पोर्न वीडियो में घिरे डॉक्टर की लव स्टोरी:पत्नी का दावा- पहले से 2 लड़कियों से अफेयर थे; जिसको मौसी बताते वही असली मां

पोर्न वीडियो में घिरे डॉक्टर की लव स्टोरी:पत्नी का दावा- पहले से 2 लड़कियों से अफेयर थे; जिसको मौसी बताते वही असली मां

समलैंगिक पोर्न वीडियो के आरोपों में घिरे संत कबीरनगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे को लेकर 2 और खुलासे हुए हैं। पत्नी का दावा है कि वरुणेश के शादी से पहले दो लड़कियों से अफेयर थे। एक लड़की ने तो गोरखपुर के महिला थाने में शिकायत तक की थी। वहीं, जिस मौसी को वरुणेश प्रॉपर्टी में हिस्सा देना चाहते हैं, वो उनकी सगी मां हैं। वे क्रिश्चियन हैं, परिवार ने शादी से पहले इस सच को भी छुपाया था। खलीलाबाद CHC अधीक्षक एवं जेल चिकित्सक डॉ. वरुणेश दुबे का दावा है कि उनके सारे दस्तावेजों में मां का नाम सुशीला दुबे है। मौसी को जायदाद में हिस्सा देने के चलते पत्नी फर्जी आरोप लगा रही है। अफेयर के 8 महीने बाद शादी रचाने वाले वरुणेश दुबे और उनकी पत्नी के संबंध क्यों बिगड़े? डॉ वरुणेश के अफेयर का सच क्या है? मौसी सास ही वरुणेश की असल मां है, ये कैसे पता चला? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… नेपाल से MBBS, दिल्ली में इंटर्नशिप, पत्नी से जिम में पहली मुलाकात
डॉ. वरुणेश ने नेपाल से एमबीबीएस की पढ़ाई की, दिल्ली से इंटर्नशिप किया। उनकी पहली नौकरी एनएचएम में संविदा पर उरुवा सीएचसी में लगी थी। उनके पिता स्व. रामानंद दुबे सीएमओ ऑफिस गोरखपुर में वरिष्ठ लिपिक के पद से रिटायर थे। डॉ. वरुणेश और उनकी पत्नी की शादी 27 अप्रैल 2018 को हुई थी। दोनों की उम्र में 5 साल का गैप है। डॉ. वरुणेश 36 तो उनकी पत्नी की उम्र 31 साल है। डॉ. वरुणेश और उनकी पत्नी का घर गोरखनाथ क्षेत्र के राजेंद्रनगर में है। दोनों के घरों की दूरी एक किमी से भी कम है। शादी के 8 महीने पहले उनकी मुलाकात एक जिम में हुई थी। डॉ. वरुणेश के मुताबिक, उनके पिता ने कार खरीद कर दी थी। वह कार से जिम जाने लगे थे। इसी से प्रभावित होकर एक दिन सोशल मीडिया पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। मैं समझ गया ये कौन है। फिर हमारी बातचीत होने लगी। ये अक्टूबर 2017 की बात होगी। एसएसबी में नौकरी की सूचना और इंगेजमेंट एक ही दिन
प्रेम का इजहार करने के तीसरे दिन ही उसका कॉल आया। बोली कि हम दोनों को बात करते हुए मेरी मां ने देख लिया है। वह हमारी शादी को तैयार हैं। मेरे पापा तुम्हारे घर रिश्ते की बात करने जाने वाले हैं। मैंने अपने पापा को इसके बारे में बताया कि रिश्ते के लिए कुछ लोग आने वाले हैं, मान जाना। मेरे घर उसके पापा आर्मी से रिटायर विनोद पांडे, बाबा पारसनाथ पांडे रिश्ते की बात करने पहुंचे। मेरी पत्नी दोनों भाई राहुल और ऋषभ से बड़ी है। दोनों परिवारों की सहमति से हमारा रिश्ता तय हुआ। जनवरी में एसएसबी में संविदा पर पोस्ट निकली थी। पत्नी के मुताबिक, उसने ही जोर देकर वरुणेश से अप्लाई कराया था। फरवरी में इंटरव्यू हुआ था। 7 फरवरी 2018 को सगाई के दिन एसएसबी में वरुणेश के सिलेक्शन की खुशखबरी भी मिली। 27 अप्रैल 2018 दोनों सात फेरे में बंध गए। लड़की ससुराल पहुंची। परिवार में उसके अलावा वरुणेश, ससुर रामानंद दुबे और मौसी सास नैनसी गुरुम थीं। दो मंजिला मकान में नीचे के कमरों में ससुर और मौसी सास और ऊपरी मंजिल में वरुणेश अपनी पत्नी के साथ रहना लगा। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन बाद में उनके रिश्ते में तल्खी आने लगी। शादी के अगले महीने ही पति के अफेयर का सच आया सामने
