प्रयागराज में पति-पत्नी के शव फांसी पर लटके मिले। दोनों के शव एक ही कमरे में एक साथ लटके मिले। सुबह जब दोनों घर से नहीं निकले तो शक हुआ। दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। घर के लोग पहुंचे तो दोनों को फंदे से लटकते पाया। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। शव उतार लिए गए हैं। पुलिस हत्या और सुसाइड दोनों एंगल पर जांच कर रही है। घटना शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र के कांशीराम आवास योजना की है। 30 साल के राजेंद्र उर्फ भगवान दास और उसकी पत्नी 25 साल की लक्ष्मी उर्फ नेहा के शव फंदे से लटके मिले हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देर रात या फिर मंगलवार तड़के फांसी लगाई गई है। उनके बच्चे नहीं हैं। खबर अपडेट की जा रही है… प्रयागराज में पति-पत्नी के शव फांसी पर लटके मिले। दोनों के शव एक ही कमरे में एक साथ लटके मिले। सुबह जब दोनों घर से नहीं निकले तो शक हुआ। दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। घर के लोग पहुंचे तो दोनों को फंदे से लटकते पाया। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। शव उतार लिए गए हैं। पुलिस हत्या और सुसाइड दोनों एंगल पर जांच कर रही है। घटना शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र के कांशीराम आवास योजना की है। 30 साल के राजेंद्र उर्फ भगवान दास और उसकी पत्नी 25 साल की लक्ष्मी उर्फ नेहा के शव फंदे से लटके मिले हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि देर रात या फिर मंगलवार तड़के फांसी लगाई गई है। उनके बच्चे नहीं हैं। खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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फाजिल्का में तेज गर्मी से बच्चा बीमार:अस्पताल में कराया गया भर्ती, सिविल सर्जन ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील
फाजिल्का में तेज गर्मी से बच्चा बीमार:अस्पताल में कराया गया भर्ती, सिविल सर्जन ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। इस गर्मी की वजह से बहुत से लोगों के बीमार होने के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी तरह फाजिल्का में भी 11 साल एक बच्चा भीषण गर्मी की वजह से बीमार हो गया। जिसके बाद परिवार वालों द्वारा उसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल फाजिल्का में भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। जिसके बाद बच्चे की हालत सथिर बताई जा रही है। जानकारी देते हुए 11 साल के गौरव की माता पूनम निवासी खटीक मोहल्ला, फाजिल्का ने बताया कि उनका गर्मी की वजह से उनके बच्चे को उल्टियां आने लगी। जिसके बाद उनकी ओर उपचार के लिए उसे अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार शुरू कर दिया गया। इसके बाद उसकी हालत सथिर बनी हुई है। डाक्टर ने की सावधानी बरतने की अपील वहीं सिविल सर्जन फाजिल्का डॉक्टर चंद्र शेखर ने लोगों को इस गर्मी से बचने के लिए सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इन दिनों तापमान 46 से 47 डिग्री तक चल रहा है। इस दौरान अगर जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकला जाए। घर से बाहर जाने के दौरान सिर और चेहरे को कपड़े से ढक कर ही निकला जाए। इसके अलावा छाते का सहारा भी लेना चाहिए।
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करनाल में दो लड़कियां संदिग्ध हालातों में लापता:एक टेलर के पास गई थी सूट सिलाने, दूसरी गई थी कोठी में काम करने हरियाणा में करनाल के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो लड़कियां संदिग्ध हालातों में लापता हो गई हैं, पहली घटना में 22 वर्षीय युवती टेलर के पास सूट सिलवाने गई थी, वापस घर नहीं लौटी। परिजनों ने शक जताया है कि एक लड़का इस घटना में शामिल हो सकता है। दूसरी घटना में नाबालिग किसी कोठी में काम करने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने अपने स्तर पर दोनों की तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं लगा तो मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूट सिलवाने घर से निकली, नहीं लौटी वापस पहली घटना, रामनगर थाना क्षेत्र में एक 22 वर्षीय युवती संदिग्ध हालात में लापता हो गई है। युवती अपने घर से टेलर के पास सूट सिलवाने गई थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। परिजनों ने एक लड़के पर शक जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। परिजनों के अनुसार, युवती का रंग सांवला है, उसकी ऊंचाई 5 फुट 2 इंच है, और उसने काले रंग का सूट पहन रखा था। पैर में होल भी डाल रखे थे। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और उस लड़के के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, जिस पर परिवार को शक है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और युवती की जल्द से जल्द तलाश की जाएगी। मां से की थी फोन पर बात, बोली-जल्दी आ रही हूं दूसरी घटना, करनाल के सेक्टर 32-33 थाना क्षेत्र की है, जहां 16 वर्षीय एक लड़की संदिग्ध हालात में लापता हो गई है। लड़की अपने घर से सेक्टर 6 में काम करने गई थी, और शाम को करीब 6 बजे उसने अपनी मां से फोन पर बात की थी, जिसमें उसने जल्द घर आने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद वह घर नहीं लौटी। परिजनों ने लड़की के हुलिए का विवरण देते हुए बताया कि वह काले रंग की जींस, पीच रंग की टी-शर्ट, और चप्पल पहने हुए थी। लड़की का रंग पक्का और कद 5 फुट बताया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही लड़की का पता लगाने के प्रयास में जुटी है।दोनों मामलों में पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामलों की जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि हर संभव प्रयास किया जाएगा ताकि दोनों लड़कियों को सुरक्षित उनके परिवारों के पास वापस लाया जा सके।
हरियाणा की लेडी IAS अफसर का आदेश:अधिकारी-कर्मचारी जींस पहन ड्यूटी पर न आएं; कमिश्नर बोलीं- जींस-चप्पल में आ रहे थे
हरियाणा की लेडी IAS अफसर का आदेश:अधिकारी-कर्मचारी जींस पहन ड्यूटी पर न आएं; कमिश्नर बोलीं- जींस-चप्पल में आ रहे थे हरियाणा में IAS अधिकारी ने जूनियर अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑन ड्यूटी जींस पहनने पर रोक लगा दी है। हिसार नगर निगम की नवनियुक्त कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा ने यह आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मचारियों-अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान जींस के बजाय फॉर्मल ड्रेस में आना होगा। इन आदेशों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए गए हैं। निगम कमिश्नर वैशाली ने आदेशों का सख्ती से पालन करने को कहा है। जिसके बाद सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को आदेश भेज दिया गया है। कर्मचारियों में कमिश्नर के आदेश पर नाराजगी है लेकिन कोई खुलकर नहीं बोल रहा है। यहां तक कि हिसार से विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। डॉ. वैशाली शर्मा ने 27 अगस्त को ही हिसार में निगम कमिश्नर का चार्ज संभाला है। वहीं आदेश के पीछे डॉक्टर वैशाली ने कहा कि यहां कर्मचारी जींस-चप्पल पहनकर ऑफिस आ रहे थे, इस वजह से ये आदेश जारी करना पड़ा। कौन है डॉ. वैशाली शर्मा
मूलरूप से अलीगढ़ की रहने वाली डॉ. वैशाली 2017 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं। डॉ वैशाली डॉक्टर से आईएएस अफसर बनी हैं। डॉ. वैशाली ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की और मथुरा के अस्पताल में सेवाएं दी। एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही वे बिना कोचिंग यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करती रहीं और रोजाना 8 से 9 घंटे पढ़ाई करके अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। 2017 में उन्हें हियरिंग डिसएबल्ड कैटेगरी में पहली रैंकिंग मिली थी। उनके पिता गिरीश शर्मा ग्रामीण बैंक में मैनेजर थे और अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जबकि मां नीलम शर्मा आईटीआई की डायरेक्टर हैं। डॉ. वैशाली की बहन डॉ. विशाखा शर्मा गाइनोक्लॉजिस्ट हैं। वहीं भाई रूपेश शर्मा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। डॉ. वैशाली इससे पहले करनाल में एडीसी, नारायणगढ़ की एसडीएम, गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगम में अतिरिक्त निगमायुक्त के रूप में भी सेवाएं दे चुकी हैं। आदेश पर कमिश्नर ने कहा-चप्पल-जींस में आ रहे थे कर्मचारी
वहीं नगर निगम कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा का कहना है कि” जब मैं नगर निगम कार्यालय आई तो देखा कि कुछ कर्मचारी चप्पल और जींस में कार्यालय आए थे। मुझे अच्छा नहीं लगा। जब हम ऑफिस में आते हैं तो अच्छे से आना चाहिए। प्रॉपर शूज पैंट-शर्ट होने चाहिए। मैंने हिसार नगर निगम में ही इस तरह की बात नोटिस की। मैंने इससे पहले और जगह भी ड्यूटी दी है मगर ऐसा नहीं देखने को मिला। अगर हम बाकि लोगों की तरह ही ऑफिस में आएंगे तो लोगों व कर्मचारियों में क्या फर्क रह जाएगा। निगम कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा के आदेश की कॉपी… पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में लागू किया था ड्रेस कोड
इससे पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सरकारी अस्पतालों में ड्रेस कोड लागू किया था। जिसमें कहा गया था कि अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ को किसी भी रंग की जींस, डेनिम स्कर्ट और डेनिम ड्रेस पहनने की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा स्वेट शर्ट, स्वेट सूट, शॉर्ट्स की अनुमति भी नहीं होगी। स्लेक्स, ड्रेस, स्कर्ट और प्लाजो को पहनने की अनुमति भी नहीं होगी। यही नहीं, पुरुष कर्मचारी के बाल, कॉलर की लंबाई से अधिक नहीं होने के आदेश जारी किए गए थे। इसके अलावा असामान्य हेयर स्टाइल और अपरंपरागत हेयर कट पर भी रोक लगा दी गई थी।