‘मुझे भी 2 बिस्वा जमीन में हिस्सा चाहिए। नहीं दिया तो समझ लेना…अभी दादी को काटा है, जेल से छूटकर आया तो और लोगों को काट दूंगा।’ प्रयागराज के सोरांव थाने के लॉकअप बंद केशव अपने परिवार के लोगों को धमका रहा था। वह भड़का हुआ था। पास में तैनात कॉन्स्टेबल ने केशव को डांटा, तब वह शांत हुआ। केशव ने रविवार, (11 मई) को प्रयागराज में 1 करोड़ की जमीन के लिए दादी का मर्डर कर दिया। आरोपी ने धारदार हथियार (लकड़ी छीलने वाले बसूला) से चारपाई पर सो रही दादी का धड़ गर्दन से अलग कर दिया। क्या जमीन में हिस्से के लिए केशव ने दादी को मार डाला? यह जानने के लिए भास्कर डिजिटल ऐप टीम प्रयागराज मुख्यालय से करीब 30Km दूर प्रतापगढ़ हाईवे किनारे बसे नहर दादौली गांव पहुंची। सरजू देवी के परिवार से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… गांव का माहौल हत्या के बाद केशव के नाम का खौफ, लोग बात करने को तैयार नहीं
यहां एक छोटा सा पुरवा है, जिसे लोग रामनगर के नाम से जानते हैं। रामनगर में विश्वकर्मा समाज की बस्ती है, जिसमें एक कुनबा स्व. शंकरलाल और सरजू देवी (80) का है। परिवार में छोटे-बड़े मिलाकर 50 से ज्यादा लोग रहते हैं। उनके घर एक-दूसरे से सटे हुए बने हुए हैं। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि केशव शराबी और झगड़ालू था। इस जघन्य हत्या के बाद गांव के लोगों में उसका खौफ था, लोग उसके बारे में ज्यादा बात करने को तैयार नहीं हुए। अब परिवार की बात भाभी ने कहा- वो बेटियों को गालियां देता
सरजू देवी के घर पहुंचने के बाद हमारी सबसे पहले मुलाकात केशव पर केस दर्ज कराने वाले महारानी दीन की पत्नी अनीता से हुई। हमने पूछा- क्या केशव रोज झगड़ा करता था? उन्होंने कहा- ऐसा लगता था कि शराब पीने के बाद केशव पर जमीन पर कब्जे की सनक सवार हो जाती। वह हमारे घर के बाहर आ जाता। गालियां देता.. परिवार की बेटियों को बुरी-बुरी बातें कहता। सास (सरजू देवी) से झगड़ा करता। हमने पूछा- इधर 10 दिन में कोई बड़ा बदलाव देखा था क्या आपने? अनीता ने कहा- दादी एक 5×8 के कमरे में रहती थीं। हम लोग उनकी सेवा करते थे। एक हफ्ते से वह छिप-छिपकर दादी से मिलने आता था। क्या कहता-सुनता था, ये किसी को नहीं पता। उसे लगता था कि उसके माता-पिता की जमीन पर हम लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसलिए वह हम लोगों से गुस्सा रहता था। दादी उम्र के अंतिम पड़ाव पर थीं, चारपाई से बिना सहारे के उठ-बैठ भी नहीं सकती थीं, उन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए भी सहारे की जरूरत होती थी। फिर उस दिन क्या हुआ? उन्होंने कहा- रविवार का दिन था, रोज की तरह वो (महारानी दीन) अपने खेतों पर चले गए थे। मैं और बच्चे दादी (सरजू देवी) को कमरे की चारपाई पर लिटाकर उनके पास एक लोटा पानी रखकर आए, ताकि प्यास लगने पर वह खुद पानी पी सकें। फिर केशव ने सब बर्बाद कर दिया। कत्ल करने के बाद दरवाजे से चिल्लाने लगा- जमीन देती तो जिंदा तो रहती
वहीं, पास में मौजूद केशव की भाभी विद्यावती ने कहा- दोपहर करीब 1.15 बजे अचानक केशव की पत्नी मनीषा दादी के कमरे के बाहर चीखने-चिल्लाने लगी। तब बाकी परिवार वालों को खबर लगी कि दादी की हत्या हो गई है। कमरे में चारपाई पर खून बिखरा हुआ था, दादी की गर्दन धड़ से अलग थी। लोटे का पानी भी खून से लाल हो चुका था। अनीता भाभी भी आ गईं थीं। उन्होंने मनीषा से पूछा कि किसने मारा? उसने कहा- सब बर्बाद हो गया। कोई बाहरी नहीं…केशव ने ही मारा है। भाभी ने पूछा- वो कहां है? मनीषा ने कहा- घर के दरवाजे पर खून से सना हुआ खड़ा था और चिल्ला रहा था कि दादी को मुक्ति दे दी। वो चिल्ला रहा था- बुढ़िया जमीन नहीं दे रही थी, अब जाकर पुलिस को बुलाओ। जमीन दे देती तो कम से कम जिंदा तो रहती। विद्यावती ने बताया, हत्या के बाद जब मैं वहां पहुंची, केशव लाश के पास बैठा हुआ था, उसकी आंखों में पछतावा नहीं था। फिर वह शांत भाव से घर गया और दरवाजे पर लेट गया। चचेरी बहन ने कहा- वो शराब के नशे में बदतमीजी करता
केशव की चचेरी बहन गरिमा ने कहा- केशव जब भी हमें अकेले बाहर देख लेता, गालियां देता था। शराब के नशे में बदतमीजी तक करता था। परिवार का था, अब किसको जाकर बताते। उनकी नीयत ही खराब रहती थी। उन्हें लगता था कि वह हम लोगों को परेशान करेंगे, तो हम जमीन मकान छोड़कर चले जाएंगे। उसने पुलिस को खुद ही बताया कि लकड़ी छीलने वाले धारदार हथियार (बसूला) से दादी की गर्दन काटी। एक के बाद एक 5 वार किए, जब तक गर्दन धड़ से अलग नहीं हो गई। इसके बाद लगभग 20 मिनट तक वो लाश के पास बैठा रहा। हत्या जिस जमीन के लिए हुई, उस विवाद को जानिए 8 साल पहले प्रॉपर्टी बांट दी, केशव को लगता कि गलत हुआ
सरजू देवी (80) अपने चार बेटों, राजकरण, स्व. रमेश, महारानी दीन और सतीश विश्वकर्मा के परिवार के साथ एक ही परिसर में रहती थीं। 8 साल पहले उन्होंने जमीन और संपत्ति का बंटवारा कर दिया था। हाईवे किनारे की 2 बिस्वा जमीन मंझले बेटे महारानी दीन के हिस्से में आई, जिसकी कीमत बाजार में लगभग एक करोड़ रुपए है। राजकरण का बेटा केशव 1.5 साल से इस जमीन को लेकर विवाद कर रहा था। उसे लगता था कि बंटवारे में उसके पिता के साथ अन्याय हुआ है। अनीता के अनुसार, केशव रोज दादी को जलेबी-रसगुल्ला लाकर खिलाता था। वह चाहता था कि दादी उसके प्रेम में पिघलकर जमीन उसके नाम कर दें। लेकिन दादी हर बार कहती थीं- बंटवारा ठीक हुआ है, अब कोई फेरबदल नहीं होगा। दादी उसकी शराब पीने की आदतों से भी परेशान थीं। अक्सर उसको डांटती थीं और नशा छोड़ने को कहती थीं। शायद केशव को यही बात चुभ रही थी। क्राइम सीन जानिए चारपाई पर दो हिस्सों में बंटा शव पड़ा था
घर की एक छोटी गैलरी की चारपाई पर सरजू देवी की लाश पड़ी थी। पास में एक लोटा रखा हुआ था, जिसके पानी में खून मिला था। कच्ची दीवारों पर भी खून के छींटे दिख रही थीं। धड़ चारपाई पर था, जबकि सिर दूसरी तरफ सरक चुका था। लाश को देखने से ही सिहरन हो रही थी, इसलिए एक पुराना कपड़ा उसके ऊपर डाला गया था। इंस्पेक्टर बोले- केशव को जेल भेजा, चार्जशीट तैयार कर रहे
सोरांव थाना के इंस्पेक्टर राधे किशन यादव ने कहा- सरजू देवी के छोटे बेटे महारानी दीन की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी केशव नशे में था और वारदात में इस्तेमाल बसूला बरामद कर लिया गया है। चार्जशीट तैयार करके कोर्ट में दाखिल की जाएगी। यह ओपन एंड शट केस था। रविवार को क्या-क्या हुआ… ……………..
यह भी पढ़ें : 2 बिस्वा जमीन के लिए दादी की गर्दन काटी: प्रयागराज में पोता बोला- जमीन नाम नहीं की तो मुक्ति दे दी, 20 मिनट लाश के पास बैठा रहा प्रयागराज में 1 करोड़ की जमीन के लिए पोते ने दादी का मर्डर कर दिया। आरोपी ने धारदार हथियार (लकड़ी छीलने वाले बसूला) से चारपाई पर सो रही दादी का धड़ गर्दन से अलग कर दिया। 20 मिनट तक बगल में बैठकर लाश को घूरता रहा। पूरी खबर पढ़िए… ‘मुझे भी 2 बिस्वा जमीन में हिस्सा चाहिए। नहीं दिया तो समझ लेना…अभी दादी को काटा है, जेल से छूटकर आया तो और लोगों को काट दूंगा।’ प्रयागराज के सोरांव थाने के लॉकअप बंद केशव अपने परिवार के लोगों को धमका रहा था। वह भड़का हुआ था। पास में तैनात कॉन्स्टेबल ने केशव को डांटा, तब वह शांत हुआ। केशव ने रविवार, (11 मई) को प्रयागराज में 1 करोड़ की जमीन के लिए दादी का मर्डर कर दिया। आरोपी ने धारदार हथियार (लकड़ी छीलने वाले बसूला) से चारपाई पर सो रही दादी का धड़ गर्दन से अलग कर दिया। क्या जमीन में हिस्से के लिए केशव ने दादी को मार डाला? यह जानने के लिए भास्कर डिजिटल ऐप टीम प्रयागराज मुख्यालय से करीब 30Km दूर प्रतापगढ़ हाईवे किनारे बसे नहर दादौली गांव पहुंची। सरजू देवी के परिवार से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… गांव का माहौल हत्या के बाद केशव के नाम का खौफ, लोग बात करने को तैयार नहीं
यहां एक छोटा सा पुरवा है, जिसे लोग रामनगर के नाम से जानते हैं। रामनगर में विश्वकर्मा समाज की बस्ती है, जिसमें एक कुनबा स्व. शंकरलाल और सरजू देवी (80) का है। परिवार में छोटे-बड़े मिलाकर 50 से ज्यादा लोग रहते हैं। उनके घर एक-दूसरे से सटे हुए बने हुए हैं। गांव के लोगों से बात करके समझ आया कि केशव शराबी और झगड़ालू था। इस जघन्य हत्या के बाद गांव के लोगों में उसका खौफ था, लोग उसके बारे में ज्यादा बात करने को तैयार नहीं हुए। अब परिवार की बात भाभी ने कहा- वो बेटियों को गालियां देता
सरजू देवी के घर पहुंचने के बाद हमारी सबसे पहले मुलाकात केशव पर केस दर्ज कराने वाले महारानी दीन की पत्नी अनीता से हुई। हमने पूछा- क्या केशव रोज झगड़ा करता था? उन्होंने कहा- ऐसा लगता था कि शराब पीने के बाद केशव पर जमीन पर कब्जे की सनक सवार हो जाती। वह हमारे घर के बाहर आ जाता। गालियां देता.. परिवार की बेटियों को बुरी-बुरी बातें कहता। सास (सरजू देवी) से झगड़ा करता। हमने पूछा- इधर 10 दिन में कोई बड़ा बदलाव देखा था क्या आपने? अनीता ने कहा- दादी एक 5×8 के कमरे में रहती थीं। हम लोग उनकी सेवा करते थे। एक हफ्ते से वह छिप-छिपकर दादी से मिलने आता था। क्या कहता-सुनता था, ये किसी को नहीं पता। उसे लगता था कि उसके माता-पिता की जमीन पर हम लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसलिए वह हम लोगों से गुस्सा रहता था। दादी उम्र के अंतिम पड़ाव पर थीं, चारपाई से बिना सहारे के उठ-बैठ भी नहीं सकती थीं, उन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए भी सहारे की जरूरत होती थी। फिर उस दिन क्या हुआ? उन्होंने कहा- रविवार का दिन था, रोज की तरह वो (महारानी दीन) अपने खेतों पर चले गए थे। मैं और बच्चे दादी (सरजू देवी) को कमरे की चारपाई पर लिटाकर उनके पास एक लोटा पानी रखकर आए, ताकि प्यास लगने पर वह खुद पानी पी सकें। फिर केशव ने सब बर्बाद कर दिया। कत्ल करने के बाद दरवाजे से चिल्लाने लगा- जमीन देती तो जिंदा तो रहती
वहीं, पास में मौजूद केशव की भाभी विद्यावती ने कहा- दोपहर करीब 1.15 बजे अचानक केशव की पत्नी मनीषा दादी के कमरे के बाहर चीखने-चिल्लाने लगी। तब बाकी परिवार वालों को खबर लगी कि दादी की हत्या हो गई है। कमरे में चारपाई पर खून बिखरा हुआ था, दादी की गर्दन धड़ से अलग थी। लोटे का पानी भी खून से लाल हो चुका था। अनीता भाभी भी आ गईं थीं। उन्होंने मनीषा से पूछा कि किसने मारा? उसने कहा- सब बर्बाद हो गया। कोई बाहरी नहीं…केशव ने ही मारा है। भाभी ने पूछा- वो कहां है? मनीषा ने कहा- घर के दरवाजे पर खून से सना हुआ खड़ा था और चिल्ला रहा था कि दादी को मुक्ति दे दी। वो चिल्ला रहा था- बुढ़िया जमीन नहीं दे रही थी, अब जाकर पुलिस को बुलाओ। जमीन दे देती तो कम से कम जिंदा तो रहती। विद्यावती ने बताया, हत्या के बाद जब मैं वहां पहुंची, केशव लाश के पास बैठा हुआ था, उसकी आंखों में पछतावा नहीं था। फिर वह शांत भाव से घर गया और दरवाजे पर लेट गया। चचेरी बहन ने कहा- वो शराब के नशे में बदतमीजी करता
केशव की चचेरी बहन गरिमा ने कहा- केशव जब भी हमें अकेले बाहर देख लेता, गालियां देता था। शराब के नशे में बदतमीजी तक करता था। परिवार का था, अब किसको जाकर बताते। उनकी नीयत ही खराब रहती थी। उन्हें लगता था कि वह हम लोगों को परेशान करेंगे, तो हम जमीन मकान छोड़कर चले जाएंगे। उसने पुलिस को खुद ही बताया कि लकड़ी छीलने वाले धारदार हथियार (बसूला) से दादी की गर्दन काटी। एक के बाद एक 5 वार किए, जब तक गर्दन धड़ से अलग नहीं हो गई। इसके बाद लगभग 20 मिनट तक वो लाश के पास बैठा रहा। हत्या जिस जमीन के लिए हुई, उस विवाद को जानिए 8 साल पहले प्रॉपर्टी बांट दी, केशव को लगता कि गलत हुआ
सरजू देवी (80) अपने चार बेटों, राजकरण, स्व. रमेश, महारानी दीन और सतीश विश्वकर्मा के परिवार के साथ एक ही परिसर में रहती थीं। 8 साल पहले उन्होंने जमीन और संपत्ति का बंटवारा कर दिया था। हाईवे किनारे की 2 बिस्वा जमीन मंझले बेटे महारानी दीन के हिस्से में आई, जिसकी कीमत बाजार में लगभग एक करोड़ रुपए है। राजकरण का बेटा केशव 1.5 साल से इस जमीन को लेकर विवाद कर रहा था। उसे लगता था कि बंटवारे में उसके पिता के साथ अन्याय हुआ है। अनीता के अनुसार, केशव रोज दादी को जलेबी-रसगुल्ला लाकर खिलाता था। वह चाहता था कि दादी उसके प्रेम में पिघलकर जमीन उसके नाम कर दें। लेकिन दादी हर बार कहती थीं- बंटवारा ठीक हुआ है, अब कोई फेरबदल नहीं होगा। दादी उसकी शराब पीने की आदतों से भी परेशान थीं। अक्सर उसको डांटती थीं और नशा छोड़ने को कहती थीं। शायद केशव को यही बात चुभ रही थी। क्राइम सीन जानिए चारपाई पर दो हिस्सों में बंटा शव पड़ा था
घर की एक छोटी गैलरी की चारपाई पर सरजू देवी की लाश पड़ी थी। पास में एक लोटा रखा हुआ था, जिसके पानी में खून मिला था। कच्ची दीवारों पर भी खून के छींटे दिख रही थीं। धड़ चारपाई पर था, जबकि सिर दूसरी तरफ सरक चुका था। लाश को देखने से ही सिहरन हो रही थी, इसलिए एक पुराना कपड़ा उसके ऊपर डाला गया था। इंस्पेक्टर बोले- केशव को जेल भेजा, चार्जशीट तैयार कर रहे
सोरांव थाना के इंस्पेक्टर राधे किशन यादव ने कहा- सरजू देवी के छोटे बेटे महारानी दीन की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी केशव नशे में था और वारदात में इस्तेमाल बसूला बरामद कर लिया गया है। चार्जशीट तैयार करके कोर्ट में दाखिल की जाएगी। यह ओपन एंड शट केस था। रविवार को क्या-क्या हुआ… ……………..
यह भी पढ़ें : 2 बिस्वा जमीन के लिए दादी की गर्दन काटी: प्रयागराज में पोता बोला- जमीन नाम नहीं की तो मुक्ति दे दी, 20 मिनट लाश के पास बैठा रहा प्रयागराज में 1 करोड़ की जमीन के लिए पोते ने दादी का मर्डर कर दिया। आरोपी ने धारदार हथियार (लकड़ी छीलने वाले बसूला) से चारपाई पर सो रही दादी का धड़ गर्दन से अलग कर दिया। 20 मिनट तक बगल में बैठकर लाश को घूरता रहा। पूरी खबर पढ़िए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
प्रयागराज में दादी को काटने वाले की लॉकअप से धमकी:परिवार से बोला- 1 करोड़ की जमीन में हिस्सा दो, वरना तुम्हें भी काटूंगा
