प्रयागराज में अपना दल (एस) के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रविवार सुबह घर से जैसे ही बाहर निकले, पड़ोसी ने उनके सिर में गोली मार दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को मौके से पकड़ लिया। वारदात गंगापार इलाके में रविवार सुबह हुई। पुलिस ने बताया- मृतक का नाम इंद्रजीत उर्फ मोनू पटेल (24) है। वह हाईकोर्ट में वकील भी थे। आरोपी का नाम सर्वेश (28) है। सर्वेश ने बताया- मेरे परिवार के बुजुर्गों ने इंद्रजीत के घरवालों को दान में जमीनें दी थीं। अब हम लोग उसमें कुछ जमीन वापस मांग रहे थे, लेकिन इंद्रजीत नहीं दे रहा था। DCP गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया- आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से 2 तमंचे बरामद किए गए हैं। उससे पूछताछ की जा रही है। 4 तस्वीरें देखिए… खबर अपडेट की जा रही है… प्रयागराज में अपना दल (एस) के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रविवार सुबह घर से जैसे ही बाहर निकले, पड़ोसी ने उनके सिर में गोली मार दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को मौके से पकड़ लिया। वारदात गंगापार इलाके में रविवार सुबह हुई। पुलिस ने बताया- मृतक का नाम इंद्रजीत उर्फ मोनू पटेल (24) है। वह हाईकोर्ट में वकील भी थे। आरोपी का नाम सर्वेश (28) है। सर्वेश ने बताया- मेरे परिवार के बुजुर्गों ने इंद्रजीत के घरवालों को दान में जमीनें दी थीं। अब हम लोग उसमें कुछ जमीन वापस मांग रहे थे, लेकिन इंद्रजीत नहीं दे रहा था। DCP गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया- आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से 2 तमंचे बरामद किए गए हैं। उससे पूछताछ की जा रही है। 4 तस्वीरें देखिए… खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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कानपुर की सीसामऊ में सपा से नसीम सोलंकी पहली पसंद:अखिलेश की सीट पर भतीजा नंबर वन, उपचुनाव की 10 सीटों पर भास्कर सर्वे के नतीजे… उत्तर प्रदेश में अगले महीने 10 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा होने वाली है। पार्टियां अपने प्रत्याशी घोषित करें, इससे पहले दैनिक भास्कर ने सर्वे में लोगों से उनकी पसंद पूछी। 10 सीटों पर सपा से किसे कितना पसंद किया, इसके नतीजे आज बताए जा रहे हैं। कल बसपा नतीजे जारी किए जाएंगे। स्लाइड में देखिए रिजल्ट… 10 में 3 सीटों पर सीट शेयरिंग हो सकती हैं, ये सीटें कांग्रेस को मिल सकती हैं। चलिए जानते हैं इनमें लोगों ने कांग्रेस से किस नेता को कितना पसंद किया…
प्रयागराज महाकुंभ: भगदड़ के बाद किए गए 5 बड़े बदलाव, VVIP पास रद्द, गाड़ियों की एंट्री पर भी रोक
प्रयागराज महाकुंभ: भगदड़ के बाद किए गए 5 बड़े बदलाव, VVIP पास रद्द, गाड़ियों की एंट्री पर भी रोक <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh Stampede:</strong> प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान से पहले संगम तट पर हुई भगदड़ और दुखद मौतों के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. जिसके तहत मेला क्षेत्र में पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं. इसके साथ ही पूरे मेला क्षेत्र को अब नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. यही नहीं वीवीआईपी पास और ट्रैफिक को लेकर भी परिवर्तन किए गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया है, सीएम योगी के सख्त निर्देशों के बाद श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए मेला क्षेत्र के लिए पांच बड़े फैसले लिए गए हैं ताकि आने वाले समय में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके. पुलिस प्रशासन के लिए अब बसंत पंचमी पर अमृत स्नान को कुशलता पूर्वक कराने की चुनौती है जिसे देखते हुए ये बदलाव किए गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेला क्षेत्र में किए गए ये पांच बड़े बदलाव</strong><br />1. मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है जिसके तहत सभी प्रकार के वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा.<br />2. मेला प्रशासन की ओर से VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं. किसी भी विशेष पास के जरिए वाहनों को मेले में प्रवेश नहीं मिलेगा.<br />3. मेला क्षेत्र में रास्ते वन-वे किए गए हैं. श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू हुई जिसके तहत श्रद्धालुओं के एक मार्ग से एंट्री मिलेगी और वो दूसरे रास्ते से बाहर आ सकेंगे. <br />4. वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई गई है. प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है.<br />5. 4 फरवरी बसंत पंचमी का स्नान संपन्न होने तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे, शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन अब कोई भी लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं, इसलिए ये सख्त नियम लागू किए गए हैं. प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने में सहयोग करें. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-stampede-news-now-how-many-devotees-lost-their-lives-in-stampede-2873408″>महाकुंभ: 72 साल में 6 भगदड़, 1954 के दर्दनाक हादसे में मरे थे 800 से ज्यादा लोग, इन हादसों में भी हुई मौत</a></strong></p>
महायुति में तकरार? महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इस सीट पर शिंदे गुट ने ठोका दावा
महायुति में तकरार? महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले इस सीट पर शिंदे गुट ने ठोका दावा <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज है. सीट शेयरिंग से पहले ही महायुति में तकरार को देखने को मिल रही है. चिपलून-संगमेश्वर विधानसभा पर शिवसेना शिंदे गुट ने दावा ठोका है. शिंदे गुट के नेता और पूर्व विधायक सदानंद चव्हाण ने चिपलुन-संगमेश्वर सीट को लेकर एक सांकेतिक बयान दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस बीच, अजित पवार की पार्टी एनसीपी नेता शेखर निकम 2019 के विधानसभा चुनाव में चिपलुन-संगमेश्वर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए हैं. इसलिए सीट बंटवारे को लेकर NDA में टकराव की आशंका है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले सदानंद चव्हाण?</strong><br />ABP माझा के अनुसार, चव्हाण ने कहा, हमारा बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन था. बाद में एनसीपी आई. हालांकि शेखर निकम विधायक हैं, लेकिन कार्यकर्ता चाहते हैं कि इस सीट पर शिवसेना का विधायक चुना जाए. अभी यह कहना गलत है कि चिपलून की सीट शिवसेना को नहीं मिलेगी. मैं यहां से चुनाव लड़ने को इच्छुक हूं. चिपलून के पूर्व विधायक सदानंद चव्हाण के बयान के बाद महायुति में चिंगारी भड़कने की आशंका है. सदानंद चव्हाण की दावेदारी के कारण एनसीपी के निवर्तमान विधायक शेखर निकम को महायुति से नामांकन हासिल करने की चुनौती का सामना करना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीट शेयरिंग पर महायुति में बढ़ेगी तकरार?</strong><br />पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से 48 हजार वोटों से जीत हासिल कर विनायक राऊत को हराया था. हालांकि, मंत्री उदय सामंत के क्षेत्र से नारायण राणे को बढ़त नहीं मिली. इसके अलावा राणे इस विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ते नजर आए. इसके बाद बीजेपी नेता नितेश राणे और मंत्री उदय सामंत के बीच तकरार देखने को मिली. नितेश राणे ने सीधे तौर पर मंत्री उदय सामंत के निर्वाचन क्षेत्र पर दावा किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उदय सामंत ने स्पष्ट किया था कि इस संबंध में निर्णय महायुति के वरिष्ठ नेता लेंगे. ऐसे में देखा जा रहा है कि कोंकण में सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार गठबंधन में तकरार बनी हुई है. महाराष्ट्र में 2 राजनीतिक दलों में फूट के बाद अब 6 बड़ी पार्टियां चुनाव का सामना करने जा रही हैं. इसलिए सबकी नजर चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाए गए कई नेताओं की भूमिका पर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”कांग्रेस नेता रहे इस पूर्व सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस मांगेंगे भारत रत्न, कहा- केंद्र को लिखेंगे चिट्ठी” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/devendra-fadnavis-says-will-request-centre-to-confer-bharat-ratna-on-vasantrao-naik-2727545″ target=”_blank” rel=”noopener”>कांग्रेस नेता रहे इस पूर्व सीएम के लिए देवेंद्र फडणवीस मांगेंगे भारत रत्न, कहा- केंद्र को लिखेंगे चिट्ठी</a></strong></p>