फतेहाबाद में शुक्रवार सुबह कोहरे के कारण एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। हरियाणा रोडवेज की फतेहाबाद डिपो की झुंझनू जा रही रोडवेज बस की गांव बड़ोपल और धांगड़ के बीच सिरसा से आ रहे एक ट्रक से टक्कर हो गई। हादसे में बस के अगले हिस्से में बैठे 3 यात्री घायल हो गए। उनको तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी अनुसार घटना शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे की है और फोरलेन पर बने कट के पास यह हादसा हुआ। कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम थी, जिससे दोनों वाहनों के चालकों को एक-दूसरे के वाहन की सही स्थिति का अंदाजा नहीं लग पाया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का परिचालक साइड का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में करीब 40 यात्री सवार थे, जो बाल-बाल बच गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन ने तुरंत दूसरी बस की व्यवस्था की, जिससे बचे हुए यात्रियों को फतेहाबाद पहुंचाया गया। मौसम विभाग ने पहले ही कोहरे की चेतावनी जारी की थी। करीब 15 दिनों के अंतराल के बाद छाए इस कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी रही। यह हादसा सड़क सुरक्षा के लिए कोहरे के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। फतेहाबाद में शुक्रवार सुबह कोहरे के कारण एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। हरियाणा रोडवेज की फतेहाबाद डिपो की झुंझनू जा रही रोडवेज बस की गांव बड़ोपल और धांगड़ के बीच सिरसा से आ रहे एक ट्रक से टक्कर हो गई। हादसे में बस के अगले हिस्से में बैठे 3 यात्री घायल हो गए। उनको तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी अनुसार घटना शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे की है और फोरलेन पर बने कट के पास यह हादसा हुआ। कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम थी, जिससे दोनों वाहनों के चालकों को एक-दूसरे के वाहन की सही स्थिति का अंदाजा नहीं लग पाया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का परिचालक साइड का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में करीब 40 यात्री सवार थे, जो बाल-बाल बच गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन ने तुरंत दूसरी बस की व्यवस्था की, जिससे बचे हुए यात्रियों को फतेहाबाद पहुंचाया गया। मौसम विभाग ने पहले ही कोहरे की चेतावनी जारी की थी। करीब 15 दिनों के अंतराल के बाद छाए इस कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी रही। यह हादसा सड़क सुरक्षा के लिए कोहरे के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में महिला HCS अधिकारी गिरफ्तार:1 लाख रिश्वत केस में ACB ने पकड़ा, पंचकूला कोर्ट ने जेल भेजा; 5 महीने से थीं फरार हरियाणा में 1 लाख रुपए के रिश्वत केस में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने हरियाणा सिविल सर्विसिज (HCS) अधिकारी मीनाक्षी दहिया को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात उनकी गिरफ्तारी के बाद दहिया को पंचकूला में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आगे पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट न्यायालय ने रिश्वत के केस में HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। HC ने की थी तल्ख टिप्पणी
इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनूप चितकारा ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि, प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता मीनाक्षी दहिया के साथ उनके रसोइए से 1 लाख रुपए की रिश्वत की वसूली के संबंध में सबूत मौजूद हैं, जिसे 29 मई को रंगे हाथों पकड़ा गया था। न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा था कि “पुलिस ने उससे रिश्वत की रकम बरामद की है। कॉल और ट्रांसक्रिप्ट से याचिकाकर्ता की संलिप्तता का संकेत मिलता है, जिसकी पुष्टि शिकायतकर्ता के आरोप से होती है।” पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज होने के बाद दहिया ने अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख किया था। इस मामले में सेवामुक्त जिला मत्स्य अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सरकारी काम के बदले कथित तौर पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी
जस्टिस चितकारा ने कहा कि याचिकाकर्ता के वकील “कोई भी सख्त शर्त” लगाकर जमानत की मांग कर रहे थे। याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया था कि आगे की सुनवाई से पहले की कैद याचिकाकर्ता और उनके परिवार के साथ अपरिवर्तनीय अन्याय का कारण बनेगी। हालांकि, न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया था और तर्क दिया था कि अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को बरामद करने के लिए याचिकाकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है। दहिया पर क्या हैं आरोप
रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है, कि एक जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र वापस लेने के लिए फाइल मत्स्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने से पहले उन्हें मामले में निर्दोष घोषित कर दिया था। उन्होंने संबंधित मंत्री को फाइल भेजने से पहले जांच रिपोर्ट स्वीकार कर ली, जिन्होंने अपनी मंजूरी दे दी और इस संबंध में आदेश जारी करने के लिए फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेज दी गई। उन्होंने कहा, “सीनियर एचसीएस अधिकारी और संयुक्त सचिव दहिया ने मुझे 17 अप्रैल को अपने स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह के माध्यम से पंचकूला स्थित अपने कार्यालय में आदेश जारी करने के लिए बुलाया था और मुझसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। मैं अपने सरकारी काम के बदले मैडम को रिश्वत नहीं देना चाहता था और भ्रष्ट अधिकारी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।” मीनाक्षी 5 महीने से चल रही थी फरार
रिश्वत के इस खेल में आरोपी एचसीएस ऑफिसर मीनाक्षी दहिया 5 महीने से फरार चल रही हैं। ACB की टीम लगातार दहिया की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक एसीबी को इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। इस मामले में, वॉट्सऐप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी, जिससे पूरी कॉल रिकॉर्ड हो गई। फिलहाल मीनाक्षी दहिया फरार चल रही थीं, ACB की टीम की उनकी गिरफ्तारी की बड़ी सफलता के रूप में देख रही है।
करनाल की अल्फा सिटी में व्यक्ति की मौत:सांस लेने में थी परेशानी, कारण नहीं स्पष्ट, पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव
करनाल की अल्फा सिटी में व्यक्ति की मौत:सांस लेने में थी परेशानी, कारण नहीं स्पष्ट, पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव हरियाणा के करनाल जिले की अल्फा सिटी में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान मुरथल के रघविंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो करनाल में रहकर काम करता था। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि युवक को सांस लेने में परेशानी थी, लेकिन मौत की असली वजह क्या है, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट इंतजार में पुलिस रघविंद्र सिंह करनाल की अल्फा सिटी के एक फ्लैट में किराए पर रह रहा था और वहीं पर काम करता था। बताया जा रहा है कि उसे पहले से सांस की बीमारी थी, जिसकी वजह से उसे कई बार तकलीफ होती थी। प्राथमिक तौर पर अनुमान लगाया जा रहा है कि रात के समय भी उसे सांस लेने में दिक्कत हुई होगी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। किराए के फ्लैट में अकेला रहता था अल्फा सिटी में एक युवक के मृत होने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी विकास कुमार ने बताया कि मृतक मुरथल का रहने वाला था और यहां किराए के फ्लैट में अकेला रह रहा था। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। मौत की असली वजह स्पष्ट नहीं फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि युवक की मौत सिर्फ बीमारी की वजह से हुई है या फिर इसके पीछे कोई और वजह छिपी हुई है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रही है।
उकलाना में 4 किलोमीटर में 10 स्पीड ब्रेकर:सुरेवाला रोड पर ड्राइवर परेशान; कई जगह 20 फीट की दूरी पर दो-दो ब्रेकर
उकलाना में 4 किलोमीटर में 10 स्पीड ब्रेकर:सुरेवाला रोड पर ड्राइवर परेशान; कई जगह 20 फीट की दूरी पर दो-दो ब्रेकर हरियाणा के हिसार के उकलाना क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के नाम पर बनाए गए स्पीड ब्रेकर अब वाहन ड्राइवरों के लिए मुसीबत बन गए हैं। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग द्वारा उकलाना बस स्टैंड से सुरेवाला चौक तक केवल 4 किलोमीटर की दूरी में एक तरफ 10 स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। वहीं, आने-जाने के दौरान बसों को 8 किलोमीटर की दूरी में कुल 19 स्पीड ब्रेकरों से गुजरना पड़ता है। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुछ स्थानों पर महज 20 फुट की दूरी में दो-दो स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। इनमें से अधिकांश पर सफेद पट्टियां नहीं लगी हैं, जो रात में दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। कई स्पीड ब्रेकर ऊंची ढलान पर बने हैं, जिससे विशेषकर दोपहिया वाहन चालक असंतुलित होकर गिरने का खतरा रहता है। उकलाना के निवासियों महेंद्र, नरेंद्र, कुलदीप और संदीप का कहना है कि अधिकांश स्पीड ब्रेकर बिना किसी मानक के बनाए गए हैं। उनकी मांग है कि केवल आवश्यक स्थानों पर ही स्पीड ब्रेकर रखे जाएं और अनावश्यक ब्रेकर हटाए जाएं। साथ ही सभी ब्रेकरों पर सफेद पट्टियां लगाई जाएं। इस मामले में पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग के एसडीओ रण सिंह ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही स्थिति की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि अनावश्यक स्पीड ब्रेकर हटाए जाएंगे और बचे हुए सभी ब्रेकरों पर सफेद पट्टियां लगवाई जाएंगी।