केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा के बड़े चेहरे भी पहुंचने लगे हैं। कांग्रेस विधायक और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट और लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा वायनाड पहुंच गए हैं। जहां वह पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी के लिए वोट मांग रहे हैं। हालांकि हाल ही में केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के प्रचार में जा रहे कार्यकर्ताओं से हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने अनोखी अपील की है। उन्होंने कहा है कि वायनाड में हो रहे उपचुनाव में हरियाणा से कार्यकर्ता अपने स्तर पर प्रचार करने के लिए ना जाएं। जिन कार्यकर्ताओं की वायनाड में ड्यूटी लगाई जाएगी, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा सूचित किया जाएगा। वायनाड का उपचुनाव राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से कराया जा रहा है। इसलिए करनी पड़ी अपील कांग्रेस नेता का कहना है कि कार्यकर्ताओं की संख्या और काम को लेकर रणनीति बनाई गई है, उसके आधार पर जिम्मा सौंपा जाएगा। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को कार्यकर्ताओं से वायनाड नहीं जाने की अपील करनी पड़ी है। दरअसल वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ रही हैं और बुधवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया था। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच वायनाड में प्रचार करने की होड़ सी है। प्रियंका गांधी के सामने भाकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास चुनाव मैदान में हैं। वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2008 से कांग्रेस ही जीतती रही वायनाड केरल की वायनाड सीट 2008 से अस्तित्व में आई है। तब से वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। इस पर हुए 4 चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं, जिसमें से राहुल गांधी दो बार जीत हासिल की है। यह सीट केरल राज्य में है जो वामपंथियों का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस सीट पर वे कभी जीत नहीं पाए और हमेशा नंबर दो पर ही रहे हैं। राहुल ने छोड़ी वायनाड सीट वायनाड में लोकसभा चुनाव 2024 में 7 लाख 31 हजार 212 पुरुष और 7 लाख 31 हजार 211 महिला मतदाता के साथ कुल 14 लाख 62 हजार 423 मतदाता थे। इनमें से मतदान में 10 लाख 84 हजार 653 लोग शामिल हुए थे। राहुल गांधी ने लोकसभा 2024 के चुनाव में 6 लाख 47 हजार 445 वोट पाकर बड़ी जीत हासिल की थी। वे रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे तो उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था। केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा के बड़े चेहरे भी पहुंचने लगे हैं। कांग्रेस विधायक और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट और लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा वायनाड पहुंच गए हैं। जहां वह पार्टी की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी के लिए वोट मांग रहे हैं। हालांकि हाल ही में केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के प्रचार में जा रहे कार्यकर्ताओं से हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने अनोखी अपील की है। उन्होंने कहा है कि वायनाड में हो रहे उपचुनाव में हरियाणा से कार्यकर्ता अपने स्तर पर प्रचार करने के लिए ना जाएं। जिन कार्यकर्ताओं की वायनाड में ड्यूटी लगाई जाएगी, उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा सूचित किया जाएगा। वायनाड का उपचुनाव राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से कराया जा रहा है। इसलिए करनी पड़ी अपील कांग्रेस नेता का कहना है कि कार्यकर्ताओं की संख्या और काम को लेकर रणनीति बनाई गई है, उसके आधार पर जिम्मा सौंपा जाएगा। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को कार्यकर्ताओं से वायनाड नहीं जाने की अपील करनी पड़ी है। दरअसल वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ रही हैं और बुधवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया था। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच वायनाड में प्रचार करने की होड़ सी है। प्रियंका गांधी के सामने भाकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास चुनाव मैदान में हैं। वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2008 से कांग्रेस ही जीतती रही वायनाड केरल की वायनाड सीट 2008 से अस्तित्व में आई है। तब से वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। इस पर हुए 4 चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं, जिसमें से राहुल गांधी दो बार जीत हासिल की है। यह सीट केरल राज्य में है जो वामपंथियों का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस सीट पर वे कभी जीत नहीं पाए और हमेशा नंबर दो पर ही रहे हैं। राहुल ने छोड़ी वायनाड सीट वायनाड में लोकसभा चुनाव 2024 में 7 लाख 31 हजार 212 पुरुष और 7 लाख 31 हजार 211 महिला मतदाता के साथ कुल 14 लाख 62 हजार 423 मतदाता थे। इनमें से मतदान में 10 लाख 84 हजार 653 लोग शामिल हुए थे। राहुल गांधी ने लोकसभा 2024 के चुनाव में 6 लाख 47 हजार 445 वोट पाकर बड़ी जीत हासिल की थी। वे रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे तो उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सिरसा में 6वीं के छात्र को नशीला पदार्थ खिलाया:दोस्तों के साथ मेला देखने गया था; मुंह से निकल रहा था झाग, अस्पताल में दाखिल
सिरसा में 6वीं के छात्र को नशीला पदार्थ खिलाया:दोस्तों के साथ मेला देखने गया था; मुंह से निकल रहा था झाग, अस्पताल में दाखिल हरियाणा के सिरसा में गांव खारिया में अपने दोस्तों के साथ मेले में गए 11 वर्षीय किशोर को उसके साथियों ने नशीला पदार्थ खिला दिया। किशोर की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। रानियां थाना पुलिस ने किशोर के पिता का बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस माले में छानबीन कर रही है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार खारिया निवासी रामनिवास मजदूरी करता है। राम निवास का कहना है कि उसका 11 वर्षीय बेटा विवेक छठी कक्षा में पढ़ता है। 17 जुलाई को विवेक व उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन अन्य युवक गांव में ही मृंगानाश बाबा का मेला देखने गए थे। दोपहर 2 बजे विवेक घर आया तो अपना सिर पकड़कर बैठ गया। राम निवास का कहना है कि जब उसने विवेक को देखा तो उसके मुंह से झाग निकल रही थी। इसके बाद वह अपने बेटे को तुरंत डॉक्टर के पास ले गया। बेटे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह उसे सीएचसी रानियां में ले गया। यहां पर विवेक को होश आया तो उसने बताया कि उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन दोस्तों के साथ वह मेले में गया था। यहां उन्होंने उसे बिस्कुट पर कोई चीज लगाकर खिलाई थी। राम निवास का कहना है कि उसे शक है कि विवेक के दोस्तों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाया था। इसके बाद डॉक्टरों ने विवेक को सीएचसी रानियां से सिरसा सिविल हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां भी विवेक की तबीयत ठीक नहीं हुई वे तो उसे सिरसा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया। रानिया थाना के जांच अधिकारी गगनदीप सिंह का कहना है कि राम निवास के बयान पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस पता लगा रही है कि कहीं आरोपी भी नाबालिग तो नहीं हैं।
हरियाणा में रिश्वत लेते कानूनगो और दलाल गिरफ्तार:जमीन रिलीज करने के लिए मांगे 30 लाख, 5 लाख कैश के साथ पकड़े
हरियाणा में रिश्वत लेते कानूनगो और दलाल गिरफ्तार:जमीन रिलीज करने के लिए मांगे 30 लाख, 5 लाख कैश के साथ पकड़े हरियाणा के कैथल में मंगलवार (26 नवंबर) को कानूनगो और दलाल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। ये कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने की। आरोपियों ने कैथल शहर में जमीन को रिलीज करने के एवज में 30 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। 20 लाख पहले ले चुके थे। अब 5 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों की पहचान कानूनगो कर्मबीर और दलाल चरण सिंह के रूप में हुई है। ACB के इंस्पेक्टर सूबे सिंह के मुताबिक राजकुमार ने शिकायत में बताया था कि उसने सेक्टर-18 में जमीन खरीदने का इकरार नामा किया हुआ है। उसके पास मालिक की ओर से दी गई पावर ऑफ अटॉर्नी भी है। जमीन की निशानदेही के लिए 30 लाख रिश्वत मांगी
राजकुमार ने बताया कि उसने जमीन की निशानदेही को लेकर पंचकूला के लैंड एक्विजिशन विभाग के कानूनगो कर्मबीर से बातचीत की। कर्मबीर ने इसके लिए 30 लाख रुपए मांगे। इस पर उन्होंने 20 लाख की राशि दे दी। बाद में आरोपी ने निशानदेही के लिए 5 लाख रुपए की और मांग की। मंगलवार को आरोपी कानूनगो कर्मबीर निशानदेही के लिए पंचकूला से कैथल पहुंचा। यहां उसने और दलाल ने भूमि की निशानदेही करने के बाद दस्तावेज देने से पहले 5 लाख रुपए देने के लिए कहा। शिकायतकर्ता का इशारा मिलते ही टीम ने दोनों को पकड़ा
इंस्पेक्टर सूबे सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपी को रंगे हाथों काबू करने के लिए किसान एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. बाबू लाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए टीम का गठन किया। शिकायतकर्ता ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कैथल कार्यालय के बाहर मंगलवार शाम करीब 7 बजे कानूनगो और दलाल चरण सिंह को 5 लाख रुपए दिए। आरोपियों ने भागने की कोशिश
इसके बाद शिकायतकर्ता ने टीम को इशारा किया। इशारा मिलते ही टीम ने दोनों आरोपियों को काबू कर लिया। हालांकि आरोपियों ने भागने का भी प्रयास किया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। टीम ने दोनों आरोपियों के कब्जे से केमिकल लगे 5 लाख के नोट भी बरामद कर लिए। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
हरियाणा के 19 शहरों में बारिश का अलर्ट:खाड़ी की हवाओं से एक्टिव है मानसून; 24 घंटे में 9 जिलों में बिगड़ा मौसम
हरियाणा के 19 शहरों में बारिश का अलर्ट:खाड़ी की हवाओं से एक्टिव है मानसून; 24 घंटे में 9 जिलों में बिगड़ा मौसम हरियाणा में आज 19 शहरों में मौसम खराब रहने वाला है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। बहादुरगढ़, सांपला, रोहतक, खरखौंदा, सोनीपत, गन्नौर, समालखा, बपौली, खरौंडा, करनाल, गोहाना, इसराना, सफीदो, पानीपत, असंध, कैथल, नीलोखेरि, गुहला, पेहेवा में हल्की बारिश होने के आसार हैं। अभी बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवाओं के असर से प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। 24 घंटे में 9 जिलों में झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा गुरुग्राम और सोनीपत जिले में हुई, यहां 18-18 एमएम तक बारिश रिकॉर्ड की गई। इधर मौसम विशेषज्ञों कहना है कि बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है। इसके असर से प्रदेश में 17 सितंबर तक बारिश होने के आसार बने हुए हैं। कहां कितती हुई बारिश हरियाणा के 9 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई। सबसे ज्यादा बारिश गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र में 18.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा अंबाला में 7.0, यमुनानगर में 6.0 एमएम, चंडीगढ़ में 4.0 एमएम, रोहतक में 9.0, कैथल में 3.5 एमएम, जींद में 0.5 बारिश रिकॉर्ड की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के दर्ज आंकड़ों के अनुसार 1 जून से लेकर अब तक हरियाणा में 332.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से 374.3 मिली मीटर से अब तक 10% कम हुई है। अब तक के आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि राज्य के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। आगे रहेगा मौसम एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 17 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ बने रहने तथा अरब सागर से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 14 सितंबर तक बीच-बीच में हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट होने तथा वातावरण में नमी की मात्रा में बढ़ोतरी होने की भी संभावना है। परंतु 15 सितंबर से फिर से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। जुलाई में रुठा रहा मानसून हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।