हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना में एक शख्स ने नहर में कूद कर जान दे दी। उसका शव आज फतेहाबाद के गांव गोरखपुर के पास भाखड़ा नहर से बरामद हुआ। उधर परिजन दावा कर रहे हैं कि उसके मोबाइल से उन्हें एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें तीन लोगों को उसने आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। हालांकि पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी है। मृतक की पहचान टोहाना के वार्ड नंबर 16 से लापता वृषभान के तौर पर हुई है। सदर थाना पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर नागरिक हॉस्पिटल पहुंचाया। इसके बाद परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस परिजनों के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम करा आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि गोरखपुर के पास से गुजर रही भाखड़ा नहर के डुमडा वाले पुल पर एक युवक का शव फंसा हुआ है। शव टोहाना निवासी वृषभान का था। उनके परिजनों ने टोहाना पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बताया था कि युवक 12 अक्टूबर को घर से लापता हो गया था। बाद में उन्हें फोन पर युवक द्वारा ही सूचना दी गई थी कि वह नहर में कूदने जा रहा है। इसके बाद पुलिस व परिजन युवक की तलाश में जुटे थे। पुलिस ने बताया कि युवक वृषभान मजदूरी का काम करता था। परिजनों के अनुसार वह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। हालांकि उसने अपने घर पर नहीं बताया था कि वह किस कारण से परेशान है। उधर परिजनों ने दावा किया है कि वृषभान का फोन आने के बाद वे उसकी तलाश में नहर पर गए थे। वहां पर उनको वृषभान का बाइक, मोबाइल फोन मिल गया। मृतक के फोन के पीछे लगे मोबाइल कवर के अंदर से एक पर्ची बरामद हुई है। इस पर उसने तीन लोगों के नाम लिखकर कहा है कि वही उसकी मजदूरी की पेमेंट नहीं दे रहे थे, जिस कारण वह यह कदम उठा रहा है। हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना में एक शख्स ने नहर में कूद कर जान दे दी। उसका शव आज फतेहाबाद के गांव गोरखपुर के पास भाखड़ा नहर से बरामद हुआ। उधर परिजन दावा कर रहे हैं कि उसके मोबाइल से उन्हें एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें तीन लोगों को उसने आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। हालांकि पुलिस इस मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी है। मृतक की पहचान टोहाना के वार्ड नंबर 16 से लापता वृषभान के तौर पर हुई है। सदर थाना पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर नागरिक हॉस्पिटल पहुंचाया। इसके बाद परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस परिजनों के बयान दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम करा आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस के अनुसार मंगलवार सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि गोरखपुर के पास से गुजर रही भाखड़ा नहर के डुमडा वाले पुल पर एक युवक का शव फंसा हुआ है। शव टोहाना निवासी वृषभान का था। उनके परिजनों ने टोहाना पुलिस को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बताया था कि युवक 12 अक्टूबर को घर से लापता हो गया था। बाद में उन्हें फोन पर युवक द्वारा ही सूचना दी गई थी कि वह नहर में कूदने जा रहा है। इसके बाद पुलिस व परिजन युवक की तलाश में जुटे थे। पुलिस ने बताया कि युवक वृषभान मजदूरी का काम करता था। परिजनों के अनुसार वह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। हालांकि उसने अपने घर पर नहीं बताया था कि वह किस कारण से परेशान है। उधर परिजनों ने दावा किया है कि वृषभान का फोन आने के बाद वे उसकी तलाश में नहर पर गए थे। वहां पर उनको वृषभान का बाइक, मोबाइल फोन मिल गया। मृतक के फोन के पीछे लगे मोबाइल कवर के अंदर से एक पर्ची बरामद हुई है। इस पर उसने तीन लोगों के नाम लिखकर कहा है कि वही उसकी मजदूरी की पेमेंट नहीं दे रहे थे, जिस कारण वह यह कदम उठा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:बेदाग मंत्रिमंडल, 13 करोड़पति, गौरव गौतम सबसे यंग, 1 डॉक्टर-2 वकील
हरियाणा के मंत्रियों की डिटेल प्रोफाइल:बेदाग मंत्रिमंडल, 13 करोड़पति, गौरव गौतम सबसे यंग, 1 डॉक्टर-2 वकील हरियाणा में गुरुवार (17 अक्टूबर) को CM नायब सैनी के साथ 13 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। खास बात यह है कि ये मंत्रिमंडल बेदाग है। किसी भी मंत्री पर कोई केस नहीं है। सीएम और 12 मंत्री करोड़पति हैं। इनमें सबसे ज्यादा 98 करोड़ की संपत्ति विपुल गोयल की है। वहीं सबसे कम संपत्ति कृष्ण बेदी के पास है। उनकी संपत्ति 57 लाख है। इस मंत्रिमंडल में सबसे यंग 36 साल के गौरव गौतम हैं, वहीं सबसे उम्रदराज श्याम सिंह राणा हैं। उनकी उम्र 76 साल है। मंत्रिमंडल में 2 महिला विधायकों आरती राव और श्रुति चौधरी को भी जगह मिली है। इसके साथ कैबिनेट में अरविंद शर्मा डॉक्टर हैं। वहीं सीएम नायब सैनी और श्रुति चौधरी ने LLB की पढ़ाई कर रखी है। अब पढ़िए डिटेल प्रोफाइल… सैनी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, 48 सीटों पर जीत दर्ज की
नायब सिंह सैनी लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। नायब सिंह सैनी ने इस बार कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ा था। इससे पहले वह करनाल से उपचुनाव जीते थे। 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को हुआ। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े। RSS से जुड़ने के बाद उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित बड़े नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते बनाए। उन्होंने पहली बार 2009 में नारायणगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। 2014 में उन्होंने नारायणगढ़ से दोबारा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नायब सिंह ने 2019 में कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बीजेपी ने उन्हें अक्टूबर 2023 में हरियाणा भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया। 12 मार्च 2024 को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ा और 48 सीटों पर जीत हासिल की। नायब सिंह सैनी के 2 बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी। उनका बेटा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई कर रहा है। बेटी अंशिका ने चंडीगढ़ में 12वीं की है। नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी भी राजनीति में सक्रिय हैं। विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा
हरियाणा में एक बार फिर मंत्री के तौर अनिल विज को नायब कैबिनेट में शामिल किया गया है। अंबाला कैंट से अनिल विज ने जीत दर्ज की है। वे लगातार सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। अनिल विज ने बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखा। अनिल विज का जन्म 15 मार्च 1953 को हुआ था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीएससी की डिग्री हासिल की है। उनके पिता का नाम भीम सेन है। उनके पिता रेलवे में अधिकारी थे। 1970 में वे एबीवीपी के महासचिव बने। उन्होंने 16 साल तक बैंक में काम किया। अनिल विज की राजनीतिक पारी
1990 में अनिल विज ने पहली बार अंबाला कैंट से उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1991 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। एक समय में अनिल विज अंबाला कैंट में इतने मजबूत हो गए थे कि उन्होंने दो बार निर्दलीय चुनाव लड़ा और दोनों बार जीत हासिल की। अनिल विज ने 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव जीता। 2009 में उन्होंने अंबाला कैंट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने बड़े अंतर से जीत हासिल की। राज्य सभा से इस्तीफा देकर दूसरी बार मंत्री बने कृष्ण लाल पंवार
इसराना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कृष्ण लाल पंवार ने दूसरी बार कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। उनका राजनीतिक सफर लंबा है। भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने से पहले कृष्ण लाल पंवार इंडियन नेशनल लोकदल से असंध सीट से विधायक रह चुके हैं। मनोहर लाल सरकार में वह परिवहन, आवास और जेल मंत्री रहे हैं। 2019 में कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने उन्हें हराया था। इसके बाद भाजपा ने एससी का बड़ा चेहरा होने के चलते उन्हें राज्यसभा भेज दिया था। अब राज्यसभा से इस्तीफा देकर वह मंत्री बने हैं। दादा अंग्रेजी शासन में MLC और पिता पूर्व में कैबिनेट मंत्री रहे हैं
राव नरबीर सिंह चौथी बार प्रदेश के मंत्री बने हैं। वह बादशाहपुर विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने ही बादशाहपुर में पहली बार कमल खिलाया था। वह पहली बार 1987 में 26 साल की उम्र में जाटूसाना से राव इंद्रजीत सिंह को हराकर विधायक बनने के बाद ताऊ देवीलाल सरकार में मंत्री बने थे। राव नरबीर सिंह का जन्म 2 अप्रैल 1961 को गुरुग्राम में हुआ। राव नरबीर मोहर सिंह यादव के पोते हैं, जो 1942 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले एमएलसी थे। उनके पिता महावीर सिंह यादव भी हरियाणा राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। 1996 में सोहना से विधायक बनने के साथ ही राव नरबीर बंसीलाल सरकार में परिवहन एवं सहकारिता मंत्री बने। 2014 में बादशाहपुर से विधायक चुने जाने के बाद मनोहर लाल सरकार में लोक निर्माण एवं वन मंत्री बने। अब नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री बने हैं। महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने
पानीपत ग्रामीण के विधायक महिपाल ढांडा दूसरी बार मंत्री बने हैं। पानीपत जिले में 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई ग्रामीण विधानसभा सीट पर 2014 में भाजपा के टिकट पर पहली बार ढांडा विधायक बने। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी को 36,132 वोटों से हराया। 2019 में फिर टिकट मिला। जजपा के देवेंद्र कादियान को 21,961 मतों से हराया। इस बार के चुनाव में उन्हें 1,01,079 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के सचिन कुंडू को 50,212 वोट से हराया है। ढांडा 1996 से 2004 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में प्रदेश सहमंत्री रहे। 2004 में पानीपत भाजपा जिला उपाध्यक्ष, 2006 से 2009 तक पानीपत भाजपा जिला महामंत्री, 2009 से 2012 तक हरियाणा भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। 2012 में हरियाणा भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष बने थे। डॉक्टरी की पढ़ाई कर राजनीति में आए
नायब सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल डॉ. अरविंद कुमार का जन्म 25 नवंबर 1962 को हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित सतगुरु दास शर्मा और मां का नाम बिमला देवी है। अरविंद डॉक्टरी के पेशे से राजनीति में आए। उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की पढ़ाई की है। उनकी शादी 9 नवंबर 1989 को रीटा शर्मा से हुई। उनका एक बेटा और एक बेटी है। अरविंद शर्मा की राजनीतिक पारी
अरविंद शर्मा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1996 में की थी। उन्होंने सोनीपत से लोकसभा चुनाव लड़ा और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार रिजक राम को हराया। जनवरी 2014 में अरविंद कुमार शर्मा ने कांग्रेस छोड़ दी और BSP में शामिल हो गए थे। BSP ने उन्हें 2014 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया। हालांकि BSP को हार मिली। अरविंद कुमार शर्मा यमुनानगर और जुलाना दोनों सीटों से हार गए। दोनों सीटों पर तीसरे स्थान पर खिसक गए। 2019 में अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुए और रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा को 7,503 वोटों से हराया। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें दोबारा टिकट दी, लेकिन दीपेंद्र हुड्डा से हार गए। पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती बनीं मंत्री
तोशाम विधानसभा सीट से विधायक बनी श्रुति चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है। श्रुति चौधरी पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री चौधरी सुरेंद्र व किरण चौधरी की बेटी हैं। वह पहली बार विधायक बनीं। पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल तोशाम सीट से जीतकर ही हरियाणा के सीएम बने थे। उनके बेटे चौधरी सुरेंद्र भी इसी सीट से जीत कर कृषि मंत्री रह चुके हैं। अब सुरेंद्र की बेटी श्रुति ने भी इसी सीट से जीत दर्ज की और मंत्रिमंडल में जगह बनाई। गौरव को पहली बार विधायक बनते ही मंत्रिमंडल में जगह
पलवल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने गौरव गौतम को हरियाणा सरकार में मंत्री पद भी मिला है। गौरव गौतम ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को 33,605 वोटों के बड़े अंतर से हराया है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करी थी। 36 वर्षीय गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
रेवाड़ी में युवक के साथ लूटपाट:तेजधार हथियार से सिर पर वार; साढ़े 24 हजार कैश-डॉक्यूमेंट छीने, रात के अंधेरे में दबोचा
रेवाड़ी में युवक के साथ लूटपाट:तेजधार हथियार से सिर पर वार; साढ़े 24 हजार कैश-डॉक्यूमेंट छीने, रात के अंधेरे में दबोचा हरियाणा के रेवाड़ी शहर में दो बदमाशों ने एक युवक पर तेजधार हथियार से हमला कर लूटपाट की। आरोपियों ने उसके सिर पर चोट मारी और साढ़े 24 हजार रुपए कैश के अलावा डॉक्यूमेंट छीनकर ले गए। सिटी पुलिस स्टेशन के अधीन आने वाली कानोड़ गेट चौकी पुलिस ने दोनों बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के रामसिंहपुरा निवासी सुनील कुमार ने बताया कि उसने अपने एक पार्टनर के साथ मिलकर रेवाड़ी जंक्शन पर स्टॉल ली हुई थी। वह खुद भी वेंडर का काम करता है। सोमवार की रात उसके पार्टनर को किसी काम से राजस्थान जाना पड़ गया, जिसकी वजह से रात ढाई बजे वह रेवाड़ी जंक्शन पर जा रहा था। अंधेरे का फायदा उठाकर दबोचा जब वह लोको शेड के नजदीक शिव मंदिर के समीप पहुंचा तो पहले से अंधेरे में घात लगाए बैठे दो युवकों ने उसे दबोच लिया। इनमें से एक युवक को वह जानता है, जो अजय नगर का रहने वाला हिमांशु है। दोनों आरोपियों ने मिलकर उसके साथ लूटपाट शुरू कर दी। सुनील ने विरोध किया तो आरोपियों ने तेजधार हथियार से उसके सिर पर वार कर दिया। सिर पर मारी गहरी चोट उसके सिर पर गहरी चोट आने के कारण खून बहने लगा। इस दौरान आरोपियों ने उसकी जेब से साढ़े 24 हजार रुपए और दूसरी जेब से पर्स छीन लिया। पर्स में उसके डॉक्यूमेंट में थे। वारदात के बाद आरोपी पैदल ही मौके से भाग गए। खून ज्यादा बहने के कारण वह घबरा गया। उसने तुरंत परिवार को सूचित किया। सूचना के बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दर्ज की FIR सुनील को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना के बाद कानोड़ गेट चौकी पुलिस भी अस्पताल पहुंची और सुनील के बयान पर दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। सुनील के मुताबिक, आरोपियों द्वारा छीने गए पैसे उसकी दो दिन की कमाई के थे। पुलिस ने एक आरोपी की पहचान होने के बाद उसके संबंधित ठिकाने पर दबिश भी दी है।
रेवाड़ी में बीच बाजार चले लाठी-डंडे VIDEO:झाड़ू लगाने को लेकर दो व्यापारियों के बीच झगड़ा; दोनों तरफ से हमला, 4 लोग घायल
रेवाड़ी में बीच बाजार चले लाठी-डंडे VIDEO:झाड़ू लगाने को लेकर दो व्यापारियों के बीच झगड़ा; दोनों तरफ से हमला, 4 लोग घायल हरियाणा के रेवाड़ी शहर में मंगलवार की रात पुरानी सब्जी मंडी में दो दुकानदारों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर बीच सड़क वार किए गए, जिसमें 4 लोग घायल हुए हैं। उन्हें रात में ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों दुकानदार और उनके करिंदे आपस में एक-दूसरे पर लट्ठ बरसाते हुए नजर आ रहे है। मिली जानकारी के अनुसार, शहर के मेन बाजार में स्थित पुरानी सब्जी मंडी में जगदम्बा आयरन एंड मशीनरी स्टोर के नाम से खुली हार्डवेयर की दुकान का एक नौकर मंगलवार की रात करीब साढ़े 8 बजे दुकान के सामने झाड़ू लगा रहा था। इसी दौरान सामने खुली भल्ला लिक्विड शॉप के मालिक ने उसे टोक दिया। व्यापारी का तर्क था कि झाड़ू के कारण धूल उड़ रही है, जिससे अन्य लोगों को परेशानी हो रही है। बस इसी बात को लेकर दोनों व्यापारियों के बीच विवाद पनप गया। बीच सड़क चले लाठी-डंडे पहले आपस में गाली-गलौच की गई। फिर दोनों तरफ से कुछ अन्य लोग पहुंच गए। इसी दौरान एक-दूसरे पक्ष ने लाठी-डंडों से हमला शुरू कर दिया। बीच सड़क करीब 20 मिनट तक हंगामा होता रहा है। बीच बाजार लाठी-डंडे चलने से बाजार में काफी भीड़ एकत्रित हो गई। झगड़े का वीडियो वायरल इस हमले में दोनों पक्षों के चार लोगों को चोट आई है। उन्हें शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना के बाद जांच के लिए पुलिस टीम भी पहुंची। अभी दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। बाजार में हुई इस घटना के कई वीडियो भी वायरल हुए हैं।