हरियाणा के फरीदाबाद में विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के एक मामले में छानबीन में लगी साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 14 मोबाइल फोन व 11 सिम कार्ड बरामद किए हैं। वारदात में प्रयोग 3 बैंक अकाउंट के डेबिट कार्ड, 1 लैपटॉप व कॉल ड्राइव और 15 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं। बता दें की आरोपी shine.com जॉब पोर्टल से डाटा लेते थे और लोगों को विदेश में स्थित बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का वादा करते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में समरजीत, जय सिंह तथा हिना शामिल हैं। तीनों आरोपी दिल्ली के अलग-अलग एरिया के रहने वाले हैं। साइबर थाना में 15 जून को अभियोग अंकित किया गया था। इसमें फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति से संपर्क करके विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर उसके साथ 50 हजार रुपए की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। साइबर अपराधियों द्वारा जॉब पोर्टल shine.com से उसका रिज्यूम लेकर एक ईमेल भेजा था। इसमें थाईलैंड में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करके व्यक्ति को थाईलैंड में स्थित द इंपीरियल होटल एंड रिजॉर्ट नामक कंपनी में सिलेक्शन होने की बात कही और इंटरव्यूज, रजिस्ट्रेशन चार्जेस, वीजा व अन्य फीस के नाम पर पीड़ित के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपी दिल्ली में पंजाबी बाग में अपना एक फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। हरियाणा के फरीदाबाद में विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने के एक मामले में छानबीन में लगी साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 14 मोबाइल फोन व 11 सिम कार्ड बरामद किए हैं। वारदात में प्रयोग 3 बैंक अकाउंट के डेबिट कार्ड, 1 लैपटॉप व कॉल ड्राइव और 15 हजार रुपए भी बरामद हुए हैं। बता दें की आरोपी shine.com जॉब पोर्टल से डाटा लेते थे और लोगों को विदेश में स्थित बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का वादा करते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में समरजीत, जय सिंह तथा हिना शामिल हैं। तीनों आरोपी दिल्ली के अलग-अलग एरिया के रहने वाले हैं। साइबर थाना में 15 जून को अभियोग अंकित किया गया था। इसमें फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति से संपर्क करके विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर उसके साथ 50 हजार रुपए की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। साइबर अपराधियों द्वारा जॉब पोर्टल shine.com से उसका रिज्यूम लेकर एक ईमेल भेजा था। इसमें थाईलैंड में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करके व्यक्ति को थाईलैंड में स्थित द इंपीरियल होटल एंड रिजॉर्ट नामक कंपनी में सिलेक्शन होने की बात कही और इंटरव्यूज, रजिस्ट्रेशन चार्जेस, वीजा व अन्य फीस के नाम पर पीड़ित के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपी दिल्ली में पंजाबी बाग में अपना एक फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया
हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया चंडीगढ़ में सरकारी कोठी नंबर-48 अक्सर चर्चा में रहती है। इस बार इसकी चर्चा हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को लेकर है। वह अब तक इसी कोठी में रहे थे, लेकिन अब वह इसे खाली कर पंचकूला में शिफ्ट हो रहे हैं। हालांकि, अभी यह कोठी किसी को अलॉट नहीं हुई है। इस कोठी के साथ एक धारणाएं जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि इस कोठी में रहने वाले मंत्रियों में ज्यादातर अगली दफा विधानसभा तक भी नहीं पहुंचते। अब JJP नेता दुष्यंत चौटाला इस कोठी को 5 साल पूरा होने से पहले ही खाली कर रहे हैं। हालांकि, अब वह मंत्री नहीं हैं, इसलिए खाली करना भी पड़ता। इसके अलावा यहां कोठी नंबर-78 को लेकर भी ऐसी ही धारणाएं बनी। बाद में इस कोठी को IAS अफसरों को ही अलॉट किया जाता रहा है। ये कोठियां भी मंत्रियों की अन्य कोठियों की तरह काफी अच्छी हैं, लेकिन इनके साथ जुड़ी धारणाएं नेगेटिव हैं। समझिए… कोठी नंबर-48 का गणित
चंडीगढ़ में कोठी नंबर-48 सेक्टर-2 में है। यहां हरियाणा कोटे की अन्य कोठियां भी हैं, जिनमें मंत्री रहते हैं। इस कोठी में इनेलो सरकार में चौधरी धीरपाल सिंह रहे थे। वह 1999 से 2005 तक इस कोठी में रहे, लेकिन इसके बाद वह नहीं जीते। इस कोठी में कांग्रेस सरकार बनने पर तब के वित्त मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह रहने लगे, लेकिन वह भी 2009 में हार गए। उन्हें उचाना सीट पर ओमप्रकाश चौटाला ने विधानसभा में हराया। कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में 2009 में यह कोठी मंत्री रणदीप सुरजेवाला को अलॉट हुई। वह जीतकर विधानसभा ताे पहुंचे, लेकिन उनकी सरकार सत्ता से बाहर होने पर वह मंत्री नहीं बन सके और कोठी खाली करनी पड़ी। भाजपा सरकार बनने पर 2014 में यह कोठी तब के वित्त मंत्री कैप्टनअभिमन्यु काे मिली, लेकिन वह भी 2019 में चुनाव हार गए। गठबंधन सरकार बनने पर यह कोठी 2019 में तब के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को मिली, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। गठबंधन टूटने से सरकार से बाहर हो गए। अब वह यहां पांच साल पूरे नहीं कर रहे। वह इस कोठी को पहले ही खाली कर रहे हैं। कोठी नंबर-78 में ये भी रहे, जो अगली बार नहीं जीते
कोठी नंबर-78 में तत्कालीन डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह, सुषमा स्वराज, करतार देवी, बहादुर सिंह, रामबिलास शर्मा, फूलचंद मुलाना रह चुके हैं। ये लोग अगली बार विधानसभा नहीं पहुंचे थे। इनके बाद कृष्णलाल पंवार को भी हार का सामना करना पड़ा। अब यह कोठी अफसरों को दी जा रही है। इसमें अभी मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव रह रहे हैं।
BJP प्रत्याशी अनूप धानक का भारी विरोध:गांव-गांव मुर्दाबाद के नारे लग रहे, ग्रामीण मुंह पर ही हारने की शर्त लगा रहे
BJP प्रत्याशी अनूप धानक का भारी विरोध:गांव-गांव मुर्दाबाद के नारे लग रहे, ग्रामीण मुंह पर ही हारने की शर्त लगा रहे हरियाणा की उकलाना विधानसभा सीट पर BJP प्रत्याशी अनूप धानक का इन दिनों भारी विरोध हो रहा हैं। अनूप धानक जिस गांव में जा रहे हैं, वहां लोग पिछले 10 साल के काम का हिसाब किताब मांग रहे हैं। अनूप के लिए प्रचार करना भी सिरदर्द बना हुआ है। इसके अलावा BJP प्रत्याशी के प्रचार के लिए स्थानीय नेताओं ने दूरी बनाई हुई है। प्रचार के दौरान भाजपा के टिकट के दावेदार अनूप के साथ नजर नहीं आ रहे। अनूप धानक का इतना विरोध है कि लोग उनके सामने ही शर्त लगा रहे हैं कि इस बार तुम हारोगे चाहे जितनी मर्जी की शर्त लगा ले। अनूप धानक इन विरोधों के बीच असहज नजर आ रहे हैं। गांव में लोग 10 साल का हिसाब किताब के साथ-साथ कह रहे हैं कि जब भी आपके पास गांव की समस्या लेकर गए आपने एक बात भी नहीं सुनी। अब किस बात का वोट देंगे ग्रामीणों ने कहा कि इस बार अनूप धानक को एक वोट भी गांव से नहीं मिलेगा। बता दें कि, अनूप धानक, चौटाला परिवार के खास रहे थे और 2 बार उकलाना से विधायक बने थे। एक बार इनेलो और दूसरी बार जजपा से। अब वह भाजपा में आ गए हैं। हर रोज हो रहा विरोध, किसानों के मुद्दे पर जवाब देना मुश्किल पड़ा
पूर्व मंत्री अनूप धानक को बुधवार भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ग्रामीणों ने अनूप धानक से सवाल किए। अनूप धानक कुछ हद तक उनके सवालों का जवाब देते दिखे। ग्रामीणों ने किसान आंदोलन में 750 किसानों की मौत, किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर भी सवाल पूछे। मंत्री अनूप धानक ने कहा कि एमएसपी पर फसल खरीदने की बात कही तो ग्रामीण बोले, आधी फसल भी एमएसपी पर नहीं खरीदी जा रही। ग्रामीणों ने पूछ लिया मंत्री जी आप एमएसपी क्या है यह समझाओ? ग्रामीणों ने कहा कि आप 5 साल मंत्री रहे हमारे के लिए पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं करा सके। हम आज भी खारा पानी पी रहे हैं। हमारा जलघर का काम था, हम आपके पास गए थे। आपके हाथ में पावर थी। ग्रामीण बोले- आपके ठेकेदार काम नहीं करते
आप हमारे जलघर तक जाने को तैयार नहीं थे हम किसी तरह आपको लेकर गए। आपने 5 साल में हमारा यह काम नहीं कराया। आप दस साल से विधायक हो, अपने हलके में पानी नहीं दिला सकते तो आपको वोट क्यों दे? आपके ठेकेदार काम नहीं करते। मंत्री बोले- मेरा कोई ठेकेदार नहीं। सवाल करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि 5 साल पहले चुन कर गए थे धन्यवादी दौरे के बाद कभी नहीं आए। आज वोट मांगने आ गए। मंत्री बोले- आपकी गोशाला को ग्रांट दी, ग्रामीण बोले पता नहीं किसको दी
किसानों ने कहा कि 2014 में रेवाड़ी की रैली में नरेंद्र मोदी ने पीएम बनने से पहले जनसभा में कहा था कि फसलों को एमएसपी पर खरीदेंगे। किसानों के खर्च की लागत के अलावा अतिरिक्त पैसा देंगे। आज तक एमएसपी पर खरीद नहीं कर पाए। आप हमारे गांव के केवल 4 लोगों के ही काम करते हो, उन लोगों को ही जानते हो। हमारा काम क्यों नहीं किया। मंत्री बोले आपकी गोशाला में ग्रांट दी थी तो ग्रामीण बोले- पता नहीं किसको दी।
गर्मियों की छुटि्टयों के कारण ट्रेनों में बढ़ी भीड़:रेलवे ने साबरमती-हरिद्वार-साबरमती स्पेशल ट्रेन चलाई; रेवाड़ी- गुरुग्राम के रास्ते चलेगी
गर्मियों की छुटि्टयों के कारण ट्रेनों में बढ़ी भीड़:रेलवे ने साबरमती-हरिद्वार-साबरमती स्पेशल ट्रेन चलाई; रेवाड़ी- गुरुग्राम के रास्ते चलेगी गर्मियों की छुटि्टयों के कारण ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा भीड़ हिल स्टेशन की तरफ जाने वाली ट्रेनों में है। ऐसे में रेलवे द्वारा गर्मियों की छुटिटयों में अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए साबरमती-हरिद्वार-साबरमती (5 ट्रिप) द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का संचालन किया है। ये ट्रेन वाया रेवाड़ी-गुरुग्राम होकर चलेगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार, गाड़ी संख्या 09425, साबरमती-हरिद्वार द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 31 मई से 14 जून तक साबरमती से प्रत्येक शुक्रवार व सोमवार को 18.45 बजे रवाना होकर अगले दिन 19.00 बजे हरिद्वार पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09426, हरिद्वार-साबरमती द्वि-साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 1 जून से 15 जून तक हरिद्वार से प्रत्येक शनिवार व मंगलवार को 21.45 बजे रवाना होकर अगले दिन 22.30 बजे साबरमती पहुंचेगी। ये ट्रेन रेलसेवा मार्ग में महेसाना, पालनपुर, आबूरोड, पिण्डवाड़ा, जवाई बांध, फालना, रानी, मारवाड जंक्शन, अजमेर, किशनगढ, फुलेरा, रींगस, नीमकाथाना, नारनौल, रेवाड़ी, गुड़गांव, दिल्ली कैंट, दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, मुजफ्फरनगर व रूडकी स्टेशन पर ठहराव करेगी। ट्रेन में 2 थर्ड एसी, 12 द्वितीय शयनयान, 2 साधारण श्रेणी व 2 गार्ड डिब्बों सहित कुल 18 डिब्बे होंगे। 30 जून तक स्कूलों में छुटि्टयां बता दें कि भीषण गर्मी के कारण इस बार सरकार ने 3 दिन पहले ही 28 मई से 30 जून तक स्कूलों में छुटि्टयां कर दी हैं। रेवाड़ी जिले की बात करें तो मई माह के इन 28 दिनों में 25 दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार रहा है। वहीं पिछले एक सप्ताह की बात करें तो तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ हैं। भीषण गर्मी के कारण लोग हिल स्टेशन की तरफ रुख कर रहे हैं।