फतेहाबाद के भिरडाना गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति रविवार को घर से गया था और आज वह गांव के बाहर मृत पड़ा मिला। आशंका जताई जा रही है कि गर्मी या फिर हृदय घात से व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। शव के पास मिली बाइक पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान पर धारा 174 के तहत इत्तेफाकिया कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार भिरडाना निवासी 40 वर्षीय पवन मजदूरी का काम करता था। उसकी दो बेटियां और एक बेटा हैं। परिजनों के अनुसार रविवार सुबह वह काम के लिए कहकर घर से चला गया, लेकिन रात को वह घर वापस नहीं लौटा। परिजनों के द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी, तो आज गांव के बाहर वक्फ बोर्ड की जमीन पर वह मृत हालत में पड़ा मिला। वहीं पर उसकी बाइक भी खड़ी था। अंदेशा जताया जा रहा है कि गर्मी से तबीयत बिगड़ने या हृदय घात होने से उसकी मौत हुई होगी। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि व्यक्ति की मौत गर्मी के कारण हुई है या फिर हृदय घात के कारण हुई है। फतेहाबाद के भिरडाना गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति रविवार को घर से गया था और आज वह गांव के बाहर मृत पड़ा मिला। आशंका जताई जा रही है कि गर्मी या फिर हृदय घात से व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। शव के पास मिली बाइक पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान पर धारा 174 के तहत इत्तेफाकिया कार्रवाई की है। जानकारी के अनुसार भिरडाना निवासी 40 वर्षीय पवन मजदूरी का काम करता था। उसकी दो बेटियां और एक बेटा हैं। परिजनों के अनुसार रविवार सुबह वह काम के लिए कहकर घर से चला गया, लेकिन रात को वह घर वापस नहीं लौटा। परिजनों के द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी, तो आज गांव के बाहर वक्फ बोर्ड की जमीन पर वह मृत हालत में पड़ा मिला। वहीं पर उसकी बाइक भी खड़ी था। अंदेशा जताया जा रहा है कि गर्मी से तबीयत बिगड़ने या हृदय घात होने से उसकी मौत हुई होगी। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि व्यक्ति की मौत गर्मी के कारण हुई है या फिर हृदय घात के कारण हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी
कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब कुछ सख्त कदम उठाने के मूड में नजर आ रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता के रूप में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बदले किसी दूसरे विधायक को चुनकर कर सकती है। चर्चा है कि कांग्रेस पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई को विधायक दल का नेता बनाकर एक बड़ा दांव खेल सकती है। हालांकि चंद्रमोहन हुड्डा गुट से नहीं है ऐसे में अगर उनको विधायक दल का नेता बनाया गया तो हुड्डा गुट के नेता विरोध कर सकते हैं। लेकिन दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब कुछ सख्त कदम उठा सकती है। दरअसल, प्रदेश में मिली हार के बाद दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हरियाणा में कुछ नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए। राहुल के इस बयान के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ने ही चुप्पी साध ली है। लेकिन राहुल के बयान के मायने यही हैं कि हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है। चंद्रमोहन का नाम इसलिए आगे
1. गैर जाट वोटों को साधना :
चंद्रमोहन का नाम आगे करने से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा गैर जाट वोटों के रूप में मिल सकता है। बता दें कि चौधरी भजनलाल गैर जाट मुख्यमंत्री के रूप में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बनने वाले नेता थे। ओबीसी और पंजाबी वोटरों पर भी उनकी अच्छी पकड़ थी। चंद्रमोहन का नाम आगे करने से गैर जाट वोट कांग्रेस के पाले में आ सकते हैं। इस बार के चुनाव में भी गैर जाट वोट कांग्रेस को कम ही मिले थे और इसका सीधा फायदा भाजपा ने उठाया। 2. अनुभवी विधायकों में से एक
चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा में कांग्रेस के अनुभवी विधायकों में से एक हैं। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के समकक्ष राजनीति की शुरुआत की थी। वह पहली बार 1993 में कालका से विधायक बने थे और अब 5वीं बार पंचकूला से विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा वह हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर भी रह चुके हैं। हालांकि निजी कारणों के चलते उनको बीच में ही पद छोड़ना पड़ा था। 3. सैलजा के नजदीकी
चंद्रमोहन की गिनती सैलजा गुट में शामिल नेताओं में होती है। चंद्रमोहन के लिए सैलजा हाईकमान तक लॉबिंग कर रही हैं। हालांकि वह अभी इस मामले में कुछ नहीं बोल रही हैं मगर कांग्रेस की हार के बाद हाईकमान सैलजा के फैसलों को तव्ज्जों दे सकता है। ऐसे में चंद्रमोहन का नाम आगे करने से सैलजा को भी हरियाणा में अपनी मजबूत जमीन बनाने में आसानी होगी। 4. भाजपा के स्पीकर को चुनाव में हराया
चंद्रमोहन का कद हरियाणा की राजनीति में इसलिए बड़ा है क्योंकि उन्होंने शहरी सीट से चुनाव जीता है जहां अकसर भाजपा का जोर रहता है। चंद्रमोहन ने पंचकूला जैसी सीट से भाजपा के स्पीकर रहे ज्ञानचंद गुप्ता को हराया है। चंद्रमोहन बिश्नोई ने गैर जाट वोटों में सेंधमारी कर भाजपा को हराया और पंचकूला में ज्ञान चंद गुप्ता से 2019 की हार का बदला लिया। 5. पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे
चंद्रमोहन पूर्व सीएम भजनलाल के बड़े बेटे हैं। बड़ा बेटा होने के नाते भजनलाल की विरासत के वोटर उनके साथ जुड़ सकते हैं। हालांकि भजनलाल ने कुलदीप बिश्नोई को विरासत सौंपी थी जो अब भाजपा में है। मगर आदमपुर और फतेहाबाद जैसे गढ़ में हार के बाद कांग्रेस चंद्रमोहन को आगे कर ये दांव जरूर चलना चाहेगी जिससे की ये वोटर कांग्रेस की तरफ डायवर्ट हो जाएं। 2019 में राजनीति में दोबारा ली एंट्री
पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल को दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़ा बेटा चंद्रमोहन, छोटा बेटा कुलदीप और बेटी रोशनी। 1993 में पुरुषभान के निधन के बाद पंचकूला जिले की कालका सीट खाली हो गई। इस सीट पर उपचुनाव जीतकर चंद्रमोहन ने राजनीतिक पारी शुरू की थी। हरियाणा में वह डिप्टी CM के पद पर रहे लेकिन 2008 में उन्होंने निजी कारणों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2012 में अपनी पत्नी की मौत के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी भी बना ली थी। लेकिन 2019 में उन्होंने फिर से वापसी की लेकिन वो पंचकूला से चुनाव हार गए, हालांकि इस बार वो जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।
रेवाड़ी में महिला को सम्मोहित कर ठगा:बच्चों पर संकट का डर दिखा 2 लाख के गहने उतरवाए; बाजार में सामान लेने आई थी
रेवाड़ी में महिला को सम्मोहित कर ठगा:बच्चों पर संकट का डर दिखा 2 लाख के गहने उतरवाए; बाजार में सामान लेने आई थी हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बा में बाजार में सामान लेने आई एक महिला को दो युवकों ने सम्मोहित कर ठग लिया। बच्चों पर संकट होने का डर दिखाकर उसके पहने हुए कानों को टॉपस, मंगलसूत्र और अंगूठी उतरवा ली। जब तक महिला को होश आया दोनों आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, धारूहेड़ा की चांद कॉलोनी में रहने वाली पूजा ने बताया कि वह घर से भगत सिंह चौक पर सामान लेने के लिए गई थी। पैदल जाते वक्त बस रोड स्थित मेडिकल स्टोर के समीप उसके पास पैदल ही दो लड़के आए। दोनों ने कुछ देर उससे बातचीत की और फिर बातों में फंसा लिया। शातिर ने कहा कि आपके बच्चो पर संकट है। इतना सुनने के बाद पूजा को कुछ पता नहीं चला और आरोपियों ने उसे सम्मोहित कर दिया। पहने हुए गहने उतरवाए पूजा ने सोने का मंगलसूत्र, दोनों कानों में टॉपस और अंगूठी पहनी हुई थी। आरोपियों ने 2 लाख रुपए से ज्यादा कीमत के ये गहने उतरा लिए और मौके से फरार हो गए। पूजा को जब होश आया तो उसके पहने हुए गहने गायब थे। उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची धारूहेड़ा थाना पुलिस ने धारा 420,406, IPC के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी चेक कर रही है, जिससे बदमाशों का सुराग लग सके।
हरियाणा में नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या:गली में घूमते समय पड़ोसी घर में खींचकर ले गए; बीच-बचाव में आए भतीजे को भी लहूलुहान किया
हरियाणा में नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या:गली में घूमते समय पड़ोसी घर में खींचकर ले गए; बीच-बचाव में आए भतीजे को भी लहूलुहान किया हरियाणा के सोनीपत में एक नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसके सिर में गंभीर चोट लगी मिली हैं। बताया जा रहा है कि गांव में ही कुछ व्यक्तियों के साथ उसकी कहासुनी हुई थी। इसलिए, माना जा रहा है कि इसी के चलते उसकी हत्या की गई है। वारदात के बाद पुलिस ने 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल में लाया गया। जांच जारी है। घूमते हुए सुभाष को पकड़ा
शिकायतकर्ता अजमेर पुत्र रामकिशन निवासी नैना तातारपुर ने बताया वह 3 भाई हैं। 31 मई को उनके सबसे बड़े भाई सुभाष (40) का झगड़ा हमारे पड़ोसी ईश्वर के साथ गली को लेकर हो गया था। इस झगड़े का उसी दिन भाईचारे में राजीनामा भी हो गया। फिर 1 जून को रात करीब 10 बजे सुभाष गली में खाना खाकर घूम रहे थे। इसी दौरान झगड़े की रंजिश रखते हुए ईश्वर, उसके लड़के हिमान्शु व हन्नी, उसकी पत्नी नीलम, उसका भाई संजय व उसकी पत्नि बेबी, ईश्वर का दूसरा भाई बंटी और उसकी छोटी बहन एक साथ वहां पहुंचे। ये सभी सुभाष को लाठी-डंडों और अन्य तेजधार हथियारों से मारते हुए घसीटकर अपने घर के अन्दर ले गए। छुड़वाने पहुंचे तो भतीजे को भी पीटा
अजमेर ने बताया कि वह और उनका भतीजा गौरव सुभाष को छुड़वाने के लिए ईश्वर के घर में गए तो सभी सुभाष को मारने में लगे थे। सुभाष जमीन पर पड़ा हुआ था। अजमेर ने कहा कि जब वे सुभाष को छुड़वाने लगे तो आरोपियों ने गौरव के सिर व मुंह पर चोटें मारी। जब बचाव के शोर मचाया तो आसपास के लोग और परिजन आ गए। उन्होंने हमें छुड़वाया। इस दौरान भी ईश्वर जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया
अजमेर का कहना है कि वह अपने भाई और भतीजे गौरव को इलाज के लिए सोनीपत ले गया, जहां डॉक्टर ने भाई को मृत घोषित कर दिया और गौरव को ICU में भर्ती कर लिया। अजमेर ने मांग की कि ईश्वर और उसके घरवालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने शिकायत मिलने पर IPC की धारा 148, 149, 323, 302, 506, 342 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके बाद 4 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की है। 2007 में नंबरदार नियुक्त हुआ
पुलिस का कहना है कि सुभाष गांव का नंबरदार था। जब सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर छानबीन की गई तो शव के सिर में चोट के निशान थे। वहीं, गांव नैना तेतारपुर के सरपंच अनूप ने बताया कि सुभाष वर्ष 2007 में गांव में नंबरदार नियुक्त हुआ था। गांव ने कुछ लोगों के साथ उसकी कहासुनी हो गई थी। यही पुरानी रंजिश अब खूनी संघर्ष में बदल गई है। पुलिस को फिलहाल 8 व्यक्तियों के नाम वारदात में बताए गए हैं। परिजनों ने इन पर सुभाष की हत्या के आरोप लगाए हैं। थाना मोहाना पुलिस इनसे सुभाष की हत्या को लेकर पूछताछ कर रही है।