हरियाणा में हिसार विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास राड़ा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आज सैनी न्याय संघर्ष समिति की बैठक हुई। इस बैठक में 18 सितंबर को हुई बैठक के एजेंडे को रखा गया और बताया गया कि कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा जिनका सैनी सभा ट्रस्ट पर परिवार सहित कब्जा है, समाज की मांगों को अनदेखा कर दिया। राम निवास राड़ा को 48 घंटे का समय दिया गया था, मगर 4 दिन तक उनके जवाब का इंतजार किया। एक दिन पहले रामनिवास राड़ा के साथ मीटिंग भी हुई, मगर उन्होंने ट्रस्ट को भंग करने से मना कर दिया। यहां तक कि ट्रस्ट के प्रधान ओमप्रकाश राड़ा को हटाकर ओमकार सैनी को प्रधान बनाया गया है, जिन पर पहले से ही केस चल रहा है। इसलिए सैनी न्याय संघर्ष समिति ने यह फैसला लिया है कि कांग्रेस की जगह भाजपा का समर्थन किया जाएगा। क्योंकि सैनी समाज नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनता देखना चाहता है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास राड़ा के बेटे रोहित राड़ा ने बैठक करने वालों को चुनिंदा लोग बताया है और कहा है कि यह समाज में रोड़ा अटकाने वाले लोग हैं। समिति ने समाज से की अपील, नायब सैनी का साथ दें
सैनी न्याय संघर्ष समिति के प्रधान महेंद्र सैनी ने बताया कि समिति ने फैसला लिया है कि इन चुनाव में नायब सैनी का समर्थन किया जाएगा क्योंकि वह समाज से हैं और समाज को राजनीतिक दृष्टि से आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। सैनी ने कहा कि सैनी न्याय संघर्ष समिति में कांग्रेस सहित सभी दलों के लोग शामिल हैं जो रामनिवास राड़ा की कार्यप्रणाली और इनके ट्रस्ट पर कब्जे से नाराज हैं। वह इन चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी का बहिष्कार करेंगे। सैनी न्याय संघर्ष समिति ने समस्त सैनी समाज से अनुरोध किया कि वे इस निर्णय का सम्मान करें और समाज की प्रगति के लिए नायब सैनी को अपना समर्थन दें। इससे पहले 18 सितंबर को हुई बैठक
18 सितंबर को हिसार के सब्जी मंडी पार्क में सैनी समाज की बैठक हुई थी और चेतावनी दी गई कि यदि सैनी सभा ट्रस्ट के चुनाव नए सिरे से नहीं करवाए गए और इसमें नए मेंबर शामिल नहीं किए गए तो पूरा समाज चुनाव में रामनिवास राड़ा का बहिष्कार करेगा। मीटिंग में शामिल सैनी समाज के लोगों ने राड़ा और उनके परिवार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इस दौरान फैसला नहीं लिया गया तो समाज के लोग प्रचार में भी राड़ा के खिलाफ उतरेंगे। सैनी सभा से जुड़े मुकेश सैनी मानू ने बताया था कि यदि जरूरत पड़ी तो घर-घर पर्चे बांटकर समाज के लोगों से अपील की जाएगी कि वह कांग्रेस कैंडिडेट को इस बार वोट न दें। राड़ा परिवार के यह मेंबर सैनी सभा ट्रस्ट में
सैनी न्याय संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि सैनी सभा ट्रस्ट पर राड़ा परिवार के 17 लोग कब्जा करके बैठे हैं। कांग्रेस कैंडिडेट रामनिवास राड़ा के बड़े भाई ओमप्रकाश राड़ा हिसार में सैनी सभा ट्रस्ट के प्रधान हैं। इनके भतीजे प्रह्लाद सिंह राड़ा और भाई महावीर राड़ा ट्रस्टी है। सीताराम सैनी रामनिवास राड़ा के साढू हैं। रघुबीर सिंह सैनी रामनिवास राड़ा के साले (पत्नी के भाई) हैं। राजकुमार दहिया ट्रस्ट प्रधान के भतीजे हैं। उनके दामाद ओमप्रकाश सीसवालिया भी इस ट्रस्ट में शामिल हैं।
ट्रस्ट प्रधान ओमप्रकाश राड़ा की मौसी का लड़का मनोज सैनी को भी इस ट्रस्ट में शामिल किया गया है। माडूराम सैनी और बलवंत सैनी इनके कर्मचारी हैं। इनके अलावा ट्रस्ट में जगह पाने वाले दयानंद सैनी उर्फ भागाराम इनके भतीजे हैं। इसी तरह ट्रस्ट में शामिल सीताराम सैनी रघुबीर सिंह सैनी के दामाद हैं। रामनिवास दहिया भी इन्हीं के परिवार से हैं जबकि अशोक सैनी उर्फ लीला सैनी इनके कर्मचारी हैं। सुशील खोवाल रामनिवास राड़ा के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं जबकि ईश्वर सैनी बलवंत सैनी के साढ़ू के बेटे हैं। राड़ा परिवार ने अपने तकरीबन 17 लोग सैनी सभा ट्रस्ट में एडजस्ट करके ट्रस्ट पर एक तरह से कब्जा जमा लिया है। सैनी समाज की ये थी प्रमुख मांगें
बैठक में पहुंचे सैनी समाज के लोगों ने मांग थी कि हिसार के सैनी सभा ट्रस्ट के चुनाव नए सिरे से करवाए जाएं। चुनाव से पहले सैनी समाज के 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को ट्रस्ट का मेंबर बनाया जाए। हिसार की सैनी सभा 1962 में बनी थी और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर 32 है। इस सभा का संविधान चौधरी नंदराम ने लिखा था, उसके मुताबिक ही सैनी सभा को चलाया जाए। समाज के लोगों ने यह डिमांड भी की थी कि सैनी सभा ट्रस्ट का नया प्रधान और नए मेंबर चुनने की प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से पूरी करवाई जाए। रोहित राड़ा ने कहा-समाज को नीचा दिखा रहे ये लोग
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के बेटे रोहित ने कहा कि कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर आरोप लगा रहे हैं। महज 10 से 15 लोग पूरे समाज का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते और ना ही कोई फैसला पूरे समाज को लेकर दे सकते हैं। यह लोग भाजपा और जिंदल परिवार से जुड़े लोग हैं। इनका मकसद समाज को नीचे दिखाने का है। अगर कोई व्यक्ति समाज को आगे बढ़ा रहा है तो यह लोग उनकी टांग खिचाई कर रहे हैं। यह लोग रामनिवास राड़ा ने हाथ धोकर पीछे पड़े हैं। जबकि रामनिवास राड़ा ने इन्हें कभी गलत नहीं बोला। हरियाणा में हिसार विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास राड़ा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आज सैनी न्याय संघर्ष समिति की बैठक हुई। इस बैठक में 18 सितंबर को हुई बैठक के एजेंडे को रखा गया और बताया गया कि कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा जिनका सैनी सभा ट्रस्ट पर परिवार सहित कब्जा है, समाज की मांगों को अनदेखा कर दिया। राम निवास राड़ा को 48 घंटे का समय दिया गया था, मगर 4 दिन तक उनके जवाब का इंतजार किया। एक दिन पहले रामनिवास राड़ा के साथ मीटिंग भी हुई, मगर उन्होंने ट्रस्ट को भंग करने से मना कर दिया। यहां तक कि ट्रस्ट के प्रधान ओमप्रकाश राड़ा को हटाकर ओमकार सैनी को प्रधान बनाया गया है, जिन पर पहले से ही केस चल रहा है। इसलिए सैनी न्याय संघर्ष समिति ने यह फैसला लिया है कि कांग्रेस की जगह भाजपा का समर्थन किया जाएगा। क्योंकि सैनी समाज नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनता देखना चाहता है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राम निवास राड़ा के बेटे रोहित राड़ा ने बैठक करने वालों को चुनिंदा लोग बताया है और कहा है कि यह समाज में रोड़ा अटकाने वाले लोग हैं। समिति ने समाज से की अपील, नायब सैनी का साथ दें
सैनी न्याय संघर्ष समिति के प्रधान महेंद्र सैनी ने बताया कि समिति ने फैसला लिया है कि इन चुनाव में नायब सैनी का समर्थन किया जाएगा क्योंकि वह समाज से हैं और समाज को राजनीतिक दृष्टि से आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। सैनी ने कहा कि सैनी न्याय संघर्ष समिति में कांग्रेस सहित सभी दलों के लोग शामिल हैं जो रामनिवास राड़ा की कार्यप्रणाली और इनके ट्रस्ट पर कब्जे से नाराज हैं। वह इन चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी का बहिष्कार करेंगे। सैनी न्याय संघर्ष समिति ने समस्त सैनी समाज से अनुरोध किया कि वे इस निर्णय का सम्मान करें और समाज की प्रगति के लिए नायब सैनी को अपना समर्थन दें। इससे पहले 18 सितंबर को हुई बैठक
18 सितंबर को हिसार के सब्जी मंडी पार्क में सैनी समाज की बैठक हुई थी और चेतावनी दी गई कि यदि सैनी सभा ट्रस्ट के चुनाव नए सिरे से नहीं करवाए गए और इसमें नए मेंबर शामिल नहीं किए गए तो पूरा समाज चुनाव में रामनिवास राड़ा का बहिष्कार करेगा। मीटिंग में शामिल सैनी समाज के लोगों ने राड़ा और उनके परिवार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इस दौरान फैसला नहीं लिया गया तो समाज के लोग प्रचार में भी राड़ा के खिलाफ उतरेंगे। सैनी सभा से जुड़े मुकेश सैनी मानू ने बताया था कि यदि जरूरत पड़ी तो घर-घर पर्चे बांटकर समाज के लोगों से अपील की जाएगी कि वह कांग्रेस कैंडिडेट को इस बार वोट न दें। राड़ा परिवार के यह मेंबर सैनी सभा ट्रस्ट में
सैनी न्याय संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि सैनी सभा ट्रस्ट पर राड़ा परिवार के 17 लोग कब्जा करके बैठे हैं। कांग्रेस कैंडिडेट रामनिवास राड़ा के बड़े भाई ओमप्रकाश राड़ा हिसार में सैनी सभा ट्रस्ट के प्रधान हैं। इनके भतीजे प्रह्लाद सिंह राड़ा और भाई महावीर राड़ा ट्रस्टी है। सीताराम सैनी रामनिवास राड़ा के साढू हैं। रघुबीर सिंह सैनी रामनिवास राड़ा के साले (पत्नी के भाई) हैं। राजकुमार दहिया ट्रस्ट प्रधान के भतीजे हैं। उनके दामाद ओमप्रकाश सीसवालिया भी इस ट्रस्ट में शामिल हैं।
ट्रस्ट प्रधान ओमप्रकाश राड़ा की मौसी का लड़का मनोज सैनी को भी इस ट्रस्ट में शामिल किया गया है। माडूराम सैनी और बलवंत सैनी इनके कर्मचारी हैं। इनके अलावा ट्रस्ट में जगह पाने वाले दयानंद सैनी उर्फ भागाराम इनके भतीजे हैं। इसी तरह ट्रस्ट में शामिल सीताराम सैनी रघुबीर सिंह सैनी के दामाद हैं। रामनिवास दहिया भी इन्हीं के परिवार से हैं जबकि अशोक सैनी उर्फ लीला सैनी इनके कर्मचारी हैं। सुशील खोवाल रामनिवास राड़ा के राजनीतिक सचिव रह चुके हैं जबकि ईश्वर सैनी बलवंत सैनी के साढ़ू के बेटे हैं। राड़ा परिवार ने अपने तकरीबन 17 लोग सैनी सभा ट्रस्ट में एडजस्ट करके ट्रस्ट पर एक तरह से कब्जा जमा लिया है। सैनी समाज की ये थी प्रमुख मांगें
बैठक में पहुंचे सैनी समाज के लोगों ने मांग थी कि हिसार के सैनी सभा ट्रस्ट के चुनाव नए सिरे से करवाए जाएं। चुनाव से पहले सैनी समाज के 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को ट्रस्ट का मेंबर बनाया जाए। हिसार की सैनी सभा 1962 में बनी थी और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर 32 है। इस सभा का संविधान चौधरी नंदराम ने लिखा था, उसके मुताबिक ही सैनी सभा को चलाया जाए। समाज के लोगों ने यह डिमांड भी की थी कि सैनी सभा ट्रस्ट का नया प्रधान और नए मेंबर चुनने की प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से पूरी करवाई जाए। रोहित राड़ा ने कहा-समाज को नीचा दिखा रहे ये लोग
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के बेटे रोहित ने कहा कि कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर आरोप लगा रहे हैं। महज 10 से 15 लोग पूरे समाज का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते और ना ही कोई फैसला पूरे समाज को लेकर दे सकते हैं। यह लोग भाजपा और जिंदल परिवार से जुड़े लोग हैं। इनका मकसद समाज को नीचे दिखाने का है। अगर कोई व्यक्ति समाज को आगे बढ़ा रहा है तो यह लोग उनकी टांग खिचाई कर रहे हैं। यह लोग रामनिवास राड़ा ने हाथ धोकर पीछे पड़े हैं। जबकि रामनिवास राड़ा ने इन्हें कभी गलत नहीं बोला। हरियाणा | दैनिक भास्कर