प्रतापगढ़ में मदरसा के संचालक मौलाना की बदमाशों ने लोहे ही रॉड और लाठी डंडों से पीटकर हत्या कर दी। वारदात आज सुबह करीब साढ़े 7 बजे की है। मौलाना आज आने पैतृक गांव आए हुए थे। तभी उनके घर के पास 3-4 लोग पहुंचे। उन्होंने उनसे उधार दिए गए पैसे वापस मांगे। पैसे न देने पर जमीन देने को कहा। जिसका मौलाना ने विरोध किया तो आरोपियों ने उनपर हमला कर दिया। फावड़ा और रॉड से पीट पीटकर उनकी हत्या कर दी। वारदात जेठावारा थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव की है। हत्या के बाद गांव में तनाव व्याप्त हो गया। सैकड़ों लोगों ने जाम लगाकर नारेबाजी की। पुलिस से हत्या के बदले हत्या की मांग कर रहे हैं। जिसके चलते पुलिस से नोकझोंक भी हो गई। लोगों ने पथराव कर दिया। हालात बिगड़ते देख 8 थानों का फोर्स मौके पर बुलाया गया है। तनाव को देखते हुए 2 कंपनी पीएसी भी तैनात कर दी गई है। प्रयागराज, कौशांबी और प्रतापगढ़ से अतिरिक्त फोर्स मंगाया गया है। डीएम संजीव रंजन,एसपी सत्पाल अंतिल, एएसपी संजय राय समेत तमाम अफसर भी मौके पर तैनात हैं। इसके अलावा एडीजी प्रयागराज भी प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। शहर में चलाते थे मदरसा बताया जाता है कि जेठवारा थाना क्षेत्र के सोनपुर में मौलाना फारूक (60) प्रतापगढ़ शहर के मऊहार गांव में मदरसा चलाते हैं। आज वो अपने पैतृक गांव आये थे। उनका गांव के लोगों से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। आज सुबह बदमाशों ने मौलाना फारूक को उनके घर के पास ही रोक लिया। उनसे उधार दिए गए पैसे मांगने लगे। जब मौलाना ने उनसे और समय मांगा तो वे उनसे पैसों के बदले जमीन मांगने लगे। सरेआम बरसाते रहे डंडे, मारते रहे फावड़ा गांव के लोगों ने बताया- आरोपी फीता लेकर मौलाना फारुक की जमीन नापने लगे। इस बात का मौलाना ने विरोध कर दिया। इस पर आरोपियों ने उन पर फावड़े और रॉड से हमला कर दिया। आरोपियों ने सरेआम मौलाना की पीट पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद मौके से फरार हो गए। शोर सुनकर गांव के लोग पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तबतक मौके पर सैकड़ों लोगों ने हत्या के बदले हत्या की मांग कर बवाल करना शुरू कर दिया। प्रतापगढ़ में मदरसा के संचालक मौलाना की बदमाशों ने लोहे ही रॉड और लाठी डंडों से पीटकर हत्या कर दी। वारदात आज सुबह करीब साढ़े 7 बजे की है। मौलाना आज आने पैतृक गांव आए हुए थे। तभी उनके घर के पास 3-4 लोग पहुंचे। उन्होंने उनसे उधार दिए गए पैसे वापस मांगे। पैसे न देने पर जमीन देने को कहा। जिसका मौलाना ने विरोध किया तो आरोपियों ने उनपर हमला कर दिया। फावड़ा और रॉड से पीट पीटकर उनकी हत्या कर दी। वारदात जेठावारा थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव की है। हत्या के बाद गांव में तनाव व्याप्त हो गया। सैकड़ों लोगों ने जाम लगाकर नारेबाजी की। पुलिस से हत्या के बदले हत्या की मांग कर रहे हैं। जिसके चलते पुलिस से नोकझोंक भी हो गई। लोगों ने पथराव कर दिया। हालात बिगड़ते देख 8 थानों का फोर्स मौके पर बुलाया गया है। तनाव को देखते हुए 2 कंपनी पीएसी भी तैनात कर दी गई है। प्रयागराज, कौशांबी और प्रतापगढ़ से अतिरिक्त फोर्स मंगाया गया है। डीएम संजीव रंजन,एसपी सत्पाल अंतिल, एएसपी संजय राय समेत तमाम अफसर भी मौके पर तैनात हैं। इसके अलावा एडीजी प्रयागराज भी प्रतापगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। शहर में चलाते थे मदरसा बताया जाता है कि जेठवारा थाना क्षेत्र के सोनपुर में मौलाना फारूक (60) प्रतापगढ़ शहर के मऊहार गांव में मदरसा चलाते हैं। आज वो अपने पैतृक गांव आये थे। उनका गांव के लोगों से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। आज सुबह बदमाशों ने मौलाना फारूक को उनके घर के पास ही रोक लिया। उनसे उधार दिए गए पैसे मांगने लगे। जब मौलाना ने उनसे और समय मांगा तो वे उनसे पैसों के बदले जमीन मांगने लगे। सरेआम बरसाते रहे डंडे, मारते रहे फावड़ा गांव के लोगों ने बताया- आरोपी फीता लेकर मौलाना फारुक की जमीन नापने लगे। इस बात का मौलाना ने विरोध कर दिया। इस पर आरोपियों ने उन पर फावड़े और रॉड से हमला कर दिया। आरोपियों ने सरेआम मौलाना की पीट पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद मौके से फरार हो गए। शोर सुनकर गांव के लोग पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तबतक मौके पर सैकड़ों लोगों ने हत्या के बदले हत्या की मांग कर बवाल करना शुरू कर दिया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
फरीदाबाद में बड़े भाई के सीने में मारी गोली:चाचा ने छोटे को गोद लिया था, करता था प्रॉपर्टी डीलिंग; लेन-देन विवाद में हत्या
फरीदाबाद में बड़े भाई के सीने में मारी गोली:चाचा ने छोटे को गोद लिया था, करता था प्रॉपर्टी डीलिंग; लेन-देन विवाद में हत्या फरीदाबाद में एक युवक ने अपने ही भाई की गोली मार कर हत्या कर दी। मामला प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। मृतक का नाम नरेंद्र है, जो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। नरेंद्र का भाई विकास भी प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़ा काम करता था। ये घटना फतेहपुर चंदीला इलाके की है। नरेंद्र के पिता का नाम बलराम सिंह चंदीला है, विकास और नरेंद्र दोनों सगे भाई थे, लेकिन बचपन में ही विकास को उसके चाचा कुलदीप सिंह चंदीला ने गोद ले लिया था। बाएं साइड लगी गोली
दोनों के बीच लेन-देन को लेकर किसी बात पर विवाद हो गया, जिसके बाद आवेश में आकर विकास ने अपने बड़े भाई नरेंद्र पर फायरिंग कर दी। जिससे उसके सीने में बाएं साइड गोली लगी। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया और वहीं नरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
घटना के बाद परिजनों और आस-पास के लोगों की सहायता से नरेंद्र को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान अस्पताल की मॉर्च्युरी में भेज दिया। पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर आरोपी विकास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Kerala : Youth congress slam leadership over ‘black magic’, says few live in fool’s paradise
Kerala : Youth congress slam leadership over ‘black magic’, says few live in fool’s paradise A week after the controversy erupted over the visuals of copper plates and figurines related to black magic that were recovered from Congress state president K Sudhakaran’s house in Kannur, a large section of the partymen, mainly from the Youth Congress are unhappy and have openly denounced the top party leadership. A leader close to Sudhakaran told News9 that they suspect one of his former personal staff members behind the act.
हिमाचल हाईकोर्ट ने महाजन की डिस्मिसल एप्लिकेशन रद्द की:2 सप्ताह में जवाब के आदेश; सिंघवी ने मुकाबला बराबारी पर छूटने दे रखी चुनौती
हिमाचल हाईकोर्ट ने महाजन की डिस्मिसल एप्लिकेशन रद्द की:2 सप्ताह में जवाब के आदेश; सिंघवी ने मुकाबला बराबारी पर छूटने दे रखी चुनौती हिमाचल हाईकोर्ट में सोमवार को राज्यसभा चुनाव को चुनौती देने वाली अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन की उस अर्जी को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी ने 27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव को चुनौती दी थी। महाजन के अधिवक्ता अरविंद ठाकुर ने बताया कि इस याचिका में कहीं भी कोई आरोप सांसद हर्ष महाजन पर नहीं है। इसलिए आज उन्होंने अदालत से सिंघवी की याचिका को खारिज करने का आग्रह किया था। मगर अदालत ने महाजन की एप्लिकेशन को खारिज करते हुए सिंघवी की याचिका का 2 सप्ताह में जवाब देने के आदेश दिए है। अरविंद ठाकुर ने बताया कि इस मामले में अब हर्ष महाजन से चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा कि इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाए या सिंघवी की याचिका का जवाब दिया जाए। सिंघवी ने दायर की थी याचिका बता दें कि, अभिषेक मनु सिंघवी ने राज्यसभा चुनाव को हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका डालकर चुनौती दी है। इसमें उन्होंने मुकाबला बराबरी पर छूटने के बाद पर्ची से विजय घोषित करने के नियम को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि यदि 2 प्रत्याशी को बराबर-बराबर वोट मिलते हैं, उस सूरत में लॉटरी निकालने का जो फार्मूला है, वह गलत है। हारा हुआ डिक्लेयर किया अभिषेक मनु सिंघवी के अनुसार, नियम की एक धारणा को उन्होंने याचिका में चुनौती दी है। जब मुकाबला बराबरी पर होता है, उसके बाद पर्ची निकाली जाती है। जिसकी पर्ची निकलती है, उसे विनर डिक्लेयर होना चाहिए। मगर, अभी जिसकी पर्ची निकलती है, उसे हारा हुआ डिक्लेयर किया गया है। यह धारणा कानूनी रूप से गलत है। राज्यसभा चुनाव में सिंघवी व महाजन को मिले थे बराबर वोट बकौल सिंघवी पर्ची में जिसका नाम निकलता है, उसकी जीत होनी चाहिए। नियम में जिसने भी यह धारणा दी है, वो गलत है। कहा कि एक्ट में ऐसा कोई नियम नहीं है, लेकिन नियम में यह धारणा है। उसे चुनौती दी गई है। यदि यह धारणा गलत है तो जो चुनाव हुए हैं, उसमे जो परिणाम घोषित हुआ है, वो भी गलत है। सिंघवी ने इलैक्शन को लीगल ग्राउंड पर चैलेंज किया है। सिंघवी और महाजन को मिले थे 34-34 वोट दरअसल, प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के हर्ष महाजन को 34-34 वोट मिले थे। मुकाबला बराबर होने के बाद लॉटरी से हर्ष महाजन चुनाव जीत गए थे, क्योंकि पर्ची अभिषेक मनु सिंघवी की निकली थी। इस केस में पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता पक्ष की दलीलें सुनने के बाद BJP सांसद एवं प्रतिवादी बनाए गए हर्ष महाजन को नोटिस जारी किया था। तब कोर्ट ने 9 जुलाई की सुनवाई से पहले जवाब देने के निर्देश दिए थे।