फतेहाबाद में रोडवेज क्लर्क रिश्वत लेते गिरफ्तार:एग्रीमेंट आधार पर कंडक्टर पद पर ज्वाइनिंग के लिए मांगे रुपए, 20 हजार लेते हुए पकड़ा

फतेहाबाद में रोडवेज क्लर्क रिश्वत लेते गिरफ्तार:एग्रीमेंट आधार पर कंडक्टर पद पर ज्वाइनिंग के लिए मांगे रुपए, 20 हजार लेते हुए पकड़ा

हरियाणा के फतेहाबाद शहर में एंटी करप्शन ब्यूरो हिसार की टीम ने रोडवेज जीएम कार्यालय में तैनात क्लर्क सुनील को कंडक्टर के पद पर ज्वाइनिंग करवाने की एवज में युवक से 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि क्लर्क ने 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी और पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपए लिए तो टीम ने काबू कर लिया। शिकायतकर्ता विनोद ने रिश्वत मांगने की सूचना हिसार एसीबी की टीम को दी। इसके बाद एसीबी के इंस्पेक्टर अजीत गिल के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमार कार्रवाई की गई। आरोप है कि क्लर्क सुनील ने शहर के राजीव कॉलोनी निवासी विनोद से एग्रीमेंट के तहत कंडक्टर लगवाने की एवज में 35 हजार की रिश्वत मांगी थी। सोमवार को जब विनोद 20 हजार रुपए देने के लिए क्लर्क सुनील कुमार के पास आया तो मौके पर तैनात एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सुनील को रंगे हाथों काबू कर लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। यह था पूरा मामला दरअसल, साल 2018 में रोडवेज की हड़ताल की गई थी। उस समय एग्रीमेंट आधार पर कंडक्टर ड्राइवर लेने थे। उस समय विनोद की जगह पर किसी अधिकारी ने अपने रिश्तेदार को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद विनोद ने रिकॉर्ड ढूंढ कर कोर्ट में चला गया। इसके बाद कोर्ट ने विनोद के हक में फैसला दे दिया। इसके बाद ज्वाइनिंग के लिए चक्कर काटता रहा। अब क्लर्क ने रिश्वत के आधार पर ज्वाइन करवाने का आश्वासन दिया। हरियाणा के फतेहाबाद शहर में एंटी करप्शन ब्यूरो हिसार की टीम ने रोडवेज जीएम कार्यालय में तैनात क्लर्क सुनील को कंडक्टर के पद पर ज्वाइनिंग करवाने की एवज में युवक से 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि क्लर्क ने 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी और पहली किस्त के रूप में 20 हजार रुपए लिए तो टीम ने काबू कर लिया। शिकायतकर्ता विनोद ने रिश्वत मांगने की सूचना हिसार एसीबी की टीम को दी। इसके बाद एसीबी के इंस्पेक्टर अजीत गिल के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमार कार्रवाई की गई। आरोप है कि क्लर्क सुनील ने शहर के राजीव कॉलोनी निवासी विनोद से एग्रीमेंट के तहत कंडक्टर लगवाने की एवज में 35 हजार की रिश्वत मांगी थी। सोमवार को जब विनोद 20 हजार रुपए देने के लिए क्लर्क सुनील कुमार के पास आया तो मौके पर तैनात एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सुनील को रंगे हाथों काबू कर लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। यह था पूरा मामला दरअसल, साल 2018 में रोडवेज की हड़ताल की गई थी। उस समय एग्रीमेंट आधार पर कंडक्टर ड्राइवर लेने थे। उस समय विनोद की जगह पर किसी अधिकारी ने अपने रिश्तेदार को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद विनोद ने रिकॉर्ड ढूंढ कर कोर्ट में चला गया। इसके बाद कोर्ट ने विनोद के हक में फैसला दे दिया। इसके बाद ज्वाइनिंग के लिए चक्कर काटता रहा। अब क्लर्क ने रिश्वत के आधार पर ज्वाइन करवाने का आश्वासन दिया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर