आगरा में पैराशूट न खुलने से एयरफोर्स अफसर की मौत हो गई। पैराशूट नहीं खुलने से वो सीधे जमीन पर गिर पड़े। साथी उन्हें गंभीर हालत में लेकर आर्मी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां 2 घंटे बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रतापगढ़ के रहने वाले रामकुमार तिवारी आगरा में एयरफोर्स के वारंट अफसर के पद पर तैनात थे। हादसे के समय वह जवानों को पैरा जंप की ट्रेनिंग दे रहे थे। कैसे हुआ हादसा… प्रतापगढ़ के बेलहा गांव निवासी रामकुमार तिवारी (41) सुबह करीब 9.30 बजे ट्रेनिंग के लिए आगरा एयरबेस में थे। इस दौरान वह जवानों को पैरा जंपिंग की कला सिखा रहे थे। वह जैसे ही कूदे। किसी टेक्निकल वजह से उनका पैराशूट नहीं खुल पाया। वह सीधे जमीन पर आकर गिर पड़े। यह देखते ही वहां मौजूद अन्य अफसर और ट्रेनिंग ले रहे जवान उनकी ओर भागे। उन्हें तुरंत स्ट्रेचर पर लिटाया। एम्बुलेंस से लेकर मिलिट्री हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए तुरंत उन्हें ICU में एडमिट किया। यहां दो घंटे चले इलाज के बाद दोपहर 11.40 बजे उनकी मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही बेहोश हुई पत्नी रामकुमार तिवारी आगरा में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। उनके परिवार में पत्नी प्रीति तिवारी और दो बेटे यश (14) और कुश (10) हैं। पत्नी प्रीति तिवारी को जैसे ही मौत की खबर मिली, वह बेसुध हो गईं। हादसे के बाद से ही उनका रो-रोकर बुरा हाल है। एयरफोर्स अफसर के पिता रमाशंकर तिवारी और मां उर्मिला प्रतापगढ़ में रहते हैं। रामकुमार तिवारी 7 दिन पहले ही अपने गांव गए थे। यहां परिजनों के साथ समय बिताया था। वारंट अफसर का पार्थिव शरीर कल प्रतापगढ़ स्थित उनके गांव बेलहा लाया जाएगा। जहां रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एयरफोर्स की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आज आगरा में पैराजंपिंग की ट्रेनिंग के दौरान हादसा हो गया। हम इस दुख के समय में वीर जवान के परिवार के साथ खड़े हैं। हमारी तरफ से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। ———————————————- ये खबर भी पढ़ें:- यूपी में जूस विक्रेता-ताला कारीगर को 56 करोड़ के नोटिस:15 हजार कमाने वाले ने 33 करोड़ का बिजनेस किया यूपी के अलीगढ़ जिले में इनकम टैक्स विभाग ने चार लोगों को 56.50 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। खास बात है कि जिन्हें नोटिस दिया गया है, उन्होंने अपने जिंदगी में एक साथ एक लाख रुपए भी नहीं देखें हैं। नोटिस के मुताबिक अलग–अलग फर्म बनाकर इन लोगों ने व्यापार किया, लेकिन आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया। इस वजह से ये नोटिस पहुंचा है। ‘दैनिक भास्कर’ इस पूरे केस को समझने ग्राउंड जीरो पर पहुंचा। पड़ताल में पता चला कि जिन्हें नोटिस मिले हैं, उनमें एक ताला कारीगर, दूसरा बैंक सफाईकर्मी, तीसरा जूस विक्रेता और चौथा ट्रांसपोर्ट मजदूर है। इनकी कमाई भी कुछ हजार रुपए मात्र हैं। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में पैराशूट न खुलने से एयरफोर्स अफसर की मौत हो गई। पैराशूट नहीं खुलने से वो सीधे जमीन पर गिर पड़े। साथी उन्हें गंभीर हालत में लेकर आर्मी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां 2 घंटे बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रतापगढ़ के रहने वाले रामकुमार तिवारी आगरा में एयरफोर्स के वारंट अफसर के पद पर तैनात थे। हादसे के समय वह जवानों को पैरा जंप की ट्रेनिंग दे रहे थे। कैसे हुआ हादसा… प्रतापगढ़ के बेलहा गांव निवासी रामकुमार तिवारी (41) सुबह करीब 9.30 बजे ट्रेनिंग के लिए आगरा एयरबेस में थे। इस दौरान वह जवानों को पैरा जंपिंग की कला सिखा रहे थे। वह जैसे ही कूदे। किसी टेक्निकल वजह से उनका पैराशूट नहीं खुल पाया। वह सीधे जमीन पर आकर गिर पड़े। यह देखते ही वहां मौजूद अन्य अफसर और ट्रेनिंग ले रहे जवान उनकी ओर भागे। उन्हें तुरंत स्ट्रेचर पर लिटाया। एम्बुलेंस से लेकर मिलिट्री हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए तुरंत उन्हें ICU में एडमिट किया। यहां दो घंटे चले इलाज के बाद दोपहर 11.40 बजे उनकी मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही बेहोश हुई पत्नी रामकुमार तिवारी आगरा में पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। उनके परिवार में पत्नी प्रीति तिवारी और दो बेटे यश (14) और कुश (10) हैं। पत्नी प्रीति तिवारी को जैसे ही मौत की खबर मिली, वह बेसुध हो गईं। हादसे के बाद से ही उनका रो-रोकर बुरा हाल है। एयरफोर्स अफसर के पिता रमाशंकर तिवारी और मां उर्मिला प्रतापगढ़ में रहते हैं। रामकुमार तिवारी 7 दिन पहले ही अपने गांव गए थे। यहां परिजनों के साथ समय बिताया था। वारंट अफसर का पार्थिव शरीर कल प्रतापगढ़ स्थित उनके गांव बेलहा लाया जाएगा। जहां रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एयरफोर्स की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आज आगरा में पैराजंपिंग की ट्रेनिंग के दौरान हादसा हो गया। हम इस दुख के समय में वीर जवान के परिवार के साथ खड़े हैं। हमारी तरफ से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। ———————————————- ये खबर भी पढ़ें:- यूपी में जूस विक्रेता-ताला कारीगर को 56 करोड़ के नोटिस:15 हजार कमाने वाले ने 33 करोड़ का बिजनेस किया यूपी के अलीगढ़ जिले में इनकम टैक्स विभाग ने चार लोगों को 56.50 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। खास बात है कि जिन्हें नोटिस दिया गया है, उन्होंने अपने जिंदगी में एक साथ एक लाख रुपए भी नहीं देखें हैं। नोटिस के मुताबिक अलग–अलग फर्म बनाकर इन लोगों ने व्यापार किया, लेकिन आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया। इस वजह से ये नोटिस पहुंचा है। ‘दैनिक भास्कर’ इस पूरे केस को समझने ग्राउंड जीरो पर पहुंचा। पड़ताल में पता चला कि जिन्हें नोटिस मिले हैं, उनमें एक ताला कारीगर, दूसरा बैंक सफाईकर्मी, तीसरा जूस विक्रेता और चौथा ट्रांसपोर्ट मजदूर है। इनकी कमाई भी कुछ हजार रुपए मात्र हैं। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
पैराशूट नहीं खुलने से एयरफोर्स अफसर की मौत:डेमो ड्रॉप के दौरान हुआ हादसा, सीधे जमीन पर गिरे; जवानों को ट्रेनिंग दे रहे थे
