उत्तर प्रदेश कार्डर के प्रशिक्षु आईएएस को विभागीय गतिविधियों और कामों का अनुभव देने के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंध एकेडमी (नगरीय निकाय निदेशालय), गोमतीनगर में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के प्रशिक्षुओं के लिए एक विशेष इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग ने की। इस सत्र का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को नगरीय निकायों के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों की जानकारी प्रदान करना था। नगर विकास की योजनाओं की दी जानकारी इस मौके पर प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग अमृत अभिजात ने प्रशिक्षुओं को नगर विकास की विभिन्न योजनाओं और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी), प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के कार्यान्वयन और लाभ को बताया। उन्होंने बताया कि कैसे ये योजनाएं शहरी क्षेत्रों में विकास को गति प्रदान कर रही हैं और नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बना रही हैं। सत्र में प्रमुख सचिव के साथ विशेष सचिव, नगर विकास विभाग, अजय कुमार शुक्ल, सचिव नगर विकास, सुनील कुमार चौधरी, नगर निकाय निदेशक अनुज कुमार झा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशिक्षुओं के लिए ज्ञानवर्धक रहा सत्र अधिकारियों ने प्रशिक्षुओं के सवालों के जवाब दिए और विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि इस सत्र से उन्हें नगरीय विकास की योजनाओं को जमीनी स्तर पर समझने और उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं। उत्तर प्रदेश कार्डर के प्रशिक्षु आईएएस को विभागीय गतिविधियों और कामों का अनुभव देने के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंध एकेडमी (नगरीय निकाय निदेशालय), गोमतीनगर में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के प्रशिक्षुओं के लिए एक विशेष इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग ने की। इस सत्र का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को नगरीय निकायों के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों की जानकारी प्रदान करना था। नगर विकास की योजनाओं की दी जानकारी इस मौके पर प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग अमृत अभिजात ने प्रशिक्षुओं को नगर विकास की विभिन्न योजनाओं और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी), प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के कार्यान्वयन और लाभ को बताया। उन्होंने बताया कि कैसे ये योजनाएं शहरी क्षेत्रों में विकास को गति प्रदान कर रही हैं और नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बना रही हैं। सत्र में प्रमुख सचिव के साथ विशेष सचिव, नगर विकास विभाग, अजय कुमार शुक्ल, सचिव नगर विकास, सुनील कुमार चौधरी, नगर निकाय निदेशक अनुज कुमार झा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशिक्षुओं के लिए ज्ञानवर्धक रहा सत्र अधिकारियों ने प्रशिक्षुओं के सवालों के जवाब दिए और विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि इस सत्र से उन्हें नगरीय विकास की योजनाओं को जमीनी स्तर पर समझने और उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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UP ByPolls 2024: सपा के गढ़ में पूर्व कांग्रेस नेता पर दांव लगा सकती है BJP! जानें- कब तक हो सकता है टिकट का ऐलान
UP ByPolls 2024: सपा के गढ़ में पूर्व कांग्रेस नेता पर दांव लगा सकती है BJP! जानें- कब तक हो सकता है टिकट का ऐलान <p style=”text-align: justify;”><strong>UP ByPolls 2024:</strong> यूपी की 9 सीटों पर उपचुनाव की प्रक्रिया जारी है. अभी सभी दलों की ओर से हर सीट पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं हुई है. बहुत से दल ऐसे हैं जिन्होंने अभी अपने एक भी प्रत्याशी का नाम नहीं ऐलान किया है. इसमें बीजेपी शीर्ष पर है. अब चुनाव में चुनाव लड़ना और टिकट पाकर जीतने का सपना हर नेता को होता है. उपचुनाव में कानपुर की हॉट सीट सीसामऊ भी शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सीट पर बीजेपी से लगभग सौ से अधिक दावेदारों ने अपनी दावेदारी ठोकी है लेकिन बीजेपी ने अभी किसी नाम पर मुहर नहीं लगाई है. हालांकि जानकारों की मानें तो बीजेपी नामांकन के आखिरी दो दिन पहले अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है. ऐसे में एक बड़ा सवाल है कि सौ की भीड़ में चुनाव लड़ने का सपना किसी एक का ही पूरा होगा तो क्या बाकी दावेदार नाराज़गी जाहिर कर बीजेपी के लिए मुसीबत बन सकते हैं? इस सीट पर तीन दशक से सपा के अलावा और किसी का प्रत्याशी नहीं जीता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कानपुर की सीसामऊ सीट पर शहर के कई बड़े बीजेपी नेता जो अपने या अपनों के लिए प्रतिष्ठा लगाए बैठे हैं. बीजेपी के पूर्व सांसद / पूर्व मंत्री अपने बेटे और बेटी को इस सीट से टिकट दिलाना चाहते हैं. इससे पहले वही पूर्व सांसद अपने लिए लोकसभा का टिकट मांग रहे थे लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने चुनाव न लड़ने का पत्र जारी किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bahraich-violence-update-allahabad-high-court-stay-on-bulldozer-action-for-15-days-2807572″><strong>बहराइच हिंसा के बाद बुलडोजर एक्शन पर रोक, हाईकोर्ट ने जवाब दाखिल करने के लिए दिया 15 दिन का समय</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सीट पर बीजेपी जिलाध्यक्ष , कई पूर्व विधायक और एम एल सी भी यहां टिकट की लाइन में हैं. ऐसे ही सौ से अधिक दावेदार अपनी अपनी भाग्य की आजमाइश कर रहे हैं. अंदर खाने से इस बात की भी चर्चा है कि बीजेपी इस सीट पर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेता अजय कपूर को भी मैदान में उतारने के मूड में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हो सकती है नाराजगी!<br /></strong>इस सीट पर सपा ने अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा पहले ही कर दी है. सपा में सभी को इस बात की जानकारी भी थी कि टिकट सोलंकी परिवार को ही मिलना है जिसके चलते किसी ने ज्यादा हांथ पांव नहीं चलाए लेकिन बीजेपी में इस सीट पर सौ से अधिक दावेदारों बीजेपी के लिए परेशानी का सबब भी हो सकती है. टिकट किसी एक का ही शीर्ष नेतृत्व की ओर से फाइनल किया जाएगा लेकिन अपनी अपनी उम्मीद में नेताओं की दावेदारी खराब भी होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अगर बीजेपी बाहर से बीजेपी में शामिल हुए नेता को टिकट देती है तो विरोध तय माना जा रहा है. पुराने और अनुभव वाले नेताओं की जगह अगर किसी और को टिकट मिलता है तो पुराने नेता भी अपने ताकत की आजमाइश करेंगे. फिलहाल बीजेपी अभी समीकरणों पर मंथन कर रही है जिसमें सबको साथ भी लेकर चलना है , चुनाव भी जीतना है और विरोध को भी शांत करना है. अब देखना है कौन सा प्रत्याशी इस सीट पर बीजेपी उतारती है , और प्रत्याशी फाइनल होने के बाद किस तरह की समस्याएं सामने आ सकती हैं.</p>
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को दी RSS की शाखा में जाने की सलाह, राहुल गांधी पर भी कसा तंज
केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को दी RSS की शाखा में जाने की सलाह, राहुल गांधी पर भी कसा तंज <p style=”text-align: justify;”><strong>Kanpur News Today:</strong> केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान और संसद में कथित धक्का मुक्की घटनाओं ने कड़ाके की ठंड में भी सियासी पारा बढ़ा दिया है. सभी सियासी दल इस मौके को भुनाने की कोशिश में लगे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कानपुर पहुंचें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संसद की हालिया घटनाओं को लेकर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने इस दौरान किसी को नैतिकता का पाठ पढ़ाया तो किसी को संघ की शाखाओं में जाने की सलाह दे डाली.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिप्टी सीएम ने यहां टेका माथा</strong><br />उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कानपुर में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए पहुंचे हैं. कानपुर पहुंचने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सबसे पहले गुरुद्वारे में दर्शन किया. <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> के दौरान इसी गुरुद्वारे पर प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> माथा टेका था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां मीडिया से बातचीत बात करते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “अखिलेश यादव समय- समय पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए आरएसएस को निशाना बनाते रहे हैं.” अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “अगर उन्हें आरएसएस इनती ही पसंद है तो उन्हें संघ की शाखाओं में जाना चाहिए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>संसद की घटना पर क्या कहा?</strong><br />कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “उन्हें विरासत में सियासत मिली है.” उन्होंने कहा, “अगर संघर्ष से सियासत मिली होती तो संसद में जो आचरण उनका दिखा है वो नहीं दिखाई पड़ता.” डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने कहा, “जिन लोगों ने संसद में गतिरोध डाला है, आने वाले समय में जब चुनाव होंगे तो वे गतिरोध डालने के लिए संसद में नहीं होंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दो बड़े दिग्गज नेताओं को लेकर दिए गए बयान से सियासी आरोप प्रत्यारोप तेज हो सकते हैं. इस मौके पर केशव प्रसाद मौर्य ने जिस तरह संसद की घटनाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और सपा के राष्ट्रीय अखिलेश यादव को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की शाखा में जाने की सलाह दी, ये मामला तूल पकड़ सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘अमित शाह के बयान से सिर्फ बाबा साहब ही…’ सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने गृह मंत्री से की ये मांग” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-sp-mp-awadhesh-prasad-and-up-congress-chief-ajay-rai-remarks-on-amit-shah-statement-2847668″ target=”_blank” rel=”noopener”>’अमित शाह के बयान से सिर्फ बाबा साहब ही…’ सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने गृह मंत्री से की ये मांग</a></strong></p>
हरियाणा में IPS पर यौन शोषण केस: जांच पूरी:SIT ने DGP को सौंपी रिपोर्ट, CM ने पुलिस अफसरों की मीटिंग बुलाई
हरियाणा में IPS पर यौन शोषण केस: जांच पूरी:SIT ने DGP को सौंपी रिपोर्ट, CM ने पुलिस अफसरों की मीटिंग बुलाई हरियाणा में IPS ऑफिसर पर लगे यौन शोषण के मामले की जांच पूरी हो गई है। जांच की रिपोर्ट एसआईटी ने डीजीपी को सौंप दिया है। इसी बीच आज पंचकुला में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आइजी रैंक से ऊपर के अफसरों को पंचकुला तलब कर लिया है। मुख्यमंत्री अफसरों के साथ बैठक करेंगे, इसमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर भी मौजूद रहेंगे। वहीं हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने एसआईटी रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कही है। चेयरपर्सन का कहना है कि रिपोर्ट उनको भी दी जानी चाहिए थी मगर महिला आयोग को रिपोर्ट अभी तक नहीं दी है। रेणु भाटिया ने ही एसआईटी रिपोर्ट डीजीपी को सौंपे जाने की पुष्टि की है। वहीं इसी बीच आज सबकी नजरें पंचकुला में मुख्यमंत्री की पुलिस अफसरों के साथ होने वाली मीटिंग पर टिकी हैं। बता दें कि रेणु भाटिया इससे पहले बड़े पुलिस अधिकारियों पर आईपीएस को बचाने का दावा कर चुकी हैं। रेणु भाटिया अभी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज करने की बात भी कह चुकी हैं। रेणु भाटिया ने कहा था, आइपीएस को बचाने की मंशा चल रही
4 दिसंबर को फरीदाबाद के सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय में महिला आयोग की अध्यक्ष रेणू भाटिया ने कहा था कि महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर एक आईपीएस का पक्ष ले रहे हैं। उनका आरोप है कि आईपीएस अधिकारी के खिलाफ हुई एसआईटी जांच की रिपोर्ट महिला आयोग को नहीं सौंपी जा रही है। रेणू भाटिया का कहना है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर अपने अधिकारी को बचाने में 8 महिला पुलिसकर्मियों की बलि न लें। महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर से दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि तथ्य होने के बाद भी आईपीएस का बचाव करते हुए रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही। महिला पुलिस कर्मियों से बातचीत भी नहीं की गई। इससे पता चलता है कि अधिकारी को बचाने की मंशा है। हिसार में बनी थी एसआइटी, एसपी का हो गया था तबादला
बता दें कि इस मामले में जींद के सिविल लाइन थाने में दो एफआईआर दर्ज हैं। एक यौन शोषण के आरोप में मामला दर्ज है। साथ ही, मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को वायरल करने के आरोप में यू-ट्यूबर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस फरार यूट्यूबर को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पत्र के मामले की जांच हिसार आइजी रेंज के कहने पर हिसार एसआइटी कर रही थी। हिसार में एसपी रहे दीपक सहारण मामले की जांच कर रहे थे और उन्होंने जल्द ही यू ट्यूबर को पकड़ने का दावा भी किया था मगर कुछ दिनों में उनका तबादला हिसार से कर दिया गया था। तीन स्तर पर हो रही थी जांच
महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की अब 3 स्तर पर जांच की जा रही थी। महिला आयोग की टीम के साथ-साथ दो आईपीएस अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे थे। फतेहाबाद की महिला आईपीएस अधिकारी आस्था मोदी और एडीजीपी ममता सिंह भी जांच कर रही थीं। इसके अलावा एसआईटी जांच भी की गई है। हिसार एसपी के नेतृत्व में एसआईटी जांच के लिए टीम बनाई गई थी। 2 महीने पहले सामने आया था मामला 26 अक्टूबर 2024 को हरियाणा में एक IPS ऑफिसर पर महिला पुलिसकर्मियों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। महिला पुलिसकर्मियों ने इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को चिट्ठी लिखी थी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस पर 7 महिला पुलिसकर्मियों के साइन भी थे। चिट्ठी में आरोप लगाया गया था कि IPS ऑफिसर ने एक महिला पुलिस अधिकारी से मिलकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाब बनाया और ऐसा नहीं करने पर वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) खराब करने की धमकी तक दी। महिला पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में महिला DSP को भी बताया, लेकिन उन्होंने कहा कि आगे बढ़ना है तो यह सब करना पड़ेगा। CM को लिखे पत्र में महिला पुलिसकर्मियों ने कहा है कि अगर उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया तो वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगी। IPS अधिकारी ने कहा था- मैंने खुद जांच के लिए पत्र लिखा
वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर IPS अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि चिट्ठी में जिसके नाम हैं, वह सभी कह रहे हैं कि यह हमारी ओर से नहीं लिखा गया है। इसके लिए मैंने फिर भी इन्क्वायरी के लिए रिक्वेस्ट की है। इन्क्वायरी होने के बाद सारी चीजें सामने आ जाएंगी। DGP को मामले से अवगत करवा दिया गया है। जो महिला पुलिसकर्मी ACR खराब होने का जिक्र कर रही हैं, वह खुद इन चिट्ठी को लेकर मना कर रही हैं। जब तक यह लेटर वेरीफाई नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता।