प्रयागराज महाकुंभ में 2500 करोड़ खर्च होंगे:75 दिन में 75 देशों के 25 करोड़ लोग आएंगे, ‘भव्य, दिव्य, नव्य महाकुंभ’ थीम

प्रयागराज महाकुंभ में 2500 करोड़ खर्च होंगे:75 दिन में 75 देशों के 25 करोड़ लोग आएंगे, ‘भव्य, दिव्य, नव्य महाकुंभ’ थीम

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा-यमुना- सरस्वती के संगम पर 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ में पांच महीने बचे हैं। यूनेस्को ने कुंभ मेले को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ घोषित किया है। इस बार दुनियाभर के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। अनुमान है कि 75 दिन चलने वाले महाकुंभ में 75 देशों के 25 करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्री पहुंचेंगे। प्रयागराज में 21वीं सदी का यह तीसरा महाकुंभ सबसे आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल के साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत पेश करेगा। महाकुंभ में पहली बार महाराजा हर्षवर्धन की भी जानकारी दी जाएगी, जो महाआयोजन में अपना सब दान कर देते थे। इसकी जानकारी चीनी यात्री ह्वेन सांग ने भी अपने यात्रा वृतांत में दी थी। 12 साल बाद होने जा रहे महाकुंभ की तैयारी पर उत्तर प्रदेश सरकार 2500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर रही है। महाकुंभ 2025 की थीम ‘भव्य-दिव्य और नव्य महाकुंभ’ होगी। इस बार सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर के प्रदर्शन के लिए कई आधुनिक तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल होगा। ये भी पढ़ें: मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में बहनों ने राखी बांधी:काशी में बाबा विश्वनाथ को राखी बांधी; रामलला के मुख्य पुजारी ने बताया मुहुर्त आज सावन का आखिरी सोमवार और रक्षाबंधन है। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती हुई। रुद्राभिषेक के बाद बाबा विश्वनाथ को राखी बांधी गई। नए वस्त्र और मिठाई अर्पित की। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए बाबा के कपाट खोल दिए गए। मंदिर के CEO ने भक्तों पर पुष्पवर्षा की। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु की 1 किलोमीटर लंबी कतार लगी है…(पढ़ें पूरी खबर) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा-यमुना- सरस्वती के संगम पर 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ में पांच महीने बचे हैं। यूनेस्को ने कुंभ मेले को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ घोषित किया है। इस बार दुनियाभर के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। अनुमान है कि 75 दिन चलने वाले महाकुंभ में 75 देशों के 25 करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्री पहुंचेंगे। प्रयागराज में 21वीं सदी का यह तीसरा महाकुंभ सबसे आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल के साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत पेश करेगा। महाकुंभ में पहली बार महाराजा हर्षवर्धन की भी जानकारी दी जाएगी, जो महाआयोजन में अपना सब दान कर देते थे। इसकी जानकारी चीनी यात्री ह्वेन सांग ने भी अपने यात्रा वृतांत में दी थी। 12 साल बाद होने जा रहे महाकुंभ की तैयारी पर उत्तर प्रदेश सरकार 2500 करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर रही है। महाकुंभ 2025 की थीम ‘भव्य-दिव्य और नव्य महाकुंभ’ होगी। इस बार सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर के प्रदर्शन के लिए कई आधुनिक तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल होगा। ये भी पढ़ें: मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में बहनों ने राखी बांधी:काशी में बाबा विश्वनाथ को राखी बांधी; रामलला के मुख्य पुजारी ने बताया मुहुर्त आज सावन का आखिरी सोमवार और रक्षाबंधन है। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती हुई। रुद्राभिषेक के बाद बाबा विश्वनाथ को राखी बांधी गई। नए वस्त्र और मिठाई अर्पित की। इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए बाबा के कपाट खोल दिए गए। मंदिर के CEO ने भक्तों पर पुष्पवर्षा की। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु की 1 किलोमीटर लंबी कतार लगी है…(पढ़ें पूरी खबर)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर