भास्कर न्यूज | भिवानी जीतूवाला ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण जल्द करवाने व दिनोद रोड का निर्माण शुरू करवाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर रेल अंडर पास महापंचायत, सुधार समिति व आरडब्ल्यूए के संयुक्त तत्वावधान में निर्माणाधीन पुल के नीचे सोमवार को 51वें दिन भी जारी रहा। मौके पर पहुंचे नगरपरिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप सिंह ने आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद दिनोद रोड का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। ओवरब्रिज का कार्य पूरा करने, पुल निर्माण में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा दिनोद रोड का निर्माण शुरू करवाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठन धरने पर बैठे हुए हैं। प्रशासन बार बार आश्वासन दे रहा है लेकिन पुल का अधूरा कार्य पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके कारण लाइन पार लगभग 50 हजार आबादी क्षेत्र को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मामले में जल्द कार्रवाई नहीं करने पर शहर में काले झंडे लेकर विरोध जुलूस निकालने की चेतावनी दी है। महापंचायत संरक्षक रोहतास वर्मा ने बताया कि लाइनपार क्षेत्र कि मांगों के लिए महापंचायत सुधार समिति के संयुक्त तत्वावधान में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार व प्रशासन लोगों की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। इसके चलते नागरिकों में रोष बना हुआ है। नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने धरने पर बैठे लोगों से मुलाकात कर मांगों पर विचार विमर्श किया तथा आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटते ही दिनोद रोड निर्माण व गलियों का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। ओवरब्रिज निर्माण का कार्य में भी तेजी आएगी। धरने की अध्यक्षता रामशरण ठेकेदार ने दी। इस मौके पर राधाकृष्ण चावला, कुलदीप सिंह तंवर, अशोक कौशिक, जयदेव बामला, विश्वा मित्र, रोशनलाल, रमेश वर्मा, अशोक यादव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। भास्कर न्यूज | भिवानी जीतूवाला ओवरब्रिज का अधूरा निर्माण जल्द करवाने व दिनोद रोड का निर्माण शुरू करवाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर रेल अंडर पास महापंचायत, सुधार समिति व आरडब्ल्यूए के संयुक्त तत्वावधान में निर्माणाधीन पुल के नीचे सोमवार को 51वें दिन भी जारी रहा। मौके पर पहुंचे नगरपरिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप सिंह ने आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद दिनोद रोड का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। ओवरब्रिज का कार्य पूरा करने, पुल निर्माण में देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा दिनोद रोड का निर्माण शुरू करवाने की मांग को लेकर विभिन्न संगठन धरने पर बैठे हुए हैं। प्रशासन बार बार आश्वासन दे रहा है लेकिन पुल का अधूरा कार्य पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके कारण लाइन पार लगभग 50 हजार आबादी क्षेत्र को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मामले में जल्द कार्रवाई नहीं करने पर शहर में काले झंडे लेकर विरोध जुलूस निकालने की चेतावनी दी है। महापंचायत संरक्षक रोहतास वर्मा ने बताया कि लाइनपार क्षेत्र कि मांगों के लिए महापंचायत सुधार समिति के संयुक्त तत्वावधान में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार व प्रशासन लोगों की समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। इसके चलते नागरिकों में रोष बना हुआ है। नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने धरने पर बैठे लोगों से मुलाकात कर मांगों पर विचार विमर्श किया तथा आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटते ही दिनोद रोड निर्माण व गलियों का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। ओवरब्रिज निर्माण का कार्य में भी तेजी आएगी। धरने की अध्यक्षता रामशरण ठेकेदार ने दी। इस मौके पर राधाकृष्ण चावला, कुलदीप सिंह तंवर, अशोक कौशिक, जयदेव बामला, विश्वा मित्र, रोशनलाल, रमेश वर्मा, अशोक यादव आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कल भंग हो सकती है हरियाणा विधानसभा:CM सैनी ने अर्जेंट कैबिनेट मीटिंग बुलाई; संवैधानिक संकट से बचने के लिए फैसला लेंगे