पत्नी के मुताबिक, शादी के अगले महीने ही एक लड़की अचानक हमारे घर आ धमकी। बोली- वरुणेश ने उसके साथ शादी करने का वादा किया था। वरुणेश दौड़ कर उसके पास गए और फिर 5 घंटे तक अपना मोबाइल बंद रखा था। वो लड़की मूलत: देहरादून की रहने वाली थी, लेकिन दिल्ली में रह रही थी। वरुणेश से उसकी मुलाकात 2016 में दिल्ली इंटर्नशिप के दौरान हुई थी। वह दिल्ली में एक कॉल सेंटर में काम करती थी। उस लड़की की इंगेजमेंट टूट गई थी। इसके बाद वह वरुणेश के संपर्क में आई। दोनों की पहली मुलाकात में ही रिलेशन बन गए थे। उस लड़की को वरुणेश ने झांसा दिया था कि पीजी के बाद वह उससे शादी करेगा। यहां तक कि इसके पूर्व जब वरुणेश की मां सुशीला जिंदा थी, तो उन्होंने उसे भरोसा दिया था कि तुम ही मेरी बहू बनोगी, उसे शगुन भी दिया था। वरुणेश की कागजात वाली मां सुशीला का 3 दिसंबर 2016 को निधन हो गया था। तब से वरुणेश ने उससे बात करना बंद कर दिया था। उस लड़की ने अपनी गर्दन पर एक टैटू ‘3 दिसंबर 2016 को डेथ’ गोदवा रखा है। उसका कहना था कि इसी तारीख के बाद से वरुणेश का व्यवहार बदल गया। मेरी शादी से 7 दिन पहले 20 अप्रैल 2018 को उस लड़की ने वरुणेश को 80 हजार रुपए का महंगा मोबाइल भी गिफ्ट किया था। इसे उसने कोरियर से भेजा था। साथ में धमकी दी थी कि कॉल रिसीव नहीं किया तो मैं खुद गोरखपुर आ जाऊंगी। उस मोबाइल से वरुणेश ने शादी के दौरान कई फोटो भी खींचे थे। जब हमारी शादी की उसे जानकारी लगी तो वह दिल्ली से गोरखपुर आई थी। उसने खूब हंगामा किया। उसके मोबाइल में वरुणेश के साथ बिताए गए पलों की कई तस्वीरें थीं। जब वरुणेश उसे लेकर घर से निकले तो दोनों में खूब विवाद हुआ। यहां तक कि उसने अपने मोबाइल में तस्वीरों को दिखाकर वरुणेश की पोल खोलने की धमकी तक दी। इसके बाद वरुणेश उसे लेकर महेसरा पुल तक गए। वहां झांसे में लेकर उसका मोबाइल छीन कर पुल से नीचे फेंक दिया। फिर उसे लेकर तारामंडल गए। वहां वह उसे जान से मारना चाहते थे, लेकिन वो लड़की काफी चालक थी। वह वरुणेश का मंशा भांप गई थी। उसने धमकी दी कि उसे कुछ हुआ तो तुम बचोगे नहीं। उसने बताया कि वह पहले ही तुम्हारे साथ अपने संबंधों के सारे सबूत अपने एक दोस्त को देकर आई है। उसे पता है कि मैं तुमसे मिलने गोरखपुर आई हूं। अगर मैं सही सलामत नहीं लौटी, तो वह सब कुछ ले जाकर पुलिस को सौंप देगी। इसके बाद वरुणेश ने उसे यार्क होटल में रुकवाया, जहां वह 13 दिन तक रुकी थी। उसने वरुणेश को गिफ्ट में दिया मोबाइल तक पटक कर तोड़ दिया था। वह इस जिद पर अड़ी थी कि अपनी पत्नी को तलाक देकर वरुणेश उससे शादी करें। वहां उसने पहले आधी जायदाद मांगी, फिर वरुणेश से उसकी कार मांगी। दोनों वरुणेश के नाम नहीं था। उनके पिता ने साफ मना कर दिया। ये भी बोल आए कि वरुणेश को जेल भेजना हो तो भेज दो, वो एक फूटी कौड़ी नहीं देगी। उस लड़की ने बाद में मेरे भाई राहुल को सारा सच बताया था। मुझे भी फोन कर सब कुछ बताया था। उसने कई सबूत भी दिए थे। वरुणेश ने तब ये कहकर बरगला दिया था कि ये लड़की साइको है। इससे सिर्फ दोस्ती थी। वहीं मेरी पीछे पड़ी है। किसी तरह मामला पुलिस की मदद से सुलझा था। ये लड़की उसे 2019 तक इंटरनेट काल कर परेशान करती रही। अलग-अलग और अजीत तरह के वीडियो बनाकर भेजती रहती थी। मैं बहुत डिप्रेशन में रही। 29 सितंबर 2019 को जब मेरा बेटा पैदा हुआ, इसके बाद से उसने कॉल करना बंद कर दिया। गोरखपुर की एक महिला डॉक्टर से भी था अफेयर
वरुणेश नेपाल के जिस मेडिकल कॉलेज से MBBS किए हैं। उसी से गोरखपुर की एक दुबे सरनेम की लड़की ने भी MBBS किया है। वरुणेश से वह लड़की एक साल सीनियर थी। 2015 में वरुणेश ने उससे एमसीआई के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया जानने के लिए ऑनलाइन संपर्क किया था। इसके बाद उनके बीच बातचीत होने लगी। जब वरुणेश इंटर्नशिप करने दिल्ली गए और वहां देहरादून वाली लड़की से अफेयर शुरू हुआ तो गोरखपुर वाली डॉक्टर से बातचीत बंद कर दिया। यहां तक कि उसका मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। वह गोरखपुर वाली डॉक्टर को जलाने के लिए अपनी और दिल्ली वाली प्रेमिका की फोटो-वीडियो भेजते रहते थे। 2016 में गोरखपुर वाली प्रेमिका वरुणेश से मिलने दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली के पैसफिक मॉल में उनकी मुलाकात हुई। वहां वरुणेश की देहरादून वाली और गोरखपुर वाली दोनों प्रेमिका आमने सामने आ गईं। देहरादून वाली लड़की ने गोरखपुर वाली डॉक्टर के चेहरे पर काफी फेंक दिया था। वहां दोनों ने एक-दूसरे को खूब गाली दी। वरुणेश वहां से भाग निकला था। दिल्ली से लौटने पर उसकी एक बार फिर गोरखपुर वाली महिला डॉक्टर से बातचीत शुरू हो गई थी। वरुणेश ने उससे शादी के लिए कहा, लेकिन तब तक उसका रिश्ता तय हो चुका था। 5 मार्च 2018 को उस लड़की की शादी हो गई। ये सारा खुलासा देहरादून वाली लड़की ने ही फोन कर पत्नी और उसके भाई राहुल से बताया था। उसने चेताया भी था कि तुम लोग वरुणेश को जब समझोगे, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। शादी के दो महीने बाद वरुणेश ने बताया था कि मौसी ही मेरी मां
पत्नी ने वरुणेश की सगी मां को लेकर भी चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि मेरा बेटा एक साल का हो गया था। मैं मायके में थी। एक दिन वरुणेश का फोन आया। बोले कि मैं अपने परिवार की एक सच्चाई बताना चाह रहा हूं, लेकिन किसी से कहना मत। फिर बोले कि मेरी मौसी नैनसी गुरुम ही मेरी असली मां है। मेरे ससुर रामानंद दुबे की पहली पत्नी की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उनसे कोई औलाद भी नहीं हुई थी। इसके बाद मेरे ससुर रामानंद दुबे ने आजमगढ़ में ट्रेनिंग के लिए आई हुई सुशीला नाम की क्रिश्चियन नर्स से लव मैरिज कर ली। उस समय उनकी तैनाती भी वहीं सीएमओ ऑफिस में थी। कुछ समय बाद पहली पत्नी का निधन हो गया। दूसरी पत्नी सुशीला से भी कोई औलाद नहीं हुई। सुशीला की सगी बहन नैनसी गुरुम की शादी मुंबई में हुई थी। एक दिन वह अपने पति के साथ मेरे ससुर के घर घूमने आई थी। उसी दौरान मौसी नैनसी और उनके पति के बीच किसी बात को लेकर बड़ा झगड़ा हुआ। फिर मेरे ससुर ने मौसी के पति को मारपीट कर भगा दिया। तब से मौसी नैनसी यहीं रहने लगीं। उन्होंने भी नर्स की पढ़ाई की थी। उनकी भी एएनएम की नौकरी लग गई । मौसी नैनसी से ही वरुणेश का जन्म हुआ है। हालांकि लोकलाज के डर से दूसरी पत्नी सुशीला को ही वरुणेश की असली मां बताते थे। बाद में सारे दस्तावेज में भी सुशीला दुबे का नाम ही मां के कॉलम में दर्ज कराया है। 3 दिसंबर 2016 को सुशीला दुबे का हार्ट अटैक से निधन हो गया। इसके बाद मेरे ससुर खुलकर मौसी के साथ ही रहने लगे। पत्नी के मुताबिक, जब वह शादी करके आई तो कुछ दिनों तक ससुर और मौसी नीचे के कमरे में अलग-अलग रहते थे। मेरी पत्नी झूठी कहानी सुना रही है, पहले अफेयर बताया, फिर पोर्न वीडियो
