पहाड़ों पर बारिश से यूपी में नदियां उफान पर हैं। लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर और शाहजहांपुर में बाढ़ जैसे हालात हैं। सबसे ज्यादा भयावह स्थिति पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और बलरामपुर में है। इन जिलों में करीब 500 गांवों में बाढ़ है। लोग छतों पर रातें गुजारने को मजबूर हैं। पीलीभीत में NDRF, SDRF और सेना की टीम रेस्क्यू में लगी हैं। सोमवार रात हेलिकॉप्टर से 5 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रेलवे पटरी के नीचे की एक और पुलिया बह गई। लखीमपुर में शारदा नदी खतरे के निशान से 54 सेमी ऊपर बह रही है। 150 गांव बाढ़ में जलमग्न हैं। वहीं, बलरामपुर में राप्ती खतरे के निशान को पार गई, जिससे 150 गांवों की करीब 2 लाख आबादी प्रभावित है। शाहजहांपुर में नदी का पानी निगोही पुवायां मार्ग पर बने पुल के ऊपर से बह रहा है। मार्ग को बंद कर दिया गया। सीओ पुवायां और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। इधर, अयोध्या में सरयू का जलस्तर शाम 6 बजे खतरे के निशान से 9 सेमी ऊपर पहुंच गया। अखिलेश यादव ने बारिश से बदहाली पर कविता लिखी है। उन्होंने बुलंदशहर के शिकारपुर में कीचड़ के बीच फंसी बस का वीडियो पोस्ट किया। हादसों में 6 की मौत
बारिश-बाढ़ के बीच हादसे हुए। इसमें 6 की मौत हो गई। बलरामपुर में 1 किशोर बाढ़ में बह गया। श्रावस्ती में 2 लड़कियां डूब गईं। 1 का शव मिला है। दूसरे की तलाश जारी है। लखीमपुर में धान रोपाई के लिए जा रहीं 3 लड़कियां डूब गईं। दो को बचा लिया गया। 1 की मौत हो गई। कौशांबी में आकाशीय बिजली से 2 युवकों की मौत हुई। जबकि 15 से अधिक महिलाएं झुलस गईं। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 66 जिले ग्रीन जोन में हैं। यानी यहां पर बारिश की उम्मीद कम है। प्रदेश में मानसून की बारिश सामान्य से 37% ज्यादा हो चुकी है। 1 जून से प्रदेश में अब तक 209 MM बारिश हुई, जबकि औसत 152.1 MM है। आगे कैसा रहेगा मौसम: 7 दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा। तेज बारिश के साथ बिजली गिर सकती है। बुधवार को 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। पहाड़ों पर बारिश से यूपी में नदियां उफान पर हैं। लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर और शाहजहांपुर में बाढ़ जैसे हालात हैं। सबसे ज्यादा भयावह स्थिति पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और बलरामपुर में है। इन जिलों में करीब 500 गांवों में बाढ़ है। लोग छतों पर रातें गुजारने को मजबूर हैं। पीलीभीत में NDRF, SDRF और सेना की टीम रेस्क्यू में लगी हैं। सोमवार रात हेलिकॉप्टर से 5 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रेलवे पटरी के नीचे की एक और पुलिया बह गई। लखीमपुर में शारदा नदी खतरे के निशान से 54 सेमी ऊपर बह रही है। 150 गांव बाढ़ में जलमग्न हैं। वहीं, बलरामपुर में राप्ती खतरे के निशान को पार गई, जिससे 150 गांवों की करीब 2 लाख आबादी प्रभावित है। शाहजहांपुर में नदी का पानी निगोही पुवायां मार्ग पर बने पुल के ऊपर से बह रहा है। मार्ग को बंद कर दिया गया। सीओ पुवायां और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। इधर, अयोध्या में सरयू का जलस्तर शाम 6 बजे खतरे के निशान से 9 सेमी ऊपर पहुंच गया। अखिलेश यादव ने बारिश से बदहाली पर कविता लिखी है। उन्होंने बुलंदशहर के शिकारपुर में कीचड़ के बीच फंसी बस का वीडियो पोस्ट किया। हादसों में 6 की मौत
बारिश-बाढ़ के बीच हादसे हुए। इसमें 6 की मौत हो गई। बलरामपुर में 1 किशोर बाढ़ में बह गया। श्रावस्ती में 2 लड़कियां डूब गईं। 1 का शव मिला है। दूसरे की तलाश जारी है। लखीमपुर में धान रोपाई के लिए जा रहीं 3 लड़कियां डूब गईं। दो को बचा लिया गया। 1 की मौत हो गई। कौशांबी में आकाशीय बिजली से 2 युवकों की मौत हुई। जबकि 15 से अधिक महिलाएं झुलस गईं। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 66 जिले ग्रीन जोन में हैं। यानी यहां पर बारिश की उम्मीद कम है। प्रदेश में मानसून की बारिश सामान्य से 37% ज्यादा हो चुकी है। 1 जून से प्रदेश में अब तक 209 MM बारिश हुई, जबकि औसत 152.1 MM है। आगे कैसा रहेगा मौसम: 7 दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा। तेज बारिश के साथ बिजली गिर सकती है। बुधवार को 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर