हरियाणा में BJP के टिकट बंटवारे से पहले ही बवाल मचने लगा है। रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को सोनीपत की गोहाना सीट से टिकट देने की बात सामने आते ही भाजपा वर्करों ने विरोध शुरू कर दिया। शुक्रवार को पूरा चौक पर इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने अरविंद शर्मा का पुतला फूंका। यही नहीं, कुछ नेता विरोध करने के लिए दिल्ली स्थित हरियाणा भाजपा के इंचार्ज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर तक पहुंच गए। उनका कहना है कि गोहाना विधानसभा से लगातार बाहरी प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाने का नाम चल रहा है। इनमें राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक और पूर्व सांसद अरविंद शर्मा का नाम चर्चा में है। अरविंद शर्मा के अलावा फतेहाबाद की रतिया सीट पर सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट देने का भी विरोध हो चुका है। भाजपा वर्करों का कहना है कि बाहरी कैंडिडेट को BJP ने उम्मीदवार बनाया तो इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध
शुक्रवार को गोहाना में भाजपा कार्यकर्ता गोहाना चौराहे पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा नेता पूर्व सांसद अरविंद शर्मा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने अरविंद शर्मा का पुतला भी फूंका। इन कार्यकर्ताओं में पवन कुमार, संदीप सिंह, रोशन कुमार मुख्य रहे। इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि गोहाना से भाजपा की टिकट किसी स्थानीय नेता को ही मिले। बाहरी उम्मीदवार के लिए स्थानीय कार्यकर्ता काम नहीं करेंगे। सूत्र बताते हैं कि अरविंद शर्मा का पुतला फूंकने वाले कार्यकर्ता भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा के समर्थक हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा चाहते हैं कि गोहाना सीट पर विधानसभा चुनाव में किसी स्थानीय जाट नेता को उतारा जाए, ताकि सीट पर जाति समीकरण को साधा जा सके। हालांकि, उमेश शर्मा इस सीट से अपनी दावेदारी नहीं जता रहे। वह खुद बरौदा विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। कार्यकर्ताओं संग दिल्ली भी पहुंचे नेता
शुक्रवार को ही गोहाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे भाजपा के अन्य नेता सोनीपत रोड पर एकत्रित हुए थे। वहां से वे दिल्ली में संगठन के नेताओं से मिलने पहुंचे। उन्होंने हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर अपनी आवाज बुलंद की। इन नेताओं में बलराम कौशिक, डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, इंद्रजीत विरमानी, नरेंद्र गहलावत, परमवीर सैनी, शेर सिंह बेडवाल, प्रवीण कश्यप, डॉ. रमेश कश्यप और मुकेश रोहिल्ला मुख्य थे। इनकी भी मांग यही थी कि गोहाना से किसी स्थानीय नेता को ही टिकट मिले। ये नेता गोहाना सीट पर दावेदारी जता रहे
सोनीपत की गोहाना सीट पर भाजपा के जाट, पिछले और ब्राह्मण नेता दावेदारी कर रहे हैं। इनमें कुछ नए और कुछ पहले से चुनाव लड़ चुके नेता शामिल हैं। गोहाना सीट से जाट नेताओं में विरेंद्र सिंह आर्या और तीरथ राणा अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनमें तीरथ राणा 2019 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, विरेंद्र सिंह आर्या को अगर टिक मिलती है, तो यह उनका पहला चुनाव होगा। हालांकि, वह लगातार 3 बार से गोहाना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वहीं, साल 2014 में भाजपा ने इनके पिता जयसिंह ठेकेदार को टिकट दिया था। हालांकि, 3 दिन बाद ही भाजपा हाईकमान ने जयसिंह का टिकट वापस भी ले लिया था। इसके बाद यह टिकट भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को दिया गया, लेकिन जब चुनाव के नतीजे आए तो जांगड़ा को भी हार ही मिली थी। पिछड़ा वर्ग से राज्यसभा सांसद की भी दावेदारी
अब फिर से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। वह पिछड़ा वर्ग का चेहरा होने के नाते अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, उनके साथ भाजपा बैकवर्ड सेल के जिलाध्यक्ष रहे परमवीर सैनी भी टिकट की दावेदारी ठोंक रहे हैं। अगर उन्हें टिकट मिलता है तो यह उनका पहला चुनाव होगा। डॉ. ओमप्रकाश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा
गोहाना सीट से डॉ. ओमप्रकाश शर्मा भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह आज हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर अपने समर्थकों के साथ भी पहुंचे थे। हालांकि, इन्हें भी चुनाव लड़ने का अनुभव नहीं है। डॉ. शर्मा मौजूदा समय में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं। वहीं, गोहाना नगर परिषद की लगातार 2 बार से चेयरपर्सन रजनी विरमानी और उनके पति इंद्रजीत विरमानी भी भाजपा से गोहाना सीट का टिकट मांग रहे हैं। ये दोनों भी आज दिल्ली में अपनी मांग को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के आवास पहुंचे थे। खुद के लिए टिकट मांगने के साथ इनकी मांग यह भी है कि गोहाना से किसी बाहरी को टिकट न दिया जाए। हरियाणा में BJP के टिकट बंटवारे से पहले ही बवाल मचने लगा है। रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को सोनीपत की गोहाना सीट से टिकट देने की बात सामने आते ही भाजपा वर्करों ने विरोध शुरू कर दिया। शुक्रवार को पूरा चौक पर इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने अरविंद शर्मा का पुतला फूंका। यही नहीं, कुछ नेता विरोध करने के लिए दिल्ली स्थित हरियाणा भाजपा के इंचार्ज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर तक पहुंच गए। उनका कहना है कि गोहाना विधानसभा से लगातार बाहरी प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाने का नाम चल रहा है। इनमें राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक और पूर्व सांसद अरविंद शर्मा का नाम चर्चा में है। अरविंद शर्मा के अलावा फतेहाबाद की रतिया सीट पर सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट देने का भी विरोध हो चुका है। भाजपा वर्करों का कहना है कि बाहरी कैंडिडेट को BJP ने उम्मीदवार बनाया तो इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध
शुक्रवार को गोहाना में भाजपा कार्यकर्ता गोहाना चौराहे पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा नेता पूर्व सांसद अरविंद शर्मा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने अरविंद शर्मा का पुतला भी फूंका। इन कार्यकर्ताओं में पवन कुमार, संदीप सिंह, रोशन कुमार मुख्य रहे। इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि गोहाना से भाजपा की टिकट किसी स्थानीय नेता को ही मिले। बाहरी उम्मीदवार के लिए स्थानीय कार्यकर्ता काम नहीं करेंगे। सूत्र बताते हैं कि अरविंद शर्मा का पुतला फूंकने वाले कार्यकर्ता भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा के समर्थक हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा चाहते हैं कि गोहाना सीट पर विधानसभा चुनाव में किसी स्थानीय जाट नेता को उतारा जाए, ताकि सीट पर जाति समीकरण को साधा जा सके। हालांकि, उमेश शर्मा इस सीट से अपनी दावेदारी नहीं जता रहे। वह खुद बरौदा विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। कार्यकर्ताओं संग दिल्ली भी पहुंचे नेता
शुक्रवार को ही गोहाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे भाजपा के अन्य नेता सोनीपत रोड पर एकत्रित हुए थे। वहां से वे दिल्ली में संगठन के नेताओं से मिलने पहुंचे। उन्होंने हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर अपनी आवाज बुलंद की। इन नेताओं में बलराम कौशिक, डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, इंद्रजीत विरमानी, नरेंद्र गहलावत, परमवीर सैनी, शेर सिंह बेडवाल, प्रवीण कश्यप, डॉ. रमेश कश्यप और मुकेश रोहिल्ला मुख्य थे। इनकी भी मांग यही थी कि गोहाना से किसी स्थानीय नेता को ही टिकट मिले। ये नेता गोहाना सीट पर दावेदारी जता रहे
सोनीपत की गोहाना सीट पर भाजपा के जाट, पिछले और ब्राह्मण नेता दावेदारी कर रहे हैं। इनमें कुछ नए और कुछ पहले से चुनाव लड़ चुके नेता शामिल हैं। गोहाना सीट से जाट नेताओं में विरेंद्र सिंह आर्या और तीरथ राणा अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनमें तीरथ राणा 2019 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, विरेंद्र सिंह आर्या को अगर टिक मिलती है, तो यह उनका पहला चुनाव होगा। हालांकि, वह लगातार 3 बार से गोहाना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वहीं, साल 2014 में भाजपा ने इनके पिता जयसिंह ठेकेदार को टिकट दिया था। हालांकि, 3 दिन बाद ही भाजपा हाईकमान ने जयसिंह का टिकट वापस भी ले लिया था। इसके बाद यह टिकट भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को दिया गया, लेकिन जब चुनाव के नतीजे आए तो जांगड़ा को भी हार ही मिली थी। पिछड़ा वर्ग से राज्यसभा सांसद की भी दावेदारी
अब फिर से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। वह पिछड़ा वर्ग का चेहरा होने के नाते अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, उनके साथ भाजपा बैकवर्ड सेल के जिलाध्यक्ष रहे परमवीर सैनी भी टिकट की दावेदारी ठोंक रहे हैं। अगर उन्हें टिकट मिलता है तो यह उनका पहला चुनाव होगा। डॉ. ओमप्रकाश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा
गोहाना सीट से डॉ. ओमप्रकाश शर्मा भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह आज हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर अपने समर्थकों के साथ भी पहुंचे थे। हालांकि, इन्हें भी चुनाव लड़ने का अनुभव नहीं है। डॉ. शर्मा मौजूदा समय में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं। वहीं, गोहाना नगर परिषद की लगातार 2 बार से चेयरपर्सन रजनी विरमानी और उनके पति इंद्रजीत विरमानी भी भाजपा से गोहाना सीट का टिकट मांग रहे हैं। ये दोनों भी आज दिल्ली में अपनी मांग को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के आवास पहुंचे थे। खुद के लिए टिकट मांगने के साथ इनकी मांग यह भी है कि गोहाना से किसी बाहरी को टिकट न दिया जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर