हरियाणा के फरीदाबाद जिला में पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल के दिशा निर्देश पर इंटर स्टेट नाके लगाए गए हैं। चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस ने फरीदाबाद बॉर्डर पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की निगरानी रखने के लिए नाके लगाए हैं। इसके साथ ही अर्धसैनिक बल के साथ मिलकर एनआईटी, बल्लभगढ़ व सेन्ट्रल जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। संदिग्ध वाहनों पर रखी जा रही नजर पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विधानसभा चुनाव में कानून व शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। चुनाव के दौरान नशा व शराब तस्करी रोकने तथा आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए फरीदाबाद बॉर्डर पर इंटर स्टेट नाके लगाकर संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों पर निगरानी रखी जा रही है।फरीदाबाद पुलिस द्वारा बदरपुर बॉर्डर, जैतपुर दिल्ली बॉर्डर, शूटिंग रेंज सूरजकुंड, मांगर भाटी माइंस, मोहना तथा मंझावली यमुना पुल सहित 7 नाके लगाए गए हैं। जहां पर पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बल भी पर्याप्त संख्या में तैनात किए गए हैं। शराब तस्करी पर लगेगा अंकुश शराब तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की दो टीम गठित की गई है जिसमें एक टीम एनआईटी जोन तथा दूसरी टीम बल्लभगढ़ व सेंट्रल जोन में शराब तस्करी में संलिप्त अपराधियों की धर-पकड़ कर शराब तस्करी पर अंकुश लगाने का काम करेगी। इसके साथ ही शराब के L1 गोदाम के आस पास चुनाव के मद्देनजर नाके लगाए गए हैं, जिससे पुलिस टीम शराब के आवागमन पर निगरानी रखेगी। मतदान के लिए लोगों को किया जा रहा जागरूक इसके साथ ही फरीदाबाद पुलिस द्वारा तीनों जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को निर्भीक होकर मतदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। फ्लैग मार्च के दौरान नागरिकों को चुनाव में अपने मताधिकार का स्वतंत्र, निष्पक्ष एव शांतिपूर्ण तरीके से प्रयोग करने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करने बारे जानकारी प्रदान की जा रही है। लाइसेंसी हथियार जमा कराने की पुलिस ने की अपील शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए शस्त्र लाइसेंस धारकों को अपना शस्त्र जमा करवाने के लिए सूचित किया गया है। अभी तक 3119 शस्त्र धारकों ने अपने शस्त्र जमा करवाएं हैं। शस्त्र धारकों से अनुरोध है कि वह अपना असलहा जमा करवाएं ताकि चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था कायम रह सके। इसके साथ ही आमजन से अपील है कि चुनाव के दौरान नशा तस्करों व अन्य किसी भी प्रकार के अपराध की जानकारी तुरंत पुलिस को देकर पुलिस प्रशासन के कार्यों में मदद करें। हरियाणा के फरीदाबाद जिला में पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल के दिशा निर्देश पर इंटर स्टेट नाके लगाए गए हैं। चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस ने फरीदाबाद बॉर्डर पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की निगरानी रखने के लिए नाके लगाए हैं। इसके साथ ही अर्धसैनिक बल के साथ मिलकर एनआईटी, बल्लभगढ़ व सेन्ट्रल जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। संदिग्ध वाहनों पर रखी जा रही नजर पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विधानसभा चुनाव में कानून व शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए फरीदाबाद पुलिस द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। चुनाव के दौरान नशा व शराब तस्करी रोकने तथा आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए फरीदाबाद बॉर्डर पर इंटर स्टेट नाके लगाकर संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों पर निगरानी रखी जा रही है।फरीदाबाद पुलिस द्वारा बदरपुर बॉर्डर, जैतपुर दिल्ली बॉर्डर, शूटिंग रेंज सूरजकुंड, मांगर भाटी माइंस, मोहना तथा मंझावली यमुना पुल सहित 7 नाके लगाए गए हैं। जहां पर पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बल भी पर्याप्त संख्या में तैनात किए गए हैं। शराब तस्करी पर लगेगा अंकुश शराब तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की दो टीम गठित की गई है जिसमें एक टीम एनआईटी जोन तथा दूसरी टीम बल्लभगढ़ व सेंट्रल जोन में शराब तस्करी में संलिप्त अपराधियों की धर-पकड़ कर शराब तस्करी पर अंकुश लगाने का काम करेगी। इसके साथ ही शराब के L1 गोदाम के आस पास चुनाव के मद्देनजर नाके लगाए गए हैं, जिससे पुलिस टीम शराब के आवागमन पर निगरानी रखेगी। मतदान के लिए लोगों को किया जा रहा जागरूक इसके साथ ही फरीदाबाद पुलिस द्वारा तीनों जोन में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को निर्भीक होकर मतदान करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। फ्लैग मार्च के दौरान नागरिकों को चुनाव में अपने मताधिकार का स्वतंत्र, निष्पक्ष एव शांतिपूर्ण तरीके से प्रयोग करने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करने बारे जानकारी प्रदान की जा रही है। लाइसेंसी हथियार जमा कराने की पुलिस ने की अपील शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए शस्त्र लाइसेंस धारकों को अपना शस्त्र जमा करवाने के लिए सूचित किया गया है। अभी तक 3119 शस्त्र धारकों ने अपने शस्त्र जमा करवाएं हैं। शस्त्र धारकों से अनुरोध है कि वह अपना असलहा जमा करवाएं ताकि चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था कायम रह सके। इसके साथ ही आमजन से अपील है कि चुनाव के दौरान नशा तस्करों व अन्य किसी भी प्रकार के अपराध की जानकारी तुरंत पुलिस को देकर पुलिस प्रशासन के कार्यों में मदद करें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में युवक को भाई भाभी ने पीटा:मेन गेट का शीशा तोड़ कर अंदर घुसे; महिला बोली- बलात्कार केस में फंसा दूंगी हरियाणा के सोनीपत में परिवार में चल रहे विवाद में एक युवक को भाई व भाभी ने पहले तो घर में घुस कर पीटा, जब वह अस्पताल में मेडिकल कराने गया तो वहां पर भी उस पर हमला किया गया। डॉक्टर ने उसे खानपुर पीजीआई रेफर किया। पुलिस ने थाना गन्नौर में महिला समेत 3 व्यक्तियों पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में रोहित ने बताया कि वह गांव नया बांस तहसील गन्नौर जिला सोनीपत का रहने वाला है। वह सुबह अपने घर में सो रहा था। तभी उसका भाई मोहित व उसकी पत्नी बबीता सुबह 9 बजे उसके घर के मेन गेट का शीशा तोड़कर अंदर घुस आए ओर उसकी पिटाई की। गला दबाकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। इससे उसके हाथ व गले पर चोटें आई। भाई की पत्नी बबीता ने उसे धमकी दी कि वह उस पर बलात्कार का केस करा देगी। रोहित ने बताया कि उस समय परिवार के सदस्यों उसे बचा लिया। इसके बाद वह अपना मेडिकल कराने के लिए गन्नौर के सिविल अस्पताल में पहुंचा। तभी वहां पर मोहित, उसकी पत्नी बबीता, उसका ससुर व उसका साला मोनू व अन्य तीन चार व्यक्तियों के साथ पहुंचे। वे चाकू व व अन्य हथियार लिए हुए थे। उन्होंने वहां भी उसके साथ मार पीट की। उसने कहा कि इन लोगों से मुझे व मेरी मां को जान का खतरा है। खुबड़ू झाल पुलिस चौकी के HC राजबीर के अनुसार, अस्पताल से रुक्का मिला था कि रोहित निवासी नया बांस लडाई झगड़े में घायल होने के बाद अस्पताल में आया था। उसे वहां से खानपुर पीजीआई में रेफर किया गया है। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टर से एमएलआर रिपोर्ट ली। उसमें रोहित को कुल 5 चोटें लगी बताई गई। पुलिस ने धारा 191(3),190, 333,115(2), 351(2), 324(2) BNS में आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।
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विनेश के भाई हरविंदर ने बताया कि टोक्यो ओलिंपिक के समय रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ने विनेश के फिजियोथेरेपिस्ट को वीजा नहीं दिया था। फेडरेशन ने जो किट दी थी, विनेश उसमें कम्फर्टेबल नहीं थी। मैचों के बीच विनेश को अपना सारा सामान खुद ही उठाकर ले जाना पड़ रहा था। विनेश एक्स्ट्रा मेहनत और किट के कारण क्वार्टर फाइनल से ठीक पहले बीमार हो गई। प्रैक्टिस के दौरान उसकी पुरानी चोट भी उभर आई, लेकिन उसे डॉक्टर तक नहीं दिया गया। जिस कारण वो हार गई। टोक्यो से लौटी तो फेडरेशन अध्यक्ष ने विनेश को खोटा सिक्का कहा, बोले- लंगड़े घोड़े पर दांव नहीं लगाना था। इन तानों ने विनेश को तोड़ दिया। बचपन से विनेश ने कई दिक्कतें देखी थीं, लेकिन देश के लिए खेलने पर भी मिले दिल तोड़ने वाले शब्दों ने उसे डिप्रेशन में डाल दिया था। विनेश ने बृजभूषण के खिलाफ धरने की अगुआई की
भारतीय खेलों के लिहाज से साल 2023 का शुरुआती महीना एक अलग ही बड़े विवाद के कारण चर्चा में रहा था। जब कुछ ओलिंपियनों सहित करीब 23 खिलाड़ी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शारीरिक शोषण के आरोप लगाने के साथ ही उन्हें हटाने की मांग के साथ सड़कों पर आ गए थे। कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन चला और इसकी मुख्य रूप से अगुआई 3 पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने की। पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने अपने सरकारी सम्मान खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार दिल्ली में फुटपाथ पर छोड़ दिए थे। दोनों पहलवानों ने पुलिस से इसे प्रधानमंत्री को सौंपने का अनुरोध किया था। विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो मेडल लौटा देंगी। इन पुरस्कारों का मेरी जिंदगी में अब कोई मतलब नहीं रह गया है। इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी। पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री पुरस्कार सरकार को लौटा दिया था। पहलवानों के आरोपों पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने टिप्पणी में कहा था कि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। चयन को लेकर भी हुआ था बवाल
पेरिस ओलिंपिक चयन ट्रायल को लेकर भी खूब बवाल हुआ। पहलवान अंतिम पंघाल भारत का उभरता सितारा साबित हुईं। ऐसे में विनेश को अपना मूल भारवर्ग 53 किलोग्राम छोड़ना पड़ा और वह भार घटाकर 50 किलोग्राम कैटेगरी में आ गईं। हालांकि, बवाल यहीं तक नहीं रुका। कौन सी एथलीट जाएगी और कौन नहीं, इसको लेकर कुश्ती संघ को फैसला करना था और उन्होंने ओलिंपिक कोटा हासिल करने वाले एथलीट्स के लिए 2 चयन ट्रायल रखवाए। हालांकि, बाद में कुश्ती संघ ने चयन ट्रायल रद्द कर दिया और इस तरह विनेश ही ओलिंपिक में उतरीं। आंदोलन में शामिल होने के कारण कहा गया कि उनकी तैयारी अच्छी नहीं है। विनेश हमेशा कहती रहीं कि उनका सपना भारत को ओलिंपिक मेडल दिलाना रहा है सोशल मीडिया पर मीम्स शेयर हो रहे…