फतेहाबाद जिले में घर के बाहर खेल रहे साढ़े चार साल के बच्चे को जहरीले जानवर ने काट लिया। जिसे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मताना गांव निवासी महेंद्र ने बताया कि उसका साढ़े 4 वर्ष का बेटा गौरव रात को घर के पास खेल रहा था। बच्चे का दादा भी साथ ही मौजूद था। खेलते खेलते गौरव अचानक रोने लगा। जैसे ही उसे पूछा तो उसने बताया कि उसके पैर में किसी चीज ने काटा है। जब उसका पैर देखा तो पैर पर जख़्म था और तेजी से उसका शरीर नीला पड़ने लगा। परिजन तुरंत उसे नागरिक अस्पताल फतेहाबाद लाए, लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यानी मात्र 20 मिनट के अंदर ही बच्चे की मौत हो गई। विलाप करते परिजन तुरंत बच्चे को अपने घर ले गए। परिजनों का कहना है कि जख़्म सांप के डसने जैसा नहीं है। किसी जानवर ने उसे काटा, यह अभी तक पता नहीं चल पाया। घटना के बाद गांव में शोक व्याप्त है, क्योंकि कुछ माह पहले भी एक बालक पतंग उडाते समय गांव के जलघर की डिग्गी में डूब गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी, अब इस बालक के किसी जहरीले जानवर के काटने से मौत हुई है। फतेहाबाद जिले में घर के बाहर खेल रहे साढ़े चार साल के बच्चे को जहरीले जानवर ने काट लिया। जिसे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मताना गांव निवासी महेंद्र ने बताया कि उसका साढ़े 4 वर्ष का बेटा गौरव रात को घर के पास खेल रहा था। बच्चे का दादा भी साथ ही मौजूद था। खेलते खेलते गौरव अचानक रोने लगा। जैसे ही उसे पूछा तो उसने बताया कि उसके पैर में किसी चीज ने काटा है। जब उसका पैर देखा तो पैर पर जख़्म था और तेजी से उसका शरीर नीला पड़ने लगा। परिजन तुरंत उसे नागरिक अस्पताल फतेहाबाद लाए, लेकिन यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यानी मात्र 20 मिनट के अंदर ही बच्चे की मौत हो गई। विलाप करते परिजन तुरंत बच्चे को अपने घर ले गए। परिजनों का कहना है कि जख़्म सांप के डसने जैसा नहीं है। किसी जानवर ने उसे काटा, यह अभी तक पता नहीं चल पाया। घटना के बाद गांव में शोक व्याप्त है, क्योंकि कुछ माह पहले भी एक बालक पतंग उडाते समय गांव के जलघर की डिग्गी में डूब गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी, अब इस बालक के किसी जहरीले जानवर के काटने से मौत हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में मतगणना की तैयारियां:53 काउंटिंग सेंटरों पर रिहर्सल, सुरक्षा के कड़े इंतजाम; थ्री लेयर सिक्योरिटी में EVM
हरियाणा में मतगणना की तैयारियां:53 काउंटिंग सेंटरों पर रिहर्सल, सुरक्षा के कड़े इंतजाम; थ्री लेयर सिक्योरिटी में EVM हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद अब 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। इसके लिए 53 स्ट्रॉन्ग रूमों में EVM रखी गई हैं। EVM को सुरक्षित रखने के लिए थ्री लेयर सिक्योरिटी रखी गई है। पुलिस के मुताबिक पहली लेयर में पैरामिलिट्री, दूसरी में आर्म्ड फोर्स और तीसरी लेयर में हरियाणा पुलिस के जवान हैं। साथ ही हर स्ट्रॉन्ग रूम पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। विधानसभा चुनाव लड़ रहे विभिन्न पार्टियों के कैंडिडेट और इनके अधिकृत एजेंट भी कंट्रोल रूम में CCTV के जरिए पूरे हालात पर नजर रख रहे हैं। कई जिलों में तो कांग्रेस व अन्य दलों की ओर से EVM की सुरक्षा को लेकर अपने स्तर पर भी प्रबंध किए गए हैं। कुछ कैंडिडेट के वर्कर स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर ही टेंट लगा कर बैठ गए हैं। इसमें लाडवा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी मेवा सिंह के वर्कर भी शामिल हैं। वहीं, 5 अक्टूबर की शाम को आए एग्जिट पोल में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता नजर आ रहा है। उधर, कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भाजपा अकेले सरकार बनाएगी, लेकिन अगर हमें गठबंधन की जरूरत पड़ी तो हम इस पर विचार करेंगे। हमारे पास सभी व्यवस्थाएं हैं।
हरियाणा की लेडी IAS अफसर का आदेश:अधिकारी-कर्मचारी जींस पहन ड्यूटी पर न आएं; कमिश्नर बोलीं- जींस-चप्पल में आ रहे थे
हरियाणा की लेडी IAS अफसर का आदेश:अधिकारी-कर्मचारी जींस पहन ड्यूटी पर न आएं; कमिश्नर बोलीं- जींस-चप्पल में आ रहे थे हरियाणा में IAS अधिकारी ने जूनियर अधिकारियों और कर्मचारियों के ऑन ड्यूटी जींस पहनने पर रोक लगा दी है। हिसार नगर निगम की नवनियुक्त कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा ने यह आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मचारियों-अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान जींस के बजाय फॉर्मल ड्रेस में आना होगा। इन आदेशों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए गए हैं। निगम कमिश्नर वैशाली ने आदेशों का सख्ती से पालन करने को कहा है। जिसके बाद सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को आदेश भेज दिया गया है। कर्मचारियों में कमिश्नर के आदेश पर नाराजगी है लेकिन कोई खुलकर नहीं बोल रहा है। यहां तक कि हिसार से विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। डॉ. वैशाली शर्मा ने 27 अगस्त को ही हिसार में निगम कमिश्नर का चार्ज संभाला है। वहीं आदेश के पीछे डॉक्टर वैशाली ने कहा कि यहां कर्मचारी जींस-चप्पल पहनकर ऑफिस आ रहे थे, इस वजह से ये आदेश जारी करना पड़ा। कौन है डॉ. वैशाली शर्मा
मूलरूप से अलीगढ़ की रहने वाली डॉ. वैशाली 2017 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं। डॉ वैशाली डॉक्टर से आईएएस अफसर बनी हैं। डॉ. वैशाली ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की और मथुरा के अस्पताल में सेवाएं दी। एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही वे बिना कोचिंग यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करती रहीं और रोजाना 8 से 9 घंटे पढ़ाई करके अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। 2017 में उन्हें हियरिंग डिसएबल्ड कैटेगरी में पहली रैंकिंग मिली थी। उनके पिता गिरीश शर्मा ग्रामीण बैंक में मैनेजर थे और अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जबकि मां नीलम शर्मा आईटीआई की डायरेक्टर हैं। डॉ. वैशाली की बहन डॉ. विशाखा शर्मा गाइनोक्लॉजिस्ट हैं। वहीं भाई रूपेश शर्मा एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। डॉ. वैशाली इससे पहले करनाल में एडीसी, नारायणगढ़ की एसडीएम, गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगम में अतिरिक्त निगमायुक्त के रूप में भी सेवाएं दे चुकी हैं। आदेश पर कमिश्नर ने कहा-चप्पल-जींस में आ रहे थे कर्मचारी
वहीं नगर निगम कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा का कहना है कि” जब मैं नगर निगम कार्यालय आई तो देखा कि कुछ कर्मचारी चप्पल और जींस में कार्यालय आए थे। मुझे अच्छा नहीं लगा। जब हम ऑफिस में आते हैं तो अच्छे से आना चाहिए। प्रॉपर शूज पैंट-शर्ट होने चाहिए। मैंने हिसार नगर निगम में ही इस तरह की बात नोटिस की। मैंने इससे पहले और जगह भी ड्यूटी दी है मगर ऐसा नहीं देखने को मिला। अगर हम बाकि लोगों की तरह ही ऑफिस में आएंगे तो लोगों व कर्मचारियों में क्या फर्क रह जाएगा। निगम कमिश्नर डॉ. वैशाली शर्मा के आदेश की कॉपी… पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पतालों में लागू किया था ड्रेस कोड
इससे पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सरकारी अस्पतालों में ड्रेस कोड लागू किया था। जिसमें कहा गया था कि अस्पताल में काम करने वाले स्टाफ को किसी भी रंग की जींस, डेनिम स्कर्ट और डेनिम ड्रेस पहनने की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा स्वेट शर्ट, स्वेट सूट, शॉर्ट्स की अनुमति भी नहीं होगी। स्लेक्स, ड्रेस, स्कर्ट और प्लाजो को पहनने की अनुमति भी नहीं होगी। यही नहीं, पुरुष कर्मचारी के बाल, कॉलर की लंबाई से अधिक नहीं होने के आदेश जारी किए गए थे। इसके अलावा असामान्य हेयर स्टाइल और अपरंपरागत हेयर कट पर भी रोक लगा दी गई थी।
हरियाणा के शहीद पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार:पिता बोले- बेटे ने कहा था 15-20 दिन में छुट्टी आऊंगा, अब तिरंगे में लिपटा आएगा
हरियाणा के शहीद पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार:पिता बोले- बेटे ने कहा था 15-20 दिन में छुट्टी आऊंगा, अब तिरंगे में लिपटा आएगा जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लांस नायक पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रदीप का पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहां उनके पार्थिव शरीर को सलामी देकर हिसार के लिए रवाना किया गया। यहां उनके पार्थिव शरीर को हिसार के मिलिट्री अस्पताल में रखा गया। आज प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर जींद के पैतृक गांव जाजनवाला में गाड़ियों और बाइकों के काफिले के साथ लाया जाएगा। उसके बाद सेना की टुकड़ी उन्हें अंतिम सलामी देगी। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के पिता बलवान सिंह ने कहा कि बेटे की शहादत पर हमें गर्व है। ऐसे बच्चे बार-बार नहीं मिलते। प्रदीप में कमांडो बनने का बड़ा जुनून था। कहता था कमांडो बनकर बताऊंगा। बेटा दिलेर था, उसके अंदर किसी चीज का डर नहीं था। बेटे ने कहा था 15-20 छुट्टी आऊंगा। उन्होंने बताया का बेटे ने 3 भर्तियां लगाईं। 2 में फेल हो गया था, तीसरी में भर्ती हुआ। माता-पिता के इकलौते बेटे थे
29 वर्षीय प्रदीप 9 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद उनकी काबिलियत देखकर उन्हें पैरा कमांडो बनाया गया। वह परिवार के इकलौते बेटे थे। कुछ समय बाद वह पिता बनने वाले थे। प्रदीप के अलावा एक और जवान शहीद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। सेना ने शनिवार देर शाम गांव के सरपंच को शहादत की सूचना दी थी। इसके बाद सरपंच ने परिवार को बेटे के शहीद होने के बारे में बताया। इस सूचना के बाद शहीद की गर्भवती पत्नी की तबीयत खराब है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मां-बहन का रो-रोकर बुरा हाल
शहीद की मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रदीप की मां की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनके मुंह से सिर्फ बेटे के बारे में ही शब्द निकल रहे हैं। मां कह रही कि बेटा तू हमें क्यों छोड़कर चला गया, तेरे बिना हम कैसे जिएंगे। परिजनों का कहना है कि प्रदीप बेहद सीधा-सादा और हंसमुख लड़का था। बचपन से था सेना में जाने का शौक
पड़ोसी गांव के रिटायर्ड सूबेदार जय भगवान ने बताया कि गांव के सरपंच के पास सेना से फोन आया था, उन्होंने बताया कि आपके गांव का बेटा प्रदीप नैन आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया है। परिजनों की प्रदीप से आखिरी बार दो-तीन दिन पहले ही बात हुई थी। प्रदीप नैन 2015 में जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसके बाद वह पैरा कमांडो में चले गए। उन्हें बचपन से ही सेना में जाने का शौक था। सेना ने दी श्रद्धांजलि… 2022 में बहन और प्रदीप की एक साथ हुई थी शादी
प्रदीप की एक छोटी बहन है। प्रदीप की शादी 2022 में हुई थी। उसी दिन उनकी बहन की शादी भी हुई थी। चाचा ने बताया कि छोटी बहन प्रदीप की लाडली थी। पत्नी गर्भवती, छुट्टी लेकर आने वाला था
चाचा सुशील नैन ने बताया कि शहीद प्रदीप की पत्नी गर्भवती है। प्रदीप कहते थे कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म से पहले छुट्टी लेकर घर आ जाएंगे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। प्रदीप अब तिरंगे में लिपटकर घर आएंगे। लोग कह रहे हैं, एक तो नन्हीं जान जो इस दुनिया में नहीं आई, दूसरे उसकी पत्नी, जिसकी पूरी जिंदगी बाकी है, वह किसके सहारे जिएगी। सीएम सैनी ने जताया शोक
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदीप नैन की शहादत पर शोक जताया है। CM ने सोशल मीडिया पर प्रदीप नैन की फोटो शेयर कर परिवार को सांत्वना दी और उनके बलिदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और सरकार शोकाकुल परिवार के साथ है।