फतेहगढ़ साहिब में मार्केट कमेटी कार्यालय बंद:धान खरीद न होने से किसानों ने किया प्रदर्शन, पूर्व विधायक नागरा बोले- सरकार विफल

फतेहगढ़ साहिब में मार्केट कमेटी कार्यालय बंद:धान खरीद न होने से किसानों ने किया प्रदर्शन, पूर्व विधायक नागरा बोले- सरकार विफल

फतेहगढ़ साहिब की सरहिंद अनाज मंडी में किसानों ने बुधवार रात धरना लगाया। मार्केट कमेटी दफ्तर को बंद कर दिया गया। पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा भी धरने में पहुंचे। अनाज मंडी में धान की खरीद न करने पर रोष जताया गया। सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। वहीं मौके पर मौजूद किसानों ने कहा कि वे पिछले एक सप्ताह से मंडी में बैठे हैं। उनकी फसल की खरीद नहीं हो रही। सरकार फसल की खरीद में नाकाम पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने कहा कि हर फ्रंट पर फेल साबित हो चुकी पंजाब की सरकार धान की खरीद में भी नाकाम रही है। 24 घंटे में खरीद के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसान मंडियों में परेशान हैं। इनका हल निकालने की बजाय कभी आढ़तियों, कभी मजदूरों और कभी ट्रांसपोर्टरों से हड़ताल करवाकर सरकार समय निकाल रही है। आज भी आढ़तियों के एक ग्रुप से हड़ताल का ऐलान करवा दिया गया। यह साजिश है। नागरा ने कहा कि मंडियों से फसल उठाई नहीं जा रही। बारदाने की भी कमी है। आढ़तियों की हड़ताल का हवाला धरने के बाद सिविल प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फतेहगढ़ साहिब के तहसीलदार भी आए। प्रदर्शनकारियों को काफी समय समझाया गया। मार्केट कमेटी के सचिव हरिंदर सिंह ने आढ़तियों की हड़ताल का हवाला दिया तो पूर्व विधायक नागरा ने कहा कि यह सरकार की ही साजिश है। अंत में 17 अक्तूबर दोपहर तक बोली शुरू करवाने के भरोसे पर धरना समाप्त किया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी फसल न खरीदी गई तो फिर वे सड़कों पर आएंगे। फतेहगढ़ साहिब की सरहिंद अनाज मंडी में किसानों ने बुधवार रात धरना लगाया। मार्केट कमेटी दफ्तर को बंद कर दिया गया। पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा भी धरने में पहुंचे। अनाज मंडी में धान की खरीद न करने पर रोष जताया गया। सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। वहीं मौके पर मौजूद किसानों ने कहा कि वे पिछले एक सप्ताह से मंडी में बैठे हैं। उनकी फसल की खरीद नहीं हो रही। सरकार फसल की खरीद में नाकाम पूर्व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने कहा कि हर फ्रंट पर फेल साबित हो चुकी पंजाब की सरकार धान की खरीद में भी नाकाम रही है। 24 घंटे में खरीद के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। किसान मंडियों में परेशान हैं। इनका हल निकालने की बजाय कभी आढ़तियों, कभी मजदूरों और कभी ट्रांसपोर्टरों से हड़ताल करवाकर सरकार समय निकाल रही है। आज भी आढ़तियों के एक ग्रुप से हड़ताल का ऐलान करवा दिया गया। यह साजिश है। नागरा ने कहा कि मंडियों से फसल उठाई नहीं जा रही। बारदाने की भी कमी है। आढ़तियों की हड़ताल का हवाला धरने के बाद सिविल प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फतेहगढ़ साहिब के तहसीलदार भी आए। प्रदर्शनकारियों को काफी समय समझाया गया। मार्केट कमेटी के सचिव हरिंदर सिंह ने आढ़तियों की हड़ताल का हवाला दिया तो पूर्व विधायक नागरा ने कहा कि यह सरकार की ही साजिश है। अंत में 17 अक्तूबर दोपहर तक बोली शुरू करवाने के भरोसे पर धरना समाप्त किया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी फसल न खरीदी गई तो फिर वे सड़कों पर आएंगे।   पंजाब | दैनिक भास्कर