खन्ना के थाना मलौद क्षेत्रांतर्गत गांव लहल के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल में छात्राओं से छेड़छाड़ मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस केस में मलौद थाने में गणित टीचर हरिदिओ प्रसाद सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया। शारीरिक शोषण के साथ साथ पाक्सो एक्ट लगाया गया है। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई। आने वाले दिनों में आरोपी टीचर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। क्योंकि, एजुकेशन विभाग ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। सातवीं की कक्षाओं के बयान दर्ज जानकारी के अनुसार, सातवीं कक्षा की तीन छात्राओं के बयान दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि गणित का टीचर छात्राओं का शारीरिक शोषण करता था। गलत हरकतें की जाती थीं। इसका विरोध छात्राओं के परिजनों ने किया। वहीं 4 गांवों के लोगों ने स्कूल में आकर रोष जताया तो स्थिति को भांपते हुए पुलिस मौके पर पहुंची थी। जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में मंगलवार सुबह स्कूल में छात्राओं के परिजन इकट्ठे हुए थे। उस समय टीचर ने कैमरे के सामने अपनी गलती मानते हुए माफी भी मांगी थी। अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल समेत अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। शिक्षा विभाग की तरफ से इनके खिलाफ भी कोई एक्शन लिया जा सकता है। क्योंकि, जिस प्रकार छात्राओं ने आरोप लगाया है कि काफी समय से स्कूल में ऐसा हो रहा था। जिसके लिए उन्होंने एक महिला टीचर को भी बताया था। इस महिला टीचर ने सीनियर अधिकारियों को सूचना नहीं दी। प्रिंसिपल ने अपनी जिम्मेवारी को सही तरीके से नहीं निभाया। वहीं, डीडीओ और जिला स्मार्ट स्कूलों की प्रभारी ने भी अपने फर्ज को नहीं निभाया। इन सभी चीजों को लेकर एजुकेशन विभाग जांच कर रहा है। मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से दो महिला अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया था। लेकिन 24 घंटे में रिपोर्ट तैयार न होने पर एक अन्य अधिकारी गुरदीप सिंह को उनके साथ लगाया गया। अब गहराई से जांच करके पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। डिप्टी डीईओ बोले- हर पहलु से जांच हो रही लुधियाना के डिप्टी डीईओ जसविंदर सिंह ने कहा कि तीन सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है। उम्मीद है कि आज शाम तक रिपोर्ट मिल जाएगी। इस रिपोर्ट के बाद डीईओ अगली कार्रवाई करेंगे। उनकी टीम स्कूल और गांवों में गहराई से जांच कर रही है। छात्राओं और उनके परिजनों से बात की जा रही है। अगर किसी स्टाफ का कसूर सामने आया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उधर, डीएसपी पायल निखिल गर्ग ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 75 (2) और पाक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत केस दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। खन्ना के थाना मलौद क्षेत्रांतर्गत गांव लहल के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल में छात्राओं से छेड़छाड़ मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस केस में मलौद थाने में गणित टीचर हरिदिओ प्रसाद सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया। शारीरिक शोषण के साथ साथ पाक्सो एक्ट लगाया गया है। साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई। आने वाले दिनों में आरोपी टीचर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। क्योंकि, एजुकेशन विभाग ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। सातवीं की कक्षाओं के बयान दर्ज जानकारी के अनुसार, सातवीं कक्षा की तीन छात्राओं के बयान दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि गणित का टीचर छात्राओं का शारीरिक शोषण करता था। गलत हरकतें की जाती थीं। इसका विरोध छात्राओं के परिजनों ने किया। वहीं 4 गांवों के लोगों ने स्कूल में आकर रोष जताया तो स्थिति को भांपते हुए पुलिस मौके पर पहुंची थी। जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में मंगलवार सुबह स्कूल में छात्राओं के परिजन इकट्ठे हुए थे। उस समय