सीएम योगी ने बुधवार को पीलीभीत के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। यहां के 200 गांव जलमग्न हैं। NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं। लोगों का एयरलिफ्ट करना पड़ रहा। इधर, सीतापुर में घाघरा उफान पर हैं। मिट्टी का कटान भी शुरू हो गया है। लोगों को घर बहने का डर सताने लगा है, इसलिए खुद का घर तोड़कर सरिया और ईंट निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। अयोध्या में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। हर घंटे 2 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कानपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। जलस्तर 24 घंटे में 20 फीट बढ़ा है। बिजली गिरने से जौनपुर में 2 और मैनपुरी में 5 लोगों की मौत हो गई। आगे कैसा रहेगा मौसम: अगले 5 दिनों तक पूर्वी यूपी में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ही बारिश या बादल गरजने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान है। तापमान में और गिरावट आएगी। 11-12 जुलाई को पूर्वी यूपी में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। ये भी पढ़ें- ड्रोन से देखिए यूपी के 500 गांवों में बाढ़ सीएम योगी ने बुधवार को पीलीभीत के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। यहां के 200 गांव जलमग्न हैं। NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं। लोगों का एयरलिफ्ट करना पड़ रहा। इधर, सीतापुर में घाघरा उफान पर हैं। मिट्टी का कटान भी शुरू हो गया है। लोगों को घर बहने का डर सताने लगा है, इसलिए खुद का घर तोड़कर सरिया और ईंट निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। अयोध्या में सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। हर घंटे 2 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ रहा है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कानपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। जलस्तर 24 घंटे में 20 फीट बढ़ा है। बिजली गिरने से जौनपुर में 2 और मैनपुरी में 5 लोगों की मौत हो गई। आगे कैसा रहेगा मौसम: अगले 5 दिनों तक पूर्वी यूपी में बहुत भारी बारिश की चेतावनी है। वेस्ट यूपी में कहीं-कहीं ही बारिश या बादल गरजने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान है। तापमान में और गिरावट आएगी। 11-12 जुलाई को पूर्वी यूपी में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। ये भी पढ़ें- ड्रोन से देखिए यूपी के 500 गांवों में बाढ़ उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
पीलीभीत के 200 गांवों में बाढ़, योगी का हवाई सर्वे:सीतापुर में घाघरा उफनाई, घर बह न जाए इसलिए तोड़कर सरिया-ईंट निकाल रहे लोग