कल भंग हो सकती है हरियाणा विधानसभा:CM सैनी ने अर्जेंट कैबिनेट मीटिंग बुलाई; संवैधानिक संकट से बचने के लिए फैसला लेंगे हरियाणा में 12 सितंबर से पहले विधानसभा का मानसून सत्र बुलाने और विधानसभा भंग करने के संवैधानिक संकट के बीच हरियाणा सरकार ने अर्जेंट मंत्रिमंडल की बैठक बुला ली है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सरकार के अधिकांश मंत्री शामिल होंगे। सुबह BJP के उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के कारण मीटिंग का समय कल शाम को तय किया गया है। मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से अभी तक बैठक का समय निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन सैनी के मंत्रियों को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है। कुछ मंत्रियों के बैठक में शामिल न होने की स्थिति में उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए गए हैं। संविधान विशेषज्ञों की राय के अनुसार, ऐसा करना सरकार के लिए जरूरी है। वजह साफ है कि 6 माह के अंतराल से पूर्व सदन का अगला सत्र बुलाना संवैधानिक अनिवार्यता है। बेशक प्रदेश विधानसभा के ताजा चुनाव घोषित कर दिए गए हो। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन
विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, उसमें भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा, जिसका कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है, एवं जिसका पिछला एक दिन का विशेष सत्र 5 माह पूर्व 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। ऐसे में संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा प्रदेश विधानसभा का एक सत्र, बेशक वह एक दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितम्बर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्या कहता है संविधान…
संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण
हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। संविधान के जानकार मानते हैं कि वैसे तो यह महज कागजी औपचारिकता है, लेकिन संवैधानिक तौर पर अनिवार्य होने से इसे हर हाल में पूरा करना होगा। ऐसी सूरत में भी सेशन न बुलाया गया हो, ऐसा कोई उदाहरण देश में नहीं है। 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक
राज्य में इस समय 15वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसका नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी हो गया है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
हरियाणा में पूर्व इंडियन कबड्डी कैप्टन ने ठोकी टिकट दावेदारी:बोले-BJP का कमल खिलाउंगा; बॉक्सर पत्नी स्वीटी बूरा भी दावेदार, 6 महीने पहले शामिल हुए
हरियाणा में पूर्व इंडियन कबड्डी कैप्टन ने ठोकी टिकट दावेदारी:बोले-BJP का कमल खिलाउंगा; बॉक्सर पत्नी स्वीटी बूरा भी दावेदार, 6 महीने पहले शामिल हुए इंडियन कबड्डी टीम के पूर्व कैप्टन दीपक हुड्डा और उनकी बॉक्सर पत्नी स्वीटी बूरा ने विधानसभा चुनाव को लेकर BJP की टेंशन बढ़ा दी है। पहले पंच क्वीन के नाम से मशहूर वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर स्वीटी बूरा ने हिसार की बरवाला सीट से दावेदारी ठोक दी। अब उनके पति दीपक हुड्डा ने रोहतक के महम से टिकट मांगी है। दीपक हुड्डा महम विधानसभा क्षेत्र में डोर टू डोर जाने के अलावा खेल मुकाबलों और अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं। हुड्डा और स्वीटी 6 महीने पहले भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा से टिकट की दावेदारी को लेकर सुर्खियों में आए दीपक हुड्डा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में महम से जीत का भी दावा ठोक दिया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा उन्हें आशीर्वाद दे तो वह महम से कमल का फूल खिलाकर पार्टी को देंगे। दीपक हुड्डा से बातचीत के प्रमुख अंश पढ़ें… सवाल: खेल से राजनीति में आए, कैसा सफर रहा?
जवाब: यहां तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा। बचपन में ही मां-बाप का देहांत हो गया था। बड़ी बहन के पति की भी मौत हो गई थी। जिसके कारण भांजा-भांजी भी घर आकर रहने लगे। उनकी भी देखभाल करनी थी। अपनी पढ़ाई भी बीच में छोड़कर एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापक के रूप में नौकरी भी की है। सवाल: राजनीति में क्या टारगेट है?
जवाब: लक्ष्य तो मेरा राजनीति के जरिए समाज सेवा है। बहुत से खिलाड़ी गांवों में सुविधाओं की कमी से खेल छोड़ देते हैं। मैंने बुरा समय देखा लेकिन मेरा कोई भाई या बहन ऐसे हालात से न गुजरे, यह मेरी कोशिश है। 6-7 महीने से गांव-गांव जा रहा हूं तो लोग परेशानियां गिनाते हैं। सवाल: जमीन से उठकर खेल व अब राजनीति में आएं। क्या आगे की तैयारी हैं।
जवाब: तैयारियां काफी अच्छी हैं। अब ताक भारतीय जनता पार्टी का आशीर्वाद चाहिए। जनता का तो हमेशा ही सर्वोपरी होता है। लक्ष्य एक ही है कि समाज की इतनी सेवा करनी है कि पूरी दुनिया मुझे याद रखे। सवाल: क्या आप इस बार चुनाव लड़ने के भी इच्छुक हैं या दावेदारी पेश की है?
जवाब: मैं मेहनत करना जानता हूं। बिना किसी एक रुपए व बिना किसी सहयोग के दिन-रात मेहनत की। 50-50 किलोमीटर रेस की। अब राजनीति में आया हूं, मेहनत तो इतनी कर दूंगा, चाहे 24 घंटे जागना पड़े। मेरे जैसे युवा को अगर भारतीय जनता पार्टी का आशीर्वाद मिला तो यह बोल रहा हूं कि जनता का पूरा आशीर्वाद मिलेगा। सवाल: आपकी दावेदारी किस सीट पर है और क्यों?
जवाब: महम विधानसभा से टिकट मिले तो विधानसभा में कमल का फूल खिलेगा। महम में खेल जगत मेरे साथ है। दूसरा मैं महम का भांजा हूं। यहां कई खेल प्रतियोगिताएं कराईं। जो बड़े-बुजुर्ग और माताएं हैं, वे पहले चाहे किसी भी पार्टी से जुड़ी रही हो, जब उनका बेटा दीपक हुड्डा उनके सामने जाता है तो सभी आशीर्वाद देते हैं। सभी कहते हैं कि बेटा तेरी वोट जरूर देंगे। तेरे जैसा बालक इस राजनीति में आया है तो कुछ ना कुछ बढ़िया ही करेगा। सवाल: भाजपा में और भी दावेदार हैं, खुद को बेहतर कैसे मानते हैं?
जवाब: यह फैसला पार्टी का होता है। शीर्ष नेतृत्व इसका फैसला करता है। मेरा काम है मेहनत व संघर्ष करना। अपनी पार्टी को मजबूत करना। जो भाजपा शीर्ष नेतृत्व फैसला करेगा, वह सर्वोपरि है। अगर आशीर्वाद मिला तो अपनी तरफ से 200 प्रतिशत मेहनत करूंगा और कमल खिलाकर दिखाउंगा। 3 साल की उम्र में मां और 11वीं कक्षा में पिता की हुई मौत
दीपक हुड्डा का जन्म रोहतक के गांव चमारिया में 10 जून 1994 को हुआ था। वे जब करीब 3 साल के थे तो उनकी मां मूर्ति देवी का निधन हो गया। वहीं जब वे 11वीं कक्षा में पढ़ते थे तो उनके पिता राम निवास का भी निधन हो गया। जिसके कारण परिवार का बोझ भी उनके कंधों पर आ गया। जिसके कारण उन्हें बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी और एक प्राइवेट स्कूल में टीचर की नौकरी करनी पड़ी और बच्चों को पढ़ाने लगे। 2 साल तक उन्होंने प्राइवेट स्कूल में टीचर की नौकरी की। 2009 में शुरू किया था कबड्डी खेलना
दीपक हुड्डा ने बताया कि उन्होंने 2009 में कबड्डी खेलना शुरू किया था। शुरुआत में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। माता-पिता का साया भी सिर से छिन गया, इसके बाद भी कबड्डी को नहीं छोड़ा। वे कबड्डी का अभ्यास करने के लिए दूसरे गांव में जाते थे। कबड्डी में कड़ी मेहनत के बल पर भारतीय कबड्डी टीम में शामिल हुए और शानदार प्रदर्शन करते हुए मेडल भी दिलाए। दीपक 2016 दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। वहीं प्रो कबड्डी लीग में भी हिस्सा लिया। दीपक हुड्डा को प्रो कबड्डी लीग में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में से एक माने जाते थे। स्वीटी बूरा भी ठोक चुकी दावेदारी
दीपक हुड्डा की पत्नी अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सर स्वीटी बूरा ने भी हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से सियासी दावेदारी ठोक है। स्वीटी बूरा का 10 जनवरी 1993 को हरियाणा के हिसार में एक किसान परिवार में जन्म हुआ था। स्वीटी बूरा को 2015-16 सीजन में मिली उनकी खेल उपलब्धियों के लिए हरियाणा सरकार ने 2017 में भीम पुरस्कार से नवाजा। स्वीटी बूरा की शादी 2 साल पहले कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा के साथ हुई थी।
हरियाणा में आज 13 स्पेशल ट्रेन चलेंगी:त्योहार के चलते रेल गाड़ियों में भीड़; यात्रियों की सुविधा को लेकर रेलवे ने लिया फैसला
हरियाणा में आज 13 स्पेशल ट्रेन चलेंगी:त्योहार के चलते रेल गाड़ियों में भीड़; यात्रियों की सुविधा को लेकर रेलवे ने लिया फैसला त्योहार के चलते ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ने के बाद उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। शनिवार यानी आज हरियाणा के रास्ते 13 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। आज ये स्पेशल ट्रेनें चलेंगी 1. 04717 हिसार-तिरुपति स्पेशल ट्रेन 14.10 बजे।
2. 04705, श्रीगंगानगर-जयपुर स्पेशल ट्रेन 23.45 बजे।
3. 04706, जयपुर-श्रीगंगानगर स्पेशल ट्रेन 13.05 बजे।
4. 09635, जयपुर-रेवाड़ी स्पेशल ट्रेन 09.10 बजे।
5. 09636, रेवाड़ी-जयपुर स्पेशल ट्रेन 15.05 बजे।
6. 04853, सीकर-लोहारू स्पेशल ट्रेन20.50 बजे।
7. 04854, लोहारू-सीकर स्पेशल ट्रेन 04.20 बजे।
8. 09639, मदार (अजमेर)-रोहतक स्पेशल ट्रेन 04.30 बजे।
9. 09640, रोहतक-मदार (अजमेर) स्पेशल ट्रेन 13.20 बजे।
10. 09637, रेवाड़ी-रींगस स्पेशल ट्रेन 11.40 बजे।
11. 09638, रींगस-रेवाड़ी स्पेशल ट्रेन 15.00 बजे।
12. 09733, भिवानी-जयपुर स्पेशल ट्रेन 07.00 बजे।
13. 09734, जयपुर-भिवानी स्पेशल ट्रेन 16.05 बजे।