टीचर ने कैमरे के सामने अपनी गलती मानते हुए माफी भी मांगी थी। अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल समेत अन्य स्टाफ की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। शिक्षा विभाग की तरफ से इनके खिलाफ भी कोई एक्शन लिया जा सकता है। क्योंकि, जिस प्रकार छात्राओं ने आरोप लगाया है कि काफी समय से स्कूल में ऐसा हो रहा था। जिसके लिए उन्होंने एक महिला टीचर को भी बताया था। इस महिला टीचर ने सीनियर अधिकारियों को सूचना नहीं दी। प्रिंसिपल ने अपनी जिम्मेवारी को सही तरीके से नहीं निभाया। वहीं, डीडीओ और जिला स्मार्ट स्कूलों की प्रभारी ने भी अपने फर्ज को नहीं निभाया। इन सभी चीजों को लेकर एजुकेशन विभाग जांच कर रहा है। मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से दो महिला अधिकारियों को जांच के लिए भेजा गया था। लेकिन 24 घंटे में रिपोर्ट तैयार न होने पर एक अन्य अधिकारी गुरदीप सिंह को उनके साथ लगाया गया। अब गहराई से जांच करके पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। डिप्टी डीईओ बोले- हर पहलु से जांच हो रही लुधियाना के डिप्टी डीईओ जसविंदर सिंह ने कहा कि तीन सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है। उम्मीद है कि आज शाम तक रिपोर्ट मिल जाएगी। इस रिपोर्ट के बाद डीईओ अगली कार्रवाई करेंगे। उनकी टीम स्कूल और गांवों में गहराई से जांच कर रही है। छात्राओं और उनके परिजनों से बात की जा रही है। अगर किसी स्टाफ का कसूर सामने आया तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उधर, डीएसपी पायल निखिल गर्ग ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 75 (2) और पाक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत केस दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में पत्नी ने पति पर कराई FIR:शादीशुदा होने के बावजूद धोखा में रखकर की दूसरी मैरिज, कई बार करवाया गर्भपात
लुधियाना में पत्नी ने पति पर कराई FIR:शादीशुदा होने के बावजूद धोखा में रखकर की दूसरी मैरिज, कई बार करवाया गर्भपात पंजाब के लुधियाना में एक पत्नी ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पत्नी ने अपने पति पर धोखाधड़ी करने और गर्भपात करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पति के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। जवद्दी कलां निवासी महिला मनिंदर कौर ने बताया कि 17 जुलाई 2023 को उसकी शादी गुरपाल नगर निवासी आरोपी गुरविंदर सिंह से हुई थी। गुरविंदर सिंह पहले से शादीशुदा था लेकिन उसने उसे इस बारे में नहीं बताया। आरोपी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा। पीड़िता ने बताया कि वह उससे कई बार गर्भवती भी हुई लेकिन आरोपी उसे डराता रहा और दवाइयां खिलाता रहा और उसका गर्भपात करवाता रहा। शादी के बाद मांगने लगा दहेज आरोपी ने उससे शादी की लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही वह उससे दाज दहेज मांगने लगा। वह जब उसका विरोध करती तो उसके साथ मारपीट होती। पीड़िता ने पुलिस बताया कि गुरविंदर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से तंग परेशान करने लगा। उससे परेशान होकर उसने थाना दुगरी में शिकायत दर्ज करवाई है। इस मामले की जांच करते हुए ASI बलबीर सिंह ने आरोपी पति गुरविंदर सिंह के खिलाफ धारा IPC 420,494,498-A,323 के तहत मामला दर्ज किया है।
वल्टोहा ने छोड़ा शिरोमणि अकाली दल:श्री अकाल तख्त साहिब ने दिए थे आदेश, पेशी के बाद लिया फैसला
वल्टोहा ने छोड़ा शिरोमणि अकाली दल:श्री अकाल तख्त साहिब ने दिए थे आदेश, पेशी के बाद लिया फैसला श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश के बाद विरसा सिंह वल्टोहा ने खुद ही शिरोमणि अकाली दल के सभी पदों से अपना इस्तीफा दे दिया है। अकाली दल की प्रारंभिक मेंबरशिप से इस्तीफा देने के बाद विरसा सिंह वल्टोहा ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- आज श्री अकाल तख्त साहिब पर सिंह साहिब के सामने पेश होने के बाद मेरे बारे में जो आदेश जारी किया गया है, मैं उसे सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं। इस आदेश को लागू करने के लिए शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व को किसी भी खतरे में