फरीदकोट पुलिस ने अपराधियों के गिरोह का खुलासा करते हुए गैंग के पांच सदस्यों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपियों में से तीन आरोपियों पर पहले भी गंभीर अपराधों के केस दर्ज है। पकडे़ गए गैंग का खुलासा सिटी थाना फरीदकोट पर अमरजीत सिंह निवासी गली नंबर 1 बाजीगर बस्ती फरीदकोट द्वारा दर्ज कराई शिकायत के आधार पर हुआ। पीड़ित ने बताया कि 12 सितंबर को वह बाजार में खरीददारी करने के लिए गया था। तभी उसे अकाश उर्फ चीनी निवासी अंबेडकर नगर, बिंदर सिंह उर्फ भाऊ निवासी बैक साईड किला, हरजिंदर सिंह निवासी न्यू कैंट रोड गली नंबर 3, विकास कुमार निवासी रामा बेकरी सर्राफा बाजार, अमनदीप सिंह निवासी गली नंबर 8 बाबा जीवन सिंह नगर कोटकपूरा, मनबीर सिंह उर्फ मनी पुत्र शमिंदर सिंह निवासी खोखरा वाला मोहल्ला, सक्खू, बिट्टू, रोहित, हरमन और 2-3 अज्ञात लोग उसे जान से मारने की नियत से उठा ले गए, जहां पर उसके साथ मारपीट की गई। जांच में हुआ गिरोह का खुलासा शिकायत की जांच डीएसपी शमशेर सिंह शेरगिल के नेतृत्व में आगे बढ़ी तो गिरोहबंद अपराधियों के बारे में पता चला। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मनदीप सिंह, विकास कुमार, बिंदर सिंह उर्फ भाऊ, हरजिंदर सिंह और अमनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। एसपी जसमीत सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी अमनदीप सिंह के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में दो, विकास कुमार के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में जान से मारने का प्रयास का एक मुकदमा व आरोपी बिंदर सिंह भाऊ के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में पांच मुकदमा गंभीर अपराधों के दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों से और अधिक पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल की जा रही है। फरीदकोट पुलिस ने अपराधियों के गिरोह का खुलासा करते हुए गैंग के पांच सदस्यों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपियों में से तीन आरोपियों पर पहले भी गंभीर अपराधों के केस दर्ज है। पकडे़ गए गैंग का खुलासा सिटी थाना फरीदकोट पर अमरजीत सिंह निवासी गली नंबर 1 बाजीगर बस्ती फरीदकोट द्वारा दर्ज कराई शिकायत के आधार पर हुआ। पीड़ित ने बताया कि 12 सितंबर को वह बाजार में खरीददारी करने के लिए गया था। तभी उसे अकाश उर्फ चीनी निवासी अंबेडकर नगर, बिंदर सिंह उर्फ भाऊ निवासी बैक साईड किला, हरजिंदर सिंह निवासी न्यू कैंट रोड गली नंबर 3, विकास कुमार निवासी रामा बेकरी सर्राफा बाजार, अमनदीप सिंह निवासी गली नंबर 8 बाबा जीवन सिंह नगर कोटकपूरा, मनबीर सिंह उर्फ मनी पुत्र शमिंदर सिंह निवासी खोखरा वाला मोहल्ला, सक्खू, बिट्टू, रोहित, हरमन और 2-3 अज्ञात लोग उसे जान से मारने की नियत से उठा ले गए, जहां पर उसके साथ मारपीट की गई। जांच में हुआ गिरोह का खुलासा शिकायत की जांच डीएसपी शमशेर सिंह शेरगिल के नेतृत्व में आगे बढ़ी तो गिरोहबंद अपराधियों के बारे में पता चला। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मनदीप सिंह, विकास कुमार, बिंदर सिंह उर्फ भाऊ, हरजिंदर सिंह और अमनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। एसपी जसमीत सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी अमनदीप सिंह के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में दो, विकास कुमार के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में जान से मारने का प्रयास का एक मुकदमा व आरोपी बिंदर सिंह भाऊ के ऊपर थाना सिटी फरीदकोट में पांच मुकदमा गंभीर अपराधों के दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों से और अधिक पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में हाईटेंशन करंट से युवक की मौत:दीवाली की सजावट में लगा रहा था लाइटें, 9 साल के बेटे का पिता था मृतक
लुधियाना में हाईटेंशन करंट से युवक की मौत:दीवाली की सजावट में लगा रहा था लाइटें, 9 साल के बेटे का पिता था मृतक लुधियाना में आज (सोमवार को) हाईटेंशन तारों की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक एक घर पर दीवाली मौके पर सजावट के लिए लाइटें लगा रहा था। उसने जैसे ही लाइट की लड़ी हाथ में पकड़ कर छत की तरफ फेंकी तो हाईटेंशन की तार ने उसे अपनी ओर खींच लिया। करंट का झटका लगने से तुरंत युवक जमीन पर गिर गया। लोगों ने उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने दम तोड़ दिया। लाइटें लगाते समय हुआ हादसा मरने वाले युवक का नाम अमरीक सिंह है। अमरीक दो भाई है। परिवार में वह बड़ा था। उसका एक 9 साल का बेटा है। अमरीक के पिता पूर्व निगम कर्मी रहे है। अमरीक आज बचन नगर में लाइटें लगाने गया था, लेकिन इलाके के लोगों का कहना है कि अमरीक छत पर खाटू श्याम जी का झंडा लगा रहा था और यह हादसा हो गया।
हादसा इतना भयावक था कि लोग भी सहम गए। घटना वाली जगह पर धमाके के निशान भी पड़े है। कई जगह तारों के टुकड़े बिखरे पड़े हैं। फिलहाल पुलिस ने अमरीक के शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। कल अमरीक के परिजनों को पोस्टमार्टम कर शव उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा।
अकाली दल की हार पर मनप्रीत अय्याली का ऐलान:लिखा- झूंदा रिपोर्ट लागू होने तक पार्टी गतिविधियों से रहूंगा दूर, सुखबीर पर साधा निशाना
अकाली दल की हार पर मनप्रीत अय्याली का ऐलान:लिखा- झूंदा रिपोर्ट लागू होने तक पार्टी गतिविधियों से रहूंगा दूर, सुखबीर पर साधा निशाना पंजाब में लोकसभा चुनाव में बड़ी हार झेलने वाली शिरोमणि अकाली दल में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी की अंदरूनी कलह अब सामने आने लगी है। लुधियाना के दाखा हलके के विधायक मनप्रीत सिंह अय्याली ने आज अकाली दल की हार के बाद सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए सार्वजनिक तौर पर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने सुखबीर बादल पर भी निशाना साधा है। मनप्रीत सिंह अय्याली ने लिखा- मैंने झुंदा कमेटी की रिपोर्ट लागू होने तक पार्टी गतिविधियों से दूर रहने का फैसला किया है। शिरोमणि अकाली दल पंजाब का एक पंथक और सिरमौर समूह है, जिसका इतिहास काफी अच्छा रहा है, लेकिन पिछले कुछ समय में पार्टी नेताओं द्वारा लिए गए फैसलों की वजह से अकाली दल में बड़ी वैचारिक गिरावट आई है। पार्टी पहले भी किसानी और वर्तमान में पंजाब में चल रही पंथक सोच को पहचानने में विफल रही है। आपको बता दें कि अभी तक अकाली दल ने झुंदा कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में लिखा है कि अगर किसी वजह से पार्टी का ग्राफ गिर रहा है तो उस पर तुरंत विचार कर कार्रवाई की जानी चाहिए। यहां तक कि पार्टी प्रमुख को बदलने की बात भी लिखी गई है। अय्याली ने लिखा कि किसानी और पंथ पंजाबियों का भरोसा हासिल करने के लिए आज पार्टी को बड़े फैसले लेने की जरूरत है ताकि जो पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जा सके। पढ़े कौन है विधायक मनप्रीत अय्याली
मनप्रीत सिंह अय्याली पंजाब विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल के नेता हैं। वह वर्तमान में दाखा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक है। अय्याली का जन्म 6 जनवरी 1975 को हुआ था। उनके पिता गुरचरणजीत सिंह एक राजनीतिज्ञ और किसान हैं। उनके पिता 15 साल तक अपने गांव के सरपंच रहे हैं। अय्याली ने 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद कॉलेज छोड़ दिया। 1998 में, वे अपने गांव की कृषि समिति के अध्यक्ष बने और बाद में सरपंच के रूप में कार्य किया। 2007 में वे लुधियाना जिला परिषद के अध्यक्ष बने। 2012 में पहली बार लड़ा विधान सभा चुनाव पहली बार 2012 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल के लिए विधायक रहे । 2014 में अयाली ने लुधियाना लोकसभा सीट के लिए सांसद का चुनाव लड़ा, लेकिन रवनीत सिंह बिट्टू से तीसरे स्थान पर हार गए । अय्याली ने 2007 से 2013 तक लुधियाना जिला परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और 2013 में उन्हें भारत के प्रधान मंत्री की उपस्थिति में देश में सर्वश्रेष्ठ जिला परिषद अध्यक्ष का पुरस्कार मिला । 2017 में अय्याली एचएस फुल्का से 4,169 वोटों से सीट हार गए थे ।फुल्का के इस्तीफे और उसके बाद हुए उपचुनाव के बाद 2019 में उन्होंने संदीप संधू को हराकर फिर से सीट हासिल की।
अय्याली 2022 में तीसरी बार दाखा विधानसभा क्षेत्र से जीते। पंजाब विधानसभा में शिअद के केवल तीन सफल उम्मीदवार थे। आम आदमी पार्टी ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटें जीतकर सोलहवीं पंजाब विधानसभा में 79% का मजबूत बहुमत हासिल किया। 2022 के भारतीय राष्ट्रपति चुनाव के लिए शिअद ने एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया, बावजूद इसके कि शिअद अब एनडीए का हिस्सा नहीं है। अय्याली ने चुनाव में मतदान से परहेज किया।
SAD वर्किंग कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग आज:विधानसभा उपचुनावों पर होगा फैसला, भूंदड़ करेंगे प्रधानगी
SAD वर्किंग कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग आज:विधानसभा उपचुनावों पर होगा फैसला, भूंदड़ करेंगे प्रधानगी पंथक संकट से घिरे शिरोमणि अकाली दल (SAD) की आज (गुरुवार) को वर्किंग कमेटी की इमरजेंसी मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग में सारे जिला प्रधान भी शामिल होंगे। मीटिंग की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मौजूदा समय में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित कर रखा है। वहीं,चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर इसमें फैसला लिया जएगा। दूसरी तरफ अकाल तख्त के ज्ञानी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि तनखैया तब तक तनखैया ही रहता है, जब तक उसकी तनखा पूरा नहीं हो जाती है। उसकी सजा के बारे में फैसला दिवाली के बाद लिया जाएगा। चीमा ने पोस्ट डालकर दी जानकारी काेर कमेटी की मीटिंग बारे में पार्टी के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा की तरफ से जानकारी दी गई थी। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इस बारे पोस्ट डालकर जानकारी दी थी। हालांकि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 अक्टूबर को अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिले थे । साथ ही मांग की थी कि उनकी सजा के बारे में जल्दी फैसला लिया जाए। क्योंकि अब चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने है। नामांकन के लिए एक दिन शेष चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इनमें बरनाला, डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा और चब्बेवाल शामिल हैं। लेकिन SAD प्रधान सुखबीर बादल को जब से तनखैया घोषित किया गया। तब से वह पार्टी की गतिविधियों से दूर हो गए हैं। अब चुनाव की नामांकन प्रक्रिया पूरी होने में एक दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में चुनाव मैदान में पार्टी कैसे जाएगी। इसको लेकर सारी रणनीति तैयार की जा रही है। सभी से मिलकर फैसला लिया जाएगा। हालांकि चुनाव को लेकर भी दो पार्टी में दो धाराएं बनी हुई हैं। एक पक्ष चुनाव लड़ना चाहता है और दूसरा चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। हालांकि मंगलवार को जब कोर कमेटी की मीटिंग के बाद सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से मीडिया ने पूछा गया कि कि क्या अकाली दल आगामी उपचुनाव लड़ रहा है या नहीं। इस पर मजीठिया ने ‘कहा था कि आपको अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, पार्टी का संसदीय बोर्ड जल्द ही पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया था अकाली दल सुधार लहर भाजपा के साथ हुए समझौते के तहत उपचुनाव लड़ रही है।