पेड़ के नीचे सो रहे युवक पर डाला मलबा, मौत:बरेली नगर निगम की लापरवाही, पत्नी बोली- जानबूझकर मेरे पति की हत्या कर दी, बच्चे किसके सहारे जिएंगे

पेड़ के नीचे सो रहे युवक पर डाला मलबा, मौत:बरेली नगर निगम की लापरवाही, पत्नी बोली- जानबूझकर मेरे पति की हत्या कर दी, बच्चे किसके सहारे जिएंगे

मेरे पति दोपहर में धूप अधिक होने के कारण पेड़ की छांव में सो रहे थे। तभी नगर निगम की कूड़ा गाड़ी आई और उनके ऊपर नाला साफकर लाई मलबा डालकर चली गई। हम लोग ढूंढते हुए पहुंचे और अस्पताल ले गए। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मेरे पति पर जानबूझकर कूड़ा डालकर हत्या की गई है। यह आरोप है बरेली की गोमती का। जिनके पति सुनील प्रजापति गुरुवार दोपहर को थके होने के चलते पेड़ के नीचे सो रहे थे। तभी नगर निगम की कूड़ा गाड़ी ने उनके ऊपर मलबा डाल दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी और बच्चे जब उनको खोजते हुए पहुंचे तो केवल उनके पैर दिख रहे थे। इसके बाद वह लोग विनोद को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नगर निगम ठेकेदार नईम पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। दैनिक भास्कर टीम भी उनके घर पहुंची और पत्नी बच्चों व भाई से बात की। उन्होंने क्या बताया पढ़िए पूरी रिपोर्ट पहले जानिए क्या था पूरा मामला बारादरी थाने के सतीपुर में सुनील कुमार प्रजापति (45) अपनी पत्नी गोमती के साथ रहते थे। सुनील ठेला लगाकर सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। घर में कमाने वाले केवल सुनील ही थे। सुनील की दो बेटियां 16 साल की शिल्पी, 14 साल की स्वाति और 13 साल का बेटा आर्यन है। पत्नी ने बताया कि सुनील सब्जी बेचकर गुरुवार दोपहर घर पहुंचे। उस समय लाइट नहीं आ रही थी, तभी वो चटाई लेकर घर से 50 मीटर दूरी पर खेत के किनारे लगे पेड़ की छांव में लेट गए। इस बीच उन्हें झपकी लग गई। हम लोग बच्चों से साथ घर में ही थे। इसी बीच नगर निगम के कर्मचारी ट्रैक्टर-ट्रॉली में नाले की गंदगी भरकर लाए। उन लोगों ने सब्जी विक्रेता सुनील को देखे बिना ही गाड़ी उनके ऊपर पलट दी। खोजते पहुंचे पत्नी-बच्चे तो मलबे से दबे मिले थोड़ी देर बाद पत्नी और बच्चों ने देखा की जहां सुनील सो रहे थे वहां मलबा पड़ा है। उन्होंने खोजना शुरू किया तो मलबे के बीच से उनके पैर दिखे। जिसके बाद सभी ने उनको बाहर निकाला और अस्पताल लेकर भागे। जहां डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। तो मामला सही पाया गया। इसके बाद पुलिस ने नगर निगम ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। खेल रहे बच्चों ने मलबा डालने से मना किया पर नहीं माने जिस वक्त सुनील कुमार प्रजापति पेड़ की छांव में सो रहे थे, वहां पर कई बच्चे खेल रहे थे। बच्चों ने कूड़ा लेकर आए लोगों से कूड़ा डालने के लिए मना किया, लेकिन नगर निगम के कर्मचारियों ने बच्चों की बात को अनसुना कर दिया और कूड़ा डालकर चले गए। इसके बाद बच्चों ने भी बताया कि वह लोग अंकल के ऊपर कूड़ा डालकर चले गए। अब जानिए पत्नी बच्चे क्या बोले पत्नी बोली- जानबूझकर मेरे पति को मार डाला पत्नी गोमती ने भास्कर को बताया कि नगर निगम की बड़ी लापरवाही से मेरे 3 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। मेरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मेरे पति ही घर के इकलौते कमाने वाले थे। अब मैं क्या करूं, कहां जाऊं? सोचती हूं कि इन्हें खाना कहां से दूं, स्कूल कैसे भेजूं? मेरे पति को कीचड़ में दबाकर बेरहमी से मार डाला गया। किसी ने उनकी पुकार नहीं सुनी। मुझे इंसाफ चाहिए, मेरे बच्चों को उनके पिता का हक चाहिए। मेरा सुहाग उजड़ गया, पर मैं चुप नहीं बैठूंगी जब तक मेरे पति को न्याय न मिले। बेटी ने कहा, पापा हमको पढ़ाने के लिए दिन रात मेहनत करते थे
मेरे पापा हर दिन सुबह से देर रात तक मेहनत करते थे, सिर्फ इसलिए ताकि हम अच्छे स्कूल में पढ़ सकें, एक बेहतर जिंदगी जी सकें। लेकिन अब… अब हमारे पास सिर्फ उनकी यादें बची हैं। नगर निगम के कर्मचारियों ने मेरे पापा को मार डाला। अब हम क्या करेंगे? हमारी पढ़ाई कौन करवाएगा? हमारी फीस कौन भरेगा? पापा का सपना था कि मैं अफसर बनूं, लेकिन अब वो सपना भी अधूरा लग रहा है। हमें इंसाफ चाहिए। हम चुप नहीं रहेंगे। जिन्होंने हमारे पापा को छीना है, उन्हें सज़ा मिलनी ही चाहिए। भाई बोला- नगर निगम ने मेरे भाई की हत्या कर दी मेरे भाई की मौत ने सब कुछ तोड़ दिया। अब मेरी भाभी अकेली रह गई हैं, और उनके तीन मासूम बच्चे बिना पिता के। वो तो हर दिन अपने बच्चों के लिए जीते थे, और आज वही बच्चे अनाथ हो गए हैं। अब उनका सहारा कौन बनेगा? हमारी सरकार से मेरी हाथ जोड़ कर गुज़ारिश है—मेरी भाभी को एक सरकारी नौकरी दी जाए ताकि वो अपने बच्चों का भविष्य बचा सकें। और जिन लोगों ने मेरे भाई की जान ली है, उन्हें फांसी दी जाए। ये कोई हादसा नहीं था, ये एक हत्या थी, और हमें न्याय चाहिए। कम से कम अब सरकार को हमारी आवाज़ सुननी ही चाहिए। नगर आयुक्त बोले- दो सदस्यीय टीम करेगी जांच
ठेकेदार द्वारा नाले की सफाई के दौरान निकाली गई सिल्ट से दबकर सुनील कुमार प्रजापति की मौत की सूचना मेरे संज्ञान में आई है। यह एक बेहद गंभीर मामला है। इस पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जो पूरे घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस तरह खुले में, सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार का कूड़ा या सिल्ट डालने पर पूरी तरह से रोक है। यदि किसी की लापरवाही से यह दुखद घटना हुई है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। निगम की ओर से ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए भी सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। नगर निगम ठेकेदार पर मुकदमा, जल्द गिरफ्तारी
सीओ पंकज घटना बेहद दुखद और दर्दनाक है। परिजनों की तहरीर के आधार पर नगर निगम के ठेकेदार नईम के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृतक का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और शव को पूरे सम्मान के साथ परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ——————- यह खबर भी पढ़िए वाराणसी के जासूस का पाकिस्तानी अफसर की पत्नी से कनेक्शन:ज्ञानवापी-नमो घाट की जानकारी भेजी, बाबरी मस्जिद के लिए युवाओं को भड़काता था यूपी ATS ने वाराणसी के हनुमान फाटक से मोहम्मद तुफैल को अरेस्ट किया है। तुफैल पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। एक साल में उसने 600 पाकिस्तानियों से संपर्क किए थे। वह पाकिस्तानी अधिकारी की पत्नी से घंटों वॉट्सऐप पर बात करता था। तुफैल ने उसे दिल्ली के राजघाट, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया के वीडियो भेजे। इसके अलावा काशी के नमो घाट और ज्ञानवापी से जुड़े कंटेंट भी शेयर किए। पूछताछ में सामने आया कि तुफैल धार्मिक यात्राओं के बहाने देशभर में पाकिस्तानी उलेमाओं की मजलिस में शामिल होता और उनकी तकरीरें सुनता था। पूरी खबर पढ़िए मेरे पति दोपहर में धूप अधिक होने के कारण पेड़ की छांव में सो रहे थे। तभी नगर निगम की कूड़ा गाड़ी आई और उनके ऊपर नाला साफकर लाई मलबा डालकर चली गई। हम लोग ढूंढते हुए पहुंचे और अस्पताल ले गए। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मेरे पति पर जानबूझकर कूड़ा डालकर हत्या की गई है। यह आरोप है बरेली की गोमती का। जिनके पति सुनील प्रजापति गुरुवार दोपहर को थके होने के चलते पेड़ के नीचे सो रहे थे। तभी नगर निगम की कूड़ा गाड़ी ने उनके ऊपर मलबा डाल दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी और बच्चे जब उनको खोजते हुए पहुंचे तो केवल उनके पैर दिख रहे थे। इसके बाद वह लोग विनोद को अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नगर निगम ठेकेदार नईम पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। दैनिक भास्कर टीम भी उनके घर पहुंची और पत्नी बच्चों व भाई से बात की। उन्होंने क्या बताया पढ़िए पूरी रिपोर्ट पहले जानिए क्या था पूरा मामला बारादरी थाने के सतीपुर में सुनील कुमार प्रजापति (45) अपनी पत्नी गोमती के साथ रहते थे। सुनील ठेला लगाकर सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। घर में कमाने वाले केवल सुनील ही थे। सुनील की दो बेटियां 16 साल की शिल्पी, 14 साल की स्वाति और 13 साल का बेटा आर्यन है। पत्नी ने बताया कि सुनील सब्जी बेचकर गुरुवार दोपहर घर पहुंचे। उस समय लाइट नहीं आ रही थी, तभी वो चटाई लेकर घर से 50 मीटर दूरी पर खेत के किनारे लगे पेड़ की छांव में लेट गए। इस बीच उन्हें झपकी लग गई। हम लोग बच्चों से साथ घर में ही थे। इसी बीच नगर निगम के कर्मचारी ट्रैक्टर-ट्रॉली में नाले की गंदगी भरकर लाए। उन लोगों ने सब्जी विक्रेता सुनील को देखे बिना ही गाड़ी उनके ऊपर पलट दी। खोजते पहुंचे पत्नी-बच्चे तो मलबे से दबे मिले थोड़ी देर बाद पत्नी और बच्चों ने देखा की जहां सुनील सो रहे थे वहां मलबा पड़ा है। उन्होंने खोजना शुरू किया तो मलबे के बीच से उनके पैर दिखे। जिसके बाद सभी ने उनको बाहर निकाला और अस्पताल लेकर भागे। जहां डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। तो मामला सही पाया गया। इसके बाद पुलिस ने नगर निगम ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। खेल रहे बच्चों ने मलबा डालने से मना किया पर नहीं माने जिस वक्त सुनील कुमार प्रजापति पेड़ की छांव में सो रहे थे, वहां पर कई बच्चे खेल रहे थे। बच्चों ने कूड़ा लेकर आए लोगों से कूड़ा डालने के लिए मना किया, लेकिन नगर निगम के कर्मचारियों ने बच्चों की बात को अनसुना कर दिया और कूड़ा डालकर चले गए। इसके बाद बच्चों ने भी बताया कि वह लोग अंकल के ऊपर कूड़ा डालकर चले गए। अब जानिए पत्नी बच्चे क्या बोले पत्नी बोली- जानबूझकर मेरे पति को मार डाला पत्नी गोमती ने भास्कर को बताया कि नगर निगम की बड़ी लापरवाही से मेरे 3 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। मेरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मेरे पति ही घर के इकलौते कमाने वाले थे। अब मैं क्या करूं, कहां जाऊं? सोचती हूं कि इन्हें खाना कहां से दूं, स्कूल कैसे भेजूं? मेरे पति को कीचड़ में दबाकर बेरहमी से मार डाला गया। किसी ने उनकी पुकार नहीं सुनी। मुझे इंसाफ चाहिए, मेरे बच्चों को उनके पिता का हक चाहिए। मेरा सुहाग उजड़ गया, पर मैं चुप नहीं बैठूंगी जब तक मेरे पति को न्याय न मिले। बेटी ने कहा, पापा हमको पढ़ाने के लिए दिन रात मेहनत करते थे
मेरे पापा हर दिन सुबह से देर रात तक मेहनत करते थे, सिर्फ इसलिए ताकि हम अच्छे स्कूल में पढ़ सकें, एक बेहतर जिंदगी जी सकें। लेकिन अब… अब हमारे पास सिर्फ उनकी यादें बची हैं। नगर निगम के कर्मचारियों ने मेरे पापा को मार डाला। अब हम क्या करेंगे? हमारी पढ़ाई कौन करवाएगा? हमारी फीस कौन भरेगा? पापा का सपना था कि मैं अफसर बनूं, लेकिन अब वो सपना भी अधूरा लग रहा है। हमें इंसाफ चाहिए। हम चुप नहीं रहेंगे। जिन्होंने हमारे पापा को छीना है, उन्हें सज़ा मिलनी ही चाहिए। भाई बोला- नगर निगम ने मेरे भाई की हत्या कर दी मेरे भाई की मौत ने सब कुछ तोड़ दिया। अब मेरी भाभी अकेली रह गई हैं, और उनके तीन मासूम बच्चे बिना पिता के। वो तो हर दिन अपने बच्चों के लिए जीते थे, और आज वही बच्चे अनाथ हो गए हैं। अब उनका सहारा कौन बनेगा? हमारी सरकार से मेरी हाथ जोड़ कर गुज़ारिश है—मेरी भाभी को एक सरकारी नौकरी दी जाए ताकि वो अपने बच्चों का भविष्य बचा सकें। और जिन लोगों ने मेरे भाई की जान ली है, उन्हें फांसी दी जाए। ये कोई हादसा नहीं था, ये एक हत्या थी, और हमें न्याय चाहिए। कम से कम अब सरकार को हमारी आवाज़ सुननी ही चाहिए। नगर आयुक्त बोले- दो सदस्यीय टीम करेगी जांच
ठेकेदार द्वारा नाले की सफाई के दौरान निकाली गई सिल्ट से दबकर सुनील कुमार प्रजापति की मौत की सूचना मेरे संज्ञान में आई है। यह एक बेहद गंभीर मामला है। इस पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जो पूरे घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस तरह खुले में, सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार का कूड़ा या सिल्ट डालने पर पूरी तरह से रोक है। यदि किसी की लापरवाही से यह दुखद घटना हुई है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। निगम की ओर से ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए भी सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। नगर निगम ठेकेदार पर मुकदमा, जल्द गिरफ्तारी
सीओ पंकज घटना बेहद दुखद और दर्दनाक है। परिजनों की तहरीर के आधार पर नगर निगम के ठेकेदार नईम के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृतक का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और शव को पूरे सम्मान के साथ परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ——————- यह खबर भी पढ़िए वाराणसी के जासूस का पाकिस्तानी अफसर की पत्नी से कनेक्शन:ज्ञानवापी-नमो घाट की जानकारी भेजी, बाबरी मस्जिद के लिए युवाओं को भड़काता था यूपी ATS ने वाराणसी के हनुमान फाटक से मोहम्मद तुफैल को अरेस्ट किया है। तुफैल पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था। एक साल में उसने 600 पाकिस्तानियों से संपर्क किए थे। वह पाकिस्तानी अधिकारी की पत्नी से घंटों वॉट्सऐप पर बात करता था। तुफैल ने उसे दिल्ली के राजघाट, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया के वीडियो भेजे। इसके अलावा काशी के नमो घाट और ज्ञानवापी से जुड़े कंटेंट भी शेयर किए। पूछताछ में सामने आया कि तुफैल धार्मिक यात्राओं के बहाने देशभर में पाकिस्तानी उलेमाओं की मजलिस में शामिल होता और उनकी तकरीरें सुनता था। पूरी खबर पढ़िए   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर