हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता रमेश धवाला ने राशन घोटाले में अपना नाम जोड़े जाने पर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए रमेश धवाला के एक रिश्तेदार को आरोपों से जोड़ने की बात कही थी। इस पर धवाला ने पलटवार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मरते दम तक राजनीति करूंगा। “क्लास 4 कर्मचारी को फंसाने की कोशिश”
पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि जिस संजीव कुमार को उनका रिश्तेदार बताया जा रहा है, वह केवल क्लास 4 का कर्मचारी है, जिसका काम पानी पिलाने का है। उन्होंने सवाल उठाया कि कैसे एक क्लास 4 कर्मचारी को उन कामों की जिम्मेदारी दी गई जो आमतौर पर इंस्पेक्टर के तहत आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संजीव कुमार को बड़े अधिकारियों ने फंसाने की साजिश की है, जो खुद इस घोटाले में शामिल हैं। “मुख्यमंत्री को करनी चाहिए निष्पक्ष जांच”
धवाला ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग का मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है, ऐसे में उन्हें दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस तरह किसी को उनके रिश्तेदार के रूप में जोड़ना और नाम उछालना शोभा नहीं देता। अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का जिक्र करते हुए धवाला ने कहा कि जब वह खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, तो उन्होंने खुद विभाग की नियमित जांच की और गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई उनका रिश्तेदार भी घोटाला करता है, तो वह भी कानून से बच नहीं सकता। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री को चेताया कि जो देहरा में जमीन घोटालों की फाइल उनके पास है, उस पर कार्रवाई करें तो बात बने। “कांग्रेस और भाजपा पर पर भी बोला हमला”
धवाला ने अपनी पार्टी बीजेपी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देती थी, लेकिन अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं का बोलबाला है। उन्होंने इसे पार्टी के लिए हानिकारक बताते हुए कहा कि ऐसे कदमों से संगठन कमजोर हो रहा है। उन्होंने बीजेपी के विधानसभा क्षेत्र में दो मंडलों के फॉर्मूले पर भी सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि इससे टिकट चाहने वालों के बीच विवाद होगा और इसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा। “मरते दम तक राजनीति नहीं छोड़ूंगा”
अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर धवाला ने स्पष्ट किया कि वह राजनीति नहीं छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह देहरा और ज्वालामुखी, दोनों क्षेत्रों से सक्रिय रहेंगे। तीन महीने तक अस्वस्थ रहने के बाद ठीक होने की बात कहते हुए रमेश धवाला ने दावा किया कि जो लोग उनके खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं, उन्हें भी राजनीतिक तौर पर सबक सिखाएंगे। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता रमेश धवाला ने राशन घोटाले में अपना नाम जोड़े जाने पर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए रमेश धवाला के एक रिश्तेदार को आरोपों से जोड़ने की बात कही थी। इस पर धवाला ने पलटवार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मरते दम तक राजनीति करूंगा। “क्लास 4 कर्मचारी को फंसाने की कोशिश”
पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि जिस संजीव कुमार को उनका रिश्तेदार बताया जा रहा है, वह केवल क्लास 4 का कर्मचारी है, जिसका काम पानी पिलाने का है। उन्होंने सवाल उठाया कि कैसे एक क्लास 4 कर्मचारी को उन कामों की जिम्मेदारी दी गई जो आमतौर पर इंस्पेक्टर के तहत आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संजीव कुमार को बड़े अधिकारियों ने फंसाने की साजिश की है, जो खुद इस घोटाले में शामिल हैं। “मुख्यमंत्री को करनी चाहिए निष्पक्ष जांच”
धवाला ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग का मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है, ऐसे में उन्हें दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस तरह किसी को उनके रिश्तेदार के रूप में जोड़ना और नाम उछालना शोभा नहीं देता। अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का जिक्र करते हुए धवाला ने कहा कि जब वह खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, तो उन्होंने खुद विभाग की नियमित जांच की और गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई उनका रिश्तेदार भी घोटाला करता है, तो वह भी कानून से बच नहीं सकता। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री को चेताया कि जो देहरा में जमीन घोटालों की फाइल उनके पास है, उस पर कार्रवाई करें तो बात बने। “कांग्रेस और भाजपा पर पर भी बोला हमला”
धवाला ने अपनी पार्टी बीजेपी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देती थी, लेकिन अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं का बोलबाला है। उन्होंने इसे पार्टी के लिए हानिकारक बताते हुए कहा कि ऐसे कदमों से संगठन कमजोर हो रहा है। उन्होंने बीजेपी के विधानसभा क्षेत्र में दो मंडलों के फॉर्मूले पर भी सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि इससे टिकट चाहने वालों के बीच विवाद होगा और इसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा। “मरते दम तक राजनीति नहीं छोड़ूंगा”
अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर धवाला ने स्पष्ट किया कि वह राजनीति नहीं छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह देहरा और ज्वालामुखी, दोनों क्षेत्रों से सक्रिय रहेंगे। तीन महीने तक अस्वस्थ रहने के बाद ठीक होने की बात कहते हुए रमेश धवाला ने दावा किया कि जो लोग उनके खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं, उन्हें भी राजनीतिक तौर पर सबक सिखाएंगे। हिमाचल | दैनिक भास्कर