जालंधर लोकसभा सीट से सांसद और राज्य के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को संसद रत्न के सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। पिछले 16 वर्षों में पहली बार देश की लोकसभा के लिए पंजाब से चुने गए किसी सांसद को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। जालंधर लोकसभा क्षेत्र से भारी बहुमत से जीतकर देश की लोकसभा में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। देश के दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा 2010 में शुरू किए गए इस पुरस्कार के लिए अब तक 17 संसद सदस्यों और दो लोकसभा स्थायी समितियों के अध्यक्षों का चयन किया जा चुका है। इस पुरस्कार में कृषि एवं किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत चरणजीत सिंह चन्नी को उनके किसान और खेत मजदूर खेल प्रदर्शन को देखते हुए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस संबंध में रविवार शाम संसद रत्न पुरस्कार समिति की ओर से जारी एक बयान में जानकारी साझा की गई। अब पढ़ें कैसे होता है संसद रत्न के लिए चयन संसद रत्न अवॉर्ड पूरी तरह से सांसदों के कार्य प्रदर्शन पर आधारित होता है। नामांकन के लिए लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय, PRS लेजिस्लेटिव रिसर्च से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। इसमें देखा जाता है कि संसद में किस सदस्य की कितनी भागीदारी है, पूछे गए प्रश्नों की संख्या क्या है, प्रस्तुत निजी विधेयकों की संख्या क्या है और बहसों में भागीदारी कितनी है। सही पहलुओं को देखते हुए संसद रत्न के लिए मेंबर्स को चुना जाता है। जालंधर लोकसभा सीट से सांसद और राज्य के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को संसद रत्न के सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। पिछले 16 वर्षों में पहली बार देश की लोकसभा के लिए पंजाब से चुने गए किसी सांसद को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। जालंधर लोकसभा क्षेत्र से भारी बहुमत से जीतकर देश की लोकसभा में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। देश के दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा 2010 में शुरू किए गए इस पुरस्कार के लिए अब तक 17 संसद सदस्यों और दो लोकसभा स्थायी समितियों के अध्यक्षों का चयन किया जा चुका है। इस पुरस्कार में कृषि एवं किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत चरणजीत सिंह चन्नी को उनके किसान और खेत मजदूर खेल प्रदर्शन को देखते हुए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस संबंध में रविवार शाम संसद रत्न पुरस्कार समिति की ओर से जारी एक बयान में जानकारी साझा की गई। अब पढ़ें कैसे होता है संसद रत्न के लिए चयन संसद रत्न अवॉर्ड पूरी तरह से सांसदों के कार्य प्रदर्शन पर आधारित होता है। नामांकन के लिए लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय, PRS लेजिस्लेटिव रिसर्च से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। इसमें देखा जाता है कि संसद में किस सदस्य की कितनी भागीदारी है, पूछे गए प्रश्नों की संख्या क्या है, प्रस्तुत निजी विधेयकों की संख्या क्या है और बहसों में भागीदारी कितनी है। सही पहलुओं को देखते हुए संसद रत्न के लिए मेंबर्स को चुना जाता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