इस मामले में डॉ. वरुणेश से बात की। पत्नी के लगाए आरोपों, उनके अफेयर और मौसी की सच्चाई पूछी। वरुणेश के मुताबिक, मेरी पत्नी झूठी कहानी सुना रही है। या तो मेरे कई लड़कियों से अफेयर हो सकते हैं या फिर मैं समलैंगिक हो सकता हूं। दोनों तो नहीं हो सकता। जहां तक मौसी नैनसी का सवाल है तो मैंने जब से होश संभाला, उन्हें मौसी ही कहता आ रहा हूं। यहां तक कि मेरे सारे दस्तावेजों में मां का नाम सुशीला दुबे दर्ज है। उन्होंने पत्नी और उनके भाइयों सहित मायके वालों पर आरोप लगाया कि वे कोई भी कहानी गढ़ सकते हैं। यहां तक कि इस परिवार ने अपने पत्नी के बाबा और चाचा के लड़के को भी नहीं बख्शा है। पत्नी के बाबा पारसनाथ पांडे ने रिटायर होने के बाद गोरखनाथ क्षेत्र में 371 और 372 नंबर के दो मकान खरीदे थे। एक पत्नी के पापा विनोद पांडे के नाम और दूसरा छोटे बेटे मनोज पांडे के नाम पर। विनोद पांडे शहर में रहते थे। जबकि मनोज पांडे बांसगांव क्षेत्र स्थित गांव में रहते हैं। विनोद पांडे ने जबरन दोनों मकानों के ऊपर मकान बना लिया। जब मनोज पांडे का बेटा गोरखपुर में पढ़ने आया तो उसे घर में नहीं घुसने दिया। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच में मारपीट तक हुई थी। एसडीएम के यहां केस तक हुआ था। तब पत्नी के परिवार वालों ने पारसनाथ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने छोटे बेटे मनोज की पत्नी को रख लिया है। वहीं मनोज के बेटे पर आरोप लगाने लगे थे कि उसने सगी बहन को रख लिया है। ये परिवार जायदाद के लिए कुछ भी कर सकता है। मेरी राजेंद्र नगर पश्चिमी में 10 हजार वर्गफीट में दो मंजिला मकान है। आज की तारीख में वहां 12 हजार वर्गफीट का रेट चल रहा है। मकान सहित पूरे जमीन की कीमत ही 30 करोड़ है। इसके अलावा गोरखनाथ का मकान अलग से है। पीपीगंज गांव में जमीन भी है। 18 मई को हमारा विवाद हुआ तो पत्नी और उसके भाइय मेरा चेन, मोबाइल, लैपटॉप आदि सब कुछ छीन ले गए। मेरी मौसी नैनसी पर जानलेवा हमला किया। वो 4 दिन तक गोरखपुर के सदर जिला अस्पताल में भर्ती रहीं। जब मैं गोरखपुर थाने में लूट और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराने पहुंचा तो ये लोग साजिश के तहत संत कबीरनगर सरकारी आवास पहुंच गए। गोरखपुर में इनकी शिकायत नहीं ली गई थी, तो इन लोगों ने संत कबीर नगर की कोतवाली में झूठी शिकायत दर्ज करा दी। जबकि पूरा विवाद गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र का है। लूट के प्रकरण में बचने के लिए मेरे ऊपर पोर्न वीडियो के आरोप लगा दिए गए। उनकी मंशा थी कि मैं अपमानित होकर आत्महत्या कर लूंगा। लेकिन मैं सच्चाई के लिए लडूंगा। पुलिस की जांच में सच सामने आ जाएगा। ——————————– ये भी पढ़ें… यूपी के डॉक्टर की डर्टी स्टोरी, 200 VIDEO अपलोड किए:रीना राय नाम के फेसबुक पेज पर लिंक, पोर्न वीडियो देखने के 300 रुपए लगते संत कबीर नगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे के ट्रांसजेंडर वाले अश्लील वीडियो चर्चा में हैं। डॉक्टर की पत्नी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने वीडियो के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। इस बार संडे बिग स्टोरी में पढ़िए, किस वेबसाइट पर ये वीडियो अपलोड किए जाते थे, किस फेसबुक आईडी से लिंक मिला, देखने के रेट क्या थे? पूरी खबर पढ़ें… समलैंगिक पोर्न वीडियो के आरोपों में घिरे संत कबीरनगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे को लेकर 2 और खुलासे हुए हैं। पत्नी का दावा है कि वरुणेश के शादी से पहले दो लड़कियों से अफेयर थे। एक लड़की ने तो गोरखपुर के महिला थाने में शिकायत तक की थी। वहीं, जिस मौसी को वरुणेश प्रॉपर्टी में हिस्सा देना चाहते हैं, वो उनकी सगी मां हैं। वे क्रिश्चियन हैं, परिवार ने शादी से पहले इस सच को भी छुपाया था। खलीलाबाद CHC अधीक्षक एवं जेल चिकित्सक डॉ. वरुणेश दुबे का दावा है कि उनके सारे दस्तावेजों में मां का नाम सुशीला दुबे है। मौसी को जायदाद में हिस्सा देने के चलते पत्नी फर्जी आरोप लगा रही है। अफेयर के 8 महीने बाद शादी रचाने वाले वरुणेश दुबे और उनकी पत्नी के संबंध क्यों बिगड़े? डॉ वरुणेश के अफेयर का सच क्या है? मौसी सास ही वरुणेश की असल मां है, ये कैसे पता चला? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… नेपाल से MBBS, दिल्ली में इंटर्नशिप, पत्नी से जिम में पहली मुलाकात
डॉ. वरुणेश ने नेपाल से एमबीबीएस की पढ़ाई की, दिल्ली से इंटर्नशिप किया। उनकी पहली नौकरी एनएचएम में संविदा पर उरुवा सीएचसी में लगी थी। उनके पिता स्व. रामानंद दुबे सीएमओ ऑफिस गोरखपुर में वरिष्ठ लिपिक के पद से रिटायर थे। डॉ. वरुणेश और उनकी पत्नी की शादी 27 अप्रैल 2018 को हुई थी। दोनों की उम्र में 5 साल का गैप है। डॉ. वरुणेश 36 तो उनकी पत्नी की उम्र 31 साल है। डॉ. वरुणेश और उनकी पत्नी का घर गोरखनाथ क्षेत्र के राजेंद्रनगर में है। दोनों के घरों की दूरी एक किमी से भी कम है। शादी के 8 महीने पहले उनकी मुलाकात एक जिम में हुई थी। डॉ. वरुणेश के मुताबिक, उनके पिता ने कार खरीद कर दी थी। वह कार से जिम जाने लगे थे। इसी से प्रभावित होकर एक दिन सोशल मीडिया पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। मैं समझ गया ये कौन है। फिर हमारी बातचीत होने लगी। ये अक्टूबर 2017 की बात होगी। एसएसबी में नौकरी की सूचना और इंगेजमेंट एक ही दिन
प्रेम का इजहार करने के तीसरे दिन ही उसका कॉल आया। बोली कि हम दोनों को बात करते हुए मेरी मां ने देख लिया है। वह हमारी शादी को तैयार हैं। मेरे पापा तुम्हारे घर रिश्ते की बात करने जाने वाले हैं। मैंने अपने पापा को इसके बारे में बताया कि रिश्ते के लिए कुछ लोग आने वाले हैं, मान जाना। मेरे घर उसके पापा आर्मी से रिटायर विनोद पांडे, बाबा पारसनाथ पांडे रिश्ते की बात करने पहुंचे। मेरी पत्नी दोनों भाई राहुल और ऋषभ से बड़ी है। दोनों परिवारों की सहमति से हमारा रिश्ता तय हुआ। जनवरी में एसएसबी में संविदा पर पोस्ट निकली थी। पत्नी के मुताबिक, उसने ही जोर देकर वरुणेश से अप्लाई कराया था। फरवरी में इंटरव्यू हुआ था। 7 फरवरी 2018 को सगाई के दिन एसएसबी में वरुणेश के सिलेक्शन की खुशखबरी भी मिली। 27 अप्रैल 2018 दोनों सात फेरे में बंध गए। लड़की ससुराल पहुंची। परिवार में उसके अलावा वरुणेश, ससुर रामानंद दुबे और मौसी सास नैनसी गुरुम थीं। दो मंजिला मकान में नीचे के कमरों में ससुर और मौसी सास और ऊपरी मंजिल में वरुणेश अपनी पत्नी के साथ रहना लगा। शुरुआत में सब कुछ ठीक रहा, लेकिन बाद में उनके रिश्ते में तल्खी आने लगी। शादी के अगले महीने ही पति के अफेयर का सच आया सामने
पत्नी के मुताबिक, शादी के अगले महीने ही एक लड़की अचानक हमारे घर आ धमकी। बोली- वरुणेश ने उसके साथ शादी करने का वादा किया था। वरुणेश दौड़ कर उसके पास गए और फिर 5 घंटे तक अपना मोबाइल बंद रखा था। वो लड़की मूलत: देहरादून की रहने वाली थी, लेकिन दिल्ली में रह रही थी। वरुणेश से उसकी मुलाकात 2016 में दिल्ली इंटर्नशिप के दौरान हुई थी। वह दिल्ली में एक कॉल सेंटर में काम करती थी। उस लड़की की इंगेजमेंट टूट गई थी। इसके बाद वह वरुणेश के संपर्क में आई। दोनों की पहली मुलाकात में ही रिलेशन बन गए थे। उस लड़की को वरुणेश ने झांसा दिया था कि पीजी के बाद वह उससे शादी करेगा। यहां तक कि इसके पूर्व जब वरुणेश की मां सुशीला जिंदा थी, तो उन्होंने उसे भरोसा दिया था कि तुम ही मेरी बहू बनोगी, उसे शगुन भी दिया था। वरुणेश की कागजात वाली मां सुशीला का 3 दिसंबर 2016 को निधन हो गया था। तब से वरुणेश ने उससे बात करना बंद कर दिया था। उस लड़की ने अपनी गर्दन पर एक टैटू ‘3 दिसंबर 2016 को डेथ’ गोदवा रखा है। उसका कहना था कि इसी तारीख के बाद से वरुणेश का व्यवहार बदल गया। मेरी शादी से 7 दिन पहले 20 अप्रैल 2018 को उस लड़की ने वरुणेश को 80 हजार रुपए का महंगा मोबाइल भी गिफ्ट किया था। इसे उसने कोरियर से भेजा था। साथ में धमकी दी थी कि कॉल रिसीव नहीं किया तो मैं खुद गोरखपुर आ जाऊंगी। उस मोबाइल से वरुणेश ने शादी के दौरान कई फोटो भी खींचे थे। जब हमारी शादी की उसे जानकारी लगी तो वह दिल्ली से गोरखपुर आई थी। उसने खूब हंगामा किया। उसके मोबाइल में वरुणेश के साथ बिताए गए पलों की कई तस्वीरें थीं। जब वरुणेश उसे लेकर घर से निकले तो दोनों में खूब विवाद हुआ। यहां तक कि उसने अपने मोबाइल में तस्वीरों को दिखाकर वरुणेश की पोल खोलने की धमकी तक दी। इसके बाद वरुणेश उसे लेकर महेसरा पुल तक गए। वहां झांसे में लेकर उसका मोबाइल छीन कर पुल से नीचे फेंक दिया। फिर उसे लेकर तारामंडल गए। वहां वह उसे जान से मारना चाहते थे, लेकिन वो लड़की काफी चालक थी। वह वरुणेश का मंशा भांप गई थी। उसने धमकी दी कि उसे कुछ हुआ तो तुम बचोगे नहीं। उसने बताया कि वह पहले ही तुम्हारे साथ अपने संबंधों के सारे सबूत अपने एक दोस्त को देकर आई है। उसे पता है कि मैं तुमसे मिलने गोरखपुर आई हूं। अगर मैं सही सलामत नहीं लौटी, तो वह सब कुछ ले जाकर पुलिस को सौंप देगी। इसके बाद वरुणेश ने उसे यार्क होटल में रुकवाया, जहां वह 13 दिन तक रुकी थी। उसने वरुणेश को गिफ्ट में दिया मोबाइल तक पटक कर तोड़ दिया था। वह इस जिद पर अड़ी थी कि अपनी पत्नी को तलाक देकर वरुणेश उससे शादी करें। वहां उसने पहले आधी जायदाद मांगी, फिर वरुणेश से उसकी कार मांगी। दोनों वरुणेश के नाम नहीं था। उनके पिता ने साफ मना कर दिया। ये भी बोल आए कि वरुणेश को जेल भेजना हो तो भेज दो, वो एक फूटी कौड़ी नहीं देगी। उस लड़की ने बाद में मेरे भाई राहुल को सारा सच बताया था। मुझे भी फोन कर सब कुछ बताया था। उसने कई सबूत भी दिए थे। वरुणेश ने तब ये कहकर बरगला दिया था कि ये लड़की साइको है। इससे सिर्फ दोस्ती थी। वहीं मेरी पीछे पड़ी है। किसी तरह मामला पुलिस की मदद से सुलझा था। ये लड़की उसे 2019 तक इंटरनेट काल कर परेशान करती रही। अलग-अलग और अजीत तरह के वीडियो बनाकर भेजती रहती थी। मैं बहुत डिप्रेशन में रही। 29 सितंबर 2019 को जब मेरा बेटा पैदा हुआ, इसके बाद से उसने कॉल करना बंद कर दिया। गोरखपुर की एक महिला डॉक्टर से भी था अफेयर
वरुणेश नेपाल के जिस मेडिकल कॉलेज से MBBS किए हैं। उसी से गोरखपुर की एक दुबे सरनेम की लड़की ने भी MBBS किया है। वरुणेश से वह लड़की एक साल सीनियर थी। 2015 में वरुणेश ने उससे एमसीआई के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया जानने के लिए ऑनलाइन संपर्क किया था। इसके बाद उनके बीच बातचीत होने लगी। जब वरुणेश इंटर्नशिप करने दिल्ली गए और वहां देहरादून वाली लड़की से अफेयर शुरू हुआ तो गोरखपुर वाली डॉक्टर से बातचीत बंद कर दिया। यहां तक कि उसका मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया था। वह गोरखपुर वाली डॉक्टर को जलाने के लिए अपनी और दिल्ली वाली प्रेमिका की फोटो-वीडियो भेजते रहते थे। 2016 में गोरखपुर वाली प्रेमिका वरुणेश से मिलने दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली के पैसफिक मॉल में उनकी मुलाकात हुई। वहां वरुणेश की देहरादून वाली और गोरखपुर वाली दोनों प्रेमिका आमने सामने आ गईं। देहरादून वाली लड़की ने गोरखपुर वाली डॉक्टर के चेहरे पर काफी फेंक दिया था। वहां दोनों ने एक-दूसरे को खूब गाली दी। वरुणेश वहां से भाग निकला था। दिल्ली से लौटने पर उसकी एक बार फिर गोरखपुर वाली महिला डॉक्टर से बातचीत शुरू हो गई थी। वरुणेश ने उससे शादी के लिए कहा, लेकिन तब तक उसका रिश्ता तय हो चुका था। 5 मार्च 2018 को उस लड़की की शादी हो गई। ये सारा खुलासा देहरादून वाली लड़की ने ही फोन कर पत्नी और उसके भाई राहुल से बताया था। उसने चेताया भी था कि तुम लोग वरुणेश को जब समझोगे, तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। शादी के दो महीने बाद वरुणेश ने बताया था कि मौसी ही मेरी मां
पत्नी ने वरुणेश की सगी मां को लेकर भी चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि मेरा बेटा एक साल का हो गया था। मैं मायके में थी। एक दिन वरुणेश का फोन आया। बोले कि मैं अपने परिवार की एक सच्चाई बताना चाह रहा हूं, लेकिन किसी से कहना मत। फिर बोले कि मेरी मौसी नैनसी गुरुम ही मेरी असली मां है। मेरे ससुर रामानंद दुबे की पहली पत्नी की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उनसे कोई औलाद भी नहीं हुई थी। इसके बाद मेरे ससुर रामानंद दुबे ने आजमगढ़ में ट्रेनिंग के लिए आई हुई सुशीला नाम की क्रिश्चियन नर्स से लव मैरिज कर ली। उस समय उनकी तैनाती भी वहीं सीएमओ ऑफिस में थी। कुछ समय बाद पहली पत्नी का निधन हो गया। दूसरी पत्नी सुशीला से भी कोई औलाद नहीं हुई। सुशीला की सगी बहन नैनसी गुरुम की शादी मुंबई में हुई थी। एक दिन वह अपने पति के साथ मेरे ससुर के घर घूमने आई थी। उसी दौरान मौसी नैनसी और उनके पति के बीच किसी बात को लेकर बड़ा झगड़ा हुआ। फिर मेरे ससुर ने मौसी के पति को मारपीट कर भगा दिया। तब से मौसी नैनसी यहीं रहने लगीं। उन्होंने भी नर्स की पढ़ाई की थी। उनकी भी एएनएम की नौकरी लग गई । मौसी नैनसी से ही वरुणेश का जन्म हुआ है। हालांकि लोकलाज के डर से दूसरी पत्नी सुशीला को ही वरुणेश की असली मां बताते थे। बाद में सारे दस्तावेज में भी सुशीला दुबे का नाम ही मां के कॉलम में दर्ज कराया है। 3 दिसंबर 2016 को सुशीला दुबे का हार्ट अटैक से निधन हो गया। इसके बाद मेरे ससुर खुलकर मौसी के साथ ही रहने लगे। पत्नी के मुताबिक, जब वह शादी करके आई तो कुछ दिनों तक ससुर और मौसी नीचे के कमरे में अलग-अलग रहते थे। मेरी पत्नी झूठी कहानी सुना रही है, पहले अफेयर बताया, फिर पोर्न वीडियो
इस मामले में डॉ. वरुणेश से बात की। पत्नी के लगाए आरोपों, उनके अफेयर और मौसी की सच्चाई पूछी। वरुणेश के मुताबिक, मेरी पत्नी झूठी कहानी सुना रही है। या तो मेरे कई लड़कियों से अफेयर हो सकते हैं या फिर मैं समलैंगिक हो सकता हूं। दोनों तो नहीं हो सकता। जहां तक मौसी नैनसी का सवाल है तो मैंने जब से होश संभाला, उन्हें मौसी ही कहता आ रहा हूं। यहां तक कि मेरे सारे दस्तावेजों में मां का नाम सुशीला दुबे दर्ज है। उन्होंने पत्नी और उनके भाइयों सहित मायके वालों पर आरोप लगाया कि वे कोई भी कहानी गढ़ सकते हैं। यहां तक कि इस परिवार ने अपने पत्नी के बाबा और चाचा के लड़के को भी नहीं बख्शा है। पत्नी के बाबा पारसनाथ पांडे ने रिटायर होने के बाद गोरखनाथ क्षेत्र में 371 और 372 नंबर के दो मकान खरीदे थे। एक पत्नी के पापा विनोद पांडे के नाम और दूसरा छोटे बेटे मनोज पांडे के नाम पर। विनोद पांडे शहर में रहते थे। जबकि मनोज पांडे बांसगांव क्षेत्र स्थित गांव में रहते हैं। विनोद पांडे ने जबरन दोनों मकानों के ऊपर मकान बना लिया। जब मनोज पांडे का बेटा गोरखपुर में पढ़ने आया तो उसे घर में नहीं घुसने दिया। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच में मारपीट तक हुई थी। एसडीएम के यहां केस तक हुआ था। तब पत्नी के परिवार वालों ने पारसनाथ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने छोटे बेटे मनोज की पत्नी को रख लिया है। वहीं मनोज के बेटे पर आरोप लगाने लगे थे कि उसने सगी बहन को रख लिया है। ये परिवार जायदाद के लिए कुछ भी कर सकता है। मेरी राजेंद्र नगर पश्चिमी में 10 हजार वर्गफीट में दो मंजिला मकान है। आज की तारीख में वहां 12 हजार वर्गफीट का रेट चल रहा है। मकान सहित पूरे जमीन की कीमत ही 30 करोड़ है। इसके अलावा गोरखनाथ का मकान अलग से है। पीपीगंज गांव में जमीन भी है। 18 मई को हमारा विवाद हुआ तो पत्नी और उसके भाइय मेरा चेन, मोबाइल, लैपटॉप आदि सब कुछ छीन ले गए। मेरी मौसी नैनसी पर जानलेवा हमला किया। वो 4 दिन तक गोरखपुर के सदर जिला अस्पताल में भर्ती रहीं। जब मैं गोरखपुर थाने में लूट और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराने पहुंचा तो ये लोग साजिश के तहत संत कबीरनगर सरकारी आवास पहुंच गए। गोरखपुर में इनकी शिकायत नहीं ली गई थी, तो इन लोगों ने संत कबीर नगर की कोतवाली में झूठी शिकायत दर्ज करा दी। जबकि पूरा विवाद गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र का है। लूट के प्रकरण में बचने के लिए मेरे ऊपर पोर्न वीडियो के आरोप लगा दिए गए। उनकी मंशा थी कि मैं अपमानित होकर आत्महत्या कर लूंगा। लेकिन मैं सच्चाई के लिए लडूंगा। पुलिस की जांच में सच सामने आ जाएगा। ——————————– ये भी पढ़ें… यूपी के डॉक्टर की डर्टी स्टोरी, 200 VIDEO अपलोड किए:रीना राय नाम के फेसबुक पेज पर लिंक, पोर्न वीडियो देखने के 300 रुपए लगते संत कबीर नगर के डॉक्टर वरुणेश दुबे के ट्रांसजेंडर वाले अश्लील वीडियो चर्चा में हैं। डॉक्टर की पत्नी ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने वीडियो के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। इस बार संडे बिग स्टोरी में पढ़िए, किस वेबसाइट पर ये वीडियो अपलोड किए जाते थे, किस फेसबुक आईडी से लिंक मिला, देखने के रेट क्या थे? पूरी खबर पढ़ें…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर