हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल में नशे के खिलाफ मुहिम चलाने वाले लोगों पर पथराव किया गया है। वारदात का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक मकान की छत से महिलाएं एवं पुरुष नीचे गली में खड़े लोगों पर पत्थर फेक रहे हैं। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग जाखल थाने पहुंचे और रोष प्रकट किया। लोगों ने चेतावनी दी कि पुलिस ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो पंचायत बुलाकर अपने स्तर पर सख्त कार्रवाई को मजबूर होंगे। जाखल निवासी दुल्ला राम ने बताया कि जाखल की बाजीगर बस्ती नशे का अड्डा बन गई है। यहां के दो-तीन लोग लगातार नशे का कारोबार कर रहे हैं, जिससे युवा पीढ़ी नशे की दलदल में फंस रही है। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले इन लोगों की प्रॉपर्टी पर सरकार ने पीला पंजा चलवाया था, लेकिन उसके बाद से फिर से यह लोग सक्रिय हो गए हैं। कई बार जाखल पुलिस से इस बारे में मांग की जा रही है, लेकिन पुलिस गश्त करके ही इतीश्री कर रही है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध लोगों की प्रॉपर्टी लगातार बढ़ रही है, प्रशासन तलाशी लेकर प्रॉपर्टी की जांच करे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आज लोग संदिग्ध लोगों के घरों पर पहुंचे तो उन पर ईंटें बरसाई गईं। जाखल गांव के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि वे नशे का कारोबार करने वालों को भाईचारे से समझा रहे हैं, लेकिन वे समझ नहीं रहे, बल्कि नशा तो बेचते ही हैं, लोगों को गालियां भी देते हैं।कहते हैं कि जो करना है कर लो, पुलिस को हम मंथली देते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस खुलकर कार्रवाई नहीं कर रही, यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो फिर लोग अपने स्तर पर संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई करेंगे। उधर इस मामले में जाखल थाना प्रभारी जसवंत सिंह का कहना है कि पुलिस लगातार नशे का कारोबार करने वालों को राऊंडअप कर रही है। जो संदिग्ध लगता है, उनके घर पर रेड करके तलाशी ली जा रही है, रात को सेंसेटिव एरिया में गश्त दूसरे इलाकों की बजाए ज्यादा कर रखी है। मुखबिर भी लगातार सक्रिय हैं। अभी तक जिन लोगों के नाम लोगों ने पुलिस को दिए हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है, लेकिन कुछ बरामदगी नहीं हुई है। साथ लगते पंजाब के थानों से भी नशे का कारोबार करने वाले लोगों के नाम वेरीफाई करवाए जा रहे हैं। ईंटें बरसाने के मामले पर थाना प्रभारी ने कहा कि पब्लिक अपने स्तर पर पूछताछ आदि की कार्रवाई न करे, पंचायत फैसला ले सकती है, लेकिन कार्रवाई कानून के दायरे में ही हो तो ठीक है। हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल में नशे के खिलाफ मुहिम चलाने वाले लोगों पर पथराव किया गया है। वारदात का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक मकान की छत से महिलाएं एवं पुरुष नीचे गली में खड़े लोगों पर पत्थर फेक रहे हैं। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग जाखल थाने पहुंचे और रोष प्रकट किया। लोगों ने चेतावनी दी कि पुलिस ने सख्त कार्रवाई नहीं की तो पंचायत बुलाकर अपने स्तर पर सख्त कार्रवाई को मजबूर होंगे। जाखल निवासी दुल्ला राम ने बताया कि जाखल की बाजीगर बस्ती नशे का अड्डा बन गई है। यहां के दो-तीन लोग लगातार नशे का कारोबार कर रहे हैं, जिससे युवा पीढ़ी नशे की दलदल में फंस रही है। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले इन लोगों की प्रॉपर्टी पर सरकार ने पीला पंजा चलवाया था, लेकिन उसके बाद से फिर से यह लोग सक्रिय हो गए हैं। कई बार जाखल पुलिस से इस बारे में मांग की जा रही है, लेकिन पुलिस गश्त करके ही इतीश्री कर रही है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध लोगों की प्रॉपर्टी लगातार बढ़ रही है, प्रशासन तलाशी लेकर प्रॉपर्टी की जांच करे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आज लोग संदिग्ध लोगों के घरों पर पहुंचे तो उन पर ईंटें बरसाई गईं। जाखल गांव के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि वे नशे का कारोबार करने वालों को भाईचारे से समझा रहे हैं, लेकिन वे समझ नहीं रहे, बल्कि नशा तो बेचते ही हैं, लोगों को गालियां भी देते हैं।कहते हैं कि जो करना है कर लो, पुलिस को हम मंथली देते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस खुलकर कार्रवाई नहीं कर रही, यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो फिर लोग अपने स्तर पर संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई करेंगे। उधर इस मामले में जाखल थाना प्रभारी जसवंत सिंह का कहना है कि पुलिस लगातार नशे का कारोबार करने वालों को राऊंडअप कर रही है। जो संदिग्ध लगता है, उनके घर पर रेड करके तलाशी ली जा रही है, रात को सेंसेटिव एरिया में गश्त दूसरे इलाकों की बजाए ज्यादा कर रखी है। मुखबिर भी लगातार सक्रिय हैं। अभी तक जिन लोगों के नाम लोगों ने पुलिस को दिए हैं, उनसे पूछताछ की जा रही है, लेकिन कुछ बरामदगी नहीं हुई है। साथ लगते पंजाब के थानों से भी नशे का कारोबार करने वाले लोगों के नाम वेरीफाई करवाए जा रहे हैं। ईंटें बरसाने के मामले पर थाना प्रभारी ने कहा कि पब्लिक अपने स्तर पर पूछताछ आदि की कार्रवाई न करे, पंचायत फैसला ले सकती है, लेकिन कार्रवाई कानून के दायरे में ही हो तो ठीक है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में सड़क हादसे में युवक की मौत:कैंटर ने बाइक को मारी टक्कर; दो माह बाद होनी थी शादी
पानीपत में सड़क हादसे में युवक की मौत:कैंटर ने बाइक को मारी टक्कर; दो माह बाद होनी थी शादी हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली में एक हादसा हुआ। जहां तेज रफ्तार कैंटर ने रॉन्ग साइड में चलते हुए बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही बाइक सवार नीचे गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी कैंटर को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। वहीं, युवक को भी तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी कैंटर नंबर के चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। दोपहर में लंच पर आ रहा था घर
सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में मोहम्मद सरवरदीन ने बताया कि वह सैनी कॉलोनी, बापौली का रहने वाला है। उसका लड़का मोहम्मद अहमद उर्फ अमन (25) एक कंपनी में नौकरी करता था। रोजाना की तरह वह शनिवार दोपहर को अपनी बाइक से घर लौट रहा था। जब सह कुराड़ फॉर्म से सनौली की ओर थोड़ा आगे पहुंचा, तो सामने से गलत दिशा में एक तेज रफ्तार कैंटर नंबर HR67B9928 आया, जिसने देखते ही देखते बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अहमद नीचे गिर गया और नीचे गिरते ही उसकी मौत हो गई। दो माह बाद होनी थी शादी
पिता ने बताया कि अहमद उनका इकलौता बेटा था। उसकी कोई बेटी भी नहीं है। जिसकी दो माह बाद करनाल के इंद्री निवासी युवती से शादी होनी थी। उसकी सगाई हो चुकी थी। लेकिन, हादसे ने घर का इकलौता चिराग बुझा दिया और सारी खुशियां छीन ली।
हरियाणा में शादियों के सीजन से पहले ग्लैंडर्स से हड़कंप:हिसार में खच्चर मिला बीमारी से पॉजिटिव, प्रदेश में अलर्ट, पशुओं की आवाजाही पर रोक
हरियाणा में शादियों के सीजन से पहले ग्लैंडर्स से हड़कंप:हिसार में खच्चर मिला बीमारी से पॉजिटिव, प्रदेश में अलर्ट, पशुओं की आवाजाही पर रोक हरियाणा में देवउठनी एकादशी से पहले खच्चर में ग्लैंडर्स बीमारी से हड़कंप मच गया है। हिसार के गांव सुल्तानपुर में खच्चर ग्लैंडर्स बीमारी से पॉजिटिव मिलने पर पशुपालन विभाग ने अश्व प्रजाति के पशुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी है। ग्लैंडर्स एक जीवाणु जनित बीमारी है, जो पशुओं से इंसानों में भी फैल सकती है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। जिसको यह बीमारी होती है उसकी मौत निश्चित होती है। भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के डीएएचडी मत्स्य मंत्रालय द्वारा जारी हिदायतों अनुसार जिला हिसार को अश्व प्रजाति के पशुओं में ग्लैंडर्स बीमारी से बचाव, नियंत्रण के लिए नियंत्रित क्षेत्र घोषित किया गया है और साथ ही घोड़े, गधे, खच्चर और अश्व प्रजाति के पशुओं की जिले से अन्य स्थान पर आवाजाही को पूर्ण प्रतिबंधित किया गया है। हिसार स्थित राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने खच्चर के खून के सैंपल लिए थे और उसे क्वारंटीन कर दिया था। अब ग्लैंडर्स पाए जाने के बाद खच्चर को मारकर एक निश्चित स्थान पर दबा दिया जाएगा। इसको लेकर पूरी अहतियात बरती जाती है। पशुओं से मनुष्यों तक पहुंच सकती है बीमारी पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप-निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र जांगड़ा ने बताया कि अश्व जाति के पशुओं की दौड़, मेले, प्रदर्शनी, खेल आदि आयोजन और एकत्रित करने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। उन्होंने बताया कि ग्लैंडर्स घोड़ों की प्रजातियों में एक जानलेवा संक्रामक रोग है। इसमें पशुओं की नाक से खून बहना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर का सूख जाना, पूरे शरीर पर फोड़े आदि लक्षण हैं। यह बीमारी दूसरे पालतू पशुओं में भी पहुंच सकती है। इसके अलावा इंसान भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। आखिर क्या है ग्लैंडर्स? ग्लैंडर्स घोड़ों की प्रजातियों में एक जानलेवा संक्रामक रोग है। इसमें घोड़े की नाक से खून बहना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर का सूख जाना, पूरे शरीर पर फोड़े या गाठें आदि लक्षण हैं। यह बीमारी दूसरे पालतू पशु में भी पहुंच सकती है। दरअसल यह बीमारी बरखोडेरिया मैलियाई नामक बैक्टीरिया से फैलती है। यह बीमारी होने पर घोड़े को वैज्ञानिक तरीके से मारना ही पड़ता है। मनुष्यों पर ग्लैंडर्स का प्रभाव घोड़ों से मनुष्यों में यह बीमारी आसानी से पहुंच जाती है। जो लोग घोड़ों की देखभाल करते हैं या फिर उपचार करते हैं, उनको त्वचा, नाक, मुंह और सांस के द्वारा संक्रमण हो जाता है। मनुष्यों में इस बीमारी से मांस पेशियों में दर्द, छाती में दर्द, मांसपेशियों की अकड़न, सिरदर्द और नाक से पानी निकलने लगता है। आने वाले दिनों में शादियों का सीजन है ऐसे में वैज्ञानिकों को ज्यादा एहतियात बरतने पड़ेंगे। पूरे हरियाणा में अलर्ट जारी ग्लैंडर्स बीमारी ऐसी है, जो कैंसर से भी अधिक खतरनाक है। घोड़ों और खच्चरों से सीधे यह बीमारी मनुष्यों में हो जाती है, और उसकी मौत हो जाती है। इस लाइलाज बीमारी की आशंका पर पूरे प्रदेश भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पशुओं में घोड़ा ऐसा पशु है, जिसमें ग्लैंडर्स या फार्सी रोग जल्दी फैलता है। पूरे प्रदेश से घोड़ों की जांच शुरू कर दी गई है।
