केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा के बड़े चेहरे भी पहुंचने लगे हैं। कांग्रेस विधायक और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट और लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा वायनाड पहुंच गए हैं। जहां वह पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी के लिए वोट मांग रहे हैं। हालांकि हाल ही में केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के प्रचार में जा रहे कार्यकर्ताओं से हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने अनोखी अपील की है। उन्होंने कहा है कि वायनाड में हो रहे उपचुनाव में हरियाणा से कार्यकर्ता अपने स्तर पर प्रचार करने के लिए ना जाएं। जिन कार्यकर्ताओं की वायनाड में ड्यूटी लगाई जाएगी, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा सूचित किया जाएगा। वायनाड का उपचुनाव राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से कराया जा रहा है। इसलिए करनी पड़ी अपील कांग्रेस नेता का कहना है कि कार्यकर्ताओं की संख्या और काम को लेकर रणनीति बनाई गई है, उसके आधार पर जिम्मा सौंपा जाएगा। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को कार्यकर्ताओं से वायनाड नहीं जाने की अपील करनी पड़ी है। दरअसल वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ रही हैं और बुधवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया था। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच वायनाड में प्रचार करने की होड़ सी है। प्रियंका गांधी के सामने भाकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास चुनाव मैदान में हैं। वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2008 से कांग्रेस ही जीतती रही वायनाड केरल की वायनाड सीट 2008 से अस्तित्व में आई है। तब से वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। इस पर हुए 4 चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं, जिसमें से राहुल गांधी दो बार जीत हासिल की है। यह सीट केरल राज्य में है जो वामपंथियों का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस सीट पर वे कभी जीत नहीं पाए और हमेशा नंबर दो पर ही रहे हैं। राहुल ने छोड़ी वायनाड सीट वायनाड में लोकसभा चुनाव 2024 में 7 लाख 31 हजार 212 पुरुष और 7 लाख 31 हजार 211 महिला मतदाता के साथ कुल 14 लाख 62 हजार 423 मतदाता थे। इनमें से मतदान में 10 लाख 84 हजार 653 लोग शामिल हुए थे। राहुल गांधी ने लोकसभा 2024 के चुनाव में 6 लाख 47 हजार 445 वोट पाकर बड़ी जीत हासिल की थी। वे रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे तो उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था। केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा के बड़े चेहरे भी पहुंचने लगे हैं। कांग्रेस विधायक और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट और लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा वायनाड पहुंच गए हैं। जहां वह पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी के लिए वोट मांग रहे हैं। हालांकि हाल ही में केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के प्रचार में जा रहे कार्यकर्ताओं से हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने अनोखी अपील की है। उन्होंने कहा है कि वायनाड में हो रहे उपचुनाव में हरियाणा से कार्यकर्ता अपने स्तर पर प्रचार करने के लिए ना जाएं। जिन कार्यकर्ताओं की वायनाड में ड्यूटी लगाई जाएगी, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा सूचित किया जाएगा। वायनाड का उपचुनाव राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से कराया जा रहा है। इसलिए करनी पड़ी अपील कांग्रेस नेता का कहना है कि कार्यकर्ताओं की संख्या और काम को लेकर रणनीति बनाई गई है, उसके आधार पर जिम्मा सौंपा जाएगा। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को कार्यकर्ताओं से वायनाड नहीं जाने की अपील करनी पड़ी है। दरअसल वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ रही हैं और बुधवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया था। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच वायनाड में प्रचार करने की होड़ सी है। प्रियंका गांधी के सामने भाकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास चुनाव मैदान में हैं। वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2008 से कांग्रेस ही जीतती रही वायनाड केरल की वायनाड सीट 2008 से अस्तित्व में आई है। तब से वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। इस पर हुए 4 चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं, जिसमें से राहुल गांधी दो बार जीत हासिल की है। यह सीट केरल राज्य में है जो वामपंथियों का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस सीट पर वे कभी जीत नहीं पाए और हमेशा नंबर दो पर ही रहे हैं। राहुल ने छोड़ी वायनाड सीट वायनाड में लोकसभा चुनाव 2024 में 7 लाख 31 हजार 212 पुरुष और 7 लाख 31 हजार 211 महिला मतदाता के साथ कुल 14 लाख 62 हजार 423 मतदाता थे। इनमें से मतदान में 10 लाख 84 हजार 653 लोग शामिल हुए थे। राहुल गांधी ने लोकसभा 2024 के चुनाव में 6 लाख 47 हजार 445 वोट पाकर बड़ी जीत हासिल की थी। वे रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे तो उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में आज फिर सक्रिय होगा मानसून:13 जुलाई तक बारिश का अलर्ट; दिन के तापमान में गिरावट से बढ़ेगी नमी
हरियाणा में आज फिर सक्रिय होगा मानसून:13 जुलाई तक बारिश का अलर्ट; दिन के तापमान में गिरावट से बढ़ेगी नमी हरियाणा में मानसून आज रात से फिर सक्रिय हो जाएगा। 13 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चौधरी चरणसिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मानसून की सक्रियता के कारण ज्यादातर क्षेत्रों में 11 से 13 जुलाई के दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। परंतु 14 व 15 जुलाई के दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता में थोड़ी कमी रहने की संभावना से उत्तरी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश तथा पश्चिमी व दक्षिणी जिलों में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट रहने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 10 दिनों में 73.5 MM बारिश हुई वहीं अभी तक मानसून की बात करें तो हरियाणा में 1 जून से 10 जुलाई तक कुल 73.5 मिली मिलीमिटर बारिश दर्ज हुई है, जबकि इस दौरान पूरे राज्य में 84.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, जो सामान्य से 17% कम हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, हरियाणा राज्य में मानसून ब्रेक और कमजोर मानसून की स्थिति बनी हुई है। आधा से ज्यादा जिलों में मानसून बारिश में कमी बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिम में मेहरबान मानसून अभी तक हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में लगातार मानसून मेहरबान रहा है। यहां बारिश सामान्य से ज्यादा दर्ज हों रही है। जबकि उत्तरी और पूर्वी जिलों में अभी भी मानसून की झमाझम बारिश की दरकार बनीं हुईं हैं। हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर आज भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवातीय सर्कुलेशन (परिसंचरण तंत्र ) बना हुआ है। जिसका आंशिक असर देखने को मिलेगा। दक्षिण के जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात और सोनीपत में कहीं-कहीं बिखराव वाली छिटपुट बूंदा-बांदी/बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही है। बता दें कि हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों पर मानसून का आगमन 28 जून को हुआ था। 11 जुलाई को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से एक चक्रवातीय सर्कुलेशन पंजाब पर बनेगा। इस दौरान मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य स्थिति यानी हरियाणा-एनसीआर पर पहुंचने की संभावना बन रही है। आज से 13 जुलाई तक हरियाणा-एनसीआर के उत्तरी और पूर्वी जिलों में मेघ गर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। जबकि शेष हरियाणा में इस दौरान हल्की बारिश बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। इस मौसम प्रणालियों द्वारा पिछली मौसम प्रणाली से विपरीत स्थानों पर बारिश की गतिविधियों की संभावना है। पिछली बार पश्चिमी और दक्षिणी जिलों पर ज्यादा असर रहा। इस बार उसके विपरीत उत्तरी और पूर्वी जिलों में ज्यादा असर देखने को मिलेगा। हरियाणा-एनसीआर में अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान 25.0 से 29.0 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा था। राज्य में एक दिन पहले अधिकतर स्थानों पर दिन का तापमान 35.0 से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। मानसून गतिविधियां न होने से धीरे-धीरे सम्पूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी और प्रचुर मात्रा में नमी से आमजन को पसीने वाली उमस भरी गर्मी से रूबरू होना पड़ रहा है।
हरियाणा में महिला ने प्रेमी से पति की हत्या कराई:शराब पिलाकर कार में जिंदा जलाया; 3 बच्चों की मां के अवैध संबंध थे
हरियाणा में महिला ने प्रेमी से पति की हत्या कराई:शराब पिलाकर कार में जिंदा जलाया; 3 बच्चों की मां के अवैध संबंध थे हरियाणा के सोनीपत में कार ड्राइवर नरेंद्र की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई थी। पुलिस ने सवा महीने बाद गांव के ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्ति के ड्राइवर की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। 3 बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ पति की हत्या की प्लानिंग की। प्रेमी ने पहले उसकी शराब में नींद की गोलियां मिलाईं, फिर बेहोश होने पर उसे कार में डालकर जिंदा जला दिया। ब्लाइंड मर्डर केस सुलझने के बाद महिला को जेल भेज दिया गया है। वहीं प्रेमी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 5 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। 30 सितंबर को मिला था शव गोहाना क्षेत्र के बिचपड़ी गांव निवासी अनिरुद्ध ने 30 सितंबर को पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका चचेरा भाई नरेंद्र (38) करीब एक साल से कवल किशोर के पास ड्राइवर का काम कर रहा था। वह 29 सितंबर की रात को नहीं लौटा। उसका नंबर भी बंद था। बाद में उसे सूचना मिली कि बुटाना माइनर की पटरी पर नए जींद-गोहाना ग्रीन फील्ड हाईवे के पास एक कार खड़ी है। कार की पिछली सीट पर एक व्यक्ति का जला हुआ शव पड़ा है। सूचना मिलने पर वह अपने परिजनों के साथ मौके पर पहुंचा। उसने और उसके परिजनों ने देखा कि कार नंबर HR76E-8162 जलकर राख हो चुकी थी। कार के अंदर पिछली सीट के बाईं ओर एक शव अधजली हालत में पड़ा था। उसे शक है कि किसी ने उसके भाई नरेंद्र की हत्या कर शव को स्विफ्ट डिजायर कार में डालकर आग लगा दी। कार में जला हुआ मोबाइल भी मिला। कार की नंबर प्लेट से शव की पहचान हो सकी। प्रेम प्रसंग के चलते ली जान ब्लाइंड मर्डर की छानबीन में लगी पुलिस को मृतक नरेंद्र की पत्नी पर शक हुआ। पुलिस को उसको निशाने पर लेकर आगे छानबीन की तो पूरा मामला खुल गया। सामने आया कि बिचपड़ी गांव के ही रहने वाले सतपाल के कार ड्राइवर नरेंद्र की पत्नी से अवैध संबंध थे। नरेंद्र को इसका पता चल गया तो सतपाल ने अपनी प्रेमिका (नरेंद्र की पत्नी) के साथ मिल कर उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। नरेंद्र नशा करने का आदी था। 29 सितंबर को योजना बना कर सतपाल ने उसे शराब पीने के बहाने बुला लिया। उसे नशे में कोई दवा पिला कर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद उसे कार में पीछे की सीट पर डालकर आग लगा दी। इसमें जलने से नरेंद्र की मौत हो गई। उसका चेहरा भी पूरी तरह से जल गया था। एक बेटा और 2 बेटियां की मां है महिला पति की हत्या में गिरफ्तार महिला 3 बच्चों की मां है। इनमें एक बेटा व 2 बेटियां है। उसने परिजनों को बताया था कि रात को करीब 11 बजे नरेंद्र का उसके पास फोन आया था। उसने कहा था कि खाना बना देना, वह गोहाना से निकल चुका है। उसके बाद संपर्क नहीं हो सका। सुबह कार में उसका शव जली हालत में मिला। शराब पिलाकर किया बेहोश, फिर जिंदा जलाया
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि वारदात के दिन सतपाल ने नरेंद्र को शराब पिलाई थी साथ ही उसने गिलास मे नींद की गोलियां भी डाल दी थीं। गोलियों के कारण नरेंद्र जब बेहोश हुआ तो सतपाल ने उसे कार में डालकर जिंदा जला दिया।
रेसलर साक्षी मलिक बोलीं- ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की:विनेश-बजरंग के ट्रायल छूट लेने से आंदोलन कमजोर हुआ, करीबियों ने लालच भरा
रेसलर साक्षी मलिक बोलीं- ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की:विनेश-बजरंग के ट्रायल छूट लेने से आंदोलन कमजोर हुआ, करीबियों ने लालच भरा हरियाणा की रेसलर साक्षी मलिक की आत्मकथा ‘विटनेस’ लॉन्च हो गई है। इसमें साक्षी मलिक ने अपने बचपन, रेसलिंग में जाने और पहलवानों के सेक्शुअल हैरेसमेंट को लेकर बात की है। साक्षी ने कहा कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने से उनके आंदोलन की छवि प्रभावित हुई। उनके फैसले से इंसाफ की लड़ाई स्वार्थ की दिखने लगी। साक्षी ने यह भी दावा किया कि बजरंग और विनेश के करीबियों ने उनके दिमाग में लालच भरा। जिससे उनके प्रदर्शन में भी दरार आने लगी। 2023 के इन एशियाई खेलों में विनेश चोटिल होने की वजह से हिस्सा नहीं ले सकी। साक्षी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था जबकि बजरंग पूनिया मुकाबला हार गए थे। साक्षी ने यह भी दावा किया कि बचपन में टीचर ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी लेकिन वह किसी को बता नहीं पाई। साक्षी ने विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर कहा कि 100 ग्राम तो क्या 10 ग्राम ज्यादा होने पर भी युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) का नियम परमिशन नहीं देता। मैं उस वक्त वहां नहीं थी लेकिन 100 ग्राम वजन घटाना बहुत मुश्किल होता है। बता दें कि विनेश और बजरंग सितंबर महीने के शुरू में हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बन गईं हैं। वहीं बजरंग पूनिया को कांग्रेस ने ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वाइस चेयरमैन बनाया है। साक्षी मलिक ने किताब में किए खुलासे 1. बचपन में ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की, मैं डरी रहती थी
साक्षी ने कहा- बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक ने मुझसे छेड़छाड़ की। मैं इसके बारे में अपने परिवार को नहीं बता सकी क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरी गलती थी। मेरे स्कूल के दिनों में ट्यूशन देने वाला टीचर मुझे प्रताड़ित करता। वह मुझे क्लास लेने के लिए बेवक्त अपने घर बुलाता और कभी कभार मुझे छूने की कोशिश करता। मैं ट्यूशन क्लास के लिए जाने के लिए डरी रहती लेकिन मैं अपनी मां को नहीं बता सकी।” 2.रेसलिंग के आगे कुछ नहीं दिखता था
साक्षी ने कहा शुरुआत में धीरे-धीरे जब अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने शुरू किए तो मेरी रुचि बढ़नी आरंभ हुई। मेरा रेसलिंग के प्रति बहुत ज्यादा प्यार बढ़ गया था। रेसलिंग के अलावा कुछ नहीं दिखता था। उस समय लक्ष्य निर्धारित किया था कि मुझे भी ओलिंपिक में जाना है और देश के लिए मेडल जीतना है। जब हमारे देश का राष्ट्रीय गान दूसरे देश में बजता है तो उसकी फीलिंग ही बहुत अलग होती है, उसके आगे सब बेकार लगता है। 3. विनेश-बजरंग की तरह मैंने ट्रायल छूट का फैसला नहीं लिया
साक्षी ने कहा- विनेश-बजरंग के साथ भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के सेक्शुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आंदोलन किया। यह मामला अब कोर्ट में चल रहा है। WFI के निलंबन के बाद तदर्थ समिति ने कुश्ती का कामकाज देखना शुरू किया। जिसने बजरंग और विनेश को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल्स में छूट दी, लेकिन मैंने अपने साथियों के सुझाव के बावजूद ऐसा नहीं करने का फैसला किया। 4. विनेश-बजरंग ट्रायल छूट की बात करने लगे
साक्षी ने उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया, जिन्होंने बजरंग और विनेश को प्रभावित किया। साक्षी ने लिखा “पहले की तरह स्वार्थी सोच फिर से हावी होने लगी। बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया। वे खेलों के लिए ट्रायल्स से छूट लेने की बात करने लगे।” 5. बजरंग-विनेश के फैसले से लोगों ने सोचा, स्वार्थ के लिए विरोध किया
साक्षी ने कहा कि बजरंग और विनेश के ट्रायल्स से छूट लेने का अच्छा असर नहीं पड़ा। इससे हमारे विरोध प्रदर्शन की छवि बुरी तरह प्रभावित हुई। इससे हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए, जिसमें कई समर्थकों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि हम अपने स्वार्थ के लिए यह विरोध कर रहे हैं।’ 6.अब सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वाला 100 बार सोचेगा
साक्षी मलिक ने कहा कि इतना हमने जरूर कर दिया कि अगर कोई सेक्शुअल हैरेसमेंट करेगा तो 100 बार सोचेगा कि कहीं ये भी जाकर आंदोलन ना कर दे। हमारी लड़ाई बहन बेटियों के लिए थी। इस चीज को खत्म करने के लिए थी जो स्पोर्ट्स में सेक्शुअल हैरेसमेंट होता है। 7. मुझे वहां जाकर पता लगा, प्रोटेस्ट करने वाले हैं
पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि प्रोटेस्ट से 3-4 दिन पहले हमारी एक जगह मीटिंग हुई थी। तब मुझे बबीता फोगाट का फोन आया था कि क्या मैं आ रही हूं। मैंने बजरंग को फोन किया तो बजरंग ने कहा कि मैं भी जा रहा हूं, तू भी आ जा। तब हमें पता चला कि हम ऐसे प्रोटेस्ट करने वाले हैं और इसकी परमिशन बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने दिलाई थी। वह चाहते थे कि बृजभूषण हटे और हम में से कोई वहां बैठ जाए। हम लड़कियों को इंसाफ मिलने की बात से खुश थे। आंदोलन का दोनों ने मिलकर लिया था फैसला
साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि साक्षी का व्यवहार सहज है। आंदोलन के लिए डिसाइड करते समय यह मन में जरूर था कि हम बहुत बड़ी लड़ाई में कूद रहे हैं। साक्षी का स्वभाव नर्म है और भावुक भी जल्दी हो जाती है। सच्चाई को अधिक तवज्जो देती हैं। दोनों के यही विचार थे कि जो हमने झेला है, वह आने वाली पीढ़ी और आने वाली बच्चियां उस स्टेज से न गुजरें। साक्षी ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट शेयर कर कहा कि इतने मान-सम्मान और देश के लिए इतना किया, उसका फायदा क्या, जब कोई हमारी बात ही नहीं सुन रहा है। साक्षी ने पहलवान आंदोलन पर कहा कि मैंने तय किया है कि चाहे इसके लिए उनका करियर खत्म हो या फिर जॉब छूट जाए। चाहे कुछ भी हो जाए, हम अपनी बहन-बेटियों की लड़ाई जरूर लड़ेंगे। साक्षी मलिक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें हरियाणा की साक्षी मलिक टाइम टॉप 100 लिस्ट में:जहाज में बैठने के लिए रेसलर बनीं; BJP सांसद के खिलाफ आंदोलन किया, कुश्ती छोड़ी अमेरिका की टाइम मैगजीन ने हरियाणा की ओलिंपियन पहलवान साक्षी मलिक को आइकॉन की लिस्ट में प्रभावशाली हस्ती माना है। मैगजीन ने टॉप 100 हस्तियों के नामों की घोषणा की है। मैगजीन में नाम पाने वाली हरियाणा की इकलौती पहलवान साक्षी मलिक है (पूरी खबर पढ़ें)