पंजाब में हुए टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद चल रहे सीनियर कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु अब जमानत के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उनकी तरफ से जमानत के लिए उच्च अदालत में याचिका दायर की गई है। जिस पर आज (21 नवंबर) सुनवाई होगी। वह अगस्त मा में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी के दफ्तर में गए थे। उसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। अगस्त माह में किया था गिरफ्तार जालंधर ईडी की टीम ने भारत भूषण आशु को अगस्त महीने में गिरफ्तार किया था। इस समय से ही वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने सारे केस की स्टडी की थी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की थी। अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी। मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य हिस्सों में स्थित अचल संपत्तियां और एफडीआर, सोने के आभूषण, बुलियन और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं। आरोप था कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे। इसके बाद इस मामले में ईडी ने केस दर्ज किया था। पंजाब में हुए टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद चल रहे सीनियर कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु अब जमानत के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उनकी तरफ से जमानत के लिए उच्च अदालत में याचिका दायर की गई है। जिस पर आज (21 नवंबर) सुनवाई होगी। वह अगस्त मा में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी के दफ्तर में गए थे। उसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। अगस्त माह में किया था गिरफ्तार जालंधर ईडी की टीम ने भारत भूषण आशु को अगस्त महीने में गिरफ्तार किया था। इस समय से ही वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने सारे केस की स्टडी की थी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की थी। अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी। मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य हिस्सों में स्थित अचल संपत्तियां और एफडीआर, सोने के आभूषण, बुलियन और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं। आरोप था कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे। इसके बाद इस मामले में ईडी ने केस दर्ज किया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
होशियारपुर में मिनी सचिवालय पर किसानों का प्रदर्शन:पुलिस पर तंबू उखाड़ने का आरोप, दलित मजदूर नेताओं को रिहा करने की मांग
होशियारपुर में मिनी सचिवालय पर किसानों का प्रदर्शन:पुलिस पर तंबू उखाड़ने का आरोप, दलित मजदूर नेताओं को रिहा करने की मांग होशियारपुर में मिनी सचिवालय के बाहर पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब की ओर से किया जा रहा धरना प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी रहा। यूनियन के राज्य प्रेस सचिव कश्मीर सिंह ने आरोप लगाया कि राजनीतिक और उच्च पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस बल ने लोगों को उकसाने के लिए तंबू उखाड़ने का प्रयास किया। इसके बाद किसानों द्वारा नारेबाजी कर विरोध करने पर पुलिस अधिकारी पीछे हट गए। उन्होंने कहा कि जब तक जेल में बंद तीन दलित मजदूर नेताओं को बिना शर्त रिहा नहीं किया जाता और विधायक व उनके समर्थकों पर एससी/एसटी एक्ट व अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सीएम भगवंत सिंह मान की सरकार और पुलिस प्रशासन को भ्रम छोड़कर इतिहास की दीवार पर जो लिखा है, उसे पढ़ना चाहिए। इस मौके पर कीर्ति किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष हरमेश ढेसी और संतोख सिंह संधू, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट रणजीत कुमार, ग्रामीण मजदूर यूनियन के प्रदेश नेता राज कुमार पंडोरी, गुरप्रीत सिंह चोदा, जीएस अटवाल और मेजर सिंह ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।
आज व कल वकीलों की हड़ताल रहेगी
आज व कल वकीलों की हड़ताल रहेगी लुधियाना| लुधियाना, खन्ना, समराला, पायल, फतेहगढ़ साहिब, जगराओं, खमाणों और अमलोह की बार एसोसिएशनों के अध्यक्षों, सचिवों और अन्य पदाधिकारियों की बैठक लुधियाना में हुई। इस दौरान वकील हसन पर विधायक के भाई द्वारा हमले के मामले में कोई कार्रवाई ना होने पर संघर्ष की रणनीति बनाई गई। वकीलों ने कहा कि सीएम और डीजीपी को कई बार शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। आज की बैठक के दौरान पंजाब पुलिस की अपराधियों के खिलाफ निष्क्रियता की कड़ी निंदा की गई। इस दौरान सभी सदस्यों ने 28 और 29 जनवरी को कार्य ठप रखने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया। बार एसोसिएशनों ने अपील की कि वे अधिवक्ता हसन के समर्थन में इस कार्रवाई में शामिल हों। इस दौरान पंजाब की सभी बार एसोसिएशनों के अध्यक्षों, सचिवों और अन्य पदाधिकारियों से अपील की गई कि वह 29 जनवरी को सुबह 11:30 बजे लुधियाना के बार रूम में एक संयुक्त बैठक में शामिल हों। इस दौरान सभी न्यायिक अधिकारियों और राजस्व अधिकारियों से अनुरोध किया गया कि वह 28 और 29 जनवरी के लिए निर्धारित सभी मामलों को किसी अन्य तारीख के लिए स्थगित करें।
संतुलन बिगड़ने से अनियंत्रित हुई कार, ग्रिल से जा टकराई
संतुलन बिगड़ने से अनियंत्रित हुई कार, ग्रिल से जा टकराई भास्कर न्यूज | जालंधर लम्मा पिंड चौक पर एक तेज रफ्तार काले रंग की कार अनियंत्रित होने से हाईवे की ग्रिल से टकरा गई। उक्त हादसा सोमवार तड़के तीन बजे के करीब हुआ। हालांकि गनीमत रही कि समय रहते कार के एयर बैग खुल गए तो चालक को मामूली चोटें ही आईं हैं। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। जानकारी के अनुसार, तड़के तीन बजे के करीब कार पठानकोट चौक की तरफ से लम्मा पिंड चौक की ओर जा रही थी। कार की रफ्तार बहुत तेज थी। इस कारण संतुलन बिगड़ने से सड़क पर लगी लोहे की ग्रिल से कार टकरा गई और सर्विस लेन पर पलटी खा गई।