भास्कर न्यूज | भिवानी जिलाधीश महावीर कौशिक ने 17 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह बहल स्थित राजीव गांधी ग्रामीण खेल स्टेडियम में दौरा कार्यक्रम के दौरान जिला में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के अन्तर्गत आदेश जारी किए हैं। जिलाधीश ने अपने आदेशों में कहा है कि कार्यक्रम के दौरान शरारती या असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाकर कानून एवं शांति व्यवस्था बिगाड़ने व इस दौरे के दौरान, कार्यक्रम में व्यवधान डालने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। भास्कर न्यूज | भिवानी जिलाधीश महावीर कौशिक ने 17 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह बहल स्थित राजीव गांधी ग्रामीण खेल स्टेडियम में दौरा कार्यक्रम के दौरान जिला में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के अन्तर्गत आदेश जारी किए हैं। जिलाधीश ने अपने आदेशों में कहा है कि कार्यक्रम के दौरान शरारती या असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाकर कानून एवं शांति व्यवस्था बिगाड़ने व इस दौरे के दौरान, कार्यक्रम में व्यवधान डालने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सुनी कुलदीप के मन की बात:नड्डा के सामने अपनी डिमांड रखी, आज आदमपुर में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे बिश्नोई
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सुनी कुलदीप के मन की बात:नड्डा के सामने अपनी डिमांड रखी, आज आदमपुर में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे बिश्नोई हरियाणा में राज्यसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं। शनिवार को उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और अपने मन की बात कही। कुलदीप बिश्नोई के साथ उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई साथ रही। कुलदीप ने हरियाणा की राजनीति को लेकर कई देर चर्चा की साथ ही विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटें पार्टी को जितवाने की बात कही। कुलदीप ने राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए भी अपनी डिमांड जेपी नड्डा के सामने रखी। नड्डा से मुलाकात के बाद कुलदीप बिश्नोई आज हिसार लौटेंगे। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई 17 जून को गृह मंत्री अमित शाह, 18 जून को केन्द्रीय मंत्री एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान, 20 जून को भाजपा के प्रदेश प्रभारी विप्लब देव और 21 जून को केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व CM मनोहर लाल से खट्टर से मुलाकात कर चुके हैं। सबसे अंत में मनोहर लाल और जेपी नड्डा से हुई मुलाकात को अहम माना जा रहा है। गैर जाट चेहरे के रूप में पेश कर रहे दावेदारी कुलदीप बिश्नोई भाजपा में गैर जाट चेहरे के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। उनके पिता चौधरी भजनलाल हरियाणा के पूर्व CM रह चुके हैं और प्रदेश में गैर जाट सीएम के रूप में उनकी पहचान थी। गैर जाट वोटर ही भाजपा की प्रदेश में ताकत माने जाते हैं ऐसे में कुलदीप इस वोट बैंक को जोड़े रखने में सहायक बनना चाहते हैं और अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। हरियाणा के 3 बार मुख्यमंत्री रहे स्व. चौ. भजनलाल के समय प्रदेश का संपूर्ण नॉन जाट वोट बैंक उनके साथ था, जो बाद में कुलदीप बिश्नोई की पार्टी हजकां के साथ लामबंद्ध रहा और 2011 से 2014 तक हजकां और भाजपा के गठबंधन के बाद यह वोट बैंक 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ गया और पिछले 10 वर्षों से राज्य में इसी वोट बैंक के बलबूते पार्टी की सरकार है, मगर गत लोकसभा चुनाव परिणाम से साफ है कि पार्टी की अपने इस कोर नॉन जाट वोट बैंक पर पकड़ ढीली पड़ रही है। एक प्रतिशत बिश्नोई वोटर वाले नेता रहे 3 बार सीएम चौ. भजनलाल हरियाणा में मात्र 1 प्रतिशत बिश्नोई होते हुए भी सबसे लंबे समय तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। हरियाणा के सभी 79 प्रतिशत नॉन जाट जातियों को साथ लेकर साथ चले। बिश्नोई परिवार का दावा है कि उनका हरियाणा के हर गांव में कार्यकर्ता है और सभी गैर जाट जातियों पर उनकी मजबूत पकड़ है। बता दें कि हरियाणा में 2 बार लोकसभा सांसद और 4 बार विधायक रह चुके कुलदीप बिश्नोई आज तक किसी बड़े संवैधानिक पद पर नहीं रहे हैं। हरियाणा की राजनीति में सात दिन महत्वपूर्ण
हरियाणा के कद्दावर नेताओं में से एक कुलदीप बिश्नोई दिल्ली में अचानक ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। हरियाणा की राजनीति के लिए यह एक सप्ताह काफी अहम माना जा रहा है। हरियाणा में राज्यसभा से लेकर प्रदेशाध्यक्ष पद का चुनाव भी है। वहीं आगामी 3 महीने बाद ही विधानसभा चुनाव है ऐसे में कुलदीप बिश्नोई ना केवल अपने परिवार के लिए बल्कि अपने समर्थकों के लिए विधानसभा में टिकट दिलवाने के लिए जोर लगा रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई के करीबी बताते हैं कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुलदीप 8 से 10 विधानसभा सीटों की डिमांड कर रहे हैं। इन विधानसभा सीटों में हिसार, नलवा, हांसी, बवानीखेड़ा, बरवाला, आदमपुर, फतेहाबाद, सिरसा और भिवानी की सीटें शामिल हैं। कुलदीप की नजर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी टिकी है। वहीं कुलदीप समर्थक भी उन पर लगातार टिकट दिलवाने या फिर निर्दलीय चुनावों में ताल ठोकने का दवाब बना रहे हैं। सरकार में 16 साल से पद से दूर बिश्नोई परिवार इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार से बिश्नोई परिवार एक बार फिर सत्ता सुख से दूर हो गया है। अगर रणजीत चौटाला चुनाव जीतते तो उनका बिजली मंत्री का पद भव्य को मिल सकता था। मगर रणजीत की हार ने भव्य बिश्नोई को मंत्री पद से दूर कर दिया। हरियाणा में बिश्नोई परिवार 16 साल से सरकार में पद से बाहर है। 2005 से 2008 तक भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा के डिप्टी सीएम पद पर रहे। इसके बाद निजी कारणों से उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद से आज तक बिश्नोई परिवार को सरकार में कोई पद नहीं मिला है। इसलिए कुलदीप को दर-दर जाना पड़ रहा 1. हिसार लोकसभा से कुलदीप बिश्नोई टिकट मांग रहे थे। मगर भाजपा ने उनका टिकट काटकर चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को टिकट दे दिया। यहां उनका दावा कमजोर पड़ गया। इस बात से कुलदीप बिश्नोई नाराज हो गए थे। इसके बाद पहले पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर और फिर सीएम नायब सैनी ने प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया के साथ उन्हें मनाया। इसके बाद उन्होंने रणजीत के लिए आदमपुर में वोट मांगे लेकिन जितवा नहीं पाए।
2. कुलदीप बिश्नोई के समर्थक लगातार उन पर भाजपा छोड़ने का दवाब बना रहे हैं मगर कुलदीप और उनका परिवार भाजपा में ही रहना चाहते हैं। वह आगामी विधानसभा चुनाव में समर्थकों को टिकट दिलवाने के लिए जोर लगा रहे हैं। कुलदीप को लोकसभा में टिकट नहीं मिलने से ही कुलदीप समर्थक नेता भाजपा से नाराज हैं और लगातार दवाब बना रहे हैं।
3. कुलदीप बिश्नोई की एंट्री के बाद दो राजनीतिक घरानों जिंदल परिवार और बंसीलाल परिवार की भाजपा में एंट्री हो गई है। इस कारण उनका भाजपा के ऊपर समर्थकों के लिए ज्यादा से ज्यादा टिकट मांगने का दवाब हैं। जिंदल परिवार हिसार और कुरूक्षेत्र में अपने समर्थकों और किरण चौधरी भिवानी और अन्य सीटों पर अपने समर्थकों के लिए भी टिकट मांग सकते हैं।

रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर विज का जवाब:कहा-दबाव बनाने के लिए बोल रहे अनाप-शनाप; ईडी निष्पक्ष एजेंसी, ममता पर भी साधा निशाना
रॉबर्ट वाड्रा के बयान पर विज का जवाब:कहा-दबाव बनाने के लिए बोल रहे अनाप-शनाप; ईडी निष्पक्ष एजेंसी, ममता पर भी साधा निशाना हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई अभी चल रही है और ईडी पर दबाव बनाने के लिए राबर्ट वाड्रा अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि ईडी निष्पक्ष संस्था है और कोई किसी को तंग नहीं कर रहा है। यदि किसी को पूछने के लिए बुलाया जाता है तो उसे तंग किया हुआ क्यों माना जाता है। इन्हें अपने दिमाग से राजशाही वाली सोच निकाली चाहिए। पुलिस, सीबीआई व ईडी विभाग जैसे किसी को बुलाकर पूछताछ कर सकते हैं। वैसे ही इसे तंग करना माना नहीं जा सकता। गौरतलब है कि राबर्ट वाड्रा ने गत दिनों एक बयान में कहा था कि जितना उन्हें ईडी परेशान करेगी उतना मजबूत वह होकर आएंगे। पश्चिम बंगाल में रचा जा रहा षड्यंत्र कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने दिग्विजय सिंह के बयान कि बंगाल में टीएमसी को बदनाम करने की साजिश की जा रही है, का जवाब देते हुए कहा कि बंगाल में जो इन्होंने षड्यंत्र रचा है। वह सब इसी कारण से हो रहा है। इनकी इंडिया के पार्टनर कार्रवाई करने के बजाय खामोशी इख्तियार कर लेते हैं। इनकी पार्टियों के जितने लोग है किसी ने क्या बंगाल की घटना को लेकर कोई बयान दिया, इसलिए यह सभी मिले हुए हैं। ममता बनर्जी अपनी कमजोरी बता रहीं वहीं, ममता बनर्जी के बयान कि मुर्शिदाबाद में दंगे पूर्व नियोजित थे जिनमें भाजपा केंद्रीय एजेंसियों की मिली भगत थी, को लेकर मंत्री अनिल विज ने पलटवार करते हुए कहा कि ममता बनर्जी इस बयान के माध्यम से अपनी कमजोरियां बता रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होती है। ममता बनर्जी के बयान कि जो योगी है वो सबसे बड़े भोगी है, पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस प्रकार से बयान देकर राजनीति को गंदा नहीं किया जाना चाहिए और तथ्यों, सच्चाई और एकजुटता पर बोलना चाहिए। इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए।

कैथल में ऑटो एग्रोवेट इंडिया का मालिक गिरफ्तार:जिला परिषद सफाई घोटाले का मामला, भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ की तलाश
कैथल में ऑटो एग्रोवेट इंडिया का मालिक गिरफ्तार:जिला परिषद सफाई घोटाले का मामला, भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ की तलाश कैथल जिला परिषद के सफाई घोटाले में एसीबी ने ऑटो एग्रोवेट इंडिया के मालिक सुमीत मिगलानी को कैथल कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया गया। जांच में आरोपी के घर से 2.60 लाख रुपए नकद बरामद हुए हैं। यह इस घोटाले में 13वीं गिरफ्तारी है। जानकारी के मुताबिक अब तक पकड़े गए आरोपियों में कई सरकारी अधिकारी और ठेकेदार शामिल हैं। एसीबी ने इन आरोपियों से कुल 14.65 लाख रुपए की सरकारी राशि बरामद की है। भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह अभी फरार हैं। जानें क्या है पूरा मामला बता दें कि मामले की शुरुआत जुलाई 2021 में हुई थी। पूर्व विधायक लीलाराम ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में जिला परिषद को 31.64 करोड़ रुपए मिले थे। इनमें से 15.82 करोड़ रुपए पंचायतों में सफाई कार्यों के लिए थे। आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों ने 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेकर राशि का गबन किया। जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। रडार पर कई बड़े अधिकारी और राजनेता गिरफ्तार आरोपियों में तीन कनिष्ठ अभियंता, एक एसडीओ और एक लेखा लिपिक शामिल हैं। इनके अलावा आठ ठेकेदारों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी जांच में कई बड़े अधिकारी और राजनेता भी रडार पर हैं। भाजपा नेता और डिप्टी सीईओ पर कसा शिकंजा जांच अधिकारी के अनुसार, भाजपा नेता प्रवीण सरदाना और तत्कालीन डिप्टी सीईओ जविंदर सिंह की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। एसीबी की टीम मामले की गहन जांच कर रही है और एफआईआर में कई बड़े नाम भी जल्द शामिल किए जा सकते हैं। फिलहाल गिरफ्तार शेखर काला, कमलजीत डांडा, जयबीर सिंह और साहिल कश्यप अभी भी कैथल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं, जबकि अन्य आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। पुलिस के पास मजबूत सबूत कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि घोटाले में अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि ACB के पास कई बड़े अधिकारियों और राजनेताओं के खिलाफ मजबूत सबूत मौजूद हैं। इंस्पेक्टर ने कहा हम जल्द ही उन लोगों को भी गिरफ्तार करेंगे, जिनकी इस घोटाले में संलिप्तता सामने आई है।