डाले बिना, मैं स्वयं अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता छोड़ता हूं। मुझे पता है कि अकाली दल का नेतृत्व मुझसे बहुत प्यार करता है और हमेशा मेरा समर्थन एक शास्त्रीय विचारक का करेगा। मेरी रगों में अकाली खून बहता है और हमेशा बहता रहेगा एक विनम्र सिख के रूप में, मैं सिंह साहिबों के आदेश को दिल से स्वीकार करता हूं। मेरी जिंदगी में एक अकाली को अकाली दल से तोड़ने के लिए सिख राजनीति में यह पहला मामला है। यह पहला बहुत ही आश्चर्यजनक आदेश है। उन्होंने कहा कि आज अकाली विरोधी ताकतें जरूर खुश होंगी। हां ज्ञानी हरप्रीत और अन्य लोगों ने ऐसा आदेश देकर अकाली खेमे में दहशत पैदा करने की कोशिश जरूर की है। लेकिन तख्तों से सिख धर्म से जोड़ने और अकाली सोच से जोड़ने के लिए कदम उठाए जाते हैं न कि खौफ पैदा करने के लिए। वीडियोग्राफी सार्वजनिक करने की मांग वल्टोहा ने कहा कि आज मैंने विनम्रतापूर्वक सिंह साहबों के सामने अपना पक्ष रखा। सिंह साहबों ने पेशी बैठक की शुरुआत में मुझसे कहा कि, आपकी पूरी सुनवाई की वीडियो ग्राफी की जा रही है, जिसे बाद में मीडिया के लिए जारी किया जाएगा। मेरे जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह जी से अनुरोध है कि कृपया वीडियो ग्राफी के वीडियो मीडिया को सार्वजनिक करें। मेरा अनुरोध है कि कृपया मेरे स्पष्टीकरण पत्र और उस पेन ड्राइव को सार्वजनिक करें जिसमें ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के भाजपा और केंद्र सरकार के साथ संबंध साबित करने वाले दस्तावेज़ प्रस्तुत किए गए थे। अगर किसी कारण से श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय ने मेरा स्पष्टीकरण पत्र और पेन ड्राइव सबूतों के साथ जारी नहीं किया तो कल मैं खुद यह सब सार्वजनिक कर दूंगा। श्री अकाल तख्त साहिब ने दिए थे आदेश आपको बता दें कि श्री अकाल तख्त साहिब ने पेशी के बाद शिरोमणि अकाली दल को आदेश दिए हैं कि विरसा सिंह वल्टोहा को पार्टी से निकाला जाए। पार्टी के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ को 24 घंटे में उन्हें अकाली दल से निकालने के लिए कहा गया है। साथ ही उनकी प्रारंभिक मेंबरशिप को भी खारिज की जाएगी। शिरोमणि अकाली दल में दस साल तक उनकी वापसी पर रोक लगाई जाए। अगर इसके बाद भी वह कुछ बयानबाजी करते है तो सख्त फैसला लिया जाएगा। इस मौके जत्थेदारों ने कहा कि उन्होंने विश्वासघात किया। उनकी हालचाल पूछने के बहाने रिकॉर्डिंग की है। इससे पहले विरसा सिंह वल्टोहा आज सुबह श्री अकाल तख्त साहिब पेश हुए । उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से 15 अक्तूबर को सुबह 9 बजे सबूतों सहित पेश होने के आदेश दिए गए थे। विरसा सिंह वल्टोहा ने दो दिन पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों पर आरएसएस और बीजेपी का दबाव बताया था। विरसा सिंह वल्टोहा के पेश होने के बाद पांच सिंह साहिबानों की बैठक चल रही है। 13 अक्तूबर को पेश होने के दिए थे निर्देश श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से 13 अक्तूबर को लिखित में विरसा सिंह वल्टोहा को आदेश भेजे गए थे और 15 अक्तूबर को 9 बजे तक पेश होने के लिए कहा गया था। साथ ही यह भी कहा गया था कि अगर वो उस समय तक पेश नहीं हुए तो हुए तो यह माना जाएगा कि विरसा सिंह वल्टोहा ने जत्थेदारों पर दबाव बनाने के लिए उनके चरित्र हनन की कोशिश की है। पोस्ट के जरिए वल्टोहा ने लगाए थे इल्जाम विरसा सिंह वल्टोहा ने 12 अक्तूबर को एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें उन्होंने सुखबीर सिंह बादल पर कार्रवाई के संबंध में जत्थेदार साहिब पर आरोप लगाए थे। उन्होंने लिखा था कि ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि सिख विरोधी ताकतों और शिरोमणि अकाली दल को हर समय कमजोर करने की साजिश करने वालों की सोच और साजिशें हमारी सम्मानित और राष्ट्र-अग्रणी संस्थाओं तक पहुंच जाएंगी। भगवान मेरे इस संदेह को निराधार बनाए, हमारी ये संस्थाएं सिखों के सम्मान और गौरव का प्रतीक हैं। विरसा सिंह ने कहा कि पिछले दिनों मैंने अपनी भावनाएं साझा करते हुए एक फेसबुक पोस्ट किया था कि, “जत्थेदार साहिबों द्वारा सुखबीर सिंह बादल को वेतनभोगी घोषित करने के बाद सजा देने में इतनी देरी क्यों हो रही है?” फेसबुक पोस्ट मिलने के बाद जो चौंकाने वाली जानकारी मुझ तक पहुंची वह परेशान करने वाली है। सोशल मीडिया पर लगाए थे आरोप मेरी पहली फेसबुक पोस्ट के बाद हमारे देश के सम्मानित जत्थेदारों के कई करीबी, जो शिरोमणि अकाली दल के समर्थक भी हैं, मुझसे अलग-अलग संपर्क कर बहुत गंभीर और चिंताजनक जानकारी दी कि, “जत्थेदार साहिबों पर बहुत आंतरिक दबाव डाला जा रहा है कि सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब से धार्मिक दंड दिया जाए। साथ ही शिरोमणि अकाली दल को भी नेतृत्वहीन कर दिया जाए। इन सूत्रों के मुताबिक सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल पर दबाव बनाने वालों में केंद्र सरकार, बीजेपी और आरएसएस के साथ-साथ देश-विदेश में बैठे सिख चरित्र के वे लोग भी शामिल हैं जो हमेशा अकाली दल के खिलाफ रहे हैं।
जब मैं पृष्ठभूमि के इतिहास और वर्तमान स्थिति के बारे में कहानियां सुनता हूं, तो मुझे बहुत चिंता होती है। इतिहास है कि श्री अकाल तख्त साहिब का दिल्ली तख्त से हमेशा टकराव रहा है। लेकिन दिल्ली तख्त के प्रभाव को स्वीकार करने वाले हमारे सम्मानित महानुभावों की ओर से जो ताजा सूचनाएं और राय सामने आ रही हैं, वह चिंता का विषय है। आदेशों के बाद लिखा था कि जबाव के लिए फोन ना करें इस पोस्ट के बाद उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब से सबूतों सहित पेश होने के आदेश आ गए थे। फिर जब आदेश मिले तो उन्होंने आदेशों की कापी को भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था और कहा था कि पूज्य जत्थेदार साहिब जी का आदेश प्राप्त हुआ। वह स्वीकार्य है। आदरणीय जत्थेदार साहिब जी के आदेशानुसार दास 15 अक्टूबर को समय पर उपस्थित होकर अपना पक्ष रखेंगे। लेकिन इस आदेश में कुछ ऐसा भी है जिसका मेरी पोस्ट या मुझसे कोई लेना-देना नहीं है। आदेश में दर्ज है कि सिंह साहिबों द्वारा सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ सुनाए गए फैसले पर मुझे कोई आपत्ति है। लेकिन इसके विपरीत, मैं बल्कि एक वादी हूं कि सुखबीर सिंह बादल को कड़ी धार्मिक सजा/वेतन/दंड दिया जाना चाहिए।
लेकिन अकाली दल के विरोधियों के दबाव में अकाली दल के राजनीतिक व्यक्तित्व को कमजोर करने की रणनीति नहीं चलने दी जानी चाहिए, इस दबाव का जिक्र मैंने अपनी पोस्ट में किया है, जो बिल्कुल सच है। मीडिया के लिए भी कहा था विरसा सिंह वल्टोहा ने इसके बाद अगले दिन मीडिया कर्मियों के लिए भी कहा था कि वह भी उन्हें फोन करके स्पष्टीकरण के बारे में ना पूछें और ना ही बयान के लिए फोन करें। वो अपना स्पष्टीकरण समय पर श्री अकाल तख्त साहिब भेजेंगे।
फाजिल्का में मालगाड़ी का डिब्बा पलटा:चार मजदूर फंसे- सुरक्षित बाहर निकाला, लोड किए जा रहे थे गेहूं के बैग
फाजिल्का में मालगाड़ी का डिब्बा पलटा:चार मजदूर फंसे- सुरक्षित बाहर निकाला, लोड किए जा रहे थे गेहूं के बैग फाजिल्का के रेलवे स्टेशन पर पहुंची एक मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से नीचे उतरकर पलट गया l हादसा उस वक्त हुआ जब गेहूं के बैग मालगाड़ी में लोड किए जा रहे थे कि अचानक डिब्बा पलट गया l जिससे डिब्बे में मौजूद मजदूर घबरा गए l जिन्हें बाकी मजदूरों ने तुरंत सुरक्षित बाहर निकाल लियाl मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है l दूसरे ट्रैक पर पलटा डिब्बा मौके पर मौजूद ट्रक चालक पप्पू व पल्लेदारी का काम करने वाले मजदूर बलविंदर सिंह, अशोक सिंह तथा अन्य लोगों ने बताया कि मालगाड़ी प्लेटफार्म पर थी l वह अपनी मजदूरी का काम करने के लिए गेहूं के बैग मालगाड़ी में लोड कर रहे थे, कि अचानक मालगाड़ी का डिब्बा दूसरे ट्रैक पर पलट गया l डिब्बा पलटने के बाद डिब्बे में मौजूद मजदूर घबरा गए l जिन्हें तुरंत मौके पर इकट्ठे हुए बाकी मजदूरों ने सुरक्षित बाहर निकाल लियाl हादसे की वजह का पता लगाया जा रहा : पुलिस अधिकारी घटना का पता चलते ही मौके पर रेलवे पुलिस पहुंचीl पुलिस अधिकारी पीएस तोमर ने बताया कि हादसे का पता चलते ही वह मौके पर पहुंचे हैं l जिनके द्वारा अपनी रिपोर्ट सीनियर अधिकारियों को सौंपी जाएगीl हादसा कैसे हुआ हैl किस वजह से हुआ हैl यह जांच का विषय है। लेकिन गनीमत रही कि इस दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ l