हरियाणा चुनाव के बीच BJP मंत्री-सावित्री जिंदल समर्थकों में टकराव:आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल लगाया; जैन समाज बोला-स्मृतियां मिटाने की कोशिश

हरियाणा चुनाव के बीच BJP मंत्री-सावित्री जिंदल समर्थकों में टकराव:आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल लगाया; जैन समाज बोला-स्मृतियां मिटाने की कोशिश

हरियाणा के हिसार में जैन धर्म गुरु आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल बनाए जाने से समाज के लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है। जैन समाज में इसको लेकर रोष है और समाज की मीटिंग भी इस बारे में हो चुकी है। समाज के लोगों का कहना है कि यह चौक 20 साल पहले आचार्य तुलसी के नाम पर बनाया गया था। जिन्होंने समाज को नई राह दिखाई। अब उनकी स्मृतियों को मिटाने का प्रयास किया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि “चौक की हालत पहले खराब थी। इसे नया आकार दिया गया है। इसका नाम नहीं बदला गया है और ना ही इस चौक पर किसी तरह की कोई प्रतिमा हटाई गई है। हमने चौक की देखरेख की है। आज भी चौक को आचार्य तुलसी के नाम से ही जाना जाता है। जब इस मॉडल को यहां रखा गया अगर तब भी मुझे बताया गया होता कि इससे जैन समाज को आपत्ति है वह इसे यहां ना लगवाते। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लाल किला का मॉडल रखा गया है लाल किला भी देशभक्ति का एक प्रतीक है”। हिसार में 46 लाख रुपए से बनाए गए थे 3 मॉडल
हिसार में मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की तरफ से 46 लाख रुपए के सौंदर्यीकरण के 3 कार्यों का 26 जुलाई को उद्घाटन किया गया था। डॉ. कमल गुप्ता ने तुलसी चौक पर लगभग 20 लाख रुपए की लागत से बने लाल किले के प्रतिरूप और लक्ष्मीबाई चौक के समीप 17 लाख रुपए की लागत से बने चंद्रयान के प्रतिरूप और सेक्टर 9-11 दिल्ली रोड से एंट्री पॉइंट पर लगभग 9 लाख रुपए की लागत से बने इंडिया गेट के प्रतिरूप का उद्घाटन किया था। कौन थे आचार्य तुलसी
आचार्य तुलसी जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के 9वें आचार्य थे। वो अणुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रवर्तक हैं। वे 100 से भी अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपनी पुस्तक “लिविंग विद पर्पज” में उन्हें विश्व के 15 महान लोगों में शामिल किया था। उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरि ने 1971 में एक कार्यक्रम में “युग-प्रधान” की उपाधि से विभूषित किया। उन्होंने आचार्य महाप्रज्ञ एवं साध्वी कनकप्रभा का विकास करने में महत्वपूर्ण कार्य किया था। पार्षद टीनू जैन बोले- जैन समाज में रोष
इस बारे में भाजपा पार्षद टीनू जैन ने कहा कि इस फैसले से जैन समाज में रोष है। जब यह चौक पहले बना हुआ था और आचार्य तुलसी की स्मृतियों में बनाया गया था तो इससे छेड़छाड़ ही नहीं की जानी चाहिए थी। इस चौक पर लाल किला के मॉडल लगा दिया। कम से कम प्रशासन को चाहिए यहां एक ग्रिल लगाकर बोर्ड लगा दें। हमने 25 दिन पहले नगर निगम कमिश्नर को भी शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि बोर्ड लग जाएगा मगर आज तक नहीं लगा। प्रवीण जैन बोले- समाज लड़ाई लड़ेगा
सेक्टर 9-11 आरडब्ल्यूए प्रधान प्रवीण जैन ने कहा कि आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले की डमी बनाकर रख दी। इससे समाज में क्या संदेश जाएगा। जैन धर्मगुरु के चौक से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए थी। समाज के लोगों ने इसको लेकर बैठक की थी। इसको लेकर समाज में रोष है। समाज अपनी लड़ाई लड़ेगा। यहां आचार्य तुलसी की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। 20 साल से यहां चौक बना हुआ है। हरियाणा के हिसार में जैन धर्म गुरु आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले का मॉडल बनाए जाने से समाज के लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है। जैन समाज में इसको लेकर रोष है और समाज की मीटिंग भी इस बारे में हो चुकी है। समाज के लोगों का कहना है कि यह चौक 20 साल पहले आचार्य तुलसी के नाम पर बनाया गया था। जिन्होंने समाज को नई राह दिखाई। अब उनकी स्मृतियों को मिटाने का प्रयास किया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि “चौक की हालत पहले खराब थी। इसे नया आकार दिया गया है। इसका नाम नहीं बदला गया है और ना ही इस चौक पर किसी तरह की कोई प्रतिमा हटाई गई है। हमने चौक की देखरेख की है। आज भी चौक को आचार्य तुलसी के नाम से ही जाना जाता है। जब इस मॉडल को यहां रखा गया अगर तब भी मुझे बताया गया होता कि इससे जैन समाज को आपत्ति है वह इसे यहां ना लगवाते। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लाल किला का मॉडल रखा गया है लाल किला भी देशभक्ति का एक प्रतीक है”। हिसार में 46 लाख रुपए से बनाए गए थे 3 मॉडल
हिसार में मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की तरफ से 46 लाख रुपए के सौंदर्यीकरण के 3 कार्यों का 26 जुलाई को उद्घाटन किया गया था। डॉ. कमल गुप्ता ने तुलसी चौक पर लगभग 20 लाख रुपए की लागत से बने लाल किले के प्रतिरूप और लक्ष्मीबाई चौक के समीप 17 लाख रुपए की लागत से बने चंद्रयान के प्रतिरूप और सेक्टर 9-11 दिल्ली रोड से एंट्री पॉइंट पर लगभग 9 लाख रुपए की लागत से बने इंडिया गेट के प्रतिरूप का उद्घाटन किया था। कौन थे आचार्य तुलसी
आचार्य तुलसी जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के 9वें आचार्य थे। वो अणुव्रत और जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के प्रवर्तक हैं। वे 100 से भी अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपनी पुस्तक “लिविंग विद पर्पज” में उन्हें विश्व के 15 महान लोगों में शामिल किया था। उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरि ने 1971 में एक कार्यक्रम में “युग-प्रधान” की उपाधि से विभूषित किया। उन्होंने आचार्य महाप्रज्ञ एवं साध्वी कनकप्रभा का विकास करने में महत्वपूर्ण कार्य किया था। पार्षद टीनू जैन बोले- जैन समाज में रोष
इस बारे में भाजपा पार्षद टीनू जैन ने कहा कि इस फैसले से जैन समाज में रोष है। जब यह चौक पहले बना हुआ था और आचार्य तुलसी की स्मृतियों में बनाया गया था तो इससे छेड़छाड़ ही नहीं की जानी चाहिए थी। इस चौक पर लाल किला के मॉडल लगा दिया। कम से कम प्रशासन को चाहिए यहां एक ग्रिल लगाकर बोर्ड लगा दें। हमने 25 दिन पहले नगर निगम कमिश्नर को भी शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि बोर्ड लग जाएगा मगर आज तक नहीं लगा। प्रवीण जैन बोले- समाज लड़ाई लड़ेगा
सेक्टर 9-11 आरडब्ल्यूए प्रधान प्रवीण जैन ने कहा कि आचार्य तुलसी चौक पर लाल किले की डमी बनाकर रख दी। इससे समाज में क्या संदेश जाएगा। जैन धर्मगुरु के चौक से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए थी। समाज के लोगों ने इसको लेकर बैठक की थी। इसको लेकर समाज में रोष है। समाज अपनी लड़ाई लड़ेगा। यहां आचार्य तुलसी की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए। 20 साल से यहां चौक बना हुआ है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर