानी? फ्यूचर प्लान पर पड़ेगा असर! <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोकदल को बड़ा झटका लगा है. इस झटके का असर यूपी उपचुनाव के लिए नहीं बल्कि रालोद के आगे के प्लान पर भी पड़ सकताहै. पार्टी का प्लान है कि वह महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अपनी मौजूदगी दर्ज कराये.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें रालोद ने जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए से अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था. रालोद ने जम्मू और कश्मीर में सिर्फ घाटी में 6 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. इसके लिए पार्टी के नेताओं ने प्रचार भी किया था हालांकि उम्मीदों के मुताबिक सफलता नहीं मिली. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जिन सीटों पर थे रालोद के प्रत्याशी वहां क्या हाल?</strong><br />रालोद ने पट्टन, लैंगेट, सोनावारी, बांदीपोरा, बारामुला और रफियाबाद सीट चुनाव लड़ा था. पट्टन सीट पर रालोदके मोहम्मद मुस्तफा लोन 644 वोटों के साथ 5वें नंबर पर थे.लैंगेट में इरफान बाशिर मलिक 300 मतों के साथ 14वें स्थान पर थे. कुछ ऐसा ही हाल सोनावरी सीट पर भी रहाय. यहां सैयद तजामुल अली 377 वोट पाकर 13वें नंबर थे. राफियाबाद विधानसभा सीट पर रालोद के मोहम्मद अकबर भट 549 वोट पाकर 9वें नंबर पर थे. बारामुला सीट पर रालोद उम्मीदवार मुश्ताक अहमद लोन को सिर्फ 352 वोट मिले और वह 21वें नंबर पर रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि रालोद के हौसले अभी पस्त नहीं हुए हैं. पार्टी नेताओं का कहना है कि राज्य में इसी साल होने वाले निकाय चुनावों में पार्टी पूरे दमखम के साथ उतरेगी. राज्य प्रभारी विनय प्रधान के अनुसार पार्टी इन निकाय चुनावों में पूरे दम के साथ उतरेगी. हमें जनता का समर्थन मिलेगा. मौजूदा चुनाव में मिली हार की समीक्षा होगी और आगे और भी बेहतर प्रबंधन के साथ चुनाव लड़ा जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-by-election-2024-bjp-25-year-wait-for-win-on-sisamau-seat-again-difficult-path-ann-2800898″><strong>UP Politics: क्या खत्म होगा BJP का 25 साल का इंतजार? इस बार भी मुश्किल है राह!</strong></a></p>
आकाश के बाद क्या ईशान भी करेंगे राजनीति में एंट्री:मायावती ने पार्टी मीटिंग में संकेत दिया; 2027 में नजर आ सकते हैं
आकाश के बाद क्या ईशान भी करेंगे राजनीति में एंट्री:मायावती ने पार्टी मीटिंग में संकेत दिया; 2027 में नजर आ सकते हैं यूपी की सियासत में बसपा के घटते ग्राफ और हाशिए पर जा रही पार्टी का वजूद बचाने के लिए क्या मायावती आकाश के बाद ईशान को भी मैदान में उतारने जा रही हैं? पहले जन्मदिन के मौके पर, उसके बाद पार्टी की बैठक में ईशान का परिचय कराकर मायावती ने इसके संकेत दिए हैं। हालांकि मायावती इसे ईशान की राजनीति का आगाज बताने से बचती रहीं। उन्होंने साफ कहा, ‘ये ईशान आनंद हैं। पढ़ाई पूरी कर लौटे हैं और फिलहाल पिता के कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं।’ लेकिन ईशान के सामने आने के बाद से राजनीतिक हल्कों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आकाश के बाद अब ईशान सियासी मंच पर नजर आएंगे? पहले जानते हैं कौन है ईशान?
ईशान मायावती के छोटे भाई आनंद के छोटे बेटे हैं। वह हाल ही में लंदन से लॉ की पढ़ाई कर लौटे हैं। 26 साल के ईशान, आकाश से तीन साल छोटे हैं। ईशान दिल्ली में रहकर अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं। मायावती आनंद के बड़े बेटे आकाश को पहले ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर चुकी हैं। अब मायावती का यह नया प्रयोग पार्टी को कितना फायदा पहुंचाता है, यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन राजनीति के जानकारों का कहना है कि जल्द ही आकाश की तरह ईशान भी सार्वजनिक मंचों पर बसपा के लिए वोट मांगते नजर आएंगे। कैसे हुई थी आकाश की एंट्री
मायावती लगभग 7 साल पहले आकाश आनंद को भी पहली बार कुछ इसी अंदाज में लोगों के सामने लेकर आई थीं। 2017 के विधानसभा चुनाव में मायावती की पार्टी की बड़ी हार हुई थी। इसके बाद शब्बीरपुर में दो वर्गों में संघर्ष हुआ तो मायावती मौके पर अपने भतीजे आकाश को लेकर पहुंचीं। बाद में 2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती ने आकाश आनंद को स्टार प्रचारकों की सूची में दूसरे नंबर पर रखा था। 2023 में मायावती ने आकाश को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। 2024 के लोकसभा चुनाव में सीतापुर में एक बयान के बाद उन्हें सभी पदों से हटा दिया गया था। मायावती ने कहा था आकाश को अभी और परिपक्व होने की जरूरत है। हालांकि चुनाव में बसपा के खराब प्रदर्शन के बाद आकाश की कुछ ही दिन में वापसी हो गई। दूसरी बार जिम्मेदारी संभालने के बाद आकाश ने मीडिया से दूरी बना ली। चंद्रशेखर से मुकाबले के लिए दो भाइयों की जोड़ी?
बसपा की इस समय सबसे बड़ी जद्दोजहद अपना वोट बैंक बनाए रखने की है। इसमें सेंधमारी की कोशिश अलग-अलग पार्टी कर रही हैं। बसपा को सबसे ज्यादा किसी से नुकसान या खतरा समझ में आ रहा है तो वह है आजाद समाज पार्टी कांशीराम के संस्थापक चंद्रशेखर से। पश्चिमी यूपी में चंद्रशेखर ने मायावती के वोट बैंक में सेंधमारी की है। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में चंद्रशेखर से मुकाबला करने के लिए दोनों भाई एक साथ नजर आएंगे। 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों भाइयों की जोड़ी एक साथ नजर आ सकती है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि मायावती ईशान को राजनीति का ककहरा सिखाने के लिए पब्लिक प्लेटफार्म पर ले कर आई हैं। उनकी कोशिश पानी में फेंके गए पत्थर की तरह है ताकि अंदाजा हो सके कि इसकी लहर या हलचल कहां तक है? … तो मायावती भी परिवारवाद के चक्रव्यूह में? दलित चिंतक और लखनऊ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रविकांत कहते हैं कि ईशान के राजनीति में आने से कोई खास फायदा नहीं होगा। बल्कि नुकसान होने के चांस ज्यादा हैं। क्योंकि इन पर सीधे तौर पर परिवारवाद का आरोप लगने लगेगा। हालांकि दूसरे दलों में भी कई नेता ऐसे हैं जिनकी विरासत उनकी दूसरी पीढ़ी संभाल रही है। लेकिन पार्टी में बड़े ओहदे पर सपा के बाद अब बसपा का नाम लिया जाएगा। वजह साफ है कि मायावती आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी पहले ही घोषित कर चुकी हैं। अब ईशान के आने से परिवारवाद का आरोप लगाने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी ही होगी। रविकांत कहते हैं कि तलाश करने पर और भी चेहरे ऐसे मिल जाएंगे जो पार्टी को आगे ले जा सकते हैं। बसपा को वजूद बचाने की चिंता
वरिष्ठ पत्रकार और बसपा को करीब से कवर करने वाले सैयद कासिम कहते हैं कि बसपा की इस समय की सबसे बड़ी चिंता अपना वजूद बचाने की है। मायावती चाहती हैं कि उनके पुराने दिन लौट आएं। ऐसे में अब नई पीढ़ी अगर संघर्ष करती है, तभी यह संभव हो सकता है। क्योंकि पार्टी को अपना वजूद बचाने के लिए अपने समाज के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए उसे जमीन पर उतरना होगा। पुराने नेताओं पर भरोसा करना होगा और नए लोगों को अपनी पार्टी में जॉइन कराना होगा। हालांकि सैयद कासिम कहते हैं कि बसपा कार्यालय या मायावती के साथ ईशान इसलिए नजर आ रहे हैं क्योंकि मायावती इस बार अपने जन्मदिन पर दिल्ली नहीं गईं। उन्होंने परिवार के लोगों को यहीं बुला लिया। मायावती ने बसपा के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस बात को साफ भी किया है। मायावती ने बैठक में अपने कार्यकर्ताओं को बता दिया है कि वह हमारे परिवार के सदस्य होने के नाते कार्यक्रम में आए हैं। यह राजनीति में नहीं आ रहे हैं। ये अपने पिता का कारोबार संभाल रहे हैं। आकाश सफल या असफल?
आकाश आनंद को पहली बार शब्बीरपुर हिंसा के दौरान मायावती अपने साथ लेकर गई थीं। उसके बाद 2019 के चुनाव में आगरा की सभा से पहले जब मायावती पर चुनाव आयोग ने भाषण देने पर रोक लगाई तो आकाश आनंद वहां पहुंचे थे। भाषण दिया था। यह भी सच है कि आकाश का संगठन में फिलहाल कोई दखल नहीं है। अभी तक उनका इस्तेमाल पार्टी ने एक प्रचारक के तौर पर किया है। ऐसे में अभी आकाश के हाथ कोई खास सफलता नहीं लगी है। ——————— पढ़ें पूरी खबर… मायावती दूसरे दिन भी छोटे भतीजे को लेकर पहुंचीं:जिलाध्यक्षों से बोलीं- पार्टी के लिए पैसे जुटाएं, सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करनी है बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी अपने छोटे भतीजे ईशान को साथ लेकर लखनऊ में पार्टी ऑफिस पहुंचीं। बड़े भतीजे आकाश आनंद भी साथ रहे। इससे पहले बुधवार को मायावती अपने बर्थडे पर पहली बार छोटे भतीजे ईशान को सामने लाई थीं। (पढ़ें पूरी खबर)
UP की बड़ी खबरें:सहारनपुर में साढ़े 3 करोड़ की लूट निकली फर्जी; मेरठ के ज्वेलरी कारोबारी के स्टाफ ने रची थी साजिश
UP की बड़ी खबरें:सहारनपुर में साढ़े 3 करोड़ की लूट निकली फर्जी; मेरठ के ज्वेलरी कारोबारी के स्टाफ ने रची थी साजिश सहारनपुर में गुरुवार देर रात मेरठ के ज्वैलरी कारोबारी के स्टाफ से साढ़े 3 करोड़ की लूट की वारदात फर्जी निकली। डायमंड कारोबारी के स्टाफ ने ही पूरी लूट की योजना बनाई थी। पुलिस ने लूट में शामिल 5 आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ से लूट की गई ज्वेलरी बरामद कर ली है। पढ़ें पूरी खबर संभल में इंटर कॉलेज की शिक्षिका ने किया सुसाइड, बाजार से लौटकर लगाई फांसी संभल में इंटर कॉलेज की शिक्षिका ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। साथी शिक्षिका ने शव देखा तो मकान मालिक को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव फंदे से उतरवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। शिक्षिका ने अभी 2 महीने पहले ही किराए पर कमरा लिया था। कॉलेज से आने के बाद वह बाजार गई थी, उसके बाद घर आकर उसने फांसी लगा ली।
पढ़ें पूरी खबर लखनऊ में ढाई साल की बच्ची को कार ने रौंदा;अलीगंज में अपनी नानी के घर आई थी लखनऊ के अलीगंज इलाके में ढाई साल की मासूम को कार सवार ने रौंद दिया। बच्चे मोहल्ले में खड़ी कार के पास खेल रहे थे। तभी ड्राइवर ने कार आगे बढ़ा दी। जिसके नीचे मासूम आ गई। परिजनों ने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर 2025 में UP करेगा MOTO GP रेस की मेजबानी, इन्वेस्ट यूपी और डोर्ना स्पोर्ट्स के बीच समझौता यूपी में MOTO GP रेस के आयोजन के लिए ‘इन्वेस्ट यूपी’ की ओर से मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व डोर्ना स्पोर्ट्स एसएल की ओर से कार्मेलो एज़पेलेटा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यानी इस बार भी यूपी मोटोजीपी रेस की मेजबानी करेगा। पढ़ें पूरी खबर उन्नाव में दो नाबालिग सगी बहन का अपहरण; परिजनों ने पुलिस से की शिकायत उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र के गंगा कटरी स्थित एक गांव से दो नाबालिग सगी बहन लापता हो गई। पिता सियाराम यादव की सूचना पर पुलिस ने सर्विलांस की मदद से तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने गांव के दो संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। एसपी के आदेश पर पुलिस ने तीन युवकों के खिलाफ किशोरी के अपहरण का केस दर्ज कर किया गया। थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर जांच शुरू की है। पढ़ें पूरी खबर 25 हजार के इनामी सिसौली के पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार, मुज़फ्फरनगर में हत्या के मामले में 10 साल से था फरार मुजफ्फरनगर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने 2014 से हत्या के मामले में फरार सिसौली के पूर्व चेयरमैन यशपाल बंजी को उसके सिसौली स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के विरुद्ध कोर्ट ने 2019 में स्थायी वारंट जारी किया था। पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पढ़ें पूरी खबर मेरठ में रिटायर्ड जज की मौत में हत्या का केस दर्ज, जानी थाना पुलिस अब नए सिरे से करेगी केस की जांच मेरठ में किशोर न्यायालय के पूर्व जज कर रवि कुमार मल्होत्रा की मौत के मामले की अब नए सिरे से जांच होगी। मामले में जानी थाना पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया है। हत्या के एंगल पर जांच शुरू हो चुकी है। पढ़ें पूरी खबर