करनाल के युवक को दुबई भेज छोड़ा बेसहारा:डॉलर में पैसा कमाने का दिखाया सपना, 20 लाख हड़पने का आरोप
करनाल के युवक को दुबई भेज छोड़ा बेसहारा:डॉलर में पैसा कमाने का दिखाया सपना, 20 लाख हड़पने का आरोप करनाल जिले के रिंडल गांव में दो बेटों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने एक युवक को ऑस्ट्रेलिया की अपेक्षा दुबई भेज दिया और जहां उसे एक होटल में फंसा दिया। एजेंट को पूरा पैसा देने के बावजूद भी दुबई में एजेंट के दो व्यक्तियों ने युवक से 9500 डॉलर की डिमांड रख दी। जब पूरे पैसे इंडिया में एजेंट को दिए जाने की बात बताई, तो दोनों ने युवक के साथ दुर्व्यवहार किया और वहां से चले गए। किसी तरह से परिजन अपने बेटे को इंडिया लाने में कामयाब हो गए। पीड़ित परिवार ने एजेंट से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्हें जान से मारने की धमकी मिली। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी। पहली मुलाकात में 5 लाख ले गए आरोपी करनाल के रिंडल निवासी राजिंद्र के भतीजे प्रिंस को कर्मबीर नामक व्यक्ति ने अगस्त 2023 में विदेश भेजने का झांसा देकर दोस्ती की। आरोप है कि उसने परिवार को अपने साथियों के साथ घर आकर ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में वर्क वीजा पर भेजने की प्लानिंग बताई और डॉलर में पैसे कमाने का सब्जी बाग दिखाया। पीड़ित ने किश्तों में 20 लाख रुपए ट्रांजैक्शन और नकद के जरिए दिए गए। दुबई के होटल में छोड़कर मांगे डॉलर राजिंद्र का आरोप है कि उनके भतीजे अभिषेक का वीजा और टिकट का इंतजाम कर उसे बीती 2 मार्च को दुबई भेजा गया। वहां पहुंचने के बाद अभिषेक को एक होटल में रुकने के निर्देश दिए गए, जहां उसे 8-10 दिनों तक किसी ने संपर्क नहीं किया। उसके पास खर्चे की भी कमी हो गई। इसी बीच कर्मबीर के दो सहयोगी विनीत और गुरप्रीत ने होटल में जाकर अभिषेक से 9500 डॉलर की मांग की, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया भेजने का आश्वासन दिया। जब अभिषेक ने बताया कि उसने सारा पैसा पहले ही कर्मबीर को दे दिया है, तो दोनों व्यक्ति दुर्व्यवहार कर वहां से चले गए। नकली वीजा और दस्तावेज के मार्फत रची साजिश राजिंन्द्र का आरोप है कि कर्मबीर ने उन्हें नकली वर्क वीजा और दस्तावेज दिखाकर विदेश भेजने का भरोसा दिलाया। जब अभिषेक किसी तरह भारत लौटा तो उसने पाया कि उसके कागजात फर्जी हैं। इसी दौरान कुलदीप के लिए यूरोप का नकली शेंगेन वीजा दिखाया गया, जो असली होने का दावा किया गया था।दो महिलाओं सहित पांच पर केस दर्ज-पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत सबूतों के साथ पुलिस को की है। मामले की जांच में जुटी पुलिस जांच अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि राजिंद्र ने धोखाधड़ी के आरोप लगाए है। शिकायत के आधार पर सिमरन, नीतू, कर्मबीर, रोहित व रवि के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया है। मामले की जांच की जाएगी और तथ्यों